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गुरुवार, 23 जुलाई 2020

बाड़मेर बालोतरा गैरेज में खड़ी बस में शॉर्ट सर्किट से आग, दो बसें जलकर राख, घंटेभर बाद पाया काबू

बाड़मेर बालोतरा  गैरेज में खड़ी बस में शॉर्ट सर्किट से आग, दो बसें जलकर राख, घंटेभर बाद पाया काबू



बाड़मेर बालोतरा शहर के निकटवर्ती हाउसिंग बोर्ड स्थित एक गैरेज में खड़ी बसों में बुधवार देर रात आग लग गई। आग लगने की सूचना मिलने पर मौके पर दमकल पहुंची। कड़ी मशक्कत के बाद आग बुझाई गई लेकिन तब तक बसें पूरी तरह जल गई। गनीमत रही समय रहते पड़ौसियों ने सूचना दे दी, नहीं तो बड़ा हादसा हो जाता।

बुधवार रात करीब 10.30 बजे एक गैरेज में खड़ी दो बसों में अचानक आग लग गई। धुंआ व आग की लपटें दिखने पर आस पास लोगों ने तुरंत दमकल व पुलिस को सूचना दी। नगर परिषद से दो तथा सीईटीपी की एक फायर ब्रिगेड ने घंटे भर बाद आग पर काबू पायाआग की चपेट में आई दोनों बसों और गैरेज के मालिक स्वरूपसिंह ने बताया कि  संभवतया एक बस में पहले शाॅर्ट सर्किट से आग लगी। इसके बाद दूसरी बस भी आग की चपेट में आ गई। आग लगने के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल बन गया।






गुरुवार, 31 अक्टूबर 2019

बाड़मेर एवं बालोतरा नगर परिषद क्षेत्र में आज से लागू होगी धारा 144

बाड़मेर एवं बालोतरा नगर परिषद क्षेत्र में आज से लागू होगी धारा 144


बाड़मेर, 31 अक्टूबर। जिला मजिस्ट्रेट एवं जिला कलक्टर अंशदीप ने नगरीय निकाय आम चुनाव-2019 को शांतिपूर्वक, स्वतन्त्र, निष्पक्ष एवं सुव्यवस्थित रूप से सम्पन्न करवाने के लिए बाड़मेर एवं बालोतरा नगर परिषद क्षेत्र में 1 नवंबर को प्रात : 6 बजे से धारा 144 लागू करने के आदेश जारी किए हैं। यह निषेधाज्ञा 27 नवंबर को रात्रि 12 बजे तक लागू रहेगी।
जिला मजिस्ट्रेट अंशदीप की ओर से जारी किए गए आदेश के मुताबिक नगरीय निकाय आम चुनाव के दौरान संबंधित क्षेत्रों एवं वर्गो के मतदाता बिना किसी आतंक एवं भय के अपने संवैधानिक अधिकारों का प्रयोग स्वतन्त्र रूप से कर सके , इसके लिए असामाजिक, अवांछित एवं समाज विरोधी तत्वों की गैर कानूनी गतिविधियों को नियन्त्रित करने तथा कानून एवं शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा जारी की गई है । इसके तहत कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार के विस्फोटक पदार्थ, घातक सायनिक पदार्थ, आग्नेय शस्त्र जैसे रिवोल्वर, पिस्टल, राईफल, बन्दूक, एम.एल.गन एवं बी.एल.गन आदि एवं अन्य घातक हथियार जैसे गण्डासा, फर्सा, तलवार, भाला, कृपाण, चाकू, छुरी, बर्छी, गुप्ती, कटार, धारिया, बाघनख, जो किसी भी धातु का बना हो आदि तथा विधि की ओर से प्रतिबन्धित हथियार और मोटे घातक हथियार, लाठी आदि सार्वजनिक स्थानों पर धारण कर न तो घूमेगा, न ही प्रदर्शन करेगा और न ही प्रयोग करेगा।
         उन्होंने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से राजकीय ड्यूटी पर सैनिक बलों, राजस्थान सशस्त्र पुलिस, राजस्थान सिविल पुलिस, चुनाव ड्यूटी में तैनात सैनिक, अर्द्धसैनिक बल, होमगार्ड एवं चुनाव ड्यूटी में मतदान केन्द्रों में तैनात अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर लागू नहीं होगा। इसके अलावा वृद्ध, अपाहिज एवं बीमार व्यक्ति जो बिना लाठी के सहारे नहीं चल सकते है, लाठी का उपयोग चलने में सहारा लेने के लिए कर सकेंगे। वही सिख समुदाय के लोगां को धार्मिक परम्परा के अनुसार कृपाण धारण करने की छूट होगी।
 उन्होंने बताया कि बाड़मेर नगर परिषद क्षेत्र में बाड़मेर उपखंड अधिकारी एवं बालोतरा नगर परिषद क्षेत्र में बालोतरा उपखंड अधिकारी की पूर्वानुमति के बिना कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रयोजन के लिए जुलूस, रैली, सभा, धरना आदि का आयोजन नहीं करेगा। सक्षम अधिकारी की पूर्वानुमति के बिना ध्वनि विस्तारण यंत्र का प्रयोग नहीं करेगा। विशेष परिस्थितियों में ध्वनि विस्तारण यंत्र के उपयोग के लिए सक्षम अधिकारी की ओर से प्रातः 6 बजे से रात्रि 10 बजे तक दी जा सकेगी। किन्तु अनुमति इस प्रकार नहीं दी जाएगी कि जिससे यातायात व्यवस्था, लोक सुविधा एवं लोक शान्ति विक्षुब्ध हो, किन्तु यह प्रतिबन्ध बारात एवं शव यात्रा पर लागू नहीं होगा।
        उन्होंने बताया कि कोई भी व्यक्ति साम्प्रदायिक सद्भावना को ठेस पहुंचाने वाले तथा उत्तेजक नारे नहीं लगाएगा, न ही ऐसा कोई भाषण या उद्बोधन देगा और न ही ऐसे किसी पेम्पलेट, पोस्टर या अन्य प्रकार की चुनाव सामग्री छापेगा या छपवायेगा, न ही वितरण करेगा या वितरण करवायेगा और न ही एम्पलीफायर, रेडियो, टेप रिकार्डर, लाउडस्पीकर, ऑडियो- विडियो कैसेट, सीडी या अन्य किसी दृश्य-श्रव्य इलेक्ट्रोनिक साधनों या इन्टरनेट  एवं सोशल मीडिया के माध्यम से इस प्रकार का प्रचार-प्रसार करेगा अथवा करवायेगा और न ही ऐसे कृत्यों के लिए किसी को दुष्प्रेरित करेगा । इसी तरह किसी भी राजनीतिक दल, व्यक्ति के समर्थन या विरोध में निजी एवं सार्वजनिक, राजकीय सम्पतियों पर किसी भी तरह के नारे लेखन या चुनाव प्रतीकों का चित्रण नहीं करेगा और न ही किसी तरह के पोस्टर, होर्डिंग आदि लगायेगा और न ही सार्वजनिक व राजकीय सम्पतियों को विरूपित करेगा। उन्होंने बताया कि किसी भी सार्वजनिक स्थान पर मादक पदार्थो का सेवन नहीं करेगा, न ही अन्य किसी को सेवन करायेगा, न ही अन्य किसी को दुष्प्रेरित करेगा तथा अधिकृत विक्रेताओं के अलावा कोई भी व्यक्ति निजी उपयोग के अलावा अन्य उपयोग के लिए सार्वजनिक स्थलों में मदिरा लेकर आवागमन नहीं करेगा तथा सूखा दिवस पर मदिरा विक्रय पूर्णतः प्रतिबन्ध रहेगा। इसी तरह चुनाव प्रचार या प्रसार के लिए दस से अधिक वाहनों का काफिला (कॉन्वाय) नहीं रखेगा या चलायेगा । मंदिरों, मस्जिदों, गिरजाघरों, गुरूद्वारों या अन्य धार्मिक स्थानों का उपयोग चुनाव प्रचार मंच के रूप में नहीं किया जायेगा । मतदाताओं को वाहनों से मतदान केन्द्रों तक लाने-ले जाने पर पूर्णतः रोक रहेगी । कोई भी व्यक्ति मतदान दिवस के दिन मतदान केन्द्रों से 200 मीटर की परिधि के भीतर किसी भी तरह के मोबाइल फोन, सेलफोन, वायरलेस का उपयोग नहीं करेगा एवं न ही लेकर चलेगा। किन्तु यह प्रतिबंध चुनाव ड्यूटी पर कार्यरत कार्मिकों, अधिकारियों एवं पुलिस अधिकारियों तथा जवानों पर लागू नहीं होगा। राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से जारी आदर्श आचार संहिता का पूर्णतया पालन करना होगा । जिला मजिस्ट्रेट अंशदीप के मुताबिक निषेधाज्ञा की अवहेलना एवं उल्लंघन करने पर भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 188 के तहत दंडित किया जाएगा । यह आदेश 1 नवंबर को प्रात : 6 बजे से 27 नवंबर को रात्रि 12 बजे तक प्रभावी रहेगा।

शनिवार, 14 सितंबर 2019

बालोतरा दैनिक भास्कर के फोटो जर्नलिस्ट के साथ सरेराह असामाजिक तत्वों ने की मारपीट

बालोतरा दैनिक भास्कर के फोटो जर्नलिस्ट के साथ सरेराह असामाजिक तत्वों ने की मारपीट 

बालोतरा दैनिक भास्कर के फोटो जर्नलिस्ट सोहन माली के साथ सरेराह असामाजिक तत्वों ने की मारपीट। फोटो जर्नलिस्ट की पत्नी व बहन के साथ भी मारपीट व बदसलूकी। बालोतरा में बार-बार पत्रकारों के साथ की जा रही मारपीट व बदसलूकी के विरोध, आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई व पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करवाने की मांग को लेकर कल शनिवार दोपहर मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन उपखंड अधिकारी बालोतरा को इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट एशोसियेशन बालोतरा के बैनर तले सौंपा जाएगा। 

बुधवार, 12 जून 2019

बाडमेर वेदरलाई में युवक ने पेड़ पर फंदा लगा आत्महत्या की

बाडमेर वेदरलाई में युवक ने पेड़ पर फंदा लगा आत्महत्या की


बाडमेर बालोतरा उप खण्ड के वेदरलाई गांव के रहने वाले एक युवक ने गांव के पास खेत मेें पेड़ से फंदा लगाकर आत्महत्या कर दी। मृतक की पहचान वेदरलाई निवासी कांतिलाल भील पुत्र रामाराम भील उम्र 30 साल के रूप में हुई। दोपहर को खेत में पेड़ से लटके शव की सुचना पर ग्रामीण इखट्टा हो गए। सूचना पर पचपदरा पुलिस में मौके पर पहुंच जांच पड़ताल कर मृतक के परिजनों की मौजूदगी में शव को पेड़ से नीचे उतारा। आत्महत्या का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। मृतक के शव को पेड़ से उतार पोस्टमार्टम के लिए पचपदरा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया।

बुधवार, 22 अगस्त 2018

बालोतरा। मालाणी प्रेस क्लब ने वरिष्ठ पत्रकार दुर्गसिंह राजपुरोहित की गिरफ्तारी की निंदा, जल्द रिहा करने की मांग

बालोतरा। मालाणी प्रेस क्लब ने वरिष्ठ पत्रकार दुर्गसिंह राजपुरोहित की गिरफ्तारी की निंदा, जल्द रिहा करने की मांग

रिपोर्ट :- ओमप्रकाश सोनी / बालोतरा 

बालोतरा। मालाणी प्रेस क्लब सेवा संस्थान ने पत्रकार दुर्गसिंह राजपुरोहित की गिरफ्तारी को लेकर पेंशनर समाज कार्यालय में बैठक आयोजित कर निंदा की गई। अध्यक्ष जैसलसिंह खारवाल ने बताया की जो व्यक्ति कभी बिहार गया हीं नहीं और न परिवादी कभी बाड़मेर आया, यह सब कुछ जाहिर होते हुए भी बेवजह बिना सबूतों के लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला करने की साजिश रची गई है। निर्दोश पत्रकार दुर्गसिंह राजपुरोहित पर झूठा मुकदमा कर फंसाने की साजिश एक राजनीतिक षंडयंत्र है जिसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। सर्व समाज की समस्याओं को उजागर करने वाले मीडिया के लोगों को फंसाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। इस मौके पर कई समाजसेवी व बुद्धिजीवी संगठनों ने भी मीडिया के लोगों पर लगातार हो रहे झूठे मुकदमों की कठोर शब्दों में घोर निंदा की है। उन्होंने राजस्थान व बिहार सरकार से हस्तक्षेप कर राजपुरोहित को जल्द रिहा करने की भी मांग की है। 




इस अवसर पर शंकरलाल सलुंदिया, गुलाराम चंदाणी, शिक्षाविद् मोहनलाल गहलोत, मोतीलाल सैनी, इश्वरसिंह इंदा, अनिल वैष्णव, जितेंद्र खारवाल, सदाशिव सलुंदिया, ओमप्रकाश सोनी, सवाई सैन, जितेंद्र दवे, कैलाशपुरी गोस्वामी, भगाराम पंवार, शंकरलाल कच्छवाह, प्रवीण माली, मोहित दवे सहित कई प्रबुद्धजनों ने ऐसी घटनाओं पर विरोध जताया।



बुधवार, 15 मार्च 2017

बालोतरा फूल डोल महोत्सव में उमड़ा आस्था का ज्वार



बालोतरा फूल डोल महोत्सव में उमड़ा आस्था का ज्वार

गैर दलो के कलाकारों ने गैर नृत्य की प्रस्तुती देकर लोक संस्कृति की बिखेरी छटा

संत महात्माओ ने धर्म सभा में किया गो रक्षा का आव्हान

बालोतरा से ओमप्रकाश सोनी

ढोल की धमचक, थाली की टंकार और घुंघरुओं की रुनझुन के साथ नाचते गाते रंग बिरंगी पोशाकों से सुसज्जित गैर दलो के कलाकारों ने लोक नृत्य का ऐसा प्रदर्शन किया कि मानो आसमा को सुशोभित करने वाला सतरंगी इंद्रधनुस् जमी पर उतर आया हो। यह नजारा था बुधवार को ग्राम पंचायत लालाना के सडला नाडा मामाजी डूंगर सिंह जी, शैतान सिंह जी राठौड़ एवम् सुभद्रा माता धाम पर आयोजित फूलडोल महोत्सव का। मंदिर गादीपति भूराराम महाराज के सानिध्य में आयोजित फूलडोल महोत्सव के दौरान आस पास गावो से आये गैर दलों के कलाकारों ने ऐसा समां बंधा कि मेले में उपस्तिथ श्रद्धालु रोमांचित हो उठे।

मामाजी के मंदिर पर आयोजित मेले में श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला सुबह से ही आरम्भ हो गया जो देर शाम तक निर्बाध रूप से जारी रहा। श्रद्धालुओं ने मामाजी व् सुभद्रा माता के दर्शन पूजन कर सुख समृद्धि की कामना की तथा मेले में लगे हाट बाजार में जमकर खरीददारी की। इस अवसर पर कांग्रेस सेवादल के मंत्री हुकम सिंह अजित, पूर्व सरपंच हेमाराम चोधरी, भवरसिंह जेठन्त्री, पहाड़सिंह, करणसिंह फौजी, मगाराम टेड़ा, खीमाराम करड, हनुमानराम काग, शम्बूसिंह सोनगरा, नारायण सिंह सोनगरा, मांगीलाल रातडा, राजुगिरि, गुलाब गिरी, कानाराम साईं, किशनाराम काग, मगाराम फक, मूलाराम धुणीया सहित हजारो की संख्या में महिला पुरुष, ग्रामीण मौजूद रहे।

गैर नृत्य की मची धमचक-

मंदिर में आयोजित फूलडोल उत्सव में मंगला, उमरलाइ, जेठन्त्री, खाखरलाइ तथा कनाना, पारलू के आंगी बंगी गैर दलों ने उमंग से भाग लिया। ढोल की धमक, थाली की टंकार और डंडियों की खनक, घुंघरुओं की रुनझुन के साथ गैर नृतक ऐसे थिरके कि मानो प्रदेश की लोक कला और संस्कृति मेले में उतर आई।

धर्म, गौ रक्षा के लिए आगे आने का किया आव्हान-

महोत्सव के दौरान महा मंडलेश्वर निर्मल दास महाराज, महा मंडलेश्वर नरसिंग दास महाराज, मठ उमरलाइ के श्री महंत रामानंद सरस्वती, भोपजी भेराराम लादुनगर, कनाना महंत परशुराम गिरी, झुम्पा मठ मृत्युंजय पूरी, धजा जाल के महंत मंगलगिरी और आंकड़ीया महादेव के सोम गिरी ,भोपाजी रूपाराम चोधरी ,भोपजी रूपराम फक, मेली, कोटवाल गणेशाराम देवासी का सानिध्य मिला। साधू संतो ने धर्म सभा में धर्म की रक्षा सहित गो रक्षा के लिए आगे आने का आव्हान किया।

सोमवार, 2 जनवरी 2017

बालोतरा नाहटा अस्पताल के पालने में मिली नवजात



बालोतरा 
नाहटा अस्पताल के पालने में मिली नवजात

बालोतरा

कुछ समय पूर्व जिले के चोहटन व् समदड़ी में नवजात को कड़कड़ाती ठण्ड में खुले में डालने के मामले सामने आये थे। उसके बाद पुलिस द्वारा ऐसे मामलो को रोकने के लिए अपनाई गयी सख्ती का असर आज देखने को मिला। राजकीय नाहटा अस्पताल के बाहर लगे पालना गृह में रविवार की रात को एक नवजात बालिका को आश्रय मिला। देर रात करीब एक बजे नाहटा अस्पताल के बाहर बने पालना गृह से किलकारी गूंजी तो समस्त स्टाफ पालना गृह की और दौड़ पड़े। पालना गृह में एक नवजात रोती हुई मिली। नाहटा अस्पताल के स्टाफ ने तुरंत बालिका का बेबी नर्सरी लाया और उसका स्वास्थय परिक्षण कर जरुरी इलाज किया। अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर कमल मूंदड़ा ने नवजात को जरुरी इलाज दिया। नवजात पर अस्पताल के समस्त कार्मिको ने लाड़ व् प्यार की झड़ी लगा दी। बाद में सोमवार को नवजात को जोधपुर के पालना गृह में भेज दिया गया।

काम आई अस्पताल की सार्थक पहल-

राजकीय नाहटा अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर बलराज सिंह ने पहल कर अस्पताल के बाहर पालना गृह स्थापित करवाया है। इस पालना गृह में कोई भी अनचाहे नवजात को छोड़ सकता है। डॉक्टर बलराज सिंह की पहल से एक नवजात को जीवन मिल गया।

बुधवार, 9 नवंबर 2016

बालोतरा वाहन चोरों का पर्दाफाष करने मे सफलता, दो आरोपी गिरफ्तार चोरी गया वाहन बरामद व घटना मे प्रयुक्त वाहन जब्त

 बालोतरा वाहन चोरों का पर्दाफाष करने मे सफलता, दो आरोपी गिरफ्तार चोरी गया वाहन बरामद व घटना मे प्रयुक्त वाहन जब्त

कस्बा बालोतरा में बढ रही वाहन चोरी की वारदातों पर अंकुश लगाने एवं संदिग्ध वाहन चोर गिरोह की धरपकड़ हेतु डाॅ.गगनदीप सिंगला, पुलिस अधीक्षक द्वारा चलाये जा रहे अभियान के तहत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बालोतरा व वृताधिकारी बालोतरा के निर्देशन में थानाधिकारी पुष्पेन्द्र वर्मा के नेतृत्व में गठित टीम श्री शेराराम सण्उण्निण्ए कानिण् खंगाररामए गेनारामए मांगीलाल व कम्प्युटर ओपरेटर उदयसिंह द्वारा अथक प्रयास कर संदिग्ध वाहन चोर गिरोह पर लगातार कड़ी नजर रखते हुए मुलजिम महेन्द्रसिंह पुत्र भैरूसिंह जाति राजपुत उम्र 21 वर्ष निवासी भालु कलांए पुलिस थाना शेरगढ व रतनसिंह पुत्र पदमसिंह जाति राजपुत उम्र 22 वर्ष निवासी मेहरीयाए पुलिस थाना शेरगढ को दस्तयाब कर गहनता पूर्वक पुछताछ की गई तो मुलजिमानों द्वारा कस्बा बालोतरा से एक पिकअप गाड़ी चोरी करना स्वीकार किया। जिस पर मुलजिमान के कब्जा से पुलिस थाना बालोतरा के प्रकरण संख्या 403ध्2016 में चोरी की गई पिकअप व वारदात में प्रयुक्त केम्पर गाड़ी को बरामद करने में सफलता प्राप्त की गई। मुलजिमान से पुछताछ जारी हैए जिनसे और वाहन चोरी की वारदात खुलने की सम्भावना है।




गुरुवार, 1 सितंबर 2016

बालोतरा मिनी रामदेवरा बिठूजा धाम भी है आस्था का कुंभबाबा दूज को होगा भव्य मेल

बालोतरा मिनी रामदेवरा बिठूजा धाम भी है आस्था का कुंभबाबा दूज को होगा भव्य मेल

ओमप्रकाश सोनी, बालोतरा।
बालोतरा उपखंड के लूणी नदी के किनारे बिठूजा गांव में जैसलमेर जिले के रुणिचा में स्थित रामदेवरा धाम के जैसा ही चमत्कारिक व् आस्था का कुंभ रामदेवरा धाम स्थित है। बिठूजा में स्थित बाबा रामदेव धाम को प्रदेश में मिनी रामदेवरा के नाम से जाना जाता है। यहाँ पर रुणिचा धाम की तर्ज पर ही भव्य मंदिर है। किवदंतियों के अनुसार द्वारिका से रामदेवरा लोटते समय स्वयं बाबा रामदेव में बिठूजा में मूर्ति की स्थापना की थी। उसके बाद से यह तीर्थ आस्था का प्रतिक बन गया और कालान्तर में मिनी रामदेवरा में रुणिचा धाम की तरह से आस्था और श्रद्धा का कुंभ उमड़ता है। साथ ही यह भी मान्यता है कि रुणिचा में दर्शन करने के बाद बिठूजा धाम में दर्शन करने के बाद ही रामदेवरा की पूजा अर्चना पूरी होती है। इसलिए देश के कोने कोने से रामदेवरा जाने वाले श्रद्धालु बिठूजा धाम में भी दर्शन के लिए आते है। बिठूजा रामदेवरा धाम में वर्ष भर श्रद्धालुओं की रेलमपेल रहती है। यह धाम भी रुणिचा की तरह ही चमत्कारिक है।

पैदल जातरुओं की उमड़ रही भीड़-

मिनी रामदेवरा बिठूजा धाम में इन दिनों महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रदेश सहित पश्चिमी राजस्थान से रामदेवरा जाने वाले पैदल जातरुओं की भीड़ उमड़ रही है। यहाँ पर पैदल यात्रियों के लिए सभी प्रकार की सुविधाए वर्ष भर रहती है।

बाबा दूज को होगा मुख्य मेला-

बाबा रामदेव मंदिर बिठूजा धाम पर शनिवार को रामसा पीर की अवतरण तिथि पर वार्षिक मेले का आयोजन होगा। वार्षिक मेले में संभाग भर से हजारो श्रद्धालू भाग लेंगे। भक्त भेरूलाल डागा ने बताया कि बाबा रामदेव जी की विश्राम स्थली बिठूजा धाम पर भादवा शुक्ला द्वितीया शनिवार को मुख्य मेले का आयोजन होगा। बाबा दूज के मेंले में क्षेत्र से दर्जनों पैदल जत्थे बाबा के दरबार में आएंगे। मेले में मंदिर के बाहर हाट बाजार भी लगेंगे। दूज के अवसर पर अलसुबह बाबा की प्रतिमा को पंचामृत से नहला कर 108 दीपको की महाआरती के साथ मेले का विधवत आगाज होगा। मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मंदिर ट्रस्ट की और से विशेष प्रबंध किये गये है। बिठूजा धाम सेवा समिति के कार्यकर्त्ता राजू भाई डागा, पी राजेश जैन,जीतेन्द्र लुंकड,शंकरराम चोधरी आदि सेवाओ में जुटे हुए है।

किटनोद-बिठुजा धाम के बीच रास्ता छतिग्रस्त-

सिवाना से वाया किटनोद गांव से बिठूजा धाम आने वाला सड़क मार्ग छतिग्रस्त होने से इस मार्ग से रामदेवरा जाने वाले पैदल यात्रिओ को परेशानियो का सामना करना पड़ रहा है।

अस्थाई सड़क मार्ग से जाना होगा बिठूजा-

लूणी नदी में पानी के बहने से बालोतरा से बिठूजा जाने वाला सड़क मार्ग बंद है। इस कारण बिठूजा जाने वाले पैदल जातरुओं को संकरना बेरे से सौर ऊर्जा प्लांट के पास से होते हुए बिठूजा जाना होगा

बुधवार, 22 जून 2016

बालोतरा.उपद्रव मामले में नहीं मिली पूर्व विधायक को जमानत...तो रहना पड़ेगा जेल में



बालोतरा.उपद्रव मामले में नहीं मिली पूर्व विधायक को जमानत...तो रहना पड़ेगा जेल में


पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमला और सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में न्यायिक हिरासत में चल रहे पचपदरा के पूर्व विधायक मदन प्रजापत को मंगलवार को भी जमानत नहीं मिल पाई। न्यायिक मजिस्ट्रेट ने पूर्व विधायक, नगर परिषद उप सभापति राधेश्याम माली सहित पांच आरोपितों के जमानत प्रार्थना-पत्र अस्वीकार कर दिए। संभवत: अब बुधवार को जिला एवं सेशन न्यायालय में जमानत प्रार्थना-पत्र पेश किया जाएगा। यहां भी जमानत नहीं मिली तो पूर्व विधायक को उच्च न्यायालय की शरण लेनी पड़ सकती है।

यूं चला दलीलों का तौर

न्यायिक हिरासत में चल रहे पूर्व विधायक मदन प्रजापत की जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान उनके अधिवक्ता विजयसिंह राठौड़ ने दलील देते हुए कहा कि घटना के दौरान पूर्व विधायक पुलिस कस्टडी में था, ऐसे में पुलिस पर जानलेवा हमला करना या सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाना संभव ही नहीं है। आक्रोशित भीड़ ने हमला किया है, इसमें अभियुक्त का कोई सरोकार नहीं है। इसलिए अभियुक्त को जमानत पर रिहा किया जाए। लोक अभियोजक सुधा त्यागी ने इसका विरोध करते हुए कहा कि मामले में अनुसंधान जारी है। गंभीर मामला होने से अभियुक्त को जमानत पर रिहा करना सही नहीं है। दोनों पक्षों के तर्क सुनने के बाद न्यायिक मजिस्टे्रट बालोतरा अंबिका सोलंकी ने जमानत प्रार्थना-पत्र खारिज करने के आदेश दिए।

इनकी भी याचिका खारिज

पुलिस पर जानलेवा हमले व सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने के मामले में ही न्यायिक हिरासत में चल रहे उप सभापति राधेश्याम माली सहित नेमाराम प्रजापत निवासी मूंगड़ा, रामचंद्र प्रजापत निवासी जसोल व राजू ब्राह्मण निवासी जबरदस्त हनुमान मंदिर बालोतरा की जमानत याचिका भी न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश की गई, जिसे न्यायाधीश ने खारिज कर दिया।

...तो रहना पड़ेगा जेल में

सूत्रों के अनुसार बुधवार को जिला एवं सेशन न्यायालय बालोतरा में पूर्व विधायक की जमानत याचिका पेश की जाएगी। यहां से पूर्व विधायक को राहत नहीं मिलती है तो उन्हें उच्च न्यायालय की शरण लेनी पड़ेगी। जानकारी के अनुसार उच्च न्यायालय में याचिका की सुनवाई का नंबर आने में करीब एक सप्ताह लग जाता है। ऐसे में जिला एवं सेशन न्यायालय में याचिका खारिज हो जाती है तो पूर्व विधायक को करीब एक सप्ताह तक और जेल में रहना पड़ सकता है।

बाड़मेर जेल में हैं प्रजापत

रीको में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के विरोध में उतरे पूर्व विधायक मदन प्रजापत ने 14 जून को क्षेत्रीय प्रबंधक प्रवीण कुमार गुप्ता को प्रशासन व पुलिस की मौजूदगी में थप्पड़ जड़ दिया था। इसके बाद क्षेत्रीय प्रबंधक की रिपोर्ट पर पूर्व विधायक के खिलाफ राजकार्य में बाधा व धक्का-मुक्की करने का मामला दर्ज हुआ। इस पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मामले को झूठा बताते हुए 16 जून को हनुमंत भवन के आगे धरना दिया। इस दौरान पुलिस की ओर से पूर्व विधायक को गिरफ्तार करने पर उनके समर्थक गुस्सा गए और उन्होंने पुलिस पर पथराव कर दिया था।

इसके बाद 17 जून को पूर्व विधायक को न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया, जहां से इन्हें 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया। इस मामले में 18 जून को अपर जिला एवं सेशन न्यायालय बाड़मेर ने उन्हें जमानत दी, लेकिन पुलिस ने जमानत की तस्दीक से पहले ही उपद्रव फैलाने व सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने के दर्ज मामले में पूर्व विधायक को बाड़मेर जेल से ही प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर लिया।

इसके बाद 19 जून को बालोतरा न्यायाधीश के अवकाश पर होने से प्रजापत को चौहटन में न्यायाधीश के घर पेश किया, जहां से वे 1 जुलाई तक न्यायिक अभिरक्षा में चल रहे हैं। इस मामले में पूर्व विधायक की ओर से सोमवार को ही बालोतरा कोर्ट में जमानत याचिका पेश कर दी गई, लेकिन अनुसंधान पत्रावली (केस डायरी) अन्य कोर्ट में होने की वजह से सुनवाई नहीं हो पाई थी।

मंगलवार, 14 जून 2016

बालोतरा.पूर्व विधायक ने रीको अधिकारी को जड़ा थप्पड़, देखकर पुलिस रह गई सन्न



बालोतरा.पूर्व विधायक ने रीको अधिकारी को जड़ा थप्पड़, देखकर पुलिस रह गई सन्न


बाड़मेर जिले के बालोतरा शहर स्थित औद्योगिक क्षेत्र में मंगलवार को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान पचपदरा के पूर्व कांग्रेसी विधायक मदन प्रजापत ने रीको के क्षेत्रीय अधिकारी (आरएम) प्रवीण कुमार गुप्ता को थप्पड़ जड़ दिया। अचानक हुई इस घटना के बाद एकबारगी आस-पास खड़े पुलिस-प्रशासन के अधिकारी और लोग सन्न रह गए। वहीं मामला बढ़ता देख यहां अतिरिक्त पुलिस जाब्ता बुलाया गया और इसके बाद भी कार्रवाई जारी रही। इस संबंध में रिको आरएम ने थाने में पूर्व विधायक के विरुद्ध रिपोर्ट दी है।




जानकारी के अनुसार औद्योगिक क्षेत्र के मार्गों में बढ़ रहे अस्थायी अतिक्रमणों के मामले में जिला कलक्टर के निर्देश पर रीको ने स्थानीय उपखंड प्रशासन और पुलिस के सहयोग से 10 जून को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की थी। तब प्रथम चरण में कार्रवाई कर शेष अतिक्रमियों को जल्द अपने कब्जे हटाने की चेतावनी दी गई। इसके बाद मंगलवार सुबह रीको की टीम पुलिस-प्रशासन के साथ एक बार फिर से यहां पहुंची और अतिक्रमण तोडऩे लगी।




इसी दौरान यहां पूर्व विधायक प्रजापत आ गए और कार्रवाई को गरीब विरोधी बताते हुए इसे रोकने की मांग करने लगे। सुबह करीब 9:45 बजे एक केबिन को हटाने के मामले में अचानक विधायक तैश में आ गए और उन्हें यहां खड़े रीको आरएम गुप्ता के थप्पड़ जड़ दिया। तभी पास में खड़े बालोतरा थानाधिकारी गौरव अमरावत ने प्रजापत का हाथ पकड़ लिया और उन्हें खींचकर एक तरफ ले गए। इसके बाद कार्रवाई फिर से शुरू हुई तो फिर से प्रजापत ने विरोध शुरू कर दिया। इस दौरान उन्होंने एक जगह सडक़ पर बैठ धरना दिया तो उनके कई समर्थक भी साथ हो लिए।




तनाव बढ़ता देख यहां मौजूद उपखंड अधिकारी उदयभानु चारण और पुलिस उप अधीक्षक राजेश माथुर ने आस-पास के थानों से अतिरिक्त जाब्ता मंगवाया। इसके बाद कार्रवाई जारी रखी। इधर, इस मामले को लेकर रीको आरएम प्रवीण कुमार गुप्ता ने थाने में पूर्व विधायक के विरुद्ध रिपोर्ट पेश कर कार्रवाई की मांग की है।

रविवार, 12 जून 2016

बालोतरा री सर्जन्ट राजस्थान में जिले के खनिजो पर आधारित प्लांट लगवाने की मांग



बालोतरा री सर्जन्ट राजस्थान में जिले के खनिजो पर आधारित प्लांट लगवाने की मांग

ओम प्रकाश सोनी 

नगर परिषद् के प्रतिपक्ष नेता मदन चोपड़ा ने मुख्य मंत्री को पत्र भेजकर जिले में निकलने वाले खनिज तत्वों पर आधारित व्यवसायों को प्राथमिकता देने का आवहान किया है। मदन चोपड़ा ने मुख्य मंत्री को री सर्जेंट राजस्थान के लिए सुभ कामनाए देते हुए जिले में निकलने वाले खनिजो पर आधारित उध्यमो को प्रोत्साहन दिलवाने की मांग की है। उन्होंने पत्र में बताया कि बाड़मेर जिले की धरती पर पेट्रोल,गैस,जिप्सम,मुल्तानी मिटटी, चारोली मिटटी सहित ग्रेनाइट के भंडार है। चोपड़ा ने बताया कि इन खनिजो पर आधारित उद्योग व् सीमेंट प्लांट लगाने के लिए प्रेरित किया जाय तो क्षेत्र के लोगो को रोजगार मिलेगा और व्यापर को नई दिशा मिलेगी।

मदन चोपड़ा ने पचपदरा के नमक उद्योग को भी जीवित रखने के लिए निवेशकों को प्रेरित करने की मांग की। थोब इलाके में मिलने वाले चारोली मिटटी का भी सीमेंट प्लांट में उपयोग हो सकता है।

मदन चोपड़ा ने जिले में निकलने वाले इन खनिजो पर आधारित इंडस्ट्रीज लगवाने के लिए निवेशकों को री सर्जन्ट राजस्थान प्रोजेक्ट के तहत प्रेरित करने का आव्हान किया है।

बुधवार, 14 अक्टूबर 2015

बाड़मेर - सरंक्षण के लिये तरसती पुरा धरोहरे








बाड़मेर - सरंक्षण के लिये तरसती पुरा धरोहरे

पुरातत्व विभाग कर रहा सोतेला व्यवहार चोरी हो रही प्राचीन मुर्तियाां



  ओम प्रकाष सोनी

बालोतरा। निकटवर्ती समदड़ी तहसिल के सिलोर, बामसीन, देवलियाली सहित आस

पास के करीब आधे दर्जन गांवो में उजाड़ में सन्नाटे ओर हवाओ के थपेड़ो को

सहती सैकड़ो बर्षो पुरानी धरोहरे ओर प्राचीन मुर्तियां तथा शिलालेख

संरक्षण के इंतजार में है ओर बदहाली पर आंसु बहा रहे है।

लुणी नदी के किनारे बसे इन ईलाको में पग पग पर चारो ओर पुरा धरोहर व

सदियो पुरानी मुर्तियां बिखरी पड़ी है। प्राचीन धरोहर को सहेजने के लिये

राजस्थान सरकार ने बीते बीस वर्षो में कोई कदम नही उठाया है। वीराने ने

सरंक्षण को तरस रही प्राचीन धरोहर चोरो के निशाने पर भी है। वर्ष 2007 के

बाद से इस ईलाके में से चालीस से पचास प्राचीन मुर्तियां गायब हो चुकी

है। सिलोर गांव के निवासी ओर इतिहासकार राजेन्द्र सिंह सोढा“मान” बताते

है कि सिलोर ओर आस पास के गांवो में खुदाई से निकली मुर्तियां करीब छठी

सदी के आस पास के काल की है। मान बताते है कि लंबे समय से आस पास के

दर्जनो गांवो में अति प्राचीन धरोहरे बदहाली पर आंसु बहा रही है पर सरकार

की ओर से इस अमुल्य धरोहरो को बचाने ओर संरक्षण देने के लिये कोई खास

प्रयास नही किये जा रहे है। सरंक्षण के अभाव में बेशकीमती मुर्तियां चोरी

हो रही है। मान ने कहां कि सन 2008 में समाचार पत्रो ओर टीवी मीडियां में

खबरे आने के बाद माननीय हाई कोर्ट नं स्व प्रसंज्ञान लेते हुये पुरातत्व

विभाग को तलब कर प्राचीन धरोहरो को सहेजने के कड़े निर्देश दिये थे।

पुरातत्व विभाग ने प्राचीन धरोहरो के सहेजने के हाई कोर्ट के निर्देशो को

भी धता बताते हुये खाना पुर्ती कर दी थी। लंबे समय से क्षेत्र की प्रचीन

धरोहरो को सहेजने के लिये इस क्षेत्र में म्युजियम की मांग भी ग्रामीण

सरकार से कर रहे है पर सरकार की नींद नही टूट रही है। राजेन्द्रसिंह सोढा

मान ने बताया कि प्राचीन धरोहरो के संरक्षण के लिये कोई कदम नही उठाये

गये तो हमारी पुरा सम्प्दा बाहर के देशो की शान बन जायेगी। मान ने बताया

कि पुरा सम्पदा को सहजने को लेकर सरकार के उपेक्षापुर्ण रवेये से

इतिहासकारो ओर पुरा समप्दा को सहेजने मे जुटे लोगो में रोष व्याप्त है।

रविवार, 23 मार्च 2014

'अस्तित्व खो रहा तिलवाड़ा पशु मेला'




बालोतरा सा'ब मेळा रो पूरो ही मटीयामेट हो ग्यो है, अठे बरसों सूं आवों हो पर अबे कसम खावों के अगली बार आवों तो राम दुहाई...ये पीड़ा है विश्व विख्यात श्रीमल्लीनाथ तिलवाड़ा अश्व मेले में पहुंचे पशुपालकों की। प्रशासनिक उपेक्षा के चलते साल दर साल यह मेला अपना अस्तित्व खोने लगा है। जहां पहले इस मेले में पूरे देशभर से पशुपालक पहुंचते थे और विदेशों से भी पर्यटक उम्दा नस्ल के अश्व खरीदने व देखने पहुंचते थे। अब अव्यवस्थाओं के चलते मेला एक चौथाई ही नहीं भरता। दशकों से आ रहे कई पशुपालक पहुंचते हैं, उनकी इतनी बुरी गत होती है कि वे कसम खाते हैं कि अगली बार नहीं आएंगे। मेले में अब तक करीब पांच सौ पशु व सैकड़ों पशुपालक पहुंच चुके है। रविवार से पशु पालन विभाग की ओर से यहां चौकियां स्थापित की जाएगी और 27 मार्च को झंडारोहण होगा।    शनिवार को मेले में पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया तो पशुपालकों की दयनीय स्थिति सामने आई।

पशुपालक खरीदते हैं दो रुपए लीटर पानी : 

करीब दो दशकों से हर बार मेले में आने वाले पाली जिले से यहां पहुंचे पशुपालक काजीखां कहते हैं पशुपालन विभाग की ओर से अभी तक कोई व्यवस्था नहीं की गई है। हमे 50 लीटर का जरीकेन यहां एक सौ रुपए में खरीदकर खुद की व पशुओं की प्यास बुझानी पड़ रही है। ऐसे में मेला बहुत ही महंगा साबित हो रहा है। मेलों की ऐसी बुरी गत के चलते अब तो पशुपालन से ही मोहभंग होने लगा है।
तावड़े तपों हों, पाणी ने तरस ग्या
पाली के पास ही रावलसा से आए जसराज पुरोहित तो जैसे बिफर ही गए। पुरोहित यहां 22 वर्षों से आ रहे हैं। वे कहते हैं, हर साल अव्यवस्थाएं बढ़ ही रही है। सरकार एक तरफ पशुपालकों को बढ़ावा देने की बात करती है और यहां तो परेशान किया जा रहा है। पुरोहित कहते हैं न पानी की व्यवस्था है और न ही चारे की। जबकि पहले रियायती दरों पर चारा मिलता था, बकायदा बिजली-पानी की व्यवस्था रहती थी।
कब कोई लूट ले : मेड़ता से आए किशनाजी प्रजापत तो दो दिन पूर्व मेले में हुई जहरखुरानी की घटना से घबराए हुए हैं। वे कहते हैं मेले में चल एटीएम लगाने की मांग हर बार उठती है, पर कोई सुनवाई नहीं हो रही। पशुपालन विभाग के अधिकारी गौर ही नहीं करते। यदि जिम्मेदार विभाग किसी बैंक से बात करे तो यहां चल एटीएम की व्यवस्था आराम से हो जाए।
वे कहते हैं यहां हर पशु व्यापारी खरीद-फरोख्त के लिए आता है तो लाजमी है लाखों रुपए पास में होते हैं। ऐसे में हर वर्ष यहां जहरखुरानी की घटनाएं बढ़ गई है। इससे गरीब पशु पालक तो लुटता ही है, किसी की जान तक जा सकती है।

पानी के कार्यादेश हो गए हैं, रियायती दर पर चारा
॥पानी सप्लाई के कार्यादेश आज ही हुए हैं। शाम को पानी के टैंकर पहुंचा दिए थे। रियायती दर पर चारे के लिए को-ऑपरेटिव सोसायटी व्यवस्था करती है, इसके लिए कल ही बात करेंगे।
बीआर जेदिया,
जिला पशुपालन अधिकारी, बाड़मेर

सोमवार, 6 जनवरी 2014

बालोतरा रंग रेलिया मनाते हुए रंगे हाथो पकड़े जाने का मामला



बालोतरा। शहर के रबारियो के टांके इलाके में रविवार की शाम को एक निजी स्कूल में लडक़े ओर लड़कियो के रंग रेलिया मनाते हुए रंगे हाथो पकड़े जाने का मामला सामने आया हैं। जानकारी के अनुसार स्कूल के पड़ोसियो की इत्तिला पर पुलिस मोके पर पहुची ओर कमरे में बंद लडक़े ओर लडक़ी को थाने लाया। जानकारी के अनुसार पकड़े गये लडक़ो में स्कूल संचालक का लडक़ा ओर एक पुलिस कार्मिक का रिश्तेदार भी शामिल हैं। खबर लिखे जाने तक थाने में मामले को लेकर रिर्पोट दर्ज नही हुुई थी।

मंगलवार, 23 जुलाई 2013

foto...विश्वविख्यात जैन तीर्थ श्री नाकोडा तीर्थ

प्राचीन स्थापत्य एवं शिल्पकला कृतियों के बेजोड़ नमूनों, , से परिपूर्ण विश्वविख्यात जैन तीर्थ श्री नाकोडा तीर्थ



चन्दन सिंह भाटी
बाड़मेर राजस्थान के पश्चिमी क्षेत्र के बाड़मेर जिले के बालोतरा औद्योगिक कस्बे से १२ किलोमीटर दूर पर्वतीय श्रृंखलाओं के मध्य प्राकृतिक नयनाभिराम दृश्यों, प्राचीन स्थापत्य एवं शिल्पकला कृतियों के बेजोड़ नमूनों, आधुनिक साज सज्जा से परिपूर्ण विश्वविख्यात जैन तीर्थ श्री नाकोड़ा पार्श्वनाथ आया हुआ है। राजस्थान का इतिहास अपने त्याग, बलिदान, देशभक्ति एवं शूरवीरता के लिए जगत में स्थान बनाए हुए है। इस प्रदेश के साहित्य, शिल्प एवं स्थापत्य कला में जैन धर्मावलंबियों का विशेष योगदान रहा है। प्रत्येक क्षेत्र में सूक्ष्म शिल्पकलाकृतियों, गगनचुंबी इमारतों के रूप में अनेक जैन तीर्थ स्थल बने हुए हैं। इन धार्मिक श्रृंखलाओं में कड़ी जोड़ने वाला श्वेतांबर जैन तीर्थ नाकोड़ा पार्श्वनाथ आज प्राचीन वैभव सुंदर शिल्पकला, दानदाताओं की उदारता, ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, त्याग मुनिवरों का प्रेरणा केंद्र, तपस्वियों की साधना भूमि, पुरातत्व विशेषज्ञों की जिज्ञासा स्थल, जैनाचार्यों द्वारा उपदेश देकर निर्मित अनेक जैन बिम्ब, सैकड़ाें प्राचीन एवं नवनिर्मित जिन प्रतिमाओं का संग्रहालय, पार्श्व प्रभु के जन्म कल्याणक मेले की पुण्य भूमि आज आधुनिक वातावरण से परिपूर्ण देश का गौरव बनी हुई है, साथ ही जन-जन की आस्था के रूप में विख्यात है। तीर्थ के अधिष्ठापक देव भैरुजी के अद्भुत चमत्कारों व मनोवांछित फल प्रदायक से देश के कोने-कोने से श्रद्धालुओं का हजारों की संख्या में आवागमन होता है। ऐतिहासिक नाकोड़ा स्थल का प्राचीन इतिहास से गहरा संबंध है। वि. स. ३ में इस स्थान के उदय होने का आभास मिलता है, यद्यपि इस संबंध में कोई प्रत्यक्ष प्रमाण उपलब्ध नहीं है, फिर भी कुछ प्रचीन गीतों, भजनों एवं चारण, भाटों की जनश्रुति के अनुसार वीरमदेव एवं नाकोरसेन दोनों बंधुओं ने क्रमशः वीरमपुर, वीरपुर एवं नाकार नगरों की स्थापना की थी। आचार्य एयुलि भद्रसुरि की निश्रा में वीरमपुर में श्री भगवान चंद्रप्रभु की एवं नाकार में सुविधिनाथ की जिन प्रतिमाओं की प्रतिष्ठा करवाई गई थी। नाकोड़ा तीर्थ के मुख्य भगवान पार्श्वनाथ मंदिर का विशाल शिखर है तथा आजू-बाजू दो छोटे शिखर हैं। मंदिर में मूल गंभारा, गूढ मंडप, सभा मंडप, नवचौकी, श्रृंगार चौकी और झरोखे बने हुए हैं, जो देखने में साधारण से हैं उन्हें संगमरमर पाषाणों की बारीक शिल्पकलाकृतियों से सजाा गया है। मंदिर में तीर्थोंद्धारक खतरगच्छ आचार्य कीर्तिरत्न सुरिजी की पीत्त पाषाण की प्रतिमा विराजमान है, जिस पर सं. १३५६ का शिलालेख विद्यमान है, इनके ठीक सामने तीर्थ के अधिष्ठायक देव भैरुजी की मनमोहक आकर्षक प्रतिमा प्रतिष्ठित है , जिनके चमत्कारों से इस तीर्थ की दिनोंदिन ख्याति हो रही है। मंदिर में निर्माण संबंधित शिलालेख सं. १६३८, १६६७, १६८२, १८६४ एवं १८६५ के भी मौजूद हैं। मुख्य मंदिर के पीछे ऊंचाई पर प्रथम तीर्थंकर आदेश्वर भगवान का शिल्पकलाकृतियों का खजाना लिए हुए मंदिर विद्यमान है। इस मंदिर का निर्माण वीरमपुर के सेठ मालाशाह की बहिन लाछीबाई ने करवाकर इसकी प्रतिष्ठा सं. १५१२ में करवाई। उस समय इस मंदिर में विमलनाथ स्वामी की प्रतिमा थी, लेकिन अब मूलनायक के रूप में श्वेत पाषाण की राजा संप्रति के काल में बी ऋषभदेव भगवान की प्रतिमा विराजमान है।
मंदिर के विशाल शिखर व खंभों पर विभिन्न आकृतियों की सुंदर प्रतिमाएं शिल्पकला के बेजोड़ नमूने को श्रद्धालु घंटों तक निहारने के बावजूद थकान महसूस नहीं करते। इसके समीप भारत पाक विभाजन के समय सिधु प्रदेश के हानानगर से आई प्रतिमाओं का भव्य चौमुखा मंदिर कांच की कारीगरी का बेजोड़ नमूना है। तीर्थ का तीसरा मुख्य मंदिर १६ वें तीर्थंकर भगवान शांतिनाथजी का है, जिसका निर्माण सुखमालीसी गांव के सेठ मालाशाह संखलेचा ने अपनी माता की इच्छा पर करवाया। मंदिर के खंभों पर आबू व देलवाड़ा के मंदिरों की कारीगरी का आभास मिलता है। सूरजपोल में प्रवेश करते ही बाईं ओर सफेद संगमरमर की बारीक नक्काशीदार सीढ़यों से मंदिर का मुख्य मार्ग है तथा मंदिर के मुख्य मार्ग पर कलात्मक पटवों की हवेली जैसलमेर जैसे झरोखे बनाए हुए हैं। इस मंदिर की प्रतिष्ठा वि.स. १५१८ में गुरुदेव श्री जिनदत्त सूरि म. सा. ने एक बड़े महोत्सव में करवाई। मंदिर के प्रवेश द्वार बारीक नक्काशीदार के ठीक ऊपर श्रृंगार चौकी बनी हुई है जहां पीत पाषाण से निर्मित देव पुतलिकाएं विभिन्न वाद्य यंत्रों, नृत्य मुद्राओं के साथ संगीतमय उत्सव की झांकी प्रस्तुत करती हैं। इसी के पास नवचौकी के नीचे ही एक पीत पाषाण पर बारीकी कलाकृतिाें के बीच लक्ष्मीदेवी की मूर्ति उत्कीर्ण है। मंदिर के मूल गंभारे में भगवान शांतिनाथ की ३४ इंच प्रतिमा के दाईं ओर भगवान सुपार्श्वनाथजी की २७ इंच व बाईं ओर भगवान चंद्रप्रभुजी की २७ इंच प्रतिमा विराजमान है, जहां की उत्कृष्ट स्थापत्य कला को निहारते हुए सभी पुलकित हो उठते हैं। मूल गंभारे के बाईं ओर गोखले (आलेय) में दादा जिनदत्तसूरिजी विराजमान हैं, जिनकी निश्रा में इस मंदिर की प्रतिष्ठा हुई थी। ऐसे यशस्वी दादा गुरुदेव के पावन पागलिये बाईं ओर के गोखले में सफेद संगमरमर पर स्वर्ण निर्मित हैं। इन प्रतिमाओं एवं पगलियों की प्रतिष्ठा २००८ में दादा जिनदत्त सूरिजी म.सा. ने करवाई थी। मंदिर के पिछवाड़े में श्रीपाल मेयनासुंदरी भव्य अनुपम चौमुखा मंदिर है। इसके आगे चलने पर श्रृंखलाबद्ध खंभों की कतार के मध्य विविध चित्रों के माध्यम से भगवान शांतिनाथजी के १२ भवों के पठों को कलात्मक चित्रों द्वारा उल्लेखित किया गया है। सूरजपोल के बाहर एक ओर महावीर स्मृति भवन स्थित है, जब महावीर स्वामी का २५०० वां निर्वाण महोत्सव वर्ष १९७५ में मनाया गया था तब ट्रस्ट मंडल द्वारा इस भव्य मंदिर का निर्माण करवाया था। इशके भीतर भगवान श्री महावीर स्वामी की आदमकद प्रतिमा विराजमान है। प्रतिमा के दोनों ओर भव्य सुसज्जित हाथी अपने मुंह से चंवर ढुलाते, धुपकरते, कलश से जल चढ़ाते, पुष्प अर्जित करते व दीप प्रज्वलित करते दर्शाए गए हैं और साथ ही भगवान की आरती वंदना करते नर-नारी दिखाए गए हैं।
इस आधुनिक भवन निर्माण कला और सुसज्जित विशाल हॉल में दोनों ओर आकर्षक चित्रों के माध्यम से भगवान श्री महावीर स्वामी के जीवन काल की घटनाओं का चित्रण किया गया है। सुरजपोल के ठीक सामने टेकरी पर पूर्व की ओर दादा श्री जिनदत्त सूरिजी म.सा. की दादावाड़ी स्थित है। इसका निर्माण व प्रतिष्ठा संवत २००० में हुई। दादावाड़ी की सीढ़यों पर चढ़ने से पूर्व सफेद संगमरमर के पाषाण का कलात्मक तोरण द्वार है जिसे शिल्पकारों ने अपने अथक कला एवं श्रम से सजाया एवं संवारा है। दादावाड़ी में श्री जिनदत्त सूरिजी, मणिधारी स्री जिनचंद्रसूरिजी, श्री जिनकुशलसूरीजी व श्री युगप्रधान श्री चंद्रसूरिजी के छोटे चरण प्रतिष्ठित हैं। दादावाड़ी से नीचे उतरते सम एक ओर सफेद संगमरमर का श्रृंखलाबद्ध भव्य नवनिर्मित मंगल कलश दृष्टिगोचर होता है। दादावाड़ी के पीछे आचार्य लक्ष्मी सूरिजी भव्य सफेद संगमरमर का गुरु मंदिर श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र है, इसके आगे श्री कीर्तिरत्नसुरिजी की दादावाड़ी स्थित है। दादावाड़ी के आगे बिखरे खंडहरों की बस्ती एवं कुछ टूटे फूटे मंदिर आज भी प्राचीन वैभव, शिल्पकला एवं इतिहास का स्मरण कराते हैं। मुख्य मंदिर के पीछे १२०० फीट की उंची पहाड़ी पर सफेद रंग की आभा से सुशोभित श्री जिनकुशलसूरिजीकी दादावाड़ी स्थित है। प्राकृतिक थपेड़ाें मुगल शासकों की आक्रमण नीति के अलावा इस तीर्थ की विनाश की एक करुण कहानी भी रही है। सेठ मालाशाह संखलेचा कुल के नानक संखलेचा को स्थानीय शासक पुत्र ने उनकी लंबी सिर की चोटी को काटकर अपने घोड़े के लिए चाबुक बनाने की ठानी। सेठ परिवार ने इसे अपना अपमान समझकर इस स्थान को छोड़कर जैसलमेर की ओर चल दिए, यह घटना १७ वीं शताब्दी की है। उपर्युक्त घटना से वहां का संपूर्ण समाज यहां से विदा हो गया, जिससे तीर्थ की व्यवस्था एवं विकास दो सौ वर्ष तक रुका रहा, उसके बाद में साध्वी सुंदरश्री ने आकर इसके चहुंमुखी विकास में नई जान फूंकी। साध्वी श्री प्रतिमा सांवलिया पार्श्वनाथ जिनालय में विराजमान हैं। तीर्थ के विकास में आचार्य हिमाचलसूरिजी एवं आचार्य जिनकांतिसागर सूरिश्वरजी म.सा. के सहयोग को भी नहीं भुलाया जा सकता। मुख्य मंदिर के समीप सफेद संगमरमर के पाषाण की पेढ़ी एवं सभागार है, जहां पौष दशमी मेले एवं अन्य बैठकों का आयोजन के साथ ट्रस्ट मंडल द्वारा विभिन्न समारोह इसी प्रांगण में आयोजित किए जाते हैं। श्री जैन श्वेतांबर नाकोडा पार्श्वनाथ तीर्थ ट्रस्ट मंडल तीर्थ की संपूर्ण सुरक्षा, रख-रखाव, नवनिर्माण, यात्रियों को पूर्ण सुविधाएं, साधु-साध्वियों को पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध करवाने में हर समय सक्रिय रहते हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए तीर्थ पर कमरों की लंबी श्रृंखलाओं के साथ भव्य सुविधायुक्त श्रीपाल, भवन, महावीर भवन, आदेश्वर भवन, पार्श्व यात्री निवास के साथ विशाल धर्मशालाएं बनी हुई हैं, उसके बावजूद यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए ट्रस्टी मंडल द्वारा और धर्मशालाएं बनाना प्रस्तावित है। तीर्थ पर विशाल भैरव भोजनशाला बनी हुई है तथा मेले के समय विशाल भू-भाग में फैले नवकारसी भवन का उपयोग किया जाता है।


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गुरुवार, 4 अप्रैल 2013

जहरीली गेस से एक की मौत चार बेहोश

जहरीली गेस से एक की मौत चार बेहोश

बाड़मेरसरहदी जिले बाड़मेर के बालोतरा उप खंड मुख्यालय के ओद्योगिक क्षेत्र की एक फेक्ट्री में केमिकल टेंक की सफाई के दौरान जहरीली गैस से एक सफाई मजदुर की मौत व् चार अन्य बेहोश हो गए !बेहोश मजदूरो को गंभीर हालत में बालोतरा के राजकीय नाहटा अस्पताल लाया गया जहा उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए दो को जोधपुर रेफर कर दिया गया !ओद्योगिक क्षेत्र स्थित एक महा रूप टेक्स टाईल में केमिकल के टेंक की सफाई करते चार मजदुर जहरीली गैस के कारन बेहोश हो गए घटना की सुचना मिलने पर 108 एम्बुलेस द्वारा अस्पताल लाया गया जहा एक मजदुर की मौत हो गई !सुचना मिलने पर अस्पताल में परिजनों सहित भीड़ जमा हो गई जिसे पुलिस ने मशक्कत कर हटाया ! --

बुधवार, 3 अप्रैल 2013

कनाना में शीतला सप्तमी पर मेले का आयोजन,





मेले सद्भावना के प्रतीक : जिला प्रमुख 

कनाना में शीतला सप्तमी पर मेले का आयोजन, 

दर्जनों गांवों से आए गेर दलों ने मचाई धमचक,हाट बाजार में खरीदारी को उमड़े ग्रामीण, माता के धोक लगाई 
 बालोतरा'मेले में मनोरंजन के साथ आपसी भाईचारा, सद्भावना व मेलजोल बढ़ता है। मेले हमारी संस्कृति के अंग है। मेले न केवल हमारी वैभवपूर्ण संस्कृति में परिचायक है, वरन पुराने समय से चली आ रही लोक परंपराओं को जीवित रखने में इनका महत्वपूर्ण योगदान है।' ये उद्बोधन मुख्य अतिथि जिला प्रमुख मदन कौर ने मंगलवार को शीतला सप्तमी पर ग्राम पंचायत कनाना की ओर से आयोजित शीतला माता मेला एवं गेर नृत्य पुरस्कार वितरण समारोह में दिया। उन्होंने कहा कि मेला स्थल वर्तमान समय में छोटा पड़ रहा है। इसके लिए प्रशासन को कुछ सोचना चाहिए।

जनता ने किया हल्ला- 

उन्होंने कहा कि हमारे जिले से सरकार को इतनी रॉयल्टी मिल रही है, जिसका राजस्थान के खजाने में बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि हर जगह-जगह राजनीति नहीं करनी चाहिए, जिससे बिखराव व उग्रता आए। जिला प्रमुख ने जैसे ही सरकार की विभिन्न योजनाओं को गिनाना शुरू किया तो समारोह में उपस्थित जनसमूह ने हल्ला करना शुरू कर दिया। इससे मजबूर होकर जिला प्रमुख ने अपना उद्बोधन बंद कर दिया। विधायक मदन प्रजापत ने कहा कि मेलों के आयोजन से संस्कृति को बढ़ावा मिलता है। इसके साथ छत्तीस कौम के लोगों को एक जाजम पर बैठने का भी अवसर मिलता है। उन्होंने कहा कि मेले के आयोजन से हमारे क्षेत्र में छुपी हुई प्रतिभाओं को आगे आने का अवसर भी प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि एक सांस्कृतिक कला केंद्र बनाए जाए तो मेरी तरफ से पूरा सहयोग प्रदान किया जाएगा। पूर्व गृह राज्यमंत्री अमराराम चौधरी ने कहा कि मेले हमारे देश की संस्कृति को जीवंत रखे हुए है। बुजुर्गों ने जो परंपरा बनाई है, उसका हम सब निर्वाह करते हुए बिना भेदभाव मेल जोल करते हैं। इससे प्रेमभाव बढ़ता है। स्वागत भाषण राजेंद्रकरण ने प्रस्तुत करते हुए क्षेत्र की पेयजल समस्या से अतिथियों को अवगत कराया। मंच पर विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रधान जमनादेवी गोदारा, कार्यवाहक एसडीएम विवेक व्यास, डीएसपी रामेश्वरलाल मेघवाल, महिला कांग्रेस प्रदेश संयुक्त सचिव शारदा चौधरी, भाजपा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष भवानीसिंह टापरा, कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष भंवरलाल भाटी, पालिका प्रतिपक्ष नेता रतन खत्री आदि मौजूद थे। समारोह में पूर्व अतिथियों ने शीतला माता मंदिर में पूजा-अर्चना कर मेले का अवलोकन किया। समारोह के दौरान अतिथियों की ओर से ग्राम पंचायत कनाना के सौजन्य से 21 गेर दलों को नकद पुरस्कार व स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। मंच का संचालन वार्ड पंच जेपी दवे ने किया। 

मेलार्थियों ने उठाया लुत्फ 

कनाना स्थित शीतला माता मंदिर के समीप प्रसादी की दुकानों के साथ हाट बाजार, खिलौनों की दुकानों पर भारी भीड़ खरीदारी करते हुए देखी गई। मेलार्थियों के मनोरंजन के लिए जादूगर, सर्कस, हवाई झूले व मौत का कुआं भी लगाया गया। जिसका मेलार्थियों ने खूब लुत्फ उठाया। शीतला सप्तमी को लेकर घरों में शीतला माता की पूजा-अर्चना करने के साथ ठंडा भोजन प्रसादी के रूप में ग्रहण किया। वहीं शहर के अनेक मंदिरों में शीतला माता की कथा का गुणगान महिलाओं ने सामूहिक रूप से किया। 

इन्होंने की मेले में शिरकत 

मेले में भाजपा प्रदेश समिति सदस्य मालाराम बावरी, पूर्व जिला परिषद सदस्य देवेंद्रकरण, पंचायत समिति सदस्य भैराराम भील, सरपंच गुणेशाराम चौधरी, उप सरपंच चंद्रकरण, सरपंच नारायण मेघवाल, हेमाराम चौधरी, श्रीराम गोदारा, केवल माली, पूर्व सरपंच ईश्वरसिंह चौहान, गोकलराम, लिखमाराम मेघवाल, खेताराम प्रजापत, यूथ कांग्रेस लोकसभा क्षेत्र अध्यक्ष ठाकराराम माली, चुन्नीलाल मेघवाल, घीसुलाल चौपड़ा, समाजसेवी मोहम्मद युसुफ भांतगर, बसंत शर्मा, रतनलाल चौधरी, इम्तियाज अली, मगनाराम चौधरी, नरसिंगदान राव सहित बड़ी संख्या में मेलार्थी मौजूद थे।

शुक्रवार, 27 मई 2011

आरोपी पति ने किया दहेज सहित समर्पण


आरोपी पति ने किया दहेज सहित समर्पण
बालोतरा
दहेज प्रताडऩा के मामले में आरोपी पति ने पुलिस की ओर से भेजे गए सम्मन के आधार पर दहेज में दिए गए सामान के साथ पुलिस थाने में समर्पण किया।पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए गए।पुलिस ने दहेज के सामान को जब्त कर जसोल चौकी स्थित मालखाने में रखवाया।आरोपी की ओर से किए गए समर्पण के विषय में पुलिस ने मीडिया तक को जानकारी नहीं दी। 

यूं चला घटनाक्रम
 

एक मई2011 को समदड़ी रोड बालोतरा निवासी मंजू पुत्री पन्नेसिंह रावणा राजपूत ने बालोतरा पुलिस थानांतर्गत ससुराल वालों की ओर से दहेज के लिए प्रताडि़त करने का मामला दर्जकरवाया।मंजू ने अपने पति खुशालसिंह, ससुर बंशीसिंह, सास, ननद पिंकी व काका ससुर सुमेरसिंह सभी निवासी राजेंद्र नगर जालोर हाल उड़ीसा के खिलाफ मामला दर्जकरवाया। प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस ने मामला दर्जकरने के बाद आरोपी परिवार को सम्मन भेजा।पुलिस की ओर से भेजे गए सम्मन के बाद आरोपी पति खुशालसिंह पुत्र बंशीसिंह ने २३ मईकी रात्रि में मंजू के परिवार वालों की ओर से दिए गए दहेज का सारा सामान ट्रक में लादकर बालोतरा थाना आकर मय दहेज के सामान के सरेंडर कर दिया।पुलिस ने आरोपी पति को हिरासत में लेकर 24 मईको न्यायालय में पेश किया, जहां से उसको न्यायिक हिरासत में भेजा गया।पुलिस सूत्रों के अनुसार मामले के अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस दल को उड़ीसा भेजा जाएगा।