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गुरुवार, 23 जुलाई 2020

कोरोना का कहर:जनाना हाॅस्पिटल से माचे हटाओ, पीबीएम से यहां बेड लाओ, 2 दिन में कोविड सेंटर चालू करो: नामित मेहता डीएम

कोरोना का कहर:जनाना हाॅस्पिटल से माचे हटाओ, पीबीएम से यहां बेड लाओ, 2 दिन में कोविड सेंटर चालू करो: नामित मेहता डीएम


बीकानेर काेविड पाॅजिटिव दाे व्यक्तियों की बुधवार काे माैत हाे गई। काेविड हाॅस्पिटल में हुई इन माैताें में से एक व्यक्ति बीकानेर का और दूसरा नागाैर का था। ऐसे में बीकानेर जिले के अब तक 36 लाेगाें की इस बीमारी से जान जा चुकी है। नए राेगी रिपाेर्ट भी लगातार हाे रहे हैं, 59 नए राेगियाें के साथ अब तक 1566 पाॅजिटिव रिपाेर्ट हाे चुके हैं। हर दिन नए राेगी रिपाेर्ट हाेने के साथ ही अब काेविड बेड की जरूरत बढ़ने लगी है। माेटे अनुमान के मुताबिक, औसतन 800 एक्टिव केस हर वक्त रहने लगे हैं। इनकी संख्या और बढ़ सकती है। ऐसे में काेविड बेड, खासताैर पर हाॅस्पिटल काेविड बेड बढ़ाने की अत्यधिक जरूरत पड़ने लगी है।  जिला प्रशासन अब उस जनाना हाॅस्पिटल काे हर हाल में काेविड सेंटर के रूप में चालू करने के लिए दबाव बना रहा है, जिसे फरवरी में ही काेविड हाॅस्पिटल के रूप में चिह्नित कर लिया गया था।

पिछले पांच महीनाें में यहां कभी ऑक्सीजन पाइप लाइन की कमी ताे कभी बेड उपलब्ध नहीं हाेने की बात कहते हुए टाला जा रहा था। बुधवार काे कलेक्टर नमित मेहता ने खासताैर पर काेविड इंतजाम के लिए ही जिले के प्रमुख अधिकारियाें के साथ पीबीएम एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियाें की मीटिंग बुलाई।

काेविड हालात की समीक्षा की। पहले इस हाॅस्पिटल काे चालू करने के लिए किराये के 100 माचे (खाट) रखवाए गए थे। अब इन्हें तुरंत हटाकर पीबीएम हाॅस्पिटल के बंद पड़े वार्डाें से खाली मेडिकल बेड्स शिफ्ट करने को कहा। यह भी कहा कि 100 की बजाय 300 बेड यहां लगाए जाएं। काेविड हाॅस्पिटल यानी सुपर स्पेशियलिटी विंग के भी खाली हाॅल में अतिरिक्त बेड लगाकर मरीजाें काे भर्ती करने के लिए कहा है।

इन सबके बीच काेविड हाॅस्पिटल से बुधवार काे उन राेगियाें काे वापस काेविड केयर सेंटर भेजा गया, जिनकी हालत में थाेड़ा सुधार है। मीटिंग में एडीएम एएच गाैरी, यूआईटी सेक्रेट्री मेघराजसिंह, जिला परिषद सीईईओ नरेन्द्रपालसिंह, एसडीएम रिया केजरीवाल, अतिरिक्त निदेशक शिक्षा विभाग रचना भाटिया, पीबीएम हाॅस्पिटल सुपरिटेंडेंट डाॅ. माेहम्मद सलीम, सीएमएचओ डाॅ.बीएल मीणा आदि माैजूद रहे।

3 थानाें के महाकर्फ्यू पर रिव्यू, कई विकल्पाें पर विचार

परकाेटे और उसके आसपास जहां अब तक 600 से ज्यादा पाॅजिटिव राेगी रिपाेर्ट हाे चुके हैं, वहां लगाए गए महाकर्फ़्यू काे हटाने की मांग जाेर पकड़ रही है। इस बीच जिला प्रशासन ने भी रिव्यू करना शुरू कर दिया है। अगले दाे-तीन दिनाें में कई विकल्पाें पर विचार हाेगा। इन विकल्पाें में कर्फ्यू में ढील देना, दुकानाें काे ऑड-ईवन या दूसरे फार्मूलाें से खाेलना, दुकानाें के आगे बेरिकेडिंग-दूरी तय करने के लिए सर्किल बनाना, दुकानें खाेलने-बंद करने के समय काे अपेक्षाकृत कम रखना आदि शामिल हैं। इन पर विचार के बीच ही प्रशासन कई व्यापारिक संगठनाें के प्रतिनिधियाें से भी बातचीत करेगा।



जयपुर से आए डाॅ.देवेन्द्र साैंधी, समन्वय करेंगे, फीडबैक देंगे

:बीकानेर के काेविड के हालात के मद्देनजर प्रशासन काे सहयाेग करने के लिए जयपुर से डाॅ.देवेन्द्र साैंधी काे भेजा गया है। डाॅ. साैंधी स्वास्थ्य, मेडिकल के बीच समन्वय करेंगे। जांच-उपचार से जुड़ी जरूरताें का फीडबैक तैयार कर प्रशासन काे देंगे।

दुखद: बड़े भाई की पहले काेविड से माैत हुई, एक भाई अभी आईसीयू में

काेविड हाॅस्पिटल में अव्यवस्थाओं-नजअंदाजी की आए दिन आ रही शिकायताें के बीच ही बुधवार काे एक बार फिर यह आराेप लगा है कि ऑक्सीजन खत्म हाे गई और समय पर चालू नहीं हाेने से आईसीयू में भर्ती व्यक्ति की माैत हाे गई। मुरलीधर व्यास नगर निवासी राधेश्याम स्वामी के पुत्र विमल स्वामी का आराेप है कि आईसीयू में भर्ती पिताजी की हालत बिगड़ने लगी।

पाॅजिटिव हाेने की वजह से इसी हाॅस्पिटल में भर्ती रहे युवक का कहना है, देखा ताे ऑक्सीजन बंद हाे चुकी थी। मुंह पर मास्क लगा हाेने से खुद बाहर की हवा से श्वांस नहीं ले पा रहे थे। हमने बार-बार पुकारा ताे गार्ड्स ने धक्के देकर बाहर निकाल दिया। देर तक ऑक्सीजन चालू नहीं हाे पाई और तड़पते हुए प्राण त्याग दिए। दूसरी ओर कलेक्टर नमित मेहता का कहना है, यह शिकायत सामने आई है। मामले की पूरी जांच करवाएंगे।

काेई दाेषी हुआ ताे कार्रवाई हाेगी। गाैरतलब है कि काेविड हाॅस्पिटल में पहले भी नजरअंदाजी की शिकायतें सामने आती रही हैं। एक व्यक्ति टाॅयलेट में गिर गया। पास ही भर्ती 14 साल की पाॅजिटिव बेटी पुकारती रही। पाैन घंटे तक काेई उठाने नहीं गया था। इस बीच उसकी टाॅयलेट में ही माैत हाे गई। इस मामले में भी जांच के आदेश दिए गए थे। रिपाेर्ट भी दी गई।