कर्नल सोनाराम चौधरी लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
कर्नल सोनाराम चौधरी लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

रविवार, 14 अक्तूबर 2018

बाड़मेर *जाट समाज के नेता हनुमान बेनीवाल की मीटिंग में हुए शरीक,भाजपा के विधायक भी शामिल।* *सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी के पुत्र ने हनुमान बेनिवाल को मजबूत करने की अपील कर मचाई खलबली*



बाड़मेर *जाट समाज के नेता हनुमान बेनीवाल की मीटिंग में हुए शरीक,भाजपा के विधायक भी शामिल।*
*सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी के पुत्र ने हनुमान बेनिवाल को मजबूत करने की अपील कर मचाई खलबली*

*29 अक्टूबर को हनुमान बेनिवाल की महारैली की तैयारियों को लेकर हनुमान बेनिवल कल बाड़मेर जिले के विभिन स्थानों पर मीटिंग ले चुके।सबसे अंतिम मीटिंग बायतु में रात दो बजे आयोजित की गई।जिसमें भाजपा के एक विधायक सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे।।बैठक में सांसद कर्नल सोनाराम के पुत्र डॉ रमन भी मौजूद थे।बैठक में हनुमान बेनीवाल समर्थक बड़ी संख्या में उपस्थित हुए।जब  स्थानीय विधायक बोलने उठे तो बेनीवाल समर्थकों ने जोरदार उनके खिलाफ नारेबाजी की जिसके चलते उन्होंने अपना उद्बोधन बीच मे छोड़ दिया।।बारी डॉ रमन की आई तो उन्होंने जाट समाज से हनुमान बेनीवाल को मजबूत करने की अपील कर दी।।इस अपील से मंच पर खलबलि मचना   स्वाभाविक था।डॉ रमन का बयान इशारा करताहै की 29 अक्टूबर को राजस्थान की राजनीति में फिर भूचाल आने वाला है।।इस बयान से उन कयासों को बल मिला है कि कर्नल हनुमान बेनीवाल के साथ जासकते है।।भाजपा से राजपूतो के पलायन के बाद भाजपा पूर्णतः जाट मतदाताओं पर निर्भर हो गई।।29अक्टूबर की रैली के बहाने भाजपा पर जाट नेता बड़े पदों के लिए दबाव बनाने की तैयारी में है तो समाज की एकता के नाम पर भाजपा कांग्रेस से त्यागपत्र भी दे सकते है ।सूत्रों की माने तो बेनीवाल बाड़मेर जिले की चार सीट पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे।।हनुमान बेनीवाल कर्नल सोनाराम की दोस्ती जगजाहिर है।।फिर राजनीति है कुछ भी हो सकता है।

मंगलवार, 18 मार्च 2014

अपने ऊपर दर्ज मामलो से बचने के लिए भाजपा में गए कर्नल अमिन खान


पूर्व मंत्री अमिन खान ने कर्नल पर लगाये आरोप
अपने ऊपर दर्ज मामलो से बचने के लिए भाजपा में गए कर्नल अमिन खान 

बाड़मेर बाड़मेर जिले के अल्पसंख्यक खुर्राट नेता और पूर्व मंत्री अमिन खान ने कांग्रेस के दिग्गज जाट नेता कर्नल सोनाराम चौधरी के भाजपा में शामिल होने को मौकापरस्ती बताया ,उन्होंने आरोप लगाया कि कर्नल पर कई मामले दर्ज हें। उन मामलो से बचने के लिए वो भाजपा में शामिल हुए हें। उन्होंने बताया कि कर्नल के भाजपा में जेन से कांग्रेस मजबूत होगी। उलेखनीय हें बाड़मेर जैसलमेर से तीन मर्तबा सांसद रहने वाले कर्नल सोनाराम चौधरी कि चौथी जीत को अमिन खान कि नाराजगी ने रोका था ,कर्नल के खिलाफ मुस्लिम मतदाताओ ने जमकर भाजपा को वोट कर कर्नल को झटका दिया था। मुस्लिमो कि कर्नल से नाराजगी अभी भी जारी हें।

सोमवार, 4 नवंबर 2013

मिलिए बायतु विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्यासी कर्नल सोनाराम चौधरी


मिलिए बायतु विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्यासी कर्नल सोनाराम चौधरी

लोकप्रियता ,दबंगता और साफगोई ही पहचान 



बाड़मेर मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस से सेवानिवृति के बाद थार कि राजनीती में ध्रुव तारे के सामान राजनीती के चमकाने वाले कर्नल सोनाराम चौधरी तीन बार सांसद रहे ,मुख्यंत्री अशोक गहलोत के साथ सैद्धांतिक विचारधारा के विरोध के चलते कर्नल कि छवि राष्ट्रिय नेता कि बन गयी। कर्णव ने गत चुनाव बायतु से विधानसभा के लिए लड़ा था जिसमे उन्होंने भाजपा के कैलाश चौधरी को पेंतीस हज़ार से अधिक मतों से हरा कर बायतु के प्रथम विधायक बनाने का गौरव हासिल किया ,कर्नल ने आम आदमी के सुख दुःख में खड़ा रह कर जन नेता कि छवि का जबर्दस्त विकास किया। आज बाड़मेर कि राजनीती में कर्नल ही एक मात्र जन नेता हें जिनकी पीछे जनता कड़ी हें,बायतु से कर्नल ने रिफायनरी मुद्दे पर किसानो का साथ देकर वाह वाही लुटी तो उनके पॉटर रमन चौधरी ने भी अपना दायित्व निभाया। कर्नल पुरे राजस्थान में कांग्रेस के एक मात्र नेता हें जिनकी जीत पक्की मानी जाती रही ,कर्नल कि राजनीती पहुँच इसी से साबित होती हें कि लगातार गहलोत के विरोध के बावजूद उन्हें चुनाव समिति का सदस्य बनाया गया। जन हित के मुद्दो पर जनता के साथ रहना ,विकास को प्राथमिकता कर्नल कि खाशियत रही हें यही उनकी जीत का आधार रह सकती हें।

मंगलवार, 9 अप्रैल 2013

बायतु विधानसभा क्षेत्र ...कर्नल को हराना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन


बायतु विधानसभा क्षेत्र ...कर्नल को हराना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन


भाजपा के पास कम विकल्प

चन्दन सिंह भाटी

बाड़मेर बाड़मेर जिले की नव्सर्जित विधान सभा सीट बायतु में गत बार पहली बार हुए चुनावो में कांग्रेस के कर्नल सोनाराम चौधरी ने भाजपा के कैलाश चौधरी को भरी मतों के अंतर से हराया था .चार साल बाद भी क्षेत्र में किसी बदलाव की उम्मीद नहीं हें ,कर्नल इस सीट पर अडिग हें ,उनकी जनाधार वाली छवि सभी पर भरी पड़ती नज़र आ रही हें ,हालांकि कर्नल के अशोक गहलोत के विरोधी होने के कारण टिकट में समस्या आ सकती हें ,कर्नल की जगह कांग्रेस किसी सुर नाम पर विचार कर सकती हें ,कर्नल को गुडा मालानी भेजा जा सकता हें ,मगर कर्नल बायतु छोड़ना नहीं चाहते ,कर्नल ने क्षेत्र की जनता के लिए अपनी ही पार्टी की सरकार से लड़ाई लड़ी हें जिसमे वो सफल भी हुए ,कर्नल को जनता का नेता मन जाता हें ,जनता की हर मांग में उनके साथ खड़े होते हें यही कारण हें की उनकी जनता के बीच विश्वसनीयता बरकरार हें .कर्नल दबंग और बेबाक विधायक हें ,साफगोई उनकी विशेषता हें ,ढुलमुल निति नहीं रखते .आक्रामक छवि के उनके प्रति जनता की दीवानगी हें ,भाजपा के पास बायतु में ज्यादा विकल्प नहीं हें ,इस बार भाजपा बालाराम मूँढ को कैलाश चौधरी पर प्राथमिकता दे सकती हें ,हल ही में बालाराम को वसुंधरा राजे में प्रदेश कार्यकारिणी में सदस्य बना कर कद बढाया हें ,जाट बाहुल्य बाहुल्य बायतु में जाट उम्मीदवार ही होंगे दोनों दलों में ,चार सालो में विपक्ष के तौर पर भाजपा का कमज़ोर प्रदर्शन भी कर्नल की लोक प्रियता बढ़ने में सहायक रहा हे .कर्नल लोक सभा चुनाव लड़ना चाहते हें ,मगर उन्हें टिकट में दिक्कत आ सकती हें इस बार लोक सभा से कांग्रेस नया चेहरा उतारेगी नाथाराम चौधरी का नाम प्रमुखता से उच्छल रहा हें ,वर्तमान में बायतु में जन समस्याओ का अम्बार लगा हें ,पानी की समस्या आज भी बदस्तूर जारी हें , के नाम पर बायतु के लिलाना में रिफायनरी की घोषणा सबसे बड़ी सफलता मणि जा रही हें ,सोनाराम बायतु में रिफायनरी चाहते हें ग्रामीणों के विरोध के कारन सरकार रिफायनरी की जगह बदलने पर विचार कर सकती हें इसी खबरे चर्चा में हें ,जातिवाद के चलते बायतु में अन्य जातिया लामबंद हो सकती हें इसके बावजूद कर्नल मजबूत हें .

--

रविवार, 16 सितंबर 2012

कर्नल की हुँकार ने बायतु को दिलाया मीठा पानी

कर्नल की हुँकार ने बायतु को दिलाया मीठा पानी


बाड़मेर कर्नल सोनाराम चौधरी द्वारा बाड़मेर लिफ्ट केनाल परियोजना में बायतु विधानसभा के एक सौ अठाईस गाँवो को परियोजना से वंचित रखने के बाद चौदह जुलाई को चोखला में किये महापड़ाव के दौरान बायतु के एक सौ अठाईस गाँवो को परियोजना में शामिल करने की मांग तथा शामिल नहीं करने पर इस्तीफा देने की घोषणा का राज्य सरकार पर सीधा असर हुआ ,राज्य सरकार ने एक आदेश जारी कर तेईस अगस्त को बायतु के एक सौ अठाईस गाँवो को शामिल कर एक सौ छपन करोड़ का बजट जारी कर स्वीकृति प्रदान कर दी .बायतु विधायक कर्नल सोनाराम चौधरी ने रवीवार को सर्किट हाउस में आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया की मैंने चौदह अगस्त को चोखला गाँव में आयोजी महापड़ाव में घोषणा की थी की मेरी विधान सभा के एक सौ अठाईस गाँवो को लिफ्ट केनाल परियोजना से नहीं जोड़ा गया तो वे अपने पद से त्यागपत्र दे देंगे ,कांग्रेस अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी के बाड़मेर यात्रा के दौरान राज्यसरकार ने हाई कमान के आदेश के बाद बायतु के इन गाँवो को इस परियोजना से जोड़ बज़ात का आंवटन भी कर दिया ,जिसके लिए सोनिअजी का शुक्रगुजार हूँ ,उन्होंने बताया की बायतु के गाँवो को भी अब नाहर का मीठा पानी पीने को मिलेगा

प्रदेश कांग्रेस कम्मेटी में अस्सी फीसदी गहलोत के चम्मचे भरे

कर्नल सोनाराम फिर भड़के अशोक गहलोत पर 

प्रदेश कांग्रेस कम्मेटी में अस्सी फीसदी गहलोत के चम्मचे भरे

चंद्रभान को बलि का बकरा बनाया जा रहा हें


बाड़मेर बाड़मेर जिले की बायतु विधानसभा से विधायक और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के घुर विरोधी मनर जाने वाले कर्नल सोनाराम चौधरी ने एक बार फिर अशोक गहलोत पर निशाना साधा हें ,उन्होंने कहा कीप्रदेश कोंग्रेस कम्मेती में अस्सी फीसदी लोग गहलोत के चम्मचे भरे हें जो कोंग्रेस को कमज़ोर कर रहे हें ,इसके लिए प्रदेश अध्यक्ष डॉ चन्द्रभान को बलि का बकरा बनाया जा रहा हें ,सोनाराम रवीवार को स्थानीय सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता में बोल रहे थे ,खबरनवीशो से बातचीत में उन्होंने बताया की गहलोत के राज में कोंग्रेस कमज़ोर हुई ,समय रहते चंद्रभान ने लोगो के बीच इस बात को कहा तो वह गहलोत की आँखों में खटकने लगा ,गहलोत चंद्रभान को येन केन प्रकरण हटाना चाहते हें ,उन्होंने बताया की गहलोत ने बाड़मेर में श्रीमती सोनिया गांधी की यात्रा के दिन स्थानीय नेताओ विशेषकर जाट नेताओं की जान बुझ कर फजिहती की ,जात नेताओ की अनदेखी से समाज में कांग्रेस के प्रति नकारात्मक सन्देश गया गहलोत ने सोची समझी रणनिति के तहत सोनिया गाँधी की यात्रा में स्थानीय कद्दावर जाट नेताओ हेमाराम चौधरी ,डॉ चन्द्रभान ,मदन कौर ,अल्पसंख्यक मंत्री अमीन खान को बोलने का अवसर नहीं दिया जबकि सोनिया के आगमन से पूर्व इन नेताओ को बोलने का अवसर दिया जा सकता था, उन्हों गहलोत पर आरोप लगते हुए कहा की गहलोत जातिगत राजनीति कर जाटो के खिलाफ मुसलमानों तथा मेघवालो और राजपूतो को भड़का रहे हें ताकि उनकी दुकानदारी चलती रहे ,उन्होंने बताया की वो खुद कांग्रेस के सच्चे सिफाही हें पार्टी के खिलाफ नहीं जा सकते मगर स्थानीय कार्यकर्ता अपने नेताओ की बेईज्ज़ती बर्दास्त नहीं करेंगे ,यही हुआ ,सोनिया गांधी की सफल सभा के बावजूद नकारात्मक प्रभाव पड़ा ,सोनाराम ने कहा की गहलोत ने सोनिया गांधी की सभा में धन्यवाद देने के लिए अश्लील सी डी काण्ड के आरोपी विधायक को चुन कर सोनिया गांधी की बेईज्ज़ती की ,यह बात मै सोनिया गांधी से मिलकर बताऊँगा ,उन्होंने आरोप लगाया की सी डी काण्ड में गहलोत के दोहरे मानदंड अपने एक सी ड़ी काण्ड के आरोपी जेल में हें तो दुसरे काण्ड को पूरी तरह दबा दिया ,सोनाराम ने बताया की अमीन खान वरिष्ठ नेता हें ,हम उनका सम्मान करते हें हमने हमेशा उनका राजनितिक सहयोग किया ,वो हमारी मदद करेंगे तो निश्चिंत तौर पर हम उनकी दुगुने उत्साह से मदद करेंगे .मगर उन्होंने गहलोत के कहने से जाटों और मुसलमानों को आपस में लड़ा दिया तथा मुझे सोची समझी रणनीति के तहत हरा दिया, उन्होंने कहा की कांगेस गहलोत के कारण प्रदेश में कमज़ोर हो रही हें ,वक़्त रहते पार्टी की स्थति को संभाला नहीं गया तो विधानसभा चुनावो में इसके दुष्परिणाम सामने आयेंगे ,


-