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गुरुवार, 13 सितंबर 2018

बाड़मेर विधानसभा चुनाव 2018 गुडा मालानी विधानसभा क्षेत्र जाट सीट को लादूराम विश्नोई के अलावा कोई  हिला नहीं सका कांग्रेस की किला

बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक के लिए चन्दन सिंह भाटी*

*बाड़मेर राजस्थान विधानसभा के लिए सीमावर्ती बाड़मेर जिले की गुडा मालानी विधानसभा सीट का गठन 1957 में स्वतंत्र रूप से हुआ। तब से लेकर अब तक बारह विधानसभा चुनाव चुनाव हो चुके हें। सभी बारह बार जाट एक बार विश्नोई ही विधायक चुने गए। हालांकि इस सीट पर जाट और विश्नोई उनीस बीस के अंतर में मतदाता हें। कांग्रेस का गढ़ हें यह सीट ,एक बार कांग्रेस छोड़ कर लड़ी श्री मति मदन कौर ने जीती। इसके आलावा कोई दल कांग्रेस के सामने टिक नहीं पाया। प्रथम चुनाव जाट समाज के प्रेरणास्रोत राम दान चौधरी लड़े उन्होंने इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। पांच बार हेमाराम ,चार बार गंगाराम ,एक एक बार रामदान ,मदन कौर ,परसराम मदेरण ,लादूराम विश्नोई विधायक बन विधानसभा पहुंचे।।*

*प्रथम चुनाव 1957*

गुडा मालानी विधानसभा क्षेत्र के रूप में पहली बार अस्तित्व में आया। जहां 50902 माय्तादाताओ में से 14247 मतदाताओं ने मतदान किया। इन चुनावों में रामदान चौधरी कांग्रेस को 6712 ,राम राज्य परिषद् के बाबु को 4981 ,और निर्दलीय दल्ला को 1385मत। मिले इस प्रकार रामदान चौधरी ने 1731 मतों से विजय हासिल की

*दूसरा चुनाव 1962*

यहाँ दूसरा चुनाव उनीस फरवरी को संपन हुए। इस बार गुडा में 67261 मतदाताओ में से 23235 मतदाताओ ने वोट डाले। इस बार रामदान चौधरी के पुत्र गंगाराम चौधरी कांग्रेस से मैदान में उतारे गए ,इन चुनावप में गंगाराम को 11527 बच्चू को 5005 ,धर्मेन्द्र सिंह को 4934 ,लिखमी चंद को 293 मत मिले। गंगाराम चौधरी ने यह सीट 6572 मतों से जीत कर विधानसभा में प्रवेश किया

*तीसरा चुनाव1967*

विधानसभा चुनाव में इक्कीस फरवरी को वोट डाले गए जिसमे 59989 मतदाताओं में से 19803 मतदाताओं ने वोट डाले इन चुनावो में गंगाराम बार कांग्रेस से चुनाव लड़ 11169 मत हासिल किये वही डी सिंह को 7632 मत मिले। गंगाराम ने यह सीट 3537 मतों से जीती

*चौथा चुनाव*

1972 छ मार्च को हुए चुनावो में 68038 मतदाताओ में से 35452 मतदाताओ ने वोट डाले। इन चुनावो में कांग्रेस के गंगाराम चौधरी को 26922 स्वतंत्र पार्टी के धीमाराम को 7193 मत मिले सीधे मुकाबले में गंगाराम ने तीसरी बार 19729 मतों के अंतर से सीट जीत विधानसभा में पहुंचे

*पांचवा चुनाव 1977*

तेरह जून 1977 को छठी विधानसभा के लिए गुड़ा में 77960 मतदाताओ में से 39729 मतदाताओं ने मत डाले। सित्यासी पोलिंग बूथ पर डाले गए मतों में गंगाराम चौधरी कांग्रेस को 24917 जनता पार्टी के पूनम चाँद को 12728 मूलाराम को 931 राम किशोर को 126 मत मिले गंगाराम ने 12189 मतों के अंतर से विजय हास्सिल की।

*छठा चुनाव 1980*

सातवीं विधानसभा के लिए हुए चुनावो में बाड़मेर जिले की राजनीती में जोरदार उठा पटक हुई ,कांग्रेस की दिग्गज नेता कांग्रेस छोड़ कांग्रेस अर्स में चले गए। कांग्रेस ने पहली बार हेमाराम चौधरी को मैदान में उतार ,हेमाराम को मुकाबला इसी क्षेत्र से चार चुनाव लगातार जीतने वाले गंगाराम से था ,मगर गंगाराम का कांग्रेस छोड़ना मतदाताओ को पसंद नहीं आया। इन चुनावो में हेमाराम चौधरी को 27208 ,कांग्रेस अर्स के गंगाराम चौधरी को 16088 निर्दलीय धीमाराम को 2172 मत मिले। हेमाराम चौधरी ने पहली बार 11120 मतों से विजय हासिल कर विधायक बन विधानसभा पहुंचे

*सातवाँ चुनाव 1985*

पांच मार्च को आठवीं विधानसभा के लिए गुड़ा के 114817 मतदाताओ में से 50388 मतदाताओ ने 139 मतदान केन्द्रों पर वोट डाले जिसमे कांग्रेस के हेमाराम चौधरी को 38127 लोकदल के कैलाश बेनीवाल को 9404 भीखाराम को 1477 जयदेव को 590 मत मिले। हेमाराम ने 28723 मतों के विशाल अंतर से जीत हासिल की


*आठवां चुनाव 1990*

नवीन विधानसभा के लिए सत्ताईस फरवरी को वोट डाले गए ,गुड़ा के 133714 मतदाताओ में से 69976 मतदाताओ ने वोट डाले जिसमे जनतादल की मदन कौर को 40594 , कांग्रेस के चैनाराम को 17867 मगाराम को 3878 तथा अन्य उम्मीदवारों जालाराम ,जेताराम ,ज्वाला ,करना ,अहमद ,नरसी ,मोटाराम ,ताजाराम अचलाराम और सुखराम को छ सौ और उसे कम मत मिले। कांग्रेस छोड़ जनता दल से मैदान में उतारी मदन कौर ने यह चुनाव 23527 मतों से जीता।

*नवां चुनाव 1993*

दशवी विधानसभा के लिए ग्यारह नवम्बर को मत डाले गए ,गुडा में 154 मतदान केन्द्रों पर 148616 मतदाताओ में से 82617 मतदाताओ ने वोट डाले। इन चुनावो में कांग्रेस ने अपने दिग्गज जाट नेता परसराम मदेरण जो प्रतिपक्ष नेता थे को मैदान में उतारा। परसराम को 44680 ,भाजपा के डॉ सत्यपाल को 29348 ,हरिराम को 2994 ,भीखाराम को 1922 मांगीलाल कलबी 1220,ज्वाला प्रसाद को 729 ,खेताराम को 100 मत मिले ,परसराम मदेरण को 15332 मतों से विजयी हासिल की।

*दशवा चुनाव 1998*

ग्यारहवी विधानसभा के लिए पच्चीस नवम्बर को 259 मतदान केन्द्रों पर गुडा के 162631 मतदाताओं में से 98268 मतदाताओ ने वोट डाले। कांग्रेस ने एक बार फिर हेमाराम चौधरी को गुडा से मैदान में उतारा ,हेमाराम को 69819 ,भाजपा के कैलाश बेनीवाल को 17282 ,किशोरीलाल को 4603 ,गोरधनराम को 2781 ,मगाराम को 2348 मत मिले। हेमाराम चौधरी ने शानदार वापसी कर कैलाश को 52537 मतों के रिकार्ड मतों से हराया।

*ग्यारहवां चुनाव 2003*

बहरावी विधानसभा के लिए क्षेत्र के 328 मतदान केन्द्रों पर 195105 मतदाताओ में से 140435 मतदाताओ ने वोट डाले इस भाजपा ने लादूराम विश्नोई को हेमाराम चौधरी के मुकाबले में उतारा। इन चुनावो में हेमाराम चौधरी को 71647 ,लादू राम विश्नोई को 59735 मगाराम नैन को 9000 मत मिले। हेमाराम 11912 मतों से विजयी हुए


*बाहरवा चुनाव 2008*

गत चुनावो में भाजपा के लादूराम विश्नोई और कांग्रेस के हेमाराम के बीच फिर मुकाबला हुआ। इन चुनावो में गुडा के 170642 मतदाताओ में से 129703 मतदाताओ ने वोट डाले। जिसमे हेमाराम चौधरी को 62166 ,लादूराम को 52889 ,गोरधनराम को 3065 ,रतनलाल को 2964 धोधाखन को 1491 ,मालाराम को 793 शुशीला को 4233 ,अनोप राम को 781 गुलाब राम को 694 आसुरं को ६०३ मत मिले। इस प्रकार हेमाराम ने लादूराम को दूसरी बार नौ हज़ार से अधिक मतों से हराकर चुनाव जीता

*तेहरवा चुनाव*

गुडामालानी विधानसभा क्षेत्र में इस बार हेमाराम चौधरी से दो बार की हार का बदला भाजपा के लादूराम विश्नोई ने लिया।बड़े अंतर से जीत दर्ज की।।भाजपा के गुदा स्व जीत के अकाल को खत्म किया। सीपीआर्इ के रिडमल राम को 3042, भाजपा के लादूराम विश्नोर्इ को 91619, बसपा के सुमान खान को 2734, कांग्रेस के हेमाराम चौधरी को 58464, एनपीपी के नरेन्द्र कुमार को 2717, बीवार्इएस के रामलाल को 1526 तथा निर्दलीय गणेशाराम को 2138 मत मिले। वहीं 2109 मतदाताओं ने नोटा के पक्ष में मतदान किया।

रविवार, 27 अक्तूबर 2013

मिलिए। गुडा मालानी विधानसभा भाजपा के संभावित प्रत्यासी लादूराम विश्नोई से

मिलिए। गुडा मालानी विधानसभा भाजपा के संभावित प्रत्यासी लादूराम विश्नोई से 

बाड़मेर आगामी विधानसभा चुनावो में भाजपा गुड़ा मालानी विधानसभा क्षेत्र से एक बार फिर दो बार हारे लादूराम विश्नोई को मैदान में उतर सकती हें। लादूराम विश्नोई गत दो चुनाव गुड़ा से लदे। एक बार ग्यारह हज़ार मतों से दूसरी बार नौ हज़ार मतों से चुनाव हारे। लेकिन प्रथम बार हरने के बाद भी लादूराम विश्नोई पर मुख्यमंत्री वसुन्धात्र राजे की विशेष कृपा रही उन्हें मुख्यमंत्री मोनिटरिंग सलाहकार का पद देकर राज्य मंत्री का दर्जा दिया। इस दौरान उन्होंने गुडा के विकास के सतत प्रयास किये।बाद में उन्हें विवादों के चलते इस्तीफा भी देना पड़ा। लादूराम विश्नोई की ग्रामीण क्षेत्रो में अछि पकड़ हे। मगर हर बार रणनीति के आभाव में जीतते जीतते चुनाव हार जाते हें। उनके सामने दोनों बार कांग्रेस के हेमाराम चौधरी थे। लादूराम विश्नोई की कमजोरी कार्यकर्ताओ की क्षमता की परख का आभाव हें। पैसा खर्च करने के बावजूद चुक जाते हें। इस बार लादूराम विश्नोई फिर चुनाव लड़ेंगे। गत दस सालो से राजनीती में होने के कारन कई समीकरणों को उन्होंने समझा हें। सहज सरल स्वाभाव के विश्नोई हमेशा अपने कार्यकर्ताओ की मदद के लिए तत्पर रहते हें। गुडा मालानी में इस बार चुनावी समर बेहद रोमांचक होने की उम्मीद हें