बाड़मेर, ग्राम रोजगार सहायक के परिजनांे को सौंपे 8 लाख
-प्रदेश मंे पहली मर्तबा अनूठी पहल,ग्राम रोजगार सहायक का कुछ दिन पहले हुआ था निधन।
बाड़मेर,19 मई। पंचायतीराज विभाग के कार्मिकांे ने प्रदेश मंे पहली मर्तबा अनूठी पहल करते हुए मनरेगा संविदा कार्मिक के परिजनांे को 8.30 लाख रूपए की सहायता राशि एकत्रित कर सौंपी। गागरिया ग्राम पंचायत मंे कार्यरत ग्राम रोजगार सहायक हड़वंताराम का कुछ दिन पहले निधन हो गया था। मनरेगा संविदा कार्मिक के असामयिक निधन पर पर किसी तरह की सहायता देने का प्रावधान नहीं है।
बाड़मेर जिले की गागरिया ग्राम पंचायत मंे मनरेगा मंे कार्यरत ग्राम रोजगार सहायक हड़वंताराम का कुछ दिन पूर्व निधन हो गया था। इस दौरान वे कोविड-19 की डयूटी दे रहे थे। चूंकि मनरेगा संविदा कार्मिक की मृृत्यु हो जाने पर राज्य सरकार की ओर से परिजनांे को अनुकंपात्मक नियुक्ति अथवा किसी प्रकार की सहायता देने का प्रावधान नहीं है। कुछ समय पूर्व किसी कार्मिक के कोविड-19 संक्रमित होकर मृत्यु हो जाने पर राज्य सरकार की ओर से 50 लाख की सहायता राशि का प्रावधान किया गया था। लेकिन ग्राम रोजगार सहायक हड़वंताराम किसी भी प्रकार से सहायता पाने का पात्र नहीं था। ऐसे मंे जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू की ओर से पंचायतीराज विभाग बाड़मेर व्हाटसअप गु्रप पर संविदा कार्मिक को यथासंभव सहयोग राशि का अनुरोध किया गया। इसके बाद पंचायतीराज विभाग के कार्मिकांे ने पहल करते हुए अपनी निजी आय से 8.30 लाख रूपए एकत्रित किए। मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू, परियोजना अधिकारी लेखा जसराज चौहान,रामसर पंचायत समिति के विकास अधिकारी पूनमाराम विष्नोई, ग्राम विकास अधिकारी मूलाराम ने ग्राम रोजगार सहायक के घर पहुंचकर शोक संतप्त परिवार को सांत्वना दी। उन्हांेने पंचायतीराज विभाग के कार्मिकांे की ओर से एकत्रित की गई राशि का चैक ग्राम रोजगार सहायक के परिजनांे को सौंपा। विकास अधिकारी पूनमाराम विष्नोई ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी रतनू के निर्देशन मंे इस पहल के लिए आभार जताया। उल्लेखनीय है कि ग्राम रोजगार सहायक हड़वंताराम परिवार की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर होने के साथ उसके तीन संतान है। ऐसे मंे आर्थिक सहयोग मिलने से उसके परिवार को खासी राहत मिली है।
-प्रदेश मंे पहली मर्तबा अनूठी पहल,ग्राम रोजगार सहायक का कुछ दिन पहले हुआ था निधन।
बाड़मेर,19 मई। पंचायतीराज विभाग के कार्मिकांे ने प्रदेश मंे पहली मर्तबा अनूठी पहल करते हुए मनरेगा संविदा कार्मिक के परिजनांे को 8.30 लाख रूपए की सहायता राशि एकत्रित कर सौंपी। गागरिया ग्राम पंचायत मंे कार्यरत ग्राम रोजगार सहायक हड़वंताराम का कुछ दिन पहले निधन हो गया था। मनरेगा संविदा कार्मिक के असामयिक निधन पर पर किसी तरह की सहायता देने का प्रावधान नहीं है।
बाड़मेर जिले की गागरिया ग्राम पंचायत मंे मनरेगा मंे कार्यरत ग्राम रोजगार सहायक हड़वंताराम का कुछ दिन पूर्व निधन हो गया था। इस दौरान वे कोविड-19 की डयूटी दे रहे थे। चूंकि मनरेगा संविदा कार्मिक की मृृत्यु हो जाने पर राज्य सरकार की ओर से परिजनांे को अनुकंपात्मक नियुक्ति अथवा किसी प्रकार की सहायता देने का प्रावधान नहीं है। कुछ समय पूर्व किसी कार्मिक के कोविड-19 संक्रमित होकर मृत्यु हो जाने पर राज्य सरकार की ओर से 50 लाख की सहायता राशि का प्रावधान किया गया था। लेकिन ग्राम रोजगार सहायक हड़वंताराम किसी भी प्रकार से सहायता पाने का पात्र नहीं था। ऐसे मंे जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू की ओर से पंचायतीराज विभाग बाड़मेर व्हाटसअप गु्रप पर संविदा कार्मिक को यथासंभव सहयोग राशि का अनुरोध किया गया। इसके बाद पंचायतीराज विभाग के कार्मिकांे ने पहल करते हुए अपनी निजी आय से 8.30 लाख रूपए एकत्रित किए। मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू, परियोजना अधिकारी लेखा जसराज चौहान,रामसर पंचायत समिति के विकास अधिकारी पूनमाराम विष्नोई, ग्राम विकास अधिकारी मूलाराम ने ग्राम रोजगार सहायक के घर पहुंचकर शोक संतप्त परिवार को सांत्वना दी। उन्हांेने पंचायतीराज विभाग के कार्मिकांे की ओर से एकत्रित की गई राशि का चैक ग्राम रोजगार सहायक के परिजनांे को सौंपा। विकास अधिकारी पूनमाराम विष्नोई ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी रतनू के निर्देशन मंे इस पहल के लिए आभार जताया। उल्लेखनीय है कि ग्राम रोजगार सहायक हड़वंताराम परिवार की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर होने के साथ उसके तीन संतान है। ऐसे मंे आर्थिक सहयोग मिलने से उसके परिवार को खासी राहत मिली है।