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शनिवार, 9 जनवरी 2016

जैसलमेर का आधा शाका , लूणकरनोत , सूरजमलोत, और कानावत भाटी



जैसलमेर का आधा शाका , लूणकरनोत , सूरजमलोत, और कानावत भाटी

:: जैसलमेर का आधा शाका ::

काबुल कंधार का अमीर अली खां राज्च्युत होने पर 1550 ईस्वी में जैसलमेर के रावल लूणकरण भाटी की सरण आया | महारावल ने उसका बड़ा आदर सम्मान किया | कुछ दिनों बाद अली खां के दिल में बेईमानी आ गयी | और उसने जैसलमेर का राज्य हडपने का विचार किया | ऐक दिन लूणकरण को कहलाया की मेरी बेगमे | आपकी रानियों से मिलना चाहती हे | लूणकरण ने बात स्वीकार कर ली विक्रमी संवत 1607 बैसाख सुदी 14 तारिख २९ अप्रैल 1550 ईस्वी को सुबह अली खां ने बेगमों के स्थान पर मुसलमान सेनिकों को बिठाकर किले में भेज दिया और स्वयं 500 सैनिकों के साथ सुसज्जित होकर किले के बहार खड़ा हो गया | जब डोलियाँ अंतपुर के द्वार पर पहुंची तो सारा भेद खुल गया | राजपूतों व् मुसलमानों में घमासान युद्ध हो चला राजपूतों को इस षड़यंत्र का पहले पता नहीं था | किले के दरवाजे खुले थे | अली खां सेना सहित किले में घुस गया | अन्नतपुर के द्वार पालों ने देखा की मुस्लिम सेना का जोर ज्यादा हे | तो उन्होंने रानियों के सतीत्व की रक्षा के लिए उन्हें तलवार से क़त्ल कर दिया | इस युद्ध में महारावल के भाई मंडलीक जी , प्रताप सिंह , राजसिंह और कुंवर हीरजी और कुंवर हरदास , दुरजनसाल और सूरजमल पुत्रों सहित ऐक हजार शेनिकों के साथ शहीद हुए | उस वक्त कुंवर मालदेव बाडी से आये और खिड़की से होकर किले चढ़कर अली खां को मारा 500 लोग अली खां का काम आया | ३०० किले ऊपर और 200 बाहर मारे गए |

:: कुंडलिया :::

रावल लूणकरण जी पाट बिराजे राज

पनरे सो पिच्यासिये आय हुआ महाराज

आय हुआ महाराज कोठार कराया भारी

उदेपुर बीकानेर परणीज्या करके तेयारी

नवाब अली खां आप दगो कर दीनो कावल

मारे मुसला सर्व अर्ध साके में रावल

:: लूणकरनोत भाटी 111::

महारावल लूणकरण जी के पुत्र हिंगोलदास रायपाल , रायमल , दुर्जनसाल , शिवदास , हरदास इन छह पुत्रों के वंशज लूण करनोत भाटी कहलाये है | गाँव बूड़ा में निवास करते हे |

::: सूरजमलोत भाटी 112 ::

महारावल लूणकरण जी के पुत्र सूरजमल के वंशज सूरजमलोत भाटी कहलाये | इनका गाँव जैसलमेर में जैसलमेर से बाड़मेर सड़क पर सांगड़ गाँव के पास ऊँडा गाँव हे |

:: कानावत भाटी 113::

महारावल लूणकरण के पुत्र हीरजी के धीरजी के पुत्र कानजी के वंशज कानावत भाटी कहलाये | इनका गाँव बाड़मेर जिले के शिव तहसील में झान्फली और स्वामी के गाँव के बीच में स्थति हे | कुछ घर कापराऊ तहसील चोह्टन जिला बाड़मेर में हे |

लगातार

जय श्री कृष्णा