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मंगलवार, 23 जून 2020

बाड़मेर,पाकिस्तान का जीरो लाइन स्टेशन बदला मारवी के नाम से पाकिस्तान के सिंध प्रान्त की अमर प्रेम कथा की नायिका के नाम पै रखा स्टेशन का नाम मारवी

बाड़मेर,पाकिस्तान का जीरो लाइन स्टेशन बदला मारवी के नाम से 

पाकिस्तान के सिंध प्रान्त की अमर प्रेम कथा की नायिका के नाम पै  रखा स्टेशन का नाम मारवी 

बाड़मेर भारत पाकिस्तान के मध्य संचालित होने वाली थार एक्सप्रेस हालाँकि अभी लम्बे समय से बंद हैं ,बाड़मेर के मुनाबाव और पाकिस्तान के सिंध प्रान्त के खोखरापार के मध्य चलने वाली थार एक्सप्रेस दोनों देशो के अवाम  जोड़ने वाली अहम साप्ताहिक अंतराष्ट्रीय रेल थी ,पश्चिमी राजस्थान और पाकिस्तान के सिंध प्रान्त के मध्य रोटी बेटी का रिश्ता आज भी कायम हैं ,गत साल थार एक्सप्रेस को कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद बंद कर दिया था ,बाड़मेर के मुनाबाव रेलवे स्टेशन से महज डेढ़ किलोमीटर तारबंदी के पार पाकिस्तान ने जीरो लाइन पर अपना पहला रेलवे स्टेशन बनाया था ,इसी स्टेशन पर भारत से जाने वाले यात्रियों के दस्तावेजों जाँच ,एमिग्रेशन ,आदि इसी स्टेशन पर होता हैं ,पाकिस्तान रेल वे ने इस दौरान इस जीरो लाइन रेलवे  बदल मारवी कर दिया,मारवी सिंध की अमर प्रेम कथा उमर मारवी की हैं ,सिंध की यह प्रेम कथा बेहद लोकप्रिय हैं ,

प्रेमकथा पर सिंधी में बनी फिल्म, मार्च 1956 में हुई थी रिलीज

उमर-मारवी की प्रेमकथा पर पाकिस्तानी फिल्म 12 मार्च 1956 को रिलीज हुई थी। यह वहां बनी पहली सिंधी फिल्म थी। मारवी का संबंध थार के खानाबदोश कबीले से था। इस पूरे किस्से को शाह अब्दुल लतीफ ने शायरी का विषय बनाया और मारवी को देशप्रेम और अपने लोगों से मोहब्बत की मिसाल बनाकर पेश किया है। पाकिस्तान में मारवी को अब भी प्रेम और सच्चाई की पहचान के रूप में जाना जाता है।

रेलवे स्टेशन के नामकरण के पीछे की कहानी

सिंध में उमर-मारवी की प्रेमकथा काफी प्रचलित है। मारवी को प्यार का प्रतीक माना जाता है। एक समय सिंध के अमरकोट में उमर सुमरो का शासन था। वहीं गांव में एक चरवाहा रहता था। उसकी मारवी नाम की बेटी थी। उसने मारवी का विवाह बचपन में ही खेतसेन से तय कर दिया था। युवावस्था में संपन्न किसान फोगसेन शादी के लिए दबाव डालने लगा।

किसान ने इनकार किया तो वह बादशाह के दरबार में पहुंचा और मारवी के सौंदर्य का बखान किया। बादशाह खुद मारवी को चाहने लगा, मगर मारवी कभी तैयार नहीं हुई। उसने मारवी को एक साल अमरकोट के किले में कैद रखा। अंतत: मारवी की शादी खेतसेन से की गई।

खेतसेन उसे शक की निगाह से देखता था। जब बादशाह को यह पता चला तो वह मारवी के गांव आया और अग्नि परीक्षा दी। इसमें वह बेगुनाह साबित हुए। मारवी गांव में खेतसेन के साथ रही और बादशाह अपने शहर अमरकोट लौट गया।

सोमवार, 17 फ़रवरी 2020

बाडमेर विश्व शांति यात्रा पर पाकिस्तान जा रहे बौद्ध भिक्षुओं के जत्थे को आगे की यात्रा से अनुमति के अभाव में रोका*

बाडमेर  विश्व शांति यात्रा पर पाकिस्तान जा रहे बौद्ध भिक्षुओं के जत्थे को आगे की यात्रा से अनुमति के अभाव में रोका*

*बाडमेर पश्चिमी सरहद बाडमेर जिले के मुनाबाव पाकिस्तान सड़क मार्ग से पाकिस्तान जाने रविवार को बाडमेर पहुंचे 12 बौद्ध बिक्षुओं के जत्थे को प्रतिबंधित क्षेत्र में जाने से बाडमेर ग्रामीण पुलिस ने सक्षम अनुमति के अभाव में रोक दिया।।तथा उन्हें आगे की यात्रा के लिए अनुमति मिलने तक रोक बाडमेर एक निजी होटल में ले आये जंहा उनसे पुलिस पूछताछ कर रही है।।

पुलिस उप अधीक्षक विजय सिंह ने बताया कि थाईलैंड से  12 बौद्ध भिक्षुओं का एक जत्था रविवार शाम बाडमेर पहुंचा था जो विश्व शांति यात्रा के लिए विश्व भ्रमण पर निकला।।ये जत्था बाडमेर जिले के सरहदी मुनाबाव खोखरापार सड़क मार्ग से पाकिस्तान जाने के लिए सोमवार सुबह पैदल मुनाबाव रास्ते के लिए निकले।।चूंकि इनके पास प्रतिबंधित क्षेत्र और पाकिस्तान सड़क मार्ग यात्रा के लिए किसी स्तर की अनुमति नहीं थी।।इसलिए इस जत्थे को ग्रामीण पुलिस थाना अधिकारी दीप सिंह द्वारा जसाई फांटे पर रोक इन्हें वापस बाडमेर ले आये।।उन्हें फिलहाल एक निजी होटल में ठहराया गया है।जंहा पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।।उनके पास पाकिस्तान जाने के लिए कोई अनुमति नही है।।उनके द्वारा अनुमति लेने की प्रक्रिया करने तथा अनुमति मिलने तक उन्हें आगे की यात्रा के लिए रोक दिया गया है।।

कौन है बौद्ध भिक्षु

12 बौद्ध भिक्षुओं ने बाड़मेर जिला मुख्यालय पर रविवार को प्रवेश किया। विश्व शांति की कामना को लेकर पदयात्रा पर निकला यह जत्था थाईलैंड से म्यांमार होते हुए बाड़मेर पहुंचा है। इस जत्थे का दावा है कि वह मुनाबाव होते हुए पाकिस्तान में प्रवेश करेगा। जबकि जिला प्रशासन सहित अन्य एजेंसियों के पास इस संबंध में गृह मंत्रालय का अब तक कोई आदेश नहीं आया है। यदि ऐसा होता है तो मुनाबाव स्थित भारत-पाक बॉर्डर तीसरी बार खोला जाएगा।
जानकारी के मुताबिक विश्व में शांति के लिए अपने पहले पड़ाव थाईलैंड से अमेरिका के नौ हजार किलोमीटर की पदयात्रा के बाद अब थाईलैंड से फ्रांस तक करीब 10 हजार से ज्यादा किलाेमीटर की पदयात्रा को लेकर 11 थाई नागरिकों और 1 कैनेडियन बौद्ध भिक्षुओं का जत्था बाड़मेर पहुंचा। जत्था के मुखिया पा सुथाम नाती धोम मांग के नेतृत्व में 11 सदस्य वाॅक फोर पीस के लिए विश्व की पदयात्रा पर निकले हैं।

शुक्रवार, 22 नवंबर 2019

पाकिस्तान भेजने के मामले में हिंदू परिवार को बड़ी राहत, गृह मंत्रालय ने डिपोर्ट पर लगाई रोक

 पाकिस्तान भेजने के मामले में हिंदू परिवार को बड़ी राहत, गृह मंत्रालय ने डिपोर्ट पर लगाई रोक




जैसलमेर देश  में रह रहे 19  पाकिस्तानी विस्थापितों  को गृह मंत्रालय ने बड़ी राहत प्रदान की है. 6 साल पहले भारत आए इस विस्थापित हिंदू परिवार   को वापस पाकिस्तान  भेजे जाने के आदेश पर मंत्रालय ने रोक लगा दी है. हिंदुस्तान आए इस परिवार के लिए उस समय विकट स्थिति बन गई जब उनके परिवार के 6 लोगों को वापस पाकिस्तान डिपोर्ट   करने की बात सामने आई. दरअसल, यह परिवार पाकिस्तान में हो रहे जुल्मों से मुक्ति पाने के लिए पाकिस्तान से भागकर हिंदुस्तान आ गया था. उनको यह लगा था कि हिंदुस्तान आने के बाद उनकी सारी तकलीफ है खत्म हो जाएगी. लेकिन पिछले कुछ दिनों से सीबीआई ने इस परिवार के कुछ सदस्यों को वापस पाकिस्तान भेजने की बात कही तो परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा. गुरुवार को यह परिवार जिला कलेक्टर पहुंचा तो मीडियो के जरिए मामला गृह मंत्रालय तक पहुंचा था.

जानकारी के अनुसार पाकिस्तान से भारत आए इस परिवार के कुछ सदस्य खेती-किसानी के लिए जोधपुर से जैसलमेर इलाके में कथित पैतृक गांव में चले गए थे. इसके बाद वीजा नियमों के उल्लंघन के चलते परिवार के कुछ सदस्यों को पाकिस्तान वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. परिवार की सदस्य और 4 बेटियों की मां परमेश्वरी कहती है कि जोधपुर बहुत महंगा शहर है और खेती-बाड़ी के काम से वे अपने पुराने गांव जहां से आजादी के बाद में पाकिस्तान गए थे वहां खेती करने चले गए थे. तब से ही उनके पति और अन्य सदस्य को पाकिस्तान डिपोर्ट करने की बात कही जा रही थी.

पाकिस्तान से विस्थापित परमेश्वरी ने दी आत्महत्या की चेतावनी

परमेश्वरी ने गुरुवार को अपने पति को पाकिस्तान भेजने के कलेक्टर के आदेश से दुखी होकर आत्महत्या तक की चेतावनी दे दी थी. उसने कहा, समस्या यह है कि वह अपने चार बच्चों को लेकर भारत में किसके सहारे रहेगी. परमेश्वरी का आरोप है कि मेरे पति को वापस पाकिस्तान भेज रहे हैं. यहां आने के बाद हमारे दो और बेटियों का जन्म हुआ है. अब चार बेटियों के साथ यहां क्या करूंगी? हमारे पास खुदकुशी करने के अलावा कोई चारा नहीं बचा, लेकिन कलेक्टर साहब कहते हैं कि जो करना कर लो, तुम्हारे पति को भेज कर रहेंगे.

रविवार, 6 अक्टूबर 2019

पाकिस्तान के बलूचिस्तान में हिन्दुओं का आस्था केंद्र 'नानी का हज' माता हिंगलाज, 51 शक्तिपीठों में से एक शक्तिपीठ

पाकिस्तान के बलूचिस्तान में हिन्दुओं का आस्था केंद्र  'नानी का हज' माता हिंगलाज, 51 शक्तिपीठों में से एक शक्तिपीठ






जैसलमेर भारत के हिन्दुओ का प्रमुख आस्था केंद्र पाकिस्तान के बलूचिस्तान में भी हैं,हिंगलाज माता के के  आस्था पश्चिमी राजस्थान के हिन्दुओ की हैं हिंगलाज शक्तिपीठ 51 शक्तिपीठों में से एक है। हिन्दू धर्म के पुराणों के अनुसार जहां-जहां सती के अंग के टुकड़े, धारण किए वस्त्र या आभूषण गिरे, वहां-वहां शक्तिपीठ अस्तित्व में आया। ये अत्यंत पावन तीर्थ कहलाये। ये तीर्थ पूरे भारतीय उपमहाद्वीप पर फैले हुए हैं। देवी पुराण में 51 शक्तिपीठों का वर्णन है। हिंगलाज, 51 शक्तिपीठों में से एक शक्तिपीठ है।


यह शक्तिपीठ 25.3डिग्री. अक्षांश, 65.31डिग्री. देशांतर के पूर्वमध्य, सिंधु नदी के मुहाने पर (हिंगोल नदी के तट पर) पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के हिंगलाज नामक स्थान पर,कराची से 144 किलोमीटर दूर उत्तर-पश्चिम में स्थित है। कराची से फ़ारस की खाड़ी की ओर जाते हुए मकरान तक जलमार्ग तथा आगे पैदल जाने पर 7वें मुकाम पर चंद्रकूप तीर्थ है। अधिकांश यात्रा मरुस्थल से होकर तय करनी पड़ती है, जो अत्यंत दुष्कर है। आगे 13वें मुकाम पर हिंगलाज है। यहीं एक गुफा के अंदर जाने पर देवी का स्थान है। यहाँ शक्तिरूप ज्योति के दर्शन होते हैं। गुफा में हाथ व पैरों के बल जाना होता है। मुसलमान हिंगुला देवी को 'नानी' तथा वहाँ की यात्रा को 'नानी का हज' कहते हैं। पूरे बलूचिस्तान के मुसलमान भी इनकी उपासना व पूजा करते हैं।

हिंगलाज की यात्रा कराची से प्रारंभ होती है। कराची से लगभग 10 किलोमीटर दूर हॉव नदी है। वस्तुतः मुख्य यात्रा वहीं से होती है। हिंगलाज जाने के पहले लासबेला में माता की मूर्ति का दर्शन करना होता है। यह दर्शन छड़ीदार (पुरोहित) कराते हैं। वहाँ से शिवकुण्ड (चंद्रकूप) जाते हैं, जहाँ अपने पाप की घोषणा कर नारियल चढ़ाते हैं। जिनकी पाप मुक्ति हो गई और दरबार की आज्ञा मिल गई, उनका नारियल तथा भेंट स्वीकार हो जाती है वरना नारियल वापस लौट आता है।
पौराणिक ग्रंथों के अनुसार

पुराणों में हिंगलाज पीठ की अतिशय महिमा है। श्रीमद्भागवत के अनुसार यह हिंगुला देवी का प्रिय महास्थान है- हिंगुलाया महास्थानम्'। ब्रह्मवैवर्त पुराण में कहा गया है कि हिंगुला देवी के दर्शन से पुनर्जन्म कष्ट नहीं भोगना पड़ता है। बृहन्नील तंत्रानुसार यहाँ सती का "ब्रह्मरंध्र" गिरा था। यहाँ पर शक्ति "हिंगुला" तथा शिव "भीमलोचन" हैं-ब्रह्मरंध्रं हिंगुलायां भैरवो भीमलोचनः। कोट्टरी सा महामाया त्रिगुणा या दिगम्बरी॥ हिंगुलाज को 'आग्नेय शक्तिपीठ तीर्थ' भी कहते हैं, क्योंकि वहाँ जाने से पूर्व अग्नि उगलते चंद्रकूप पर यात्री को जोर-जोर से अपने गुप्त पापों का विवरण देना पड़ता है तथा भविष्य में उसकी पुनरावृत्ति न करने का वचन भी देना पड़ता है। इसके बाद चंद्रकूप दरबार की आज्ञा मिलती है।  चंद्रकूप तीर्थ पहाड़ियों के बीच में धूम्र उगलता एक ऊँचा पहाड़ है। वहाँ विशाल बुलबुले उठते रहते हैं। आग तो नहीं दिखती किंतु अंदर से यह खौलता, भाप उगलता ज्वालामुखी है।

देवी के शक्तिपीठों में कामाख्या, काँची, त्रिपुरा, हिंगुला प्रमुख शक्तिपीठ हैं। हिंगुला का अर्थ सिन्दूर है। हिंगलाज खत्री समाज की कुल देवी हैं। कहते हैं, जब 21 बार क्षत्रियों का संहार कर परशुराम आए, तब बचे राजागण माता हिंगुला की शरण में गए और अपनी रक्षा की याचना की। तब माँ के उन्हें ब्रह्मक्षत्रिय कहकर अभयदान दिया।

माँ के मंदिर के नीचे अघोर नदी है। कहते हैं कि रावण वध के पश्चात् ऋषियों ने राम से ब्रह्महत्या के पाप से मुक्ति हेतु हिंगलाज में यज्ञ करके कबूतरों को दाना चुगाने को कहा। श्रीराम ने वैसे ही किया। उन्होंने ग्वार के दाने हिंगोस नदी में डाले। वे दाने ठूमरा बनकर उभरे, तब उन्हें ब्रह्महत्यादोष से मुक्ति मिली। वे दाने आज भी यात्री वहाँ से जमा करके ले जाते हैं।
अंतिम पड़ाव

माँ की गुफा के अंतिम पड़ाव पर पहुँच कर यात्री विश्राम करते हैं। अगले दिन सूर्योदय से पूर्व अघोर नदी में स्नान करके पूजन सामग्री लेकर दर्शन हेतु जाते हैं। नदी के पार पहाड़ी पर माँ की गुफा है। गुफा के पास ही अतिमानवीय शिल्प-कौशल का नमूना माता हिंगलाज का महल है, जो यज्ञों द्वारा निर्मित माना जाता है। एक नितांत रहस्यमय नगर जो प्रतीत होता है, मानो पहाड़ को पिघलाकर बनाया गया हो। हवा नहीं, प्रकाश नही, परंतु रंगीन पत्थर लटकते हैं। वहाँ के फर्श भी रंग-बिरंगे हैं। दो पहाड़ियों के बीच रेतीली पगडण्डी। कहीं खजूर के वृक्ष, तो कही झाड़ियों के बीच पानी का सोता। उसके पार ही है माँ की गुफा। सचमुच माँ की अपरम्पार कृपा से भक्त वहाँ पहुँचते हैं। कुछ सीढ़ियाँ चढ़कर, गुफा का द्वार आता है तथा विशालकाय गुफा के अंतिम छोर पर वेदी पर दिया जलता रहता है। वहाँ पिण्डी देखकर सहज ही वैष्णो देवी की स्मृति आ जाती है। गुफा के दो ओर दीवार बनाकर उसे एक संरक्षित रूप दे दिया गया है। माँ की गुफा के बाहर विशाल शिलाखण्ड पर, सूर्य-चंद्र की आकृतियाँ अंकित हैं। कहते हैं कि ये आकृतियाँ राम ने यहाँ यज्ञ के पश्चात स्वयं अंकित किया था।
द्वादश रूप

ऐसी मान्यता है कि वहाँ आसाम की कामाख्या, तमिलनाडु की कन्याकुमारी, काँची की कामाक्षी, गुजरात की अम्बाजी, प्रयाग की ललिता, विन्ध्याचल की विन्ध्यवासिनी, काँगड़ा की ज्वालामुखी, वाराणसी की विशालाक्षी, गया की मंगलादेवी, बंगाल की सुंदरी, नेपाल की गुह्येश्वरी और मालवा की कालिका इन द्वादश रूपों में आद्याशक्ति ही हिंगला देवी के रूप में सुशोभित हो रही हैं।
धार्मिक महोत्सव

वहाँ प्रतिवर्ष अप्रॅल में धार्मिक महोत्सव का आयोजन होता है, जिसमें दूरदराज के इलाके से लोग आते हैं। हिंगुला देवी की यात्रा के लिए पारपत्र तथा वीज़ा जरूरी है।

मंगलवार, 10 सितंबर 2019

बाड़मेर पाकिस्तान से सीमा पार कर आया बालक।

बाड़मेर पाकिस्तान से सीमा पार कर आया बालक।

बाड़मेर पाकिस्तान से सीमा पार कर आया बालक।।मुनाबाव अक्ली पाकिस्तान सरहद से यह बालक भारतीय सीमा से अकली गांव की सरहद में आया। ग्रामीणों ने अनजान बालक को देख सीमा सुरक्षा बल को सूचित कर उसे सुपुर्द किया। पाकिस्तानी बालक से प्रारंभिक पूछताछ की जा रही है।उसके पास पाकिस्तानी मुद्रा तीस रुपये मिले।।*

बुधवार, 7 अगस्त 2019

Article 370: इमरान खान ने आज फिर बुलाई हाई लेवल मीटिंग, भारत-पाक के बीच चरम पर तनाव

Article 370: इमरान खान ने आज फिर बुलाई हाई लेवल मीटिंग, भारत-पाक के बीच चरम पर तनाव
Article 370: इमरान खान ने आज फिर बुलाई हाई लेवल मीटिंग, भारत-पाक के बीच चरम पर तनाव


अनुच्छेद-370(Article 370) पर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। अनुच्छेद-370 को खत्म करने के भारत के फैसले से पाकिस्तान तिलमिला उठा है। इस मुद्दे पर अपनी संसद में पूरी तरह घिर चुके पीएम इमरान खान इस बीच राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की एक और बैठक की अध्यक्षता करेंगे। इस बैठक में भारत के फैसले को लेकर बातचीत संभव है। पाकिस्तान मीडिया जियो न्यूज ने इस ख़बर की पुष्टि की है। भारत के आर्टिकल 370 पर लिए गए फैसले से बौखलाए पाकिस्तान ने कहा कि वह भारत के इस कदम का मुकाबला करने के लिए सभी संभावित विकल्पों का इस्तेमाल करेगा।पाकिस्तान के अगले कदम पर भारत की पैनी नजर बनी हुई है।

'भारत ने और पुलवामा जैसे हमलों को न्योता दिया'
इससे पहले पाकिस्तान में भारत के आंतरिक मामले को लेकर संयुक्त सत्र बुलाया गया। इस दौरान पाकिस्तान पीएम इमरान खान ने भारत के खिलाफ गलत शब्दों का इस्तेमाल किया। इमरान खान ने कहा कि वो भारत के इस कदम का कड़ा विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि वो इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाएंगे। इमरान खान ने यहां तक कह दिया कि भारत के इस कदम से कश्मीर में हालात और खराब होंगे। भारत के इस फैसले से इमरान खान इतने आग बबूला हो उठे कि उन्होंने यहां तक कह डाला कि अनुच्छेद-370 से छेड़छाड़ करके पुलवामा जैसे और हमलों को न्यौता दिया है। इमरान खान ने कहा कि दोनों देशों के बीच कश्मीर पर हुए युद्ध का पूरी दुनिया के लिए गंभीर परिणाम होंगे।

हम इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाएंगे। हालांकि, इस दौरान उनके बोल बिगड़ गए और उन्होंने कह दिया कि भारत के इस कदम से कश्मीर में हालात और खराब होंगे। उन्होंने यहां तक कह दिया कि अनुच्छेद 370 के साथ छेड़छाड़ करके भारत ने और पुलवामा जैसे हमलो को न्योता दे दिया है।

भारत पर हमले की बात कर रहा पाकिस्तान
भारत के फैसले से पाकिस्तान पूरी तरह हिल गया है। पाकिस्तान की बौखलाहट इस कदर बढ़ गई है कि वह अब भारत पर हमले की बात करने लगा हैं। पाकिस्तान के पीएम इमरान खान भारत पर हमले की बात कह रहे हैं। पाकिस्तानी पीएम के साथ उनका विपक्ष भी बौखलाहट में है।विपक्ष के नेताओं से इमरान खान ने पूछा कि विपक्ष के नेता क्या चाहते हैं? क्या मुझे पाकिस्तानी सेना को भारत पर हमले का आदेश दे देना चाहिए? इस बयान से साफ है कि पाकिस्तान और वहां के प्रधानमंत्री इमरान खान किस कदर बौखला गए है।

PAK की 'परमाणु' पर गीदड़भभकी
भारत के अनुच्छेद-370(Article 370) को रद करने के फैसले के बाद पाकिस्तान ने इसकी कड़ी निंदा की इस कदम को अवैध, एकतरफा कदम बताया है। भारत को प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान इमरान खान ने कहा कि इस कदम से दो परमाणु संपन्न देशों के बीच  संबंध और खराब होंगे।

पाकिस्तानी सेना में खलबली
जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 से हटाए जाने के फैसले से पाकिस्तानी संसद ही नहीं बल्कि पाकिस्तान सेना भी बौखला उठी है। एक तरफ पाकिस्तान की नेशनल असेंबली और सीनेट में इसको लेकर हंगामेदार बहस हुई तो दूसरी ओर पाकिस्तानी सेना प्रमुख ने सभी कमांडरों के साथ एक बैठक की। पाकिस्तानी सेना प्रमुख बाजवा ने इस बैठक में भारत को धमकी देते हुए कहा कि कश्मीरियों की मदद के लिए उनकी सेना किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार है।

रविवार, 28 जुलाई 2019

बाडमेर कस्टम अधिकारियों ने एक लाख से भी अधिक रुपए का जुर्माना व पेनल्टी वसूल किए पाक नागरिको से

 बाडमेर कस्टम अधिकारियों ने एक लाख से भी अधिक रुपए का जुर्माना व पेनल्टी वसूल किए पाक नागरिको से 


बाडमेर मुनाबाव कस्टम अधिकारियों ने थार लिंक एक्सप्रेस से पाकिस्तान से भारत आ रहे यात्रियों की तलाशी के दौरान चार यात्रियों के पास विविध प्रकार का माल बरामद किया जो कि वाणिज्यिक मात्रा  में था। यह माल व्यापार हेतु लाए जाने के कारण उनसे करीब सवा लाख रुपए का शुल्क वसूल किया गया। ये यात्री जोधपुर और गोधरा(गुजरात)के निवासी थे।गोधरा के ही एक यात्री के पास पैसे नही होने के कारण उसका माल कस्टम मालखाने में जमा कर दिया गया हैं जिसे वह कस्टम की देय राशि चुकाकर ही छुड़ा सकता हैं।
 इससे पूर्व सुबह भारत से पाकिस्तान जाने वाली ट्रेन के यात्रियों की तलाशी में भी कस्टम अधिकारियों ने एक लाख से भी अधिक रुपए का जुर्माना व पेनल्टी वसूल किए। इनमें एक पाक नागरिक गणेश खत्री, निवासी-उमरकोट  के सामान की तलाशी में कुल 1 लाख 30 हजार रुपए मूल्य के  264 साड़ियां और 1500 मीटर कपड़े के कुल 78 थान बरामद किए जिनको व्यापारिक मात्रा में मानते हुए सीमा शुल्क अधिनियम के प्रावधानों के तहत कार्यवाही कर  45500/- रुपए का  जुर्माना  व पेनल्टी  वसूल की।
कस्टम के सहायक आयुक्त एम. एल शेरा के अनुसार कोई भी यात्री अपने साथ व्यापार हेतु वाणिज्यिक मात्रा में माल लेकर जाता हैं या लेकर आता हैं तो उसका माल जब्त हो सकता हैं और फिर जुर्माना व पेनल्टी भरने पर ही माल छूटता हैं।

शनिवार, 29 जून 2019

*जैसलमेर पाकिस्तान से भारत में टिड्डी दल का हमला,

*जैसलमेर पाकिस्तान से भारत में टिड्डी दल का हमला,


जैसलमेर पाकिस्तान से भारत में टिड्डी दल का हमला, सरहदी गांव में मचा हड़कंप, BSF जवानों ने विभाग को किया सूचितराजस्थान के पश्चिमी इलाके से बड़ी खबर है। पाकिस्तान से आए टिड्डी दल ने भारत में हमला कर दिया है। प्रदेश के सरहदी गांवों में टिड्डी दल देखे जाने से किसानों में हड़कंप मच गया है। बाड़मेर के सरहदी गांव तामलोर में टिड्डी देखे जाने की सूचना मिली है। वहीं, BSF जवानों व तामलोर सरपंच ने टिड्डी विभाग को सूचित किया है। प्रदेश में एक बार फिर टिड्डी दल सक्रिय होने से किसानों की चिंता बढ़ गई है। गुरुवार को जैसलमेर के बाद शुक्रवार को बाड़मेर के सरहदी गांव में टिड्डी दल ने हमला कर दिया। सरहदी ग्रामीणों ने देखा, तो बड़ी संख्या में टिड्डी दल जमीन पर रेंगते व पेड़ पौधों को नष्ट करते नजर आए। इस दौरान टिड्डियों के दल को देखते ही किसानों की चिंता बढ़ गई। वहीं बीएसएफ जवानों ने टिड्डी नियंत्रण विभाग को सूचना दे दी है।
*पाकिस्तान में नहीं हुआ टिड्डी पर नियंत्रण*
मिली जानकारी के अनुसार टिड्डी के कुछ बड़े झुंड हैं जो लगातार भारत के बॉर्डर की ओर बढ़ रही है। पाकिस्तान में टिड्डी नियंत्रण कार्यक्रम समुचित रूप से नहीं चलाया जा रहा है। जिसकी वजह से भारत को टिड्डियां को काबू में करना पड़ रहा है। खाड़ी देशों में टिड्डी के बड़े-बड़े झुंड हैं।विशेषकर यमन, ओमान और ईरान में। टिड्डियां जून में अनुकूल मौसमी परिस्थितियों को देखते हुए भारत की तरफ बढ़ रही है। भारत में मानसून का मौसम शुरू हो चुका है और जून में बरसात और आंधी का मौसम रहेगा। जिस कारण टिड्डियों को आगे बढऩे के लिए अनुकूल परिस्थितियां मिलेगी।
*पीली टिड्डी से अधिक खतरा*
टिड्डी के दो रूप होते हैं एक पीला और दूसरा भूरे रंग का। पीले रंग की टिड्डी यानी वयस्क जल्दी से प्रजनन क्रिया कर 10 दिन में ही एक साथ सौ अंडे देकर अपनी तादाद बढ़ाती है। ऐसे में 10 हजार पीली टिड्डी भी कुछ ही दिनों में अपनी संख्या करोड़ तक कर सकती है।
*अफ्रीका से आती हैं टिड्डियां*
साल की शुरुआत में टिड्डी का आउटब्रेक लाल सागर के दोनों ओर स्थित अफ्रीका के पूर्वी देशों और सऊदी अरब से हुआ है। इसके बाद सऊदी अरब, यमन, ओमान और ईरान में टिड्डी के बड़े झुंड विकसित होते जा रहे हैं। ईरान से लगातार टिड्डियां पाकिस्तान के ब्लूचिस्तान होती हुई भारत की ओर आ रही हैं।
*राजस्थान के 4 जिलों को खतरा, जैसलमेर के रास्ते भारत*
टिड्डी दल का राजस्थान के 4 जिलों में सर्वाधिक खतरा है। जिसमें जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर, बीकानेर शामिल हैं। साथ ही जैसलमेर और बाड़मेर में टिड्डी दल फैल चुका है।पाकिस्तान से अनियंत्रित टिड्डियां लगातार जैसलमेर के रास्ते भारत आ रही है। टिड्डी नियंत्रित होने से पहले ही अण्डा (फाका) दे चुकी है। इससे लाखों टिड्डियां रातों-रात बढऩे का खतरा पैदा हो गया है। टिड्डियां जैसलमेर के पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज तक भी पहुंच गई हैं।

सोमवार, 17 जून 2019

पाक लड़कियों की चीन में होती है तस्करी, फर्जी शादी के जरिए कराते हैं वेश्यावृत्ति

पाक लड़कियों की चीन में होती है तस्करी, फर्जी शादी के जरिए कराते हैं वेश्यावृत्ति
पाक लड़कियों की चीन में होती है तस्करी, फर्जी शादी के जरिए कराते हैं वेश्यावृत्ति

पाकिस्तान और चीन के दलाल आपसी मिलीभगत कर देश में मानव तस्करी का गिरोह चला रहे हैं। वह गरीब परिवारों को रुपयों का लालच देकर उनकी बेटियों से चीनी नागरिकों की शादी कराते हैं।
फैसलाबाद, एपी। पाकिस्तान के फैसलाबाद शहर की 19 साल की नताशा मसीह के गरीब मां-बाप ने चंद रुपयों के लालच में अपनी बेटी की शादी एक चीनी से करा दी थी। उन्हें लगा था कि विदेश जाकर उनकी बेटी आराम से रहेगी लेकिन हुआ इसका उल्टा। मसीह का पति ना सिर्फ उसे मारता-पीटता था बल्कि उसे वेश्यावृत्ति के लिए भी मजबूर करता था।

यह सब सहने वाली नताशा अकेली नहीं है। उसके जैसी सैकड़ों ऐसी पाकिस्तानी लड़कियां हैं जिनकी शादी के नाम पर चीन में तस्करी की जा रही है। इनमें से ज्यादातर लड़कियां पाकिस्तान के सबसे गरीब ईसाई समुदाय की हैं।

पाकिस्तान और चीन के दलाल आपसी मिलीभगत कर देश में मानव तस्करी का गिरोह चला रहे हैं। वह गरीब परिवारों को रुपयों का लालच देकर उनकी बेटियों से चीनी नागरिकों की शादी कराते हैं। फिर उन लड़कियों को चीन भेज दिया जाता है जहां उनके पति जबरन उन्हें वेश्यावृत्ति में धकेल देते हैं।

हाल में पुलिस द्वारा मारे गए छापों में यह मामला उजागर हुआ है। पंजाब प्रांत के मानवाधिकार और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री एजाज आलम के अनुसार अब तक 500 लड़कियों की चीन में तस्करी की जा चुकी है। कुछ कार्यकर्ताओं के अनुसार यह आंकड़ा हजार तक पहुंच गया है।

जांचकर्ताओं को चुप रहने का आदेश

नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को चीन से भारी आर्थिक मदद मिल रही है। पाक सरकार दोनों देशों के आर्थिक संबंध खराब नहीं करना चाहती। इसी के चलते वरिष्ठ अधिकारियों ने जांचकर्ताओं को इस मामले में चुप रहने का आदेश दिया है।

चीन सरकार ने किया इन्कार

पाकिस्तान में चीन के राजदूत ने लड़कियों की तस्करी होने के आरोप से इन्कार किया है। इस महीने पाकिस्तान आए चीन के उपराष्ट्रपति वांग क्वीशन ने भी इन आरोपों को खारिज कर दिया था।

मंगलवार, 11 जून 2019

पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एचआइवी वायरस से संक्रमित 604 बच्चे पाए गए


पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एचआइवी वायरस से संक्रमित 604 बच्चे पाए गए
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एचआइवी वायरस से संक्रमित 604 बच्चे पाए गए
कराची,  । पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एचआइवी से संक्रमित हुए आधे से ज्यादा मरीजों को उचित इलाज नहीं मिल पा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अपनी जांच में यह जानकारी दी है। बीते मई में सिंध के लरकाना शहर में 751 लोग एचआइवी वायरस से संक्रमित पाए गए थे। इनमें 604 बच्चे हैं जिनकी उम्र दो से 15 साल के बीच है। स्वास्थ्य अधिकारियों को आशंका है कि असुरक्षित रक्त चढ़ाने और सुई के प्रयोग से ये बच्चे एचआइवी की चपेट में आ गए।

खतरनाक बीमारी के तेजी से फैलने का कारण पता लगाने के लिए पाकिस्तान सरकार ने डब्ल्यूएचओ की टीम को यहां बुलाया था। जांच के बाद टीम का कहना है कि अभी तक 324 मरीजों का इलाज शुरू ही नहीं हुआ है और कुछ को तो किसी भी तरह की स्वास्थ्य सहायता नहीं दी गई है।

रिपोर्ट के अनुसार इलाज के लिए जरूरी दवाओं की आपूर्ति करना अब भी पाकिस्तान सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण है। इस वक्त संक्रमित बच्चों में से 240 के इलाज के लिए ही दवाएं उपलब्ध हैं, 15 जुलाई तक ये दवाएं भी खत्म हो जाएंगी।

जानबूझकर यह संक्रमण फैलाने के लिए इलाके के मुजफ्फर घांगरो नामक डॉक्टर को गिरफ्तार किया गया था। संयुक्त जांच टीम का कहना है कि डॉक्टर ने जानबूझकर यह नहीं किया, लेकिन इस मामले में उसकी महत्वपूर्ण भूमिका है।

पाक गए जोधपुर से दो भाइयों के साथ हुआ हादसा , 1 की मौत*

पाक गए जोधपुर से दो भाइयों के साथ हुआ हादसा , 1 की मौत* 
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जोधपुर. अपने परिजनों से मिलने पाकिस्तान गए शहर के रामनगर क्षेत्र निवासी दो चचेरे भाई मीरपुर खास में एक सड़क हादसे का शिकार हो गए। उनकी कार को एक ट्रक ने टक्कर मार दी। इस हादसे में कंवर की हादसा स्थल पर ही मौत हो गई, जबकि उसका चचेरा भाई राजेश गंभीर रूप से घायल हो गया। यहां रह रहे परिजनों को सूझ नहीं रहा है कि वे पाकिस्तान से कंवर का शव किस तरह से जोधपुर लेकर आए।


जोधपुर में रामनगर निवासी दिलीप (मृतक व घायल का चचेरा भाई) ने बताया कि पाकिस्तान में 10 मई को नाना का निधन हुआ था। वहीं पर अगले ही दिन ममेरे भाई की पत्नी का भी निधन हो गया। परिवार में एक साथ दो मौतें होने पर परिवार की ओर से दोनों भाई  कंवर (33) पुत्र लाछाराम तथा राजेश (34) पुत्र मूलचंद पंवार गमी में शामिल होने 18 मई को पाकिस्तान गए थे।

15 जून को वापसी का टिकट बनवाने के लिए दोनों भाई मीरपुर खास रेलवे स्टेशन गए। तीन अन्य रिश्तेदार भी उनके साथ थे। टिकट बनवाकर दोनों भाई व परिजन ननिहाल उमरकोट के लिए कार में रवाना हुए। कुछ ही दूरी पर मीरचा गोरचानी के पास सामने से आ रही एक ट्रक ने उनकी कार को जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में कंवर ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। राजेश को गंभीर चोटें आईं। उसे मीरपुर में ही प्राथमिक उपचार के बाद पाक के हैदराबाद रेफर किया गया।  


कंवर के 3 मासूम बच्चे, बुजुर्ग माता-पिता
कंवर के परिवार में उसकी पत्नी के साथ ही दो नन्हे बेटे व एक मासूम बेटी है। बुजुर्ग माता-पिता भी साथ रहते हैं। परिवार की चौहाबो 18 सेक्टर में साइकिल-बाइक रिपेयर की दुकान है। इस घटना की सूचना मिलने पर घर में कोहराम मच गया। परदेस में मौत पर परिवार को यह समझ ही नहीं आ रहा था कि वे क्या करें। उनकी मदद को कुछ समाजसेवी आगे आए हैं। 

बुधवार, 27 फ़रवरी 2019

पाकिस्तान के आन्तकवादी हाफिज के सिंध प्रांत में है आतंकी कैम्प* *संस्था की आड़ में चला रहा है केम्प*

पाकिस्तान के आन्तकवादी  हाफिज के सिंध प्रांत में है आतंकी कैम्प*

*संस्था की आड़ में चला रहा है केम्प*

*बाडमेर न्यूज़ ट्रैक के लिए चन्दन सिंह भाटी की खास रिपोर्ट*

*कट्टरपंथी कुख्यात आन्तकवादी हाफिज सईद पिछले कई समय से पाकिस्तान के सिंध प्रांत में अपनी स्वयं सेवी संस्था की आड़ में आतंकी ट्रेनिंग सेंटर चला रहा है। सूत्रों की माने तो सिंध प्रांत के लगभग हर गांव में हाफिज सईद ने आतंकी केंद्र खोल रखे है।।कुछ स्थानों पर खैराती अस्पतालों की आड़ में आतंकी ट्रेनिंग सेंटर चला रहा है।।इन केंद्रों पर दस हज़ार से अधिक युवाओ को हथियार चलाने का प्रशिक्षण दिया जाता है।।ये शिविर वर्तमान में भी सुचारू चलाये जा रहे है।।

बाड़मेर मुंबई हमले का मुख्य आरोपी कुख्यात आंतकवादी हाफिज सईद पाकिस्तान में महफूज हैं। इन दिनों हाफिज पाकिस्तान के राजस्थान प्रान्त से साते सिंध प्रान्त के गाँवो में अपनी स्वयं सेवी संस्था फलह ए इंसानियत तंज़ीम के सेवा कार्यो का जायजा लेने के साथ लोगो को रहत पहुंचा रहा हैं। हाफिज को पाकिस्तान की खिफिया एजेंसी आई इस आई ने सिंध प्रान्त को हिन्दू मुक्त करने का टारगेट दे रखा हैं।

सीमा पर से मिली जानकारी के अनुसार हाफिज सईद का एन जी ओ चार वर्ष पूर्व सिंध प्रान्त में आए बाढ़ के समय सक्रीय हुआ था ,हाफिज के संस्था का मुखिया शफकत हुसैन अब्बासी और चेयरमैन अब्दुल गफ्फूर सिद्दीकी हैं ,इस संस्था द्वारा सिंध प्रान्त के ग्रामीण इलाको में चिकित्सा सेवा का कार्य किया जा रहा हैं ,संस्था द्वारा बड़ी संख्या में एम्बुलैंस सेवा आम लोगो के लिए उपलब्ध करा राखी हैं साथ ही एक खैराती अस्पताल भी खोल रखा हैं जिसमे आधुनिक चिकित्सा सुविधाए आम जान के लिए उपलब्ध हैं। चूँकि हाफिज सईद पर पाकिस्तान में किसी तरह का कोई प्रतिबन्ध नहीं हे ऐसे में वह खुले में आसानी से कहीं भी आ जा रहा हैं। अमूमन सिंध प्रान्त वह तीन माह के अंतराल के बाद आता रहता हैं। सूत्रों की माने तो हाफिज की संस्था आम लोगो के लिए सेवार्थ कार्य करने के साथ सरहदी क्षेत्रो में कट्टरपंथ का पाठ पद्धति हैं इसी के चलते कट्टरपंथियों के निशाने पर सिंध के हिन्दू परिवार आ गए ,इनसे परेशान हिन्दू परिवार थार एक्सप्रेस के जरिये पाकिस्तान से भारत पलायन कर रहे हैं। गत दो सालो में सिंध से करीब दस हज़ार से अधिक परिवार राजस्थान के विभिन जिलो में आकर बस चुके हैं।


सिंध प्रान्त के सिंधी मुस्लिम जिन्हे मुहाजिर मन जाता हे को मुस्लिम धर्म की मुख्य धरा में शामिल कर उन्हें कटटर पंथ की रह में रहा हैं हाफिज वाही सिंध के युवाओ को आंतकवादी प्रशिक्षण शिविरो में भी भेज रहा हैं। सूत्रानुसार हाफिज सईद की संस्था मीठी ,छाछरो ,सांगड ,बहावलपुर ,,नौकात, गड़रा सिटी ,खैरपुर ,नवाब सिटी ,जेकबाबाद ,लरकाना ,सक्कर ,दादु आदि जगहों पर संस्था की आड़ में आंतकी केम्प चलाने का काम  कर रहा हैं। सईद करींबी चार दिन से सिंध रहा पिछले दिनों,सामान्य लोगो की तरह आम जन के साथ घुल मिल रहा हैं।

मंगलवार, 29 जनवरी 2019

पाकिस्तान में हिंदू समुदाय की पहली महिला सिविल जज बनीं सुमन

पाकिस्तान में हिंदू समुदाय की पहली महिला सिविल जज बनीं सुमन

सुमन बोडानी बनीं पाकिस्तान की पहली हिंदू महिला सिविल जज

सुमन पवन बोडानी पाकिस्तान की पहली हिंदू महिला जज बन गई हैं. वह सिंध के शाहदादकोट के ग्रामीण इलाके से आती हैं. उन्होंने सिविल जज की नियुक्ति के लिए जारी हुई मेरिट लिस्ट में 54वीं रैंक हासिल की थी.

ग्रामीण इलाके से आने के बावजूद सुमन ने सभी चुनौतियों का सामना करते हुए अपने सपने को साकार किया. सुमन को अपने समुदाय के लोगों के विरोध का भी सामना करना पड़ा क्योंकि उन्हें लड़कियों का लॉ फील्ड में काम करना पसंद नहीं था. हालांकि, उनके परिवार ने हमेशा उनका साथ दिया. सुमन ने बताया, मेरे परिवार ने 'लोग क्या कहेंगे' पर कभी ध्यान नहीं दिया और मुझे मेरे लक्ष्य तक पहुंचने में हमेशा मदद की.

हैदराबाद से एलएलबी करने के बाद सुमन एलएलएम के लिए कराची चली गईं और वहां पर शहीद जुल्फिकार अली भुट्टो इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस ऐंड टेक्नॉलजी से एलएलएम किया. इसके बाद उन्होंने एडवोकेट जस्टिस (R) रशीद रिजवी की लॉ फर्म में दो साल तक प्रैक्टिस की.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुमन ने अपनी पिता की इच्छा के मुताबिक लॉ का प्रोफेशन चुना है.

सुमन के पिता पवन कुमार बोदान का कहना है कि उनकी बेटी शाहदादकोट में गरीबों को मुफ्त कानूनी मदद मुहैया कराना चाहती हैं. समुन के पिता ने कहा, सुमन ने भले ही चुनौतीपूर्ण प्रोफेशन चुना है लेकिन मुझे पूरा यकीन है कि वह अपनी मेहनत और ईमानदारी से कामयाबी के शिखर छुएगी.

सुमन के पिता एक आई स्पेशलिस्ट है जबकि उनकी बड़ी बहन एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं. सुमन की दूसरी बहन चार्टेड अकाउटेंट हैं.

सुमन लता मंगेशकर और आतिफ असलम की फैन हैं.

हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब हिंदू समुदाय के किसी शख्स को जज नियुक्त किया गया हो. हिंदू समुदाय से पहले जज जस्टिस राना भगवानदास थे जिन्होंने 2005 से 2007 तक के लिए कार्यकारी चीफ जस्टिस के तौर पर भी सेवाएं दीं.

सोमवार, 12 नवंबर 2018

पाकिस्तान ने 12 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया


पाकिस्तान ने 12 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया

कराची: पाकिस्तानी अधिकारियों ने सिंध प्रांत के तट के पास देश की सीमा में पड़ने वाले जल क्षेत्र में कथित तौर पर घुस आने के लिए 12 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार कर लिया. एक सुरक्षा अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी.

पाकिस्तान समुद्री सुरक्षा एजेंसी (पीएमएसए) के कर्मियों ने एक अभियान के दौरान सप्ताहांत में इन्हें गिरफ्तार किया.

एक सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि मछुआरों की दो नौकाओं को भी जब्त कर लिया गया.


अधिकारी ने कहा, 'मछुआरों को कराची के डॉक्स पुलिस थाने के हवाले कर दिया गया ताकि उनके खिलाफ पाकिस्तान में अवैध रूप से प्रवेश करने का मामला दर्ज किया जा सके.'

पाकिस्तान और भारत नियमित रूप से एक-दूसरे के मछुआरों को गिरफ्तार करते रहते हैं जो अरब सागर में सर क्रीक के पास पाकिस्तान एवं भारत के बीच तटरेखा सीमा की पुष्टि करने वाली किसी उचित प्रौद्योगिकी के अभाव में गलती से एक-दूसरे के जलक्षेत्र में प्रवेश कर जाते हैं. वे तब तक जेल में पड़े रहते हैं जब तक किसी निश्चित मौके पर उन्हें रिहा नहीं किया जाता.

पिछले महीने पीएमएसए ने 16 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार कर उनकी तीन नौकाएं जब्त कर ली थीं.

शनिवार, 3 सितंबर 2016

बाड़मेर आज़ादी के दीवाने रहे सादी खान का वंशज सरदार खान खोसो नगरपारकर सिंध पाकिस्तान का चेयरमेन बना ,



 बाड़मेर आज़ादी के दीवाने रहे सादी खान का वंशज सरदार खान खोसो नगरपारकर सिंध पाकिस्तान का चेयरमेन बना ,



बाड़मेर 1833 में अंग्रेजो के खिलाफ भारत को आज़ाद करने की लड़ाई लड़ चुके आज़ादी के दीवाने बलोच सादी खान खोसो के वंशज सरदार खान खोसो ने पाकिस्तान के सिंध प्रान्त के मिट्ठी तालुका के नगरपारकर के चेयरमेन बनाने के बाद पश्चिमी राजस्थान के सरहदी जिले बाड़मेर के सीमावर्ती गाँवो में ख़ुशी की लहार हैं ,इनके वंशज बाड़मेर जिले के चौहटन के भलगांव के सामी का पर में में रहते हुए स्वतंत्रता सैनानी श्याम सिंह राठौड़ के साथ आज़ादी की लड़ाई लड़ी ,बाद में विभाजन के दौरान एक गांव में खींची लकीर से वो पाकिस्तान चले गए ,


साधी खान खोसो की आज़ादी की लड़ाई


हिम्मत बंदा मदद खुदा घोड़े जी पुठ तलवार जी मुठ]

इतिहास में राजस्थान के बलोचों का स्थान सदैव गौरवशाली रहा हैं।यहां के बलोचों को कहा जाता है कि वीरता सदैव बलोचों की चेरी बनकर रहीं हैं इतने वीर सपूत होने पर भी यहां के कुछ रण रसियों ने बिना लड़े अंग्रेजो की अधिनता स्वीकार कर ली थी, लेकिन बाड़मेर जिले के चौहटन के बलोचों ने अंग्रेजों को बलोची तलवारों का चिरस्मरणीय जौर दिखाया था। किंतु दुर्भाग्य से उनके इस रण कौशल के इतिहास के स्वर्गिय पन्ने अपने में नहीं समेट सकें बात उस समय की है जब जोधपुर रियासत का मालाणी क्षेत्र स्वयं भू. भाग था। जोधपुर नरेश ने बलोचों को अपने-अपने क्षेत्र की सत्ता का अधिकार सौंप रखा था। के जागीदार ही अपने-अपने क्षेत्र में हासल इकठ्ठी करके उनमें से थोड़ा सा हिस्सा जोधपुर का नजराना के रूप में पैश कर देते थे। इन बलोचों पर अंग्रेज सरकार का नाम मात्र का अंकुश रहता था। सिंध के क्षेत्र एंव जैसलमेर के कुच्छ हिस्सों में लूटपाट करना ही इनका काम था।विक्रम सवंत 1890 इस घटना के अनुसार जैसलमेर के नरेश ने जोधपुर के नरेश के पास मालाणी के बलोचों की शिकायत की उसमें भी बाड़मेर एंव चौहटन के जागीरदारों की शिकायत की, की रईस उनके राज्य में लूटपाट करके प्रजा को तंग करते हैं।स्वजातिय स्वगोगीय भाई होने के कारण जोधपुर महाराजा ने शिकायत की कोई प्रवाह नहीं की अब उन्होंने अंग्रेजों के राजनीतिक एजेंट के पास माउंट आबु शिकायत भेजी। अंग्रेजों के राजनीतिक एजेंट ने मालाणी के खोसो को दबाने के लिए एरनपुरा छावनी से 10 कंपनियाँ भेजी, जिसमें 5 कंपनियों ने बाड़मेर को घेरा एंव 5 कंपनियों ने चौहटन को बाड़मेर के राजपूतों ने अंग्रेजों से समझौता कर लिया लेकिन चौहटन के अधिक बलोच अपने नित्य कार्य लूटपाट व वसूली पर गये थे" गांव में रईस शादीखान खोसो जिनको अंग्रेजों की फौज के कर्नल ने बातचीत के लिए प्रातःकाल जल्दी बुलाया।शादीखान के मन में अंग्रेजों की लूट खसोट जबर्दस्ती हिंदुस्तान पर आधिपत्य जमाने के कारण तीव्र क्षोभ और रोष था।प्रातः जानबूज कर कैंप तक जानें में उन्होंने देखा गांव के रिवाज के अनुसार शादीखान ने रियाण की अफीम लीया और दिया। उसके बाद अपनी 32 विश्वास पात्र लड़ाकू व्यक्तियों के साथ पुरी तैयारी करके अंग्रेज कर्नल से मिलने चलें।32 विश्वास पात्र बसाया खान बलोच, अहमद बलोच, बलोच फेरुखान, बलोच छोटू खान,बलोच मोहमद हमद, बलोच फतेहमोहमद, बाघा भील, लउआ भील, चांदिया कामदार शेरसिंह बीखर राजाखान, गंगाराम सेठिया शादीखान ने सबके सामने कहा की हम किसी के सामने मस्तिष्क नहीं झुकाएगें..यदी हम एसा करेंगे तो चौहटन के ऊँचे पहाड़ लज्जित हो जाएंगें।[जब 32 वीरों ने पांच सौ फिरगियों को धूल चटा दी] उन्होंने राजा खान बलोच को अंग्रेजो को पुनः लौट जाने का संदेश देकर भेजा।राजा खान वहां जाते ही संतरी से साहब का पूछा।संतरी ने कहा की साहब अंदर हैं !! राजाखान अंदर जानें लगा तो संतरी ने रोका कि, किसका हुक्म हैं।और क्या व्यवहार हैं ?? राजाखान बोला की हुक्म अल्लाह जो अहै व्यवहार असांवठ लठ जो अहै(आदेश अल्लाह का है और व्यवहार लाठी का) तब संतरी ने रोका और राजाखान ने जवाब दिया की बलोच शादीखान खोसा के सिवाय मुझे हुक्म देने वाला कौन हैं।संतरी ने अंदर जानें से रोका तो राजाखान ने जौर से धका देकर गिरा दिया, और मयान से तलवार निकालकर कर्नल को सूचना देने अंदर घुसा। अंग्रेज कर्नल ने जब नंगी तलवार देखकर खान को आते देखा तो उसने अपनी पिस्तौल राजा पर दाग दी।लेकिन राजा गोली खाकर गीरा नहीं बल्कि तलवार लेकर कर्नल पर झपटा उसका काम तमाम कर दिया....बलोच शादीखान को पता अंग्रेज कंपनी को इस घटना लग गया, रईस ने अपने सभी वीर साथियों को ललकारा।सभी 32 व्यक्ति अंग्रेज फौज के 500 व्यक्तियों पर टूट पड़े।अंग्रेज सैनिकों के पास बंदूके थी"घमासान लड़ाई हुई बलोची तलवारों से टोपी वालों की लाशे कट कटकर गिरने लगीं..इधर बाधा, लऊआ, प्राण हथेली पर लेकर लड़ रहें थे।अचानक बंदूक की गोली बसाया खान की टांग में घुस गई थी। शादीखन ने बसाया को लगंड़ाते हुए कहा बसाया खान थु पड़े जद धरा लाजे तु लंगड़ी टांग लड़ अर्थात बसाया तुम गिरोगे तो यह धरती शर्म से लाल हो जाएगी।इस लिए लंगड़ी टांग से लड़ो बसाया खान वीर था यह सब सुनकर खून उबाल खाने लगा और तलवार चमकने लगी एक ही टांग पर लड़कर कई अंग्रेज सैनिकों को मौत की नींद सुला दिया... अंग्रेज सैनिकों के पाँव उखड़ गए" उनके घोड़े भाग खड़े हुए इस तरह अंग्रेजों की सैना को मान मर्दन करके चौहटन के बलोचों ने यश कमाया और आज जो चौहटन के इस ऊँचे पर्वत के आँचल के समस्त बलोचों के यशमे बलोच शादीखान ने चार चाँद लगा दिए।चौहटन के मुठी भर बलोचों अंग्रेज सैना के 500 बंदूक धारियों को लोहे के चन्ने चबाने को मजबूर कर दिया, तब अंग्रेज अफसर ने शादीखान/ इज्जत अली खान खोसो गांव चौहटन जितनी तक इनकी औलाद और वंश रहेगा उतनी तक बिना लाइसेन्स का हथियार लेकर घुमेगा यह आदेश जारी कर प्रमाण-पत्र दिया था।शादीखान खोसो की कब्र आज भी चौहटन के अंदर है वहां हर सोमवार हिंदू मुस्लिम जाते है और दिल से वीर शहीद को याद करते हैं।




नोट :-समस्त राजस्थान

क्रांतिकारियों और इतिहास की किताब आज भी चौहटन वकील श्री रुपसिंह जी के पास सुरक्षित है और पूर्व विदेश मंत्री श्री जसवंत सिंह जी को यह बातें सब याद है इसका उल्लेख भी वह ग्यारह साल पहले लोकसभा चुनाव सेड़वा चुनावी दौरे के वक्त कर चुके हैं और मैंने भी ध्यान लगाकर सुना था...

सोमवार, 15 अगस्त 2016

बाड़मेर पश्चिमी सरहद पर स्वतं़त्रता दिवस के मोके पर हुआ, पाकिस्तान के साथ मिठाईयों का आदान प्रदान

बाड़मेर पश्चिमी सरहद पर स्वतं़त्रता दिवस के मोके पर हुआ, पाकिस्तान के साथ मिठाईयों का आदान प्रदान



बाड़मेर 15 अगस्त को देश की पश्चिमी सरहद पर राजस्थान सीमान्त में पाकिस्तान के साथ लगती भारत-पाक अन्तराष्ट्रीय सीमा पर स्वतंत्रता दिवस के  अवसर पर सीमा सुरक्षा बल द्वारा पाकिस्तन रेंजरों को मिठाई प्रदान की ।

आज स्वंतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर फ्लैग मीटिंग के दौरान सेक्टर कमांडर एवम् कमांडेंट सीमा सुरक्षा बल की तरफ से पाकिस्तान रेंजर्स को क्रमश मुनाबाव और गडरा फॉरवर्ड के सीमा स्तम्भ 814 और 839/2 पर मिठाई दी गई।

स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भारत के सीमा सुरक्षा बल तथा पाकिस्तान रेंजर के बीच मिठाईयों का आदान- प्रदान हुआ तथा साथ ही एक दूसरे को बधाईयां दी गई।  इस तरह के मुबारक मौकों पर दोनो देषों की सीमा सुरक्षा बलों द्वारा आपस में बधाईयां तथा मिठाई के आदान-प्रदान से आपसी भाईचारे तथा विष्वास में बढोतरी होती है।
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गुरुवार, 14 जुलाई 2016

बाड़मेर सीमान्त क्षेत्रो में पाकिस्तान के पीर अली हुसैन का फिर वायरल हुआ पाकिस्तानी ऑडियो, जांच शुरू



बाड़मेर सीमान्त क्षेत्रो में पाकिस्तान के पीर अली हुसैन का फिर वायरल हुआ पाकिस्तानी ऑडियो, जांच शुरू





बाड़मेर के सरहदी इलाके में एक बार फिर पाक की नापाक करतूत सामने आई है। पाक के एक कथित पीर से आए ऑडियो में भारत के खिलाफ सांप्रदायिक माहौल को बिगाड़ने की साजिश है। यह ऑडियो इन दिनों सरहद इलाके में सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बाड़मेर पुलिस अधीक्षक गगनदीप सिंगला को इस मामले की जानकारी मिलने के बाद जांच के लिए चौहटन उप अधीक्षक के नेतृत्व में टीम का गठन किया है, जो मामले की जांच कर रही है।

गत दिनों सेड़वा में सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी वायरल होने के बाद अब पाक से ऑडियो भारत में वायरल हुआ है। इस तरह का पाकिस्तानी ऑडियो भारत में वायरल होने की घटना कोई पहली बार नहीं हुई है, इससे पूर्व भी इस तरह के ऑडियो वायरल हो चुके हैं। जिसमें भारत के खिलाफ साजिश रचने और हमले करने तक की धमकियां दी गई। यह ऑडियो पाकिस्तान के पीर अली हुसैन का है। ऑडियो में हाल ही सोशल मीडिया पर वायरल की गई आपत्तिजनक टिप्पणी का जवाब दिया गया है, जिसमें सरकार से आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ फांसी पर चढ़ाने की मांग की जा रही है।पीर द्वारा आरोपी का गला रेतने जैसी अपील की गयी हैं

पुलिस अधीक्षक ने बिठाई जांच 

पुलिस अधीक्षक गगनदीप सिंगला ने बताया कि ऑडियो के वायरल होने के बाद चौहटन सीओ को जांच दी गई है। यह ऑडियो कहां से और कब, किसके माध्यम से भारत तक पहुंचा है। इससे पूर्व भी में इसी शख्स की आवाज में ऑडियो सीमावर्ती इलाके में सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। ऐसे में मामले की गंभीरता के साथ जांच की जा रही है। चौहटन थानाधिकारी ओमप्रकाश विश्नोई सहित पुलिस की टीम मामले की जांच में जुटी हुई है।

जिलानी पीर की यात्रा के बाद पाक का दखल बढ़ा

गत वरस जिलानी जमात के पीर ताज मोहम्मद बाड़मेर यात्रा पे आये थे ,इस यात्रा के दौरम सरहदी पहली बार मुस्लिमो का वर्गीकरण जमतो के नाम पे हुआ था ,इस यात्रा के दौरान मुस्लिम समुदाय में ही आपसी , बाद जिलानी जमात के इस पीर के गट की दखल अंदाज़ी बाड़मेर जिले के सरहदी इलाको में बढ़ा गयी ,गाहे बगाहे इनकी आवाज़ के ऑडियो इनके मनुरीदो के मार्फ़त वायरल किये जाते रहे हैं ,इस ऑडियो की भाषा आई एस आई के ानतकरियो से कम नहीं ,हैं ऐसे ऑडियो वायरल करने वालो के खिलाफ सरकार को सख्त कदम उठाने होंगे नहीं तो सरहद की शांत आबोहवा में जहर घुलते वक़्त नहीं लगेगा


पुलिस अधीक्षक की अपील 

:पुलिस अधीक्षक गगनदीप सिंगला ने अपील की है कि सरहदी इलाके के लोग किसी तरह के ऑडियो या सोशल मीडिया पर टिप्पणी की तरफ ध्यान नहीं दें। किसी भी तरह की आपत्तिजनक टिप्पणी या कोई ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो तो तुरंत पुलिस को सूचना दे। सांप्रदायिक सौहार्द और आपसी सामंजस्य बनाए रखे। ये कुछ लोगों की सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने की साजिश हो सकती है।

गुरुवार, 30 जून 2016

पाकिस्तान: सिंध में मानसून की पहली बारिश में 10 की मौत

पाकिस्तान: सिंध में मानसून की पहली बारिश में 10 की मौत


कराची। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में मॉनसून की पहली बार बारिश के बाद इससे जुड़ी घटनाओं में कम-से-कम 10 लोगों की मौत हो गई। इससे अव्यवस्था की स्थिति पैदा हो गई और प्रांतीय राजधानी और देश के आर्थिक केेन्द्र कराची में सामान्य जनजीवन पटरी से उतर गया।

अधिकारियों ने बताया कि कराची में बिजली का करंट लगने और मिट्टी के घर की छत गिर जाने से दो बच्चों समेत चार लोगों की मौत हो गई और शेष छह लोगों की मौत थारपरकर, उमरकोट और बदीन इलाके में हो गई।

लगातार दूसरे दिन भारी बारिश से पाकिस्तान के आर्थिक और वित्तीय केन्द्र कराची में अव्यवस्था की स्थिति पैदा हो गई।

भीषण गर्मी और उमस से परेशान दो करोड़ लोगों को बेसब्री से बारिश का इंतजार था लेकिन यह उनके लिए बुरा सपना साबित हुआ क्योंकि लगातार बारिश के कारण सडक़ों और गलियों में पानी भर गया। कई इलाकों में लगातार बिजली कट रही है और सडक़ों पर जाम लगा हुआ है।

रमजान के महीने में इफ्तार से पहले घर पहुंचने के लिए लोग सडक़ों पर निकले लेकिन जाम में फंसे रहे। वहीं कई इलाकों के लोग लंबे समय तक बिजली कटने के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए सडक़ों पर आ गए।

सोमवार, 27 जून 2016

इस्लामाबाद।पाकिस्तान में किन्नर भी कर सकेंगे निकाह, इस्लाम ने बताया जायज



इस्लामाबाद।पाकिस्तान में किन्नर भी कर सकेंगे निकाह, इस्लाम ने बताया जायज


पाकिस्तान के लाहौर में किन्नरों का निकाह इस्लामी कानून के मुताबिक वैध बताते हुए 50 मौलवियों ने सोमवार को फतवा जारी किया है। जानकारी के मुताबिक, तनजीम इत्तेहाद-आई-उम्मत से संबद्ध मौलवियों की ओर से जारी फतवे में कहा गया है कि ऐसे किन्नर जिनमें शारीरिक रूप से पुरुषों के अंग हैं, उनका ऐसे खोजे से निकाह जायज है जिसमें स्त्री के अंग मौजूद हो।




फतवे के अनुसार स्पष्ट अंग वाले किन्नर आम आदमी व औरत से भी शादी कर सकते हैं। जिन किन्नरों में पुरुष व महिला दोनों के अंग हैं, उनका निकाह जायज नहीं है। संपत्ति से बेदखल करना गैर-कानूनी फतवे में यह भी कहा गया है कि किन्नरों को संपत्ति से बेदखल करना गैर-कानूनी है और वैसे माता-पिता जो अपने किन्नर बच्चों को संपत्ति से बेदखल कर देते हैं, सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई करे।




फतवे में किन्नरों के प्रति समाज के नजरिए का भी जिक्र किया गया है। इसमें किन्नरों को अपमानित करने या उन्हें चिढ़ाने वाले कृत्यों पर पाबंद लगाने की बात कही गई है। साथ ही, सरकार से किन्नरों को पहचान पत्र जारी किए जाने की मांग की गई है ताकि उन्हें समाज में पहचान मिले और वो भी अन्य पाकिस्तानी नागरिकों की तरह नौकरी, व्यापार व सामाजिक गतिविधियों में हिस्सा ले सकें।

रविवार, 12 जून 2016

पाकिस्तान में पुलिसकर्मी ने हिन्दू बुजुर्ग को पीटा



पाकिस्तान में पुलिसकर्मी ने हिन्दू बुजुर्ग को पीटा


इस्लामाबाद। पाकिस्तान के घोटकी जिले के सिंध प्रांत में इफ्तारी से पहले खाने के सामान बेचने को लेकर जिस पुलिसकर्मी ने हिन्दू बुजुर्ग की पिटाई की थी उसे शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया।पुलिस के अनुसार 90 साल के एक हिंदू बुजुर्ग गोकल दास ने इफ्तारी से पहले ही खाने के सामान बेचे थे और खाए थे। इस पर पुलिस अधिकारी अली हसन ने उस बुजुर्ग की जमकर पिटाई कर डाली।

इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों में काफी आक्रोश देखा गया। पुलिस ने कहा कि आरोपी पुलिसकर्मी अली हसन जिले के हयात पीटाफी शहर के थाने में तैनात था और उसे बुजुर्ग गोकल दास को पीटने और घायल करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है।

जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मसूद बंगश ने बताया कि पीड़ित गोकल दास के पोते विनोद कुमार की शिकायत पर जिले के जवाहर पुलिस थाने में आरोपी पुलिसकर्मी के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

पाकिस्तान के विभिन्न मानवाधिकार संगठनों ने आरोपी पुलिसकर्मी को सख्त से सख्त सजा देने की मांग की है। पीपीपी के प्रमुख बिलावल भुट्टो की बहन बख्तवार भुट्टो ने ट्वीट कर पुलिसकर्मी के गिरफ्तार होने की जानकारी दी।