*भारत माला प्रोजेक्ट जेसलमेर बाडमेर में भरष्टाचार 3*
जैसलमेर*भारत माला जैसा महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट पेटी कॉन्टेक्ट पर नोसिखिया ठेकेदारों के हवाले*
*मूल ठेकेदार कौन है किसी को मालूम नहीं, घटिया निर्माण का जिम्मेदार कौन,विभाग चुप*
*राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और परिवहन मंत्रालय तक पहुंची भारत माला में भरष्टाचार की गूंज*
*बाडमेर न्यूज ट्रैक के लिए चन्दन सिंह भाटी*
जैसलमेर पश्चिमी राजस्थान के चार सरहदी जिलो में सड़कों को उच्चतम गुणवत्ता के निर्माण के लिए चल रहे भारत माला प्रोजेक्ट की जगह जगज भद्द पिट रही है।।भारत माला प्रोजेक्ट में भरष्टाचार की खबरों की गूंज राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और परिवहन विभाग तक पहुंच गई।।बाखासर से आरंभ हुई भारत माला की सड़कों के निर्माण में पहले पायदान पर ही अनियमितता बरती गई।इस प्रोजेक्ट का मूल ठेकेदार कौन है किसी को पता नही।मूल ठेकेदार ने नियम विरुद्ध कार्य सबलेट किया।।सबलेट ठेकेदारों ने पेटी कॉन्टेक्ट के जरिये छोटे छोटे ब्लॉक नोसिखिये ठेकेदारों को दे दिए।जबकि भारत माला की गाइड लाइन में निविदा में मुख्य शर्त थी कि कार्य आगे सबलेट नहीं किया जाएगा।ऐसा होता है तो निविदा निरस्त की जा सकती है।अलबत्ता गुणवत्ता कार्य करवाने के लिए भारत माला प्रोजेक्ट के जगह जगह जिलो में कार्यालय खोले गए है।मगर इन कार्यालयों में कोई हलचल दिखाई नही देती।।साइट पर चल रहे कार्य के निरीक्षण समय समय पर करने की बजाय शहरी क्षेत्र में गाड़ी घोड़े दौड़ाए जा रहे है। सूत्रानुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को शुरू से ही ग्रहत लगा है।।किसी भी क्षेत्र में गुणवत्ता का कार्य नही हो रहा।।इसका मुख्य कारण पेटी कॉन्टेक्ट पे कार्य कर रहे अनाधिकृत ठेकेदार है जिन्होंने कभी पी डब्यू डी की सड़कें नही बनाई उन्हें भारत माला जैसे महत्वपूर्ण सड़को का कार्य आवंटन कर दिया ।जिसके चलते सड़को के निर्माण की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है।।मौके पर जाकर सक्षम अधिकारी सड़क निर्माण कार्य की गुणवत्ता और तकनीकी देखे तो सारा माजरा समझ आ जायेगा।।भारत माला प्रोजेक्ट छोटे छोटे ठेकेदारों के पनपने में जरूर सहायक सिद्ध हो रही। जेसलमेर बॉर्डर पर चल रहे कार्यो में जमकर भरष्टाचार हो रहा। मोदी सरकार लाख भरष्टाचार रोकने की बात कहै मगर यह जेसलमेर बाडमेर के ठेकेदारों पर लागू नही होती।।यहां तक कि ठेकेदारों के पास साइट प्लान तक उपलब्ध नही है।।
*भारत माला प्रोजेक्ट लाइव लगातार*
जैसलमेर*भारत माला जैसा महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट पेटी कॉन्टेक्ट पर नोसिखिया ठेकेदारों के हवाले*
*मूल ठेकेदार कौन है किसी को मालूम नहीं, घटिया निर्माण का जिम्मेदार कौन,विभाग चुप*
*राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और परिवहन मंत्रालय तक पहुंची भारत माला में भरष्टाचार की गूंज*
*बाडमेर न्यूज ट्रैक के लिए चन्दन सिंह भाटी*
जैसलमेर पश्चिमी राजस्थान के चार सरहदी जिलो में सड़कों को उच्चतम गुणवत्ता के निर्माण के लिए चल रहे भारत माला प्रोजेक्ट की जगह जगज भद्द पिट रही है।।भारत माला प्रोजेक्ट में भरष्टाचार की खबरों की गूंज राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और परिवहन विभाग तक पहुंच गई।।बाखासर से आरंभ हुई भारत माला की सड़कों के निर्माण में पहले पायदान पर ही अनियमितता बरती गई।इस प्रोजेक्ट का मूल ठेकेदार कौन है किसी को पता नही।मूल ठेकेदार ने नियम विरुद्ध कार्य सबलेट किया।।सबलेट ठेकेदारों ने पेटी कॉन्टेक्ट के जरिये छोटे छोटे ब्लॉक नोसिखिये ठेकेदारों को दे दिए।जबकि भारत माला की गाइड लाइन में निविदा में मुख्य शर्त थी कि कार्य आगे सबलेट नहीं किया जाएगा।ऐसा होता है तो निविदा निरस्त की जा सकती है।अलबत्ता गुणवत्ता कार्य करवाने के लिए भारत माला प्रोजेक्ट के जगह जगह जिलो में कार्यालय खोले गए है।मगर इन कार्यालयों में कोई हलचल दिखाई नही देती।।साइट पर चल रहे कार्य के निरीक्षण समय समय पर करने की बजाय शहरी क्षेत्र में गाड़ी घोड़े दौड़ाए जा रहे है। सूत्रानुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को शुरू से ही ग्रहत लगा है।।किसी भी क्षेत्र में गुणवत्ता का कार्य नही हो रहा।।इसका मुख्य कारण पेटी कॉन्टेक्ट पे कार्य कर रहे अनाधिकृत ठेकेदार है जिन्होंने कभी पी डब्यू डी की सड़कें नही बनाई उन्हें भारत माला जैसे महत्वपूर्ण सड़को का कार्य आवंटन कर दिया ।जिसके चलते सड़को के निर्माण की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है।।मौके पर जाकर सक्षम अधिकारी सड़क निर्माण कार्य की गुणवत्ता और तकनीकी देखे तो सारा माजरा समझ आ जायेगा।।भारत माला प्रोजेक्ट छोटे छोटे ठेकेदारों के पनपने में जरूर सहायक सिद्ध हो रही। जेसलमेर बॉर्डर पर चल रहे कार्यो में जमकर भरष्टाचार हो रहा। मोदी सरकार लाख भरष्टाचार रोकने की बात कहै मगर यह जेसलमेर बाडमेर के ठेकेदारों पर लागू नही होती।।यहां तक कि ठेकेदारों के पास साइट प्लान तक उपलब्ध नही है।।
*भारत माला प्रोजेक्ट लाइव लगातार*