बाड़मेर ग्रुप फॉर पीपल युवा राष्ट्रिय धरोहर मोटिवेशन सेमिनार
सफलता के लिए लक्ष्य निर्धारित कर ईमानदारी से प्रयास करेंःनकाते
बाड़मेर, 08 जुलाई। प्रतियोगी परीक्षाआंे मंे सफलता के लिए लक्ष्य निर्धारित करके ईमानदारी से प्रयास करें। सफलता के लिए कोचिंग पर निर्भर नहीं रहे, वह दिषा दे सकता है, लेकिन सफलता नहीं। अखबार पढ़ने की आदत डालने के साथ अंग्रेजी को लेकर किसी तरह का डर मन मंे नहीं रखें। जिला कलक्टर षिवप्रसाद मदन नकाते ने शनिवार को भगवान महावीर टाउन हाल मंे गु्रप फोर बाड़मेर-जैसलमेर की ओर से आयोजित युवा राष्ट्रीय धरोहर सेमीनार 2017 में संबोधित करते हुए कही।
जिला कलक्टर षिवप्रसाद मदन नकाते ने कहा कि जिनीयस वो ही करते है जिसकी जरूरत होती है। अच्छी एवं विष्वस्त पुस्तकें पढ़ने के साथ इंटरनेट का सहयोग भी लिया जा सकता है। उन्हांेने कहा कि परिणाम की चिंता किए बगैर पूर्ण समर्पण भाव से प्रयास किया जाए, तो निसंदेह सफलता मिलेगी। उन्हांेने अपनी पारिवारिक परिस्थितियांे का जिक्र करते हुए कहा कि भारतीय प्रषासनिक सेवा जैसी प्रतियोगी परीक्षा मंे शामिल होने के लिए अपने मन मंे विष्वास होना जरूरी है। एक परीक्षा मंे असफल होने पर सब कुछ समाप्त नहीं होता। उन्हांेने कहा कि प्रकृति कभी भी कचरा पैदा नहीं करती। जिसमंे आपका मन लगे, उस क्षेत्र का चयन करें। उन्हांेने इस दौरान प्रतियोगी परीक्षाआंे मंे सफल होने के विविध पहलूआंे से अवगत कराया। उन्हांेने बाड़मेर जिला मुख्यालय पर लाइब्रेरी शुरू करवाने का भरोसा दिलाया।
इस अवसर पर महानिरीक्षक महेन्द्रसिंह चैधरी ने कहा कि बाड़मेर मंे ही प्रतियोगी परीक्षाआंे की तैयारियांे मंे जुटे युवाआंे को समुचित सुविधाएं मुहैया कराने की जरूरत है। स्थानीय स्तर पर मोटीवेषन के साथ आवष्यक संसाधन उपलब्ध कराए जो कई प्रतