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शनिवार, 8 अगस्त 2020

बाड़मेर, सरहद पर पाकिस्तानी घुसपैठिये को मार गिराया सीमा सुरक्षा बल ने

 बाड़मेर, सरहद पर पाकिस्तानी घुसपैठिये को मार गिराया सीमा सुरक्षा बल ने 

बाड़मेर.भारत पाकिस्तान की पश्चिमी सरहद पर पाकिस्तान की तरफ से घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करते हुए सीमा सुरक्षा बल ने घुसपैठिये को देर रात तारबंदी के पास मार गिराया। राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक बड़ी खबर सामने आई है. यहां बाखासर थाना  क्षेत्र के बी के डी अग्रिम पोस्ट   के पास देर रात घुसपैठ की बड़ी कोशिश को पहले से अलर्ट बीएसएफ के जवानों ने नाकाम कर दिया. दरअसल, देर रात एक बजे के करीब पाकिस्तान की ओर से एक युवक भारत की सीमा में प्रवेश करने की फिराक में था. जैसे ही युवक तारबंदी के नजदीक पहुंचा उसे सीमा सुरक्षा बल के जवानो ने चेतावनी दी, लेकिन इसके बाद भी वह नहीं माना. युवक लगातार बीएसएफ की चेतावनी को नजरअंदाज करते हुए तारबंदी के नजदीक पहुंच गया. इसके बाद में भी बीएसएफ के जवानों ने उसे चेतावनी दी. लेकिन फिर भी वह नहीं माना और तारबंदी को क्रॉस करने की कोशिश करने लगा.

इसके बाद बीएसएफ ने घुसपैठिए को ललकारते हुए फायरिंग शुरू कर दी. इससे गोली लगने से घुसपैठिए की तारबंदी के नजदीक मौत हो गई. अब देखने वाली बात यह है कि आखिर ये युवक किस फिराक में तारबंदी को क्रॉस कर रहा था. वहीं, सूत्रों ने बताया  कि पाकिस्तान जानबूझकर भारत की सुरक्षा व्यवस्था की पड़ताल करने के लिए इस तरह की हिमाकत भी कर सकता है. और इसके पीछे कोई बड़ी साजिश भी होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. वहीं, सूचना देने के बाद मौके पर बीएसएफ के आला अधिकारी पहुंच गए. साथ ही बीएसएफ ने स्थानीय पुलिस को भी सूचना दी है.

डिप्टी ,थानाधिकारी  चौहटन भी मौके पर पहुंच गए
सूचना के बाद पुलिस उप अधीक्षक चौहटन अजित सिंह ,बाखासर थानाधिकारी  चौहटन भी मौके पर पहुंच गए. मौके पर पहुंचने के बाद उन्होंने शव को कब्जे में लेने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. कहा जा रहा है कि पोस्टमार्टम के बाद पाकिस्तान को इसकी सूचना दी जाएगी कि वह अपने नागरिक के शव को लेकर जाए. अब देखने वाली बात यह है कि पाकिस्तान शव को लेता है या नहीं. यह अभी भी बड़ा प्रश्न बना हुआ है. दरअसल, नकली नोटों के खेप का खुलासा होने के तत्काल बाद इस तरह की पाकिस्तान की ओर घुसपैठ की कोशिश कई सवाल खड़े कर रहे हैं.

गुरुवार, 9 अप्रैल 2020

बाड़मेर, सरहद वासियो की मदद के लिए सीमा सुरक्षा बल आगे आया ,

 बाड़मेर, सरहद वासियो की मदद के लिए सीमा सुरक्षा बल आगे आया ,

बाड़मेर सरहद की सुरक्षा के लिए तैनात सीमा सुरक्षा बल covid 19 आपदा में सरहद वासियो की मदद के लिए आगे आकर मानवीय संवेदनाओ का परिचय दिया  , सीमा सुरक्षा बल द्वारा आधिकारिक प्रेस नोट जारी कर बताया की आज पूरे देश तथा संसार में कोरोना वायरस कोविड- 19 का संकट छाया हुआ है। भारत सरकार ने इस महामारी के संक्रमण को रोकने हेतु पूरे देश में लोक डाउन कर रखा है। लोगो का घर से बाहर निकलना पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है जिसके कारण नागरिकों को आवश्यक खाद्य सामग्री के उपलब्ध होने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। सीमा सुरक्षा बल जिसकी जिम्मेवारी अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं की सुरक्षा करने के साथ-साथ स्थानीय लोगों के दिलों में सुरक्षा की भावना पैदा करना भी है इसी परिपेक्ष्य में सीमा सुरक्षा बल की 50 वीं वाहिनी बाड़मेर द्वारा सीमावर्ती गांव समेलो का तला में जरूरतमंद एवं गरीब परिवारों के लोगों को राहत पहुचाने लिए आवश्यक खाद्य सामग्री का वितरण किया गया।इस दौराम सामग्री वितरण में सोसल दिसतेसिंग का पूरा ध्यान रखा गया ,बल द्वारा 10 मीटर दूर टेबल पर खाद्य सामग्री राखी जाती एक एक करके ग्रामीण उसे उठाते ,। सीमा सुरक्षा बल द्वारा किये गए इस कार्य की सीमा वर्ती गॉवों में अत्यधिक प्रंशसा की गयी।

मंगलवार, 31 दिसंबर 2019

राज्यपाल कलराज मिश्र ने लिया सरहद की सुरक्षा का जायजा, ठेठ सीमा पर पहुँचकर मिठाई वितरित कर दी सैनिकों को नव वर्ष की शुभकामनाएँ

राज्यपाल कलराज मिश्र ने लिया सरहद की सुरक्षा का जायजा,

ठेठ सीमा पर पहुँचकर मिठाई वितरित कर दी सैनिकों को नव वर्ष की शुभकामनाएँ


जैसलमेर ,31 दिसम्बर/राज्यपाल कलराज मिश्र ने वर्ष का अंतिम दिन नव वर्ष की पूर्व संध्या सरहद पर सैनिकों के साथ बिताई और उनकी पीठ थपथपाते हुए उत्साहवद्र्धन किया। राज्यपाल ने तनोट माता के दर्शन के उपरान्त तनोट से 20 किलोमीटर की दूर भारत-पाक सीमा पर सुरक्षा बल 139 वीं वाहिनी सीमा चौकी बबलियानवाला पहुंच कर सरहद की सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया।



राज्यपाल ने सीमा पर तारबंदी व सुरक्षा के तमाम उपायों के बारे में जानकारी ली और सीमा सुरक्षा में जुटे सीमा सुरक्षा बल की खूब सराहना की।



सीमा सुरक्षा बल के डी.आई.जी. मुकेश कुमार सिंह, कमाडेण्ट डी.एस. अहलावत तथा नरेन्द्र कुमार यादव आदि अधिकारियों ने राज्यपाल को सरहद की सुरक्षा से सम्बन्धित तमाम उपायों एवं इनके लिये अपनाई जाने वाली नवीनतम सुरक्षा एवं संचार तकनीकों के उपयोग से अवगत करवाया।



राज्यपाल ने सीमा सुरक्षा में जुटे अधिकारियों, महिला व पुरुष कांस्टेबल तथा सीमा प्रहरियों को सम्बोधित किया और उनका हौंसला बढाया। राज्यपाल ने सभी का परिचय पाया और नव वर्ष की अग्रिम बधाई देते हुए शुभ कामनाएँ व्यक्त की एवं अपनी ओर से मिठाई खिला कर जवानों का मुँह मीठा किया।



राज्यपाल ने कठिन और विषम परिस्थितियों में सीमा की रक्षा करने वाले सैनिकों का उत्साहवद्र्धन करते हुए उनके कार्यों की सराहना की और कहा कि हमारे जांबाज सैनिक हर चुनौती का मुँहतोड़ जवाब देने में पूर्ण समर्थ हैं। राज्यपाल ने इस दिशा में बी.एस.एफ. के योगदान को अतुलनीय बताते हुए प्रशंसा की।



राज्यपाल को सीमा क्षेत्र और चौकी का मुआयना कराते हुए बी.एस.एफ. के अधिकारियों ने संपूर्ण गतिविधियों का ब्यौरा दिया। राज्यपाल ने बी.एस.एफ के अधिकारियों के साथ चाय भी ली। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश बैरवा, उपखण्ड अधिकारी दिनेश विश्नोई आदि अधिकारी साथ थे।



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रविवार, 11 अगस्त 2019

जैसलमेर सरहद पर जवानो को रक्षा सूत्र बांधे बहनो ने

जैसलमेर सरहद पर जवानो को रक्षा सूत्र बांधे बहनो ने 





जैसलमेर भारत पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच सरहद की सुरक्षा में जुटे  सुरक्षा प्रहरियों  आज का दिन सुखद रहा ,रक्षा बंधन पूर्व आज पश्चिमी सरहद की सबसे कठिन सीमा पोस्टो पर लायंस क्लब जैसलमेर और जोधपुर के तत्वाधान में पूर्व सभापति अशोक तंवर के नेतृत्व में  बड़ी संख्या में बहने सरहद के सिपाहियों की कलाईयों पर रक्षा सूत्र बांधने पहुंची ,सरहद पर स्थित अंतिम सीमा चौकी बबलियान ,तनोट ,घोटारू ,घंटियाली स्थित पोस्टो पर देश की सुरक्षा में जुटे सीमा सुरक्षा बल के जवानो की कलाइयों पर प्रेम और विश्वास के प्रतिक रक्षा सूत्र बंधे ,सैनिकों और अधिकारीयों ने इस बात की ख़ुशी जताई की सरहद पर रहने के बावजूद आज बहनो ने पहुंचा हमे परिवार की कमी का अहसास नहीं होने दिया,सैनिको और अधिकारियो ने बहनो को नेग भी दिया ,बहनो ने सभी जवानो के रक्षा सूत्र बांध शुभकामनाए दी ,बहने ओमशिखा तंवर  में सरहद पर पहुंची , उनके साथ चंद्रवीर तंवर भी थे ,बहनो ने तनोट और घंटियाली माता के दर्शन कर देश की खुशहाली की कामना की ,




बुधवार, 17 अक्टूबर 2018

बिग ब्रेकिंग *बाड़मेर जल्द राहुल गांधी सरहद पर गरजेंगे*

बिग ब्रेकिंग

*बाड़मेर जल्द राहुल गांधी  सरहद पर गरजेंगे*

*दिल्ली मानवेन्द्र सिंह के कांग्रेस की सदस्यता ग्रहन करने के बाद राहुल गांधी के बाड़मेर दौरे की तैयारियां शुरू हो गई।।मानवेन्द्र सिंह ने बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक को बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के बाड़मेर दौरे को लेकर तारीख तय की जा रही है।।दौरा तय होने के बाद सभा होगी जिसमें स्वाभिमान सेना कांग्रेस में शामिल होंगे।।

इधर सूत्रानुसार राहुल गांधी की सभा सरहदी गांव में रखी जायेगी।।शिव और चौहटन विधानसभा क्षेत्र के बीच बड़ी पंचायत में सभा रखी जा सकती है हालांकि अभी स्थान और तारीख तय नही है।मगर अपुष्ट जानकारी अनुसार सरहद पर ही राहुल गरजेंगे।।

रविवार, 30 अप्रैल 2017

बाड़मेर सरहद पर पाकिस्तानी दम्पति गिरफ्तार

बाड़मेर सरहद पर पाकिस्तानी दम्पति गिरफ्तार 

चौहटन( बाड़मेर) बड़ी खबर बाड़मेर जिले के सरहदी चोहटन थाना क्षेत्र में पुलिस द्वारा पाक नागरिक दम्पति को गिरफ्तार किया गया ,यह दम्पति बिना स्वीकृति के अपने रिश्तेदारों से मिलने सरहदी गांव पहुँच गए जिसकी भनक पुलिस को मिलने पर उन्हें हिरासत में लिया गया ,सूत्रानुसार प्रारंभिक पूछताछ में उन्होंने अपना नाम हसन मोहम्मद और श्रीमती मलुकां बताया ,उन्होंने बताया वो सिंध प्रान्त में मिट्ठी जिले के रणछे का तला निवासी हैं इनकी उम्र ६५  साल हे  रहते हैं यहाँ अपने रिश्तेदारों शेरू खान निवासी खारिया से मिलने के लिए आये। दम्पति के रिश्तेदार सरहदी गांव खारिया में रहते हैं ,उनसे मिलने ये आये हैं ,पुलिस को इनके खारियां आने की सूचना मिली तो पुलिस दल ने मौके पर पहुँच इन्हे हिरासत में ले लिया तथा चौहटन लाये गए ,जहाँ प्रारंभिक पूछ ताछ हो रही हैं 

रविवार, 6 नवंबर 2016

बाड़मेर से जकात के लिए विदेश जाने वालों का डाटा नही है सुरक्षा एजेंसियों के पास।।



बाड़मेर से जकात के लिए विदेश जाने वालों का डाटा नही है सुरक्षा एजेंसियों के पास।।



बाड़मेर भारत पाक सरहद पर बसे बाड़मेर जिले के सीमावर्ती गाँवो में करीब सवा दो सो मदरसे संचालित हो रहे हैं। इन मदरसों का रिकार्ड न तो जिला प्रशासन के पास हे न ही सुरक्षा एजेंसियों के पास।इन मदरसों का संचालन जकात से होता हैं।यानी डोनेशन से।यह डोनेशन कहाँ से कैसे आता हैं। गत दिनों दिल्ली में पकडे गए पाक एजेंट बाड़मेर जिले से संबद्ध रखता हैं।।बाड़मेर में सेकड़ो की तादाद में मौलवी निवास कर रहे हैं। जिनका रिकार्ड व्यक्तिगत एजेंसियों के पास नही हैं जिनके मूलनिवास का सत्यापन करने के साथ इनकी गतिविधियों पे नजर रखना भी जरुरी हैं।जब मामला देश की सुरक्षा का हो तो एजेंसियों को कोई समझौता नही करना चाहिए ।।इन मदरसों के संचालन के लिए दर्जनों मदरसा संचालक रमज़ान महीने से पहले विदेश दौरे पे जाते हैं। जिसका कारन होता है कि रमजान माह में जकात (दान) खुलेदिल से दिया जाता हैं। बाड़मेर से प्रतिवर्ष मदरसा संचालक विदेश जाते हैं। जिसका कोई अधिकृत ब्यूरा प्रशासन के पास नही हैं।जिनको मिलने वाले डोनेशन की जानकारी नही हैं।।बाड़मेर की सरहद पर मुस्लिम संस्कृति में आये क्रन्तिकारी बदलाव और कट्टरता के पीछे सोची समझी साजिश होने से इंकार नही किया जा सकता। मदरसा संचालको को भी इस वक़्त राष्ट्रहित में पुलिस और सुरक्षा एजेंसितो को सहयोग कर जानकारी उपलब्ध करानी चाहिए ।ताकि सरहदी क्षेत्रो के मदरसों पर उंग्लिया न उठे।।




विदेश दौरे के अलावा बाड़मेर जैसलमेर के कई मौलवी देश भर में होने वाली जमातों में शामिल होते हैं।।पोकरण और चुरू जिसका मुख्य केंद्र हैं।।जमात में जाने वालो का भी ब्यूरा प्रशासन और सरकारी एजेंसियों के पास होना चाहिए।।कई मदरसे सरहदी गाँवो में ऐसे हे जिनमे नामांकन नाममात्र होने के बावजूद संचालित हो रहे।एक ही गांव में तीन चार मदरसे संचालन का औचित्य भी नही।।खैर बात विदेशी सहायता प्राप्त करने वाले मदरसों की हैं।।इन मदरसों की गतिविधियों की जानकारी जिला प्रशासन को होनी चाहिए।।

शुक्रवार, 7 अक्टूबर 2016

जैसलमेर सरहद पर हुंकार भरी राजनाथ सिंह ने





 जैसलमेर सरहद पर हुंकार भरी राजनाथ सिंह ने 
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे शुक्रवार को जैसलमेर में केन्द्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में सीमावर्ती राज्यों में वर्तमान हालातों की समीक्षा के लिए आयोजित की सुरक्षा बैठक में शामिल होते हुए।

सोमवार, 12 सितंबर 2016

बाड़मेर सरहद पर भारत ने पाक रेंजर्स को ईद की शुभकामनाओ के साथ भेंट की मिठाई

बाड़मेर सरहद पर भारत ने पाक रेंजर्स को ईद की शुभकामनाओ के साथ भेंट की मिठाई 


बाड़मेर भारत पाकिस्तान की सरहद पर बसे बाड़मेर जिले के मुनाबाव सीमा से आज ईद की पूर्व संध्या पर सीमा सुरक्षा बल ने पाक रेंजर को मिठाई भेंट  शुभकामनाए दी ,

 ईद-उल्-जुहा के अवसर पर सीमा सुरक्षा बल की सीमा चौकी मुनाबाव के सीमा स्तंभ 814 के पास महानिदेशक, सीमा सुरक्षा बल व विशेष महानिदेशक(पश्चिम),सीमा सुरक्षा बल की तरफ से मिठाई की टोकरी महानिदेशक पाकिस्तान रेंजर्स सिंध को भेंट की व ईद की शुभ कामनाएं दी।
कमांडेंट सीमा सुरक्षा बल की तरफ से सीमा चौकी गडरा के सीमा स्तंभ 839/2 के पास विंग कमांडर, क़ासिम रेंजर्स को मिठाई भेंट की गई व ईद की शुभ कामनाए दी।

मंगलवार, 21 जून 2016

बाड़मेर सरहद से शहर तक सुरक्षा बल के जवानों ने किया योग




बाड़मेर सरहद से शहर तक सुरक्षा बल के जवानों ने किया योग



बाड़मेर अंतर्राष्ट्रीय वोग दिवस को सेक्टर मुख्यालय, सीमा सुरक्षा बल, बाड़मेर के प्रांगण में द्वितीय अन्तराष्ट्रीय योग दिवस समारोह सुबह 06 बजे से 07 बजे के बीच आयोजित किया गया। एक घंटे के इस समारोह में कपाल-भांति, सूर्य नमस्कार, अनुलोम-विलोम, भ्रमरी-प्राणायाम एवं ध्यान और योग का अभ्यास सीमा सुरक्षा बल के योग- प्रशिक्षक द्वारा कराया गया। साथ ही हर योग के फायदे और हिदायतें भी बताई गई । अंतराष्ट्रीय योग दिवस के इस कार्यक्रम में श्री प्रतुल गौतम ,उप महानिरीक्षक सैक्टर मुख्यालय, बाड़मेर, श्री शाम कपूर, कमाण्डेंट और श्री आशुतोष शर्मा ,कमांडेंट 72 वीं वाहिनी के साथ सैक्टर मुख्यालय और 72 वीं वाहिनी के अधिकारी, अधीनस्थ अधकारी और जवानों ने भाग लिया। कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि श्री प्रतुल गौतम, उपमहानिरीक्षक महोदय ने योग एवं ध्यान का महत्व एवं आधुनिक जीवन-शैली में योग की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला।

गुरुवार, 9 जून 2016

संकट में सरहदी लोग आधी टूटी जी एल आर से सुरक्षा बल सहित ग्रामीणों को पेयजल आपूर्ति ,कभी भी हो सकता हे हादसा


संकट में सरहदी लोग

आधी टूटी जी एल आर से सुरक्षा बल सहित ग्रामीणों को पेयजल आपूर्ति ,कभी भी हो सकता हे हादसा

पश्चिमी सीमा क्षेत्र से चंदन सिंह भाटी
पश्चिमी राजस्थान के भारत पाकिस्तान की सरहद पर बसे सबसे दुर्गम गाँवो के लोग आज भी आदिवासी जीवन जीने को मजबूर हैं ,विकास के बड़े बड़े बड़े दावे यहाँ खोखले नजर आते हैं ,पानी की समुचित व्यवस्था नहीं ,सड़क मार्ग पिछले एक माह हे रेत के टिब्बे आने से अवरुद्ध हैं ,गाँवो के स्वास्थ्य केंद्रों पर परिचारिकाएँ नहीं ,स्कूल में अध्यापक नहीं ,नरेगा सहित अन्य सरकारी योजनाओं में सेकड़ो काम कागज़ों में स्वीकृत मौके पे एक भी काम नज़र नहीं ,ये मुलभुत सुविधाएं भी सरहदी लोगो को नसीब नहीं ,इसी बीच रोहिडी ग्राम पंचायत के राजस्व गांव पदमडा में मुख्य सड़क पर जलदाय विभाग के पेयजल योजना के लिए जी एल आर बनी हैं ,यह जी एल आर कोई कितने दशक पूर्व बनी यह यहाँ कार्यरत जलदाय विभाग के कर्मचारी को भी पता नहीं ,इस जी एल आर से इस सरहद पर सीमा सुरक्षा बल की स्थापित एक दर्जन से अधिक सीमा चौकियों के लिए पेयजल आपूर्ति के लिए पानी के टेंकर भरे जाते थे ,कुछ माह पूर्व इस जी एल आर का आगे का हिस्सा टूट के गिर गया ,पिछले हिस्सा पूरा हैं ,इस क्षतिग्रस्त जी एल आर के टूटने से पूरा गांव ख़ौफ़ज़दा हैं ,कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता हैं ,पेयजल आपूर्ति इस क्षतिग्रस्त होज में होने के कारण अक्सर यह होज ओवरफ्लो हो जाता हैं ,मगर ग्रामीण हादसे की आसंका के चले पानी भरने नहीं आते ,तो पदमडा सुंदरा रोहिडी सड़क मार्ग रेत के कारण पिछले एक माह से बाधित होने के कारण सीमा सुरक्षा बल के टेंकर भी यहाँ नहीं पहुँच पा रहे ,सीमा सुरक्षा बल के टेंकर जैसलमेर जिले के म्याजलार हाईडेंट पॉइंट से पानी भर के लाते हैं ,


जी एल आर पर कार्यरत जलदायकर्मी मोहम्मद ने बताया की होदी के क्षतिग्रस्त होने की सूचना कई मर्तबा उच्च अधिकारियो को दी मगर कोई कार्यवाही नहीं हुई ,यह होदी कभी भी गिर सकती हैं


रोहिडी सरपंच चुतर सिंह दोहट ने बताया की होदी के क्षतिग्रस्त होने के तुरंत बाद इसकी मरम्मत और नए जी एल आर के निर्माण का प्रस्ताव जलदाय विभाग को दे दिया , स्मरण पात्र भी दिए मगर कोई कार्यवाही नहीं हुई ,जिला कलेक्टर को भी अवगत कराया ,परयजल संकट के साथ हादसे की आसंका बरकरार होने से ग्रामीण भयभीत हैं ,

बुधवार, 8 जून 2016

बाड़मेर सरहद की सीमा चौकिया बनी परिंदो के आसियाने ,चौकियों में बने बर्ड हाउस

बाड़मेर सरहद की सीमा चौकिया बनी परिंदो के आसियाने ,चौकियों में बने बर्ड हाउस

​​चंदन सिंह भाटी
बाड़मेर भारत पाकिस्तान की पश्चिमी सीमा पर देश की सुरक्षा के लिए तैनात सीमस सुरक्षा बल की सीमा चौकिया मूक परिंदो के आसियाने बन गए ,हज़ारो की तादाद में बल की चौकियों में लगे पेड़ों पर इनके बसेरे हैं ,परिंदो के रुख को देख कर जवानों ने भी पक्षियो के लिए दाना पानी और छाँव की व्यवस्था करते हैं ,इन पक्षियों में सरहद पार कर पाकिस्तान से आने वाले पक्षी भी शामिल हैं ,सरहद की सबसे दुर्गम अग्रिम चौकी रोहिडी में इन पक्षियों के लिए बकायदा पक्षी घर बनाए गए हैं ताकि इन्हे धुप से बचाया जा सके , प्रजनन भी सुरक्षित हो सके ,


बाड़मेर जिले के दुर्गम सरहदी गांव रोहिडी से दस किलोमीटर दूर रोहिडी फॉरवर्ड चौकी हैं ,पक्षियों की चह चहाहट इस चौकी के आबाद होने का संकेत करती हैं ,हज़ारो चिड़िया इस केम्पस में हैं ,इनकी देखभाल जवां करते हैं ,पक्षियों की सेवा को अपनी दिन चर्या में शामिल कर दिया ,इस चौकी में परिंदो के छोटे छोटे आवास बांस की खप्पचियो से बनाए गए हैं ताकि परिंदे इसमें सुरक्षित रह सके ,


रोहिडी सीमा चौकी के अतिरिक्त कमांडेंट गुलशन कुमार के अनुसार मेरे आने से पूर्व मेरे वरिष्ठ अधिकारी ने मुझे बताया था की इस चौकी पर हज़ारो पक्षी आते हैं उनकी देखभाल जरूर करना ,उनके वाक्य थे की इंसान अपनी जरूरतों के लिए खुद कर सकता हैं मगर इन मूक परिंदो के लिए कोई नहीं करता ,तब से सभी जवां अपनी ड्यूटी टाइम के बाद केम्पस में परिंदो की देखभाल करते हैं ,इन पक्षियों के रहने के लिए आवास बनाए गए हैं ,जिसमे पक्षी अपना समय गुजरते हैं तो बड़ा शकुन मिलता हैं ,

जिले की अंतर्राष्ट्रीय सीमा 218 किमी पर आने वाली सभी पोस्ट पर इस बार ग्रुप फॉर पीपुल्स नामक संसथान ने पक्षियों के लिए परिण्डे लगाकर पक्षियों को सौगात दी हैं ,इससे पहले सीमा सुरक्षा बल के जवां हेलमेट ,बोतलों को काट कर परिण्डे के रूप में काम ले रहे थे ,कई सीमा चौकियों पर स्टील की कटोरियाँ में पानी भर के रखा जाता था ,मगर इस बार सभी पोस्टों पर परिंडे बांधे जा चुके हैं ,




उन्होंने बताया की परिंदे पर्यावरण के सच्चे प्रहरी कहे जाते है। उन्हें पर्यावरण दूत का भी दर्जा दिया गया है। लेकिन अंधाधुंध शहरीकरण के बीच हमने उनका बसेरा छीन लिया है। अब आसमान में परिंदों के पर फड़फड़ाते है। फिजाओं में उनकी कूक,चींची सुनाई देती है। लेकिन उनके आशियाने को हमने उजाड़ दिया है। या यूं कहे कि हमें फिक्र ही नहीं रही कि हमारी तरह इन परिंदों का भी कोई बसेरा हो। सबसे ज्यादा उन नुकसान घर के आंगन में बरबस फुदकने वाली उस चिड़िया के साथ हुआ जिसे आज भी हाउस स्पैरो यानी घर की चिड़िया कहा जाता है। परिंदों के लिए बसेरा उनके लिए सवेरा होने जैसा ही है।इसी से प्रेरित होकर परिंदो के लिए बसेरे बनाए गए हैं ,'जो घोसला हम बनाकर एक प्रतीक के रूप में इन गौरैयों को देते है। उसे घर के रूप में बदलने की कवायद की सबसे पहली पहल नर गौरैया करता है। वह घोसले में तिनका-घास-फूस सात से आठ दिनों तक लगातार लाता है। इसके बाद उन लाए हुए तिनके-घास-फूस को करीने से संवारने के लिए मादा गौरैया का घोसले में प्रवेश होता है। मादा गौरैया इन बिखरे हुए तिनके को करीने से सजाती-संवारती है और उसे दोनों (नर और मादा गौरैया) के रहने के लिए घर का रूप देती है। अब इस घोसले में दोनों रहने लगते है। जब अंडे देने के बाद मादा गौरेये उसे सेती है और जबतक उसमें से चूजे नहीं निकल जाते , इस दौरान पूरा ख्याल नर गौरैया रखता है। मादा गौरैया घोसले से बाहर नहीं निकलती और उसके खाने-पीने का पूरा बंदोबस्त नर गौरैया ही करता है।' हर घोसला दो गौरैया से गुलजार होता है जिसमें नर और मादा रहते है। अंडे देने उसके सेने का चक्र चलता रहता है इस तरह से गौरैया के परिवार में नए सदस्यों के आगमन का यह सिलसिला चलता रहता है। लेकिन यह सबकुछ आशियाने पर निर्भर करता है। क्योंकि घोसला इनके जीवन में ठीक वही भूमिका निभाता है जो इंसान के जीवन में एक घर का महत्व होता है।परिंदों से जुड़े कुछ अलफाजों को अगर आप ध्यान से सुने तो बड़ा सुकून मिलता है। इन शब्दों में गजब की ताजगी है जो आपको ऊर्जा से भर देती है। जरा गौर कीजिए। फुर्र-फुर्र, फुदकना, चुगना,चीं-चीं,चहचहाहट,चूं-चूं,चुग्गा,कलरव,फड़फडाना,चोंच आदि। एक नन्ही गौरैया आपके घर के दरवाजे के बाहर बैठी है। वो इस आस में बैठी है कि घर का दरवाजा कभी तो खुलेगा। क्या आप घर का दरवाजा खोलेंगे?




तामलोर सीमा चौकी के अतिरिक्त कमांडेंट भूपेंद्र सिंह भाटी कहते हैं 'काम कोई भी मुश्किल नहीं बस आपकी नीयत साफ और हौसले में ताकत होनी चाहिए। आपके हौसले की उड़ान ही इन परिंदों के उड़ान यानी उनके जीवन को जीवंत बनाने और संवारने के काम आएगी।'

मंगलवार, 7 जून 2016

बाड़मेर 218 किमी लम्बी सरहद पर लगे परिंडे ,ग्रुप फॉर पीपुल्स का चहके चिड़िया अभियान पूर्ण


बाड़मेर 218 किमी लम्बी सरहद पर लगे परिंडे ,ग्रुप फॉर पीपुल्स का चहके चिड़िया अभियान पूर्ण


बाड़मेर जिले की सरहद पर पक्षियों के लिए हुई पानी की व्यवस्था



बाड़मेर भारत पाकिस्तान की बाड़मेर जिले में 218 किलोमीटर लम्बी अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर स्थापित सीमा सुरक्षा बल की अग्रिम और बी ओ पी पर ग्रुप फॉर पीपुल्स बाड़मेर द्वारा चलाये चहके चिड़िया अभियान के तहत परिण्डे लगने का कार्य पूर्ण कर लिया गया ,बाड़मेर जिले की बी के डी से ऍन के टी तक 218 किलोमीटर लम्बी अंतर्राष्ट्रीय सरहद की समस्त सीमा चौकियों पर मूक पक्षियों के लिए परिण्डे लगाए गए हैं ,


ग्रुप संयोजक चन्दन सिंह भाटी ने बताया की ग्रुप द्वारा सुन्दर सेक्टर की सीमा ,राणा ,ऍन के टी ,पीराऊ ,रोहिडी फॉरवर्ड ,सुन्दर फॉरवर्ड सहित एक दर्जन सीमा चौकियों पर पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था के लिए परिंडे लगाए गए ,एक महीने की कड़ी मशक्कत के बाद सीमा सुरक्षा बल के सहयोग से चहके चिड़िया अभियान पूर्ण किया गया ,




रोहिडी फॉरवर्ड सीमा चौकी पर ग्रुप फॉर पीपुल्स सदस्यों चन्दन सिंह भाटी ,अक्षय दान बारहट ,मदन बारूपाल ,हितेश मूंदड़ा ,बाबू भाई देथा ,रोहिडी के सरपंच चुतर सिंह दोहट ,पूर्व सरपंच तेजमल सिंह सोढ़ा ,दलपत सिंह सोढ़ा ने अतिरिक्त कमांडेंट कमांडेंट गुलशन कुमार ,सोमेश चक्रवर्ती ,राजेंद्र कुमार सहित जवानों के साथ पक्षियों के लिए परिंदे लगाए ,वाही सुन्दर फॉरवर्ड पर योगेन्द्र सिंह यादव के नेतृत्व में जवानों ने परिण्डे बांधे ,पीराऊ ,नूरे का टीला ,सीमा ,राणा ,सहित कई पोस्टो पर अब मूक पक्षी परिंडों में पानी पी सकेंगे ,सरहद पर देश की रक्षा में जुटे जवानों ने परिंडों में दिन में दो बार पानी भरने का नियम बन लिया ,बल के द्वारा लगाए घने पेड़ों की छांव इन पक्षियों के लिए आशियाने बन गए हैं ,जवानों द्वारा पूर्व में अपने स्तर पर हेलमेट ,प्लास्टिक की बोतलें तोड़कर पक्षियों के लिए पानी भरते थे ,मगर अब सभी चौकियों पर मिटटी के परिण्डे लग गए ,




यह पहला अवसर हे जब सीमा की समस्त सीमा चौकियों पर ग्रुप फॉर पीपुल्स ने परिण्डे बांधे ,इससे पहले ग्रुप ने सीमा सुरक्षा बल के सहयोग से मुनाबाव ,तामलोर ,गडरा ,बी के डी ,केलनोर की सीमा चौकियों पर परिंदे बांधे गए गए ,सुरक्षा बल के अधिकारियो रविंद्र ठाकुर ,मनोज कुमार मीणा ,भूपेंद्र सिंह भाटी ,जितेन्द्र सिंह बिष्ट ,ने चहके चिड़िया अभियान में सराहनीय सहयोग कर ग्रुप को प्रेरित किया ,









सोमवार, 6 जून 2016

बाड़मेर। सरहद पर पर्यावरण सरंक्षण का सन्देश , सीमा पर जवानों ने ग्रुप फॉर पीपुल्स के साथ पोधे लगा देश को दिया सन्देश

बाड़मेर। सरहद पर पर्यावरण सरंक्षण का सन्देश , सीमा पर जवानों ने ग्रुप फॉर पीपुल्स के साथ पोधे लगा देश को दिया सन्देश






बाड़मेर विश्व पर्यावरण दिवस पर ग्रुप फॉर पीपुल्स बाड़मेर ने भारत पाकिस्तान की पश्चिमी सरहद के सबसे दुर्गम सीमा पोस्टो पर पौधरोपण कर समाज को देश की सरहद के साथ पर्यावरण सरंक्षण का सन्देश दिया ,ग्रुप फॉर पीपुल्स ने सीमा सुरक्षा बल की अग्रिम पोस्ट सुंदरा ,रोहिडी में सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियो और जवानों के साथ पौधा रोपण कर रेगिस्तानी सरहद को हरी भरी करने का संकल्प लिया ,




ग्रुप फॉर पीपुल्स के संयोजक चन्दन सिंह भाटी ,अध्यक्ष अक्षयदान बारहट ,मदन बारूपाल ,हितेश मूंदड़ा ,बाबू भाई देथा ,रोहिडी पूर्व सरपंच तेजमल सिंह ,दलपत सिंह सोढ़ा ने आंधियो के कारण एक माह से बंद पड़े रोहिडी सुंदरा मार्ग से सीमा सुरक्षा बल की अग्रिम चौकी सुंदरा पहुँच बल के चौकी प्रभारी योगेन्द्र सिंह यादव के नेतृत्व में नीम का पौधा लगा कर विश्व पर्यावरण दिवस पर सरहद से सरंक्षण का सन्देश दिया ,वाही भारत की अंतिम चौकी पीरऊ में प्रभारी निसार खान को पोधे वितरित कर पर्यावरण में सहयोग की अपील की ,तो रोहिडी में सीमा बल की फॉरवर्ड चौकी पर पर्यावरण दिवस पर विचार गोष्ठी अतिरिक्त कमांडेट गुलशन कुमार ,राजेंद्र कुमार यादव ,सोमेंद्र चक्रवर्ती सहित जवानों के साथ की ,




अतिरिक्त कमांडेट ने कहा की पश्चिमी सरहद के मुनाबाव से नूरे का टिब्बा तक पौधरोपण के आभाव में आज भी एक एक माह से सड़कों पर मिटटी आने से सड़क मार्ग बंद पड़े हैं ,इस दुर्गम क्षेत्र में अब सघन पौधरोपण की महत्ती आवश्यकता हैं ,पौधरोपण के अभिव में रेतीले टिब्बों का कटान हो रहा हैं ,सैंड डयूना के कारण सड़कों पर रेत के टिब्बे घर कर रहे हैं ,उन्होंने ग्रुप फॉर पीपुल से बरसात के मौसम में सरहद पर सघन पौधरोपण अभियान चलने का सुझाव दिया ,सोमेंद्र चक्रवर्ती ने बताया की बल की हर पोस्ट पर क्षमता के अनुसार पौधरोपण के जरिये प्रयास किया जा रहा हैं ,चौकियों पर लगे पोधो की होफजत देश की हिफाज़त की तर्ज पर करते हैं ,समुचित देखभाल भी ,दुर्गम स्थानों के बावजूद जवां पेड़ों के लिए अतिरिक्त पानी की व्यवस्था येनकेन प्रकार से करते हैं ,उन्होंने कहा की पर्दो के साथ मूक पक्षियों के लिए भी बल के जवां पानी की और आसियाने की व्यवस्था करते हैं ,




ग्रुप संयोजक चन्दन सिंह भाटी ने कहा की ग्रुप सीमा सुरक्षा बल के उच्च अधिकारियो के साथ मिल मानसून समय में सरहद पर सघन पौधरोपण का अभियान चलाने पर विचार विमर्श कर योजना बनाएगा ,अध्यक्ष अक्षयदां बारहट ने सीमा सुरक्षा बल के जवानों की प्रयावरण सरंक्षण के मौजूदा प्रयासों की सराहना करते हुए ग्रुप द्वारा वरद स्तर पर पौधरोपण कर सहयोग का भरोसा दिलाया ,मदन बारूपाल ने सीमा सुरक्षा बल के साथ अपने पर्यावरण सरंक्षण के लिए किये प्रयासों को साझा किया ,



बाड़मेर सरहद पर एक माह से रोहिडि सुन्दरा सड़क मार्ग बन्द।।सीमा सुरक्षा बल की चौकियों में पानी जैसलमेर से आ रहा।




बाड़मेर सरहद पर एक माह से रोहिडि सुन्दरा सड़क मार्ग बन्द।।सीमा सुरक्षा बल की चौकियों में पानी जैसलमेर से आ रहा।

बाड़मेर भारत पाकिस्तान की पश्चिमी सरहद के सबसे दुर्गम गाँवो में आंधिया एक बार फिर ग्रामीणों और सीमा सुरक्षा बल के लिए अभिशाप बन गयी।पिछले एक माह से रोहिडि सुन्दरा सड़क मार्ग पर रेत के टीले आ जाने से रास्ते बाधित हैं। जिसके चलते इन गाँवो का संपर्क अन्य गाँवो से टूट गया।कहने को ग्रेफ ने एक जे सी बी सड़क से रेत हटाने के लिए लगा रखी हैं ।मगर जे सी बी ऑपरेटर अपनी क्षमतानुरूप की करने की बजाय दिन में दो घण्टे जे सी बी चला कर रेत हटाता हे तो दूसरे दिन तक उतनी ही रेत वापस आ जाती हैं जिसके चलते एक माह से सुन्दरा गडरा रोड मार्ग बाधित हैं।सुन्दरा जो 1995 तक एशिया की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत थी के निवासीयो को अपनी दिनचर्चया और मुलभुत सामग्री तक खरिदने की दिक्कत हो रही हैं।सुन्दरा से लोग रोहिडि से एक किलोमीटर पूर्व उतार कर पेडल रोहिडि जाते हैं।रोहिडि से निजी वाहन किराए पे लेकर गडरा तक की यात्रा करते हैं ।वहीं सीमा सुरक्षा बल की पेयजल आपूर्ति पूर्ण रूप से बाधित हो गयी।सीमा सुरक्षा बल की चौकियों में पदमडा वाटर हेड से टेंकर भर कर दिन में तीन बार पेयजल आपूर्ति सीमा चौकियों पर होती थी।बल के तीन टेंकर पेयजल आपूर्ति व्यवस्था में जूट हे।मगर पिछले एक माह से सड़क मार्ग बाधित होने से सीमा सुरक्षा बल के टेंकर पदमडा से पानी भर नही पा रहे तो उन्होंने जैसलमेर के म्याजलार से पानी के टेंकर भरवा कर बल की चौकियों में पेजक आपूर्ति की वैकल्पिक व्यवस्था कर रखी हैं।जिसके लिए बल को हज़ारो लीटर तेल और क्षमता जाया करनी पड़ रही हैं ।सीमा सड़क संघठन के अधिकारी सड़क मार्ग को खोलने में तत्परता नही दिखा रहें जिससे ग्रामीणो को परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं।रोहिडि के सरपंच चुतर सिंह दोहट ने बताया की पिछले एक माह से रोहिडि सुन्दरा सड़क मार्ग आंधियो के कारण रेत आने से बाधित हैं।सड़क मार्ग को खोलने के प्रयास सरकारी स्तर पर बिलकुल नही हो रहे।ग्रेफ ने एक जे सी बी लगा राखी हे जो दिन भर में मात्र दो घण्टे काम करती हैं।जितनी रेत दो घण्टो में हटाते हैं उससे अधिक दूसरे दिन वापस आ जाती हैं।सड़क मार्ग बाधित होने से दिन चर्या के कार्य प्रभावित हो रहे हैं। सड़क मार्ग बाधित होने से रोहिडि गडरा बाड़मेर का पांचला,मोती की बेरी,सुन्दरा,म्याजलार ,जैसलमेर का संपर्क टूट गया।।

इधर ग्रेफ के उच्च अधिकारियो ने बताया जल्द ही सड़क मार्ग खोल दिया जायेगा।।

शनिवार, 28 मई 2016

बाड़मेर बून्द बून्द पानी को तरसते सीमावासियों के बीच व्यर्थ बहता हे चौबीस घंटे पानी


बाड़मेर बून्द बून्द पानी को तरसते सीमावासियों के बीच व्यर्थ बहता हे चौबीस घंटे पानी


मिठडाऊ गांव में पानी का दुरूपयोग

सरहद से चन्दन सिंह भाटी


बाड़मेर बाड़मेर में पिछले एक माह से पानी के लिए हां हा कार मचा हे ,शहर की तांग गलियों में थारवासि नल खुलने की उम्मीदें खो चुके हैं ,शहर से बदतर हालत भारत पाक आंतराष्ट्रीय सीमा पर बसे गाँवों का हैं ,जहना एक एक बून्द पानी की सहेजी जाती हैं ,पेयजल समस्या और सरहदवसियो का चोली दामन का साथ जगजाहिर हैं ,इस बार थार में पड़ी भीषण गर्मी ने जिला प्रशासन के माकूल व्यवस्थाओं की सारी पोल खोल के रख दी ,पानी की समस्या से दो चार हो रहे सीमावर्ती गाँवो के बीच एक गाँव हैं मिठडाऊ ,अनुसूचित जाती बाहुल्य यह गाँव अपने हस्तशिल्प उत्पादनो के लिोए काफी मशहूर हैं ,करीं आठ सौ घरों की बस्ती वाले इस गांव में कभी पानी की बड़ी समस्या थी ,मगर पिछले सालो में यहाँ जी एल आर और पानी की होदी बनने के बाद ग्रामीणों और आसपास की ढाणियों को काफी राहत मिल गयी ,इस होदी के आसपास धनि गाँवो से आये पानी भरने वालो की कतारें लगती हैं ,बैलगाड़ी ,गधे ,ओंठो पर पानी की पखाले रख भर कर ले जाते हैं ,










एक ही पाल पर इंसान और जानवर पानी पीते हैं ,इसी होज में ग्रामीणों का पशुधन पानी पीटा हैं ,तो इंसान भी अपने पानी की व्यवस्था इसी होज से पखाले भर कर करते हैं ,जितनी सुविधा इस गांव में पानी की हैं पुरे जिले में और कंही नहीं ,गाँव की सड़के पानी से धोई जाती हैं तो दुकानदार दिन भर दुकानों के आगे पानी का छिड़काव इसी होज के पानी से कर बहुमूल्य पानी को व्यर्थ करते हैं ,चौबीस घटे इस होज में पानी चलता हैं ,चौबीस घंटे यह होज ओवर फ्लो रहता हैं ,ग्रामीण पानी की महत्वता को समझ रहे हैं ,संवाददाता जब इस गांव में पहुंचे तो ग्रामीणों का एक ही प्रश्न था की हमने पानी के लिए अक्सर लड़ाईयां लड़ी एक एक घड़ा भरने में दिन पूरा खप जाता था ,आज पानी दिन भर व्यर्थ बाह रहा हैं हमारा जी जलता हैं ,






जलदाय विभाग का कोई कर्मचारी यहाँ उपस्थित नहीं था ,भारत पाक अंतर्राष्ट्रीय सरहद के पास बसे इस गाँव में सीमा सुरक्षा बल की बी ओ पी स्थापित हैं ,पानी को कोई सहेज नहीं रहा जबकि इन्ही श्रृंखला के गाँवो के लोग बून्द बून्द पानी को तरस रहे हैं ,




चौबीसो घंटे बहते पानी से लाखो गेलंन पानी का दुरूपयोग हो रहा हैं ,अक्सर इस खुले होज में गांव के बच्चे और पशु अठखेलिया करते हैं ,इसी पानी को पीने के काम लिया जाता हैं ,बहरहाल अकाल के हालातो से जूझ रहे बाड़मेर जिले में आमजन को पेयजल समस्या से राहत एक और जिला प्रशासन पानी के टेंकरो से पानी सप्लाई कर रहा हे तो दूसरी एयर ऐसे कई गाँवो में पानी व्यर्थ बाह रहा हैं



मंगलवार, 24 मई 2016

भारत के मीठे पानी पर टूट पड़ते हे पाक रेंजर ,दस मिंट में सारे केम्पर खाली

भारत के मीठे पानी पर टूट पड़ते हे पाक रेंजर ,दस मिंट में सारे केम्पर खाली


चंदन सिंह भाटी
बाड़मेर भारत पाकिस्तान की सरहद पर बसे पाकिस्तान के सिंध प्रान्त में पेयजल समस्या कितनी विकराल हे की पाकिस्तान की सुरक्षा में सरहदी इलाको जुटे पाक  रेंजरों को स्वच्छ और मीठा पानी मय्यसर नहीं हैं ,ये रेंजर भारत पाक के बीच होने वाली बैठकों में जी भर कर आर ओ का मिनरल वाटर ऐसे पी जाते हैं जैसे वर्षो से प्यासे हो ,


चौंकिए नहीं यह हकीकत हैं ,भारतीय सीमा से सटे पाकिस्तान के सिंध प्रान्त में पानी की को व्यवस्था नहीं हैं ,सरहदी गाँवो में सिंध के लोग आज भी परम्परागत बेरियो का पानी पीकर प्यास बुझाते हैं यह पानी सर्वाधिक दूषित होता हैं ,यही बेरियो का खारा और दूषित पानी पाक रेंजरों को चौकियों पर उपलब्ध कराया जाता हैं ,जबकि भारतीय सरहदी इलाको में सीमा सुरक्षा बल की हर अग्रीण चौकी पर जवानों के लिए मीठे और ठन्डे पानी की व्यवस्था के लिए आर ओ प्लांट स्थापित हैं ,

ऐसे में भारत पाकिस्तान के मध्य हर तीसरे माह होने वाली फ्लेग मीटिंग में पाकिस्तान की और से आने वाले रेंजर दल के सदस्य सबसे पहले पानी पर हमला बोलते हैं ,महज दस मिंट में भारत की और से लाये मीठे ठंडे पानी के केम्परो का पानी ख़त्म कर देते हैं ,कई मर्तबा सीमा सुरक्षा बल को अतिरिक्त केम्परो की व्यवस्था करनी होती हैं

सीमा सुरक्षा बल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छपने की शर्त पर बताया की हमारी सरहद पर जवानों के लिए समस्त सुविधाए उपलब्ध हैं ,पाक रेंजरों के लिए पाक सरकार पानी तक मय्यसर नहीं कराती ,ऐसे दृश्य भारत पाक मिटींगो में देखने को मिलते हैं ,पाक की और से आने वाल रेंजर्स का डेलिगेशन सबसे पहले ठंडे मीठे पानी पर टूट पड़ता हैं ,हर बार  की अतिरिक्त व्यवस्था करनी होती हैं ,पाक सीमा के चालीस किलोमीटर तक पेयजल की कोई व्यब्वस्था इनके लिए नहीं हैं ,सिवाय परंपरागत पेयजल बेरियो के ,पाक रेंजर भारत का ठंडा मीठा पानी पीकर धन्य हो जाए हैं ,

उलेखनीय हैं की भारत पाक पश्चिमी सरहद पर हर तीसरे माह फ्लेग और हर छठे माह डी जी स्तर की बैठक बारी बारी से भारत और पाक इलाको में होती रहती हैं ,

रविवार, 22 मई 2016

बाड़मेर अस्सी फीसदी अग्रिम पोस्टो पर बांधे ग्रुप फॉर पीपुल्स ने परिंडे ,चहकने लगी चिड़िया


बाड़मेर सरहद पर चहके चिड़िया के तहत केलनोर सहित दर्जन पोस्टो पर परिंडे बांधे ग्रुप फॉर पीपुल्स ने

बाड़मेर 
अस्सी फीसदी अग्रिम पोस्टो पर बांधे ग्रुप फॉर पीपुल्स ने परिंडे ,चहकने लगी चिड़िया







बाड़मेर सामाजिक सरोकार और नवाचार के प्रतिक ग्रुप फॉर पीपुल्स के सरहद पर चहके चिड़िया अभियान के तहत सीमा सुरक्षा बल के सहयोग से भारत पाक सीमा पर स्थित अस्सी फीसदी अग्रिम पोस्टो पर परिंडे बांध भीषण गर्मी में पक्षियों को रहत प्रदान की,वैशाखी पूर्णिमा के दिन शनिवार को आग उगलती गर्मी और लू के थपेड़ो के बीच ग्रुप सदस्यों ने जवानों और अधिकारीयों के साथ मिल एक दर्जन अग्रिम पोस्टो पर परिण्डे बांधे ,परिन्दों के लिए भामाशाह अभियंता वीर चंद सोनी और यातायात निरीक्षक रमेश चावड़ा ने सहयोग दिया।




ग्रुप फॉर पीपुल्स के सदस्यों ने शनिवार को सीमावर्ती केलनोर अग्रिम पोस्ट पर सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियो और जवानों के साथ प्रत्येक पेड़ पर परिंडे बाँध उनमे पानी भरा। जवानों ने प्रतिदिन परिंडों में पानी डालने का नियम बनाने की शपथ ली। केलनोर पोस्ट पर काफी तादाद में राष्ट्रिय पक्षी मोर और रंग बिरंगे पक्षी अपना आसियाना बनाए हुए हैं ,




ग्रुप द्वारा गत एक माह से सरहद की अग्रिम पोस्टो पर मूक पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था के लिए परिंडे लगने का अभियान चलाया जा रहा हैं ,जिसके जिसके चलते अस्सी फीसदी अग्रिम पोस्टो पर ग्रुप ने सीमा सुरक्षा बल के सानिध्य में परिंदे लगा दिए ,शेष रहे सुंदरा बेल्ट में आगामी दिनों में परिंदे लगाए जायेंगे।




ग्रुप द्वारा शनिवार को स्वरूप का तला ,समेलों का तला ,हुर्रो का तल्ला ,ऍन आर के टी ,नवा तला ,आज़ाद पोस्ट सहित दर्जन भर पोस्टो पर परिंडे लगाए ,ग्रुप संयोजक चन्दन सिंह भाटी के नेतृत्व में मदन बारूपाल ,रमेश सिंह इंदा,स्वरुप सिंह भाटी ,बाबू भाई शेख ,दिग्विजय सिंह चूली ,ठाकराराम मेघवाल ,विक्रम मन्सुरिया ,शेराराम चौधरी ने पुनीत कार्य को अंजाम दिया ,

सोमवार, 9 मई 2016

बाड़मेर कोई सरहद ना रोके,दोनांे देषांे के पंछी पीएंगे पानी,ग्रुप फोर पीपुल्स एवं बीएसएफ की पहल,












बाड़मेर कोई सरहद ना रोके,दोनांे देषांे के पंछी  पीएंगे पानी,ग्रुप फोर पीपुल्स एवं बीएसएफ की पहल,

पष्चिमी सरहद पर बेजुबान पक्षियांे को बचाने की अनूठी पहल

-ग्रुप फोर पीपुल्स एवं बीएसएफ की पहल, सीमा चौकियांे पर परिंडे लगाने की कवायद


बाड़मेर, 07 मई। तेज गर्मी मंे बेजुबान पक्षियांे को पानी उपलब्ध कराने के लिए ग्रुप फोर पीपुल्स एवं सीमा सुरक्षा बल ने शनिवार से सीमा चौकियांे पर परिंडे लगाने की अभियान की शुरूआत की। सीमा सुरक्षा बल बाड़मेर सेक्टर की मुनाबाव, तामलोर एवं गडरारोड़ फारवर्ड सीमा चौकियांे से इसकी शुरूआत की गई। सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियांे ने समस्त सीमा चैकियांे पर पक्षियांे के लिए परिंडे लगाने एवं उसमंे जवानांे की ओर से नियमित रूप से पानी डालने का भरोसा दिलाया। इस दौरान गु्रप फोर पीपुल्स की ओर से शनिवार और रविवार दो दिन लगातार सीमा चौकियों पर लगाने के लिए परिंडे उपलब्ध कराए गए।कई सीमा चौकियों पर ग्रुप कार्यकर्ताओ ने बल के जवानों के साथ परिंदे बंधे।




पश्चिमी सीमा पर इन दिनांे तापमान 50 डिग्री सेल्सियस के अधिक है। ऐसे मंे आमजन के साथ पक्षियांे की हालात भी बेहद खराब है। कई बार पानी के अभाव मंे पक्षियांे को तड़प कर गिरता हुआ देखा जाता है। बेजुबान पक्षियांे को बचाने के लिए शनिवार को मुनाबाव सीमा चैकी पर सहायक समादेष्टा हरेन्द्रसिंह, दिनेश मीणा, पुष्पेन्द्रसिंह, तामलोर सीमा चौकी पर सहायक समादेष्टा भूपेन्द्रसिंह भाटी एवं गडरारोड़ फारवर्ड सीमा चैकी पर सहायक समादेष्टा शंशाक मिश्र ने गु्रप फोर पीपुल्स के पदाधिकारियांे के साथ परिंडे लगाकर इस अभियान की शुरूआत की। इस दौरान गु्रप फोर पीपुल्स के संयोजक चंदनसिंह भाटी, दुर्जनसिंह गुड़ीसर, स्वरूपसिंह भाटी, मदन बारूपाल, ठाकराराम मेघवाल,ललित छाजेड़ ,शेखर माहेश्वरी उपस्थित थे। सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियांे ने गु्रप फोर पीपुल्स के प्रयासांे की सराहना करते हुए कहा कि बेजुबान पक्षियांे की बचाने के लिए यह अनूठी पहल है। उन्हांेने भरोसा दिलाया कि प्रत्येक सीमा चौकी पर पक्षियांे के लिए परिंडे लगाए जाएंगे। साथ ही उसमंे नियमित रूप से पानी भी डाला जाएगा। उन्हांेने बताया कि कई सीमा चौकियांे पर विभिन्न प्रकार के पक्षियांे चिडि़या, मोरांे का जमावड़ा रहता है। इस तरह के प्रयास की बदौलत निसंदेह कई बेजुबान पक्षियांे की जान बचेगी। गु्रप के संयोजक चंदनसिंह भाटी एवं दुर्जनसिंह गुड़ीसर ने इस अभियान मंे सहयोग के लिए सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियांे एवं जवानांे का आभार जताया।




कोई सरहद ना रोके,दोनांे देषांे के पंछी पीएंगे पानी



बाड़मेर, 07 मई। इंसान ने भले ही सरहद पर जमीन का विभाजन कर दीवार खींच ली हो, लेकिन पक्षियांे के लिए ऐसा कुछ नहीं है। ये आसानी से भारत-पाक दोनांे देशांे में आ जा सकते है। ऐसे मंे गु्रप फोर पीपुल्स के प्रयासांे की बदौलत लगाए गए परिंडे दोनांे देशांे के पक्षियों की प्यास बुझाने के काम आएंगे।

पश्चिमी सीमा पर कई बार सरहद पार से कुछ स्थानांे पर अजान सुनाई देती है तो इस पार से कुछ मंदिरांे मंे होने वाली आरती। जिस तरह आवाज और हवा को कोई रोक नहीं सकता। ठीक उसी तरीके से दोनों देशांे मंे पक्षियांे की आवाजाही जारी है। किसी का आशियाना भारत मंे है तो किसी का पाकिस्तान मंे। यह पक्षी दाने-पानी की तलाश मंे एक-दूसरे देश में जाते रहते है। ऐसे मंे गु्रप फोर पीपुल्स की ओर से लगाए गए यह परिंडे दोनांे देशांे से आने वाले पक्षियांे की प्यास बुझाने के काम आएंगे।

मंगलवार, 3 मार्च 2015

foto..सीमा सुरक्षा बल महिला कैमल सफारी बाड़मेर सरहद पर- -----

सीमा सुरक्षा बल महिला कैमल सफारी सरहद पर- -----











सीमा सुरक्षा बल महिला कैमल सफारी बाड़मेर सरहद पर- -----

बाड़मेर बछेन्द्री पाल के नेतृत्व में महिला कैमल सफारी दल भारत पाकिस्तान सरहद गुजरात से राजस्थान सीमा बी के डी में प्रवेश किया।सताईस सदस्यीय महिला कैमल सफारी दल का भव्य स्वागत उप महानिरीक्षक प्रतुल गौतम सहित सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियो ने और ग्रामीणों ने कियाअर्जुन पुरस्कार ज़ से नवाजी बछेंद्री पाल प्रेमलता और डॉ सरोज के नेतृत्व में गुजरात पाकिस्तान सरहद का सात सौ पचास किलोमीटर का सफ़र तय कर बी जी डी पोस्ट में प्रवेश किया।जंहा दल के समनं में सांस्कृतिक कार्यक्रम जा आयोजन किया किया।मुख्य आरक्षी राजेश कुमार ने देश भक्ति गीतों की शानदार प्रस्तुति दी।इस वसर पर मुनाबाव कमांडेंट रविन्द्र ठाकुर ,शेर सिंह ,विजय चाहर सहित सीमा सुरक्षा बल के कई अधिकारी मौजूद थे ,बाखासर के जन प्रतिनिधियों और बड़ी तादाद में उपस्थित ग्रामीणो ने दल का स्वागत किय। 



यह पहला अवसर होगा कि सीमा सुरक्षा बल की महिला कैमल सफारी इन दिनों सरहद पर है।- यह महिला टीम करीब 2300 किमीका सफर तय करेगी। सीमा सुरक्षा बल के स्थापना के स्वर्ण जयन्ती के उपलक्ष्य में आयोजित किये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों की श्रृखला में वृहद महिला कैमल सफारी इन दिनों सरहद के दौरे पर है। महिला कैमल सफारी 2015 का शुभारम्भ- 24 फरवरी को 30 बटालियन सीमा सुरक्षा बल भुज (गुजरात) में- एम के सिघंला (आईपीएस) अपर महानिदेशक, सीमा सुरक्षा बल द्वारा ध्वज दिखाकर रवाना किया गया। इस अवसर पर- सन्तोष मेहरा (आईपीएस) महानिरीक्षक, गुजरात सीमान्त सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी , अधीनस्थ अधिकारी, बल के अन्य कार्मिक तथा उनके परिवारजन उपस्थित थे।
सीमा सुरक्षा बल राजस्थान फ्रंटीयर के सूत्रों अनुसार कैमल सफारी के रवानगी से पूर्व एक रंगारंग और भव्य समारोह आयोजित किया गया जिसमें कैमल परेड और टैटू शो का भी आयोजन किया गया। इसके पश्चात् मुख्य अतिथि द्वारा महिला ऊँट सवारों- का परिचय प्राप्त किया गया। महिला कैमल सफारी का नेतृत्व डॉ. सुजाता शिंदे, सहायक कमाण्डेंट, पशु चिकित्साधिकारी द्वारा किया जा रहा है। सफारी में- सीमा सुरक्षा बल की 13 महिला आरक्षक और टाटा फांउडेशन की 14 महिलायें भी हिस्सा ले रही है।
सीमा सुरक्षा बल राजस्थान फ्रंटीयर के सूत्रों अनुसार कैमल सफारी भुज (गुजरात) से शुरू होकर पाकिस्तान के साथ लगी अन्तरराष्ट्रीय सीमा मे भारत के सीमाई गाँवों से गुजरती हुई 22 मार्च- को अपने समापन स्थल पंजाब में भारत पाक सीमा पर स्थित अट्टारी- पर रीट्रिट परेड के दौरान होगा। कैमल सफारी 3 राजयों गुजरात ( लगभग 900 किलोमीटर), राजस्थान ( लगभग 1100 किलोमीटर) एवं पंजाब (लगभग 300 किलोमीटर)े कुल लगभग 2300 किलोमीटर का सफर तय करेगी। इस अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि- ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन से महिलाशक्ति को बढावा मिलता है। यह कैमल सफारी- सीमाई इलाकों में रहने वाले लोगों के मन में सुरक्षा की भावना पैदा करेगी। साथ ही सीमाई गांव के लोग सीमा सुरक्षा बल द्वारा कठिन परिस्थ्तियों में की जा रही- ड्यूटी के बारे में अवगत होगें। कैमल सफारी-2  मार्च- को राजस्थान सीमान्त में प्रवेश कर गयी