पी एम् ओ लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
पी एम् ओ लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

शुक्रवार, 1 मार्च 2013

बाड़मेर आखिर लापरवाह पी एम् ओ को हटाते क्यों नहीं विधायक

बाड़मेर .अस्पताल की व्यवस्थाए ख़राब।।।

 ..आखिर लापरवाह पी एम् ओ को हटाते क्यों नहीं विधायक

बाड़मेर जिला मुख्यालय पर स्थित राजकीय अस्पताल की खस्ताहाल व्यवस्थाओ को लेकर आये दिन जन प्रतिनिधि और अधिकारी बयाँ बजी करते नज़र आते हें ,मगर अस्पताल के हालत सुधारने का नाम नहीं ले रहे ,आखिर सुधारे तो कैसे अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी इसके लिए पुर्णतः दोषी हें ,वे एक आदर्श प्रशासक की भूमिका में पुर्णतः विफल रहे .प्रमुख चिकित्सा अधिकारी स्वय अस्पताल के समय घर पर मरीज देखने में व्यस्त रहते हें ,जब अधिकारी स्वयं अपने काम के प्रति जवाबदार नहीं हें तो उनके सहयोगी स्टाफ से क्या उम्मीद कर सकते हें ,प्रमुख चिकित्सा अधिकारी का स्थानांतरण ब्यावर हो रखा था क्षेत्रीय विधायक जिद करके बाड़मेर ले आये ,इस अधिकारी की कार्यशैली पर चिकित्सा विघाग के आला अधिकारी डॉ सुमित शर्मा ने नाराजगी जाती थी उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही भी शुरू की मगर यह्जा भी विधायक उनकी मदद करते नज़र आये .,दिल्ली से आई केन्द्रित टीम ने भी प्रमुख चिकित्सा अधिकारी की कार्यशैली पर नाराज़गी जताई थी मगर उनकी सेहत पर कोई असर नहीं हुआ ,विधायक द्वारा हर माह अस्पताल का निरिक्षण कर व्यवस्थाओ में सुधर के निर्देश दिए जाते हें ,जब विधायक के बार बार निरिक्षण के बाद अस्पताल की व्यवस्थाओ में सुधर नहीं हो तो इसे अधिकारी को विधायक लेकर क्यों बेठे हें ,प्रमुख चिकित्सा अधिकारी के विधायक के साथ व्यक्तिगत तालुकात होने के चलते कोई कार्यवाही नहीं हो पा रही हें ,विधायक वास्तव में अस्पताल की व्यवस्थाओ में सुधार चाहते हें तो सबसे पहले प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को हटाने का सहस दिखाए ,अन्यथा बार बार अस्पताल का दौर कर अव्यवस्थाओ का रोना रोना बंद करे ,जन हित में विधायक कड़े फैसले लेने की बजे अपने मातहत भरष्ट अधिकारियो को शाह देना बंद करे ,प्रमुख चिकित्सा अधिकारी द्वारा अस्पताल में गुटबाजी फेलाकर माहौल ख़राब किया जाता रहा हें जिससे चिकित्सको में उनके प्रति एज ए अधिकारी नाराजगी हें ,