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रविवार, 19 जून 2011

सीमा सुरक्षा बल ने रविवार देर शाम एक पाकिस्तानी घुस्पेठिये को पकड़ा

सीमा सुरक्षा बल ने रविवार देर शाम एक पाकिस्तानी घुस्पेठिये को पकड़ा

बाड़मेर  सीमावर्ती बाड़मेर जिले के गडरा थाना क्षेत्र में सीमा सुरक्षा बल ने रविवार देर शाम एक पाकिस्तानी घुस्पेठिये को पकड़ा हे,सूत्रों ने बताया की गडरा रोड से सटीपाकिस्तानी सीमा पर करने की फ़िराक में एक पाकिस्तानी नागरिक को पकड़ा हे.सूत्रानुसार पाक्स गया पाकिस्तानी नागरिक बाघा बोर्डर से अपने एक साथी के साथ भारत आया था इन दोनों को कई मामलो में भारतीय सुरक्षा अजेंसिय तलास रही थी.इन दोनों में से एक को आज गडरा में सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने तारबंदी के पास पाक जाने की फ़िराक में पकड़ लिया.एजेंसिया उससे उसके दुसरे साथी के बारे में पूछताछ कर रही हे.की दूसरा सत्र्ही सीमा पर कर पाकिस्तान चला गया या भारत में ही है .गत दो माह में बाड़मेर सीमा से पाकिस्तान जाने की तीसरी बड़ी घटना हे,

शुक्रवार, 25 मार्च 2011

सरहद पर शिक्षा सुविधाओं का प्रसार तालीम के मंदिरों को मिली जमीन


सरहद पर शिक्षा सुविधाओं का प्रसार
तालीम के मंदिरों को मिली जमीन

     जैसलमेर, 25 मार्च/हिन्दुस्तान के सीमावर्ती जिले के जैसलमेर में तालीम से तरक्की का सफर तय करने में मददगार बने विद्यालयों के लिए जिला प्रशासन की पहल भावी पीढ़ियों के लिए वरदान सिद्ध हुई है।
     जिले में कई भूमिहीन विद्यालयों के लिए न खुद का भवन था, न खेल का मैदान। इस बारे में जिले में चलाए गए प्रशासन गांवों के संग अभियान के अन्तर्गत हुए शिविरों में इस तरह की समस्याओं के निपटारे को प्राथमिकता देते हुए निस्तारण कर दिया लेकिन कुछ मामले प्रक्रियाधीन होने की वजह से तत्काल निस्तारित नहीं हो पाए थे जिन्हें जिला प्रशासन ने गंभीरता और संवेदनशीलता के साथ लिया और समस्या से मुक्ति दिला दी।
     प्रशासन गांवों के संग अभियान के शिविरों में जिले के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों के प्राथमिक से लेकर उच्च माध्यमिक स्तर तक के विद्यालयों के पास खुद का भवन व खेल मैदान नहीं होने की स्थिति में भूमि मुहैया कराने के बारे में संबंधित स्कूलों की ओर से प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए थे।
     जैसलमेर क्षेत्र के शिविर प्रभारी, उपखण्ड अधिकारी रमेशचन्द्र अग्रवाल ने इस मामले में संवेदनशीलता के साथ त्वरित कार्यवाही को अंजाम दिया और तहसीलदार के माध्यम से विद्यालयों को नियमानुसार आवंटन योग्य भूमि के प्रस्ताव तैयार करवाकर इन स्कूलों की समस्या को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया।
     जैसलमेर के जिला कलेक्टर गिरिराज सिंह कुषवाहने क्षेत्र के सात भूमिहीन विद्यालयों को पांच-पांच बीघा भूमि का आवंटन कर दिया गया है। इनमें नीम्ब की ढाणी एवं रातड़िया की ढाणी (खुहड़ी), हरचंदराम की ढाणी सेलत(खींवसर), करमवाला, झण्डाखारा, हरनाउ, डूंगरराम की ढाणी तथा झण्डाखारा  के राजकीय प्राथमिक विद्यालय शामिल हैं।
     इन सभी को 5-5 बीघा भूमि का आवंटन किया गया है। यह भूमि विद्यालयों के भवन तथा खेल मैदानों के लिए इन स्कूलों को आवंटित की गई है।
     इससे पूर्व अभियान की अवधि में ही विभिन्न राजकीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों के लिए भवन और खेल मैदान तथा भूमि आवश्यकता के कई मामलों का निस्तारण कर इन स्कूलों की समस्याओं का काफी हद तक समाधान किया जा चुका है।
     इन सभी स्कूलों के लिए उनके अपने गांव में लगे प्रशासन गांवों के संग शिविर शिक्षा के विस्तार और विकास के साथ ही नई पीढ़ी के भविष्य निर्माण के महानुष्ठान साबित हुए हैं।

गुरुवार, 3 मार्च 2011

पाक घुसपैठिए को बीएसएफ जवानों ने मार गिराया


पाकिस्तान से सटी सीमा पर तारंबदी पार कर भारतीय सीमा में घुसने के प्रयास करते हुए एक पाक घुसपैठिए को बीएसएफ जवानों ने मार गिराया। बीएसएफ अधिकारियों ने पाक रेंजर के साथ फ्लैग मीटिंग कर घुसपैठ का विरोध जताया, लेकिन पाकिस्तानी रेंजर ने मृतक घुसपैठिए के सीमा पार से आने से इंकार कर उसका शव लेने से इंकार कर दिया। इस पर बीएसएफ ने शव गंगानगर पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने पोस्टमार्टम करवा दोपहर बाद शव को बार्डर पर ही दफना दिया है।

गंगानगर सीमा पर बीएसएफ की बटालियन नंबर 145 के जवानों ने बीती रात सीमा पार से एक घुसपैठिया तारबंदी पार करने का प्रयास करते देखा। इस पर उसे जवानों ने ललकारा,मगर वह रूकने के बजाय तारबंदी पार करने लगा। इस पर उन्होने फायरिंग कर उसे मार गिराया। इसकी सूचना मिलने पर बीएसएफ के उच्चाधिकारियों ने गुरूवार सुबह घटनास्थल पर जाकर मुआयना किया।


चालीस वषीय पाक घुसपैठिए की तलाशी लेने पर उसके पास पाकिस्तानी करेंसी मिली। सुबह बीएसएफ जवानों ने बार्डर पर फ्लैग मीटिंग बुलाकर पाक घुसपैठिए के सीमा पार से आए पैरो के निशान दिखाते हुए प्रोटेस्ट नोट दिया,लेकिन उन्हांने पैरों के निशान को नकारते हुए घुसपैठिए के पााकिस्तानी होने से इंकार कर दिया। इस पर बीएसएफ ने गंगानगर पुलिस को शव सौंप दिया। दोपहर में डाक्टरों की टीम ने बार्डर पर ही घुसपैठिए का पोस्टमार्टम किया। बीएसएफ डीआईजी आर सी ध्यानी ने बताया कि संभवत किसी बड़ी तादाद में घुसपैठ के लिए बीएसएफ की चौकसी को जांचने के लिए इस घुसपैठिए को भेजा गया था।

शनिवार, 29 जनवरी 2011

पाकिसतानी पशुओं से तारबन्दी की सुरक्षा को खतरा


पाकिसतानी पशुओं से तारबन्दी की सुरक्षा को खतरा
 पशुओं की आड में घुसपैठ की सम्भावना सें इन्कार नही

बाडमेर भारत पाकिस्तान के मध्य होने वाली फ्लैग मीटिंगों में सीमा सुरक्षा बल द्घारा पाकिस्तानी रेंजरों के सामनें बार बार पाकिस्तानी सरहअ पर आवारा पशुओं  के विचरण का विरोध करने के बावजूद पाकिस्तानी सरहद पर सेकउो की तादाद में आवारा  पशुओं विचरण कर भारतीय सरहद में धुस जाते हैं।पाकिस्तानी रेंजरों पर भारत कें सख्त ऐतराज के बावजूद आवारा पशुओं  को रोकने के किसी प्रकार के इन्तजाम नही किऐं ।वहीं पाकिस्तानी खुफिया ऐजेंसी आई एस आई द्घारा पुशुओं की आड में घुसपैइ और तस्करी की सम्भावना सें इन्कार नही किया जा सकता। भारत पाकिस्तान सरहदी क्षैत्र केदौरे पर गयें संवाददाता नें पाकिस्तान की तरफ भारतीय तारबन्दी के पास पाकिस्तानी  पशुओं कों विचरण करते देख उन्हे कैमरें में कैद किया।भारत पाकिस्तान के मध्य सीमा सुरक्षा बल और पाक रेंजरों के मध्य नियमित रूप सें होने वाली फ्लैग मीटिंगों में सीमा सुरक्षा बल द्घारा पाकिस्तानी सीमा की और सें आवारा   पशुओंकें भारतीय सरहद में घुसनें का कई र्मतबा विरोध जताया गया।भारतीय विरोध के जवाब में पाकिस्तानी रेंजर अक्सर माफी मांग अगली बार गलती सुधारनें का वादा कर देते हैं।इसके बावजूद पाक रेंजर अपनी सरहद पर आवारा पुओं कों रोकने की बजाऐं भारतीय सीमा में खदेड देतें हैं।सीमा सुरक्षा बल के सूत्रों नें बताया कि पाक की ओर सें सैकडों की तादाद में आवारा  पशु तारबन्दी पार कर भारतीय सरहद में घुस जाती हैं।पाकिस्तानी खुफिया ऐजेंसी आई एस आई द्घारा  पशुओं की आड में धुसपैठ सें इन्कार नही किया जा सकता वही बार बार पुओं कें तारबन्दी पार कर आनें से तारबन्दी को भी नुकसान पहुॅच रहा हैं।दन्होनें बताया कि सीमा सुरक्षा बल द्घारा मीटिंगों में कई बार विरोध दर्ज कराया गया।इसके बावजूद पाक सीमा सें पाक पशुओं  का आनें का क्रम थम नही रहा।इससें तारबन्दी की सुरक्षा कों खतरा होने के साथ ही धुसपैठ की सम्भावना भी रहती हैं।हालांकि सरहद पर सीमा सुरक्षा बल कें जवान मुश्तैदी सें सरहद की हिफाजत में चाक चौबन्द होकर चौकसी में जुटे हैं।फिर भी पाकिस्तान की इन हरकतों को नजर अन्दाज नहीं किया जा सकता।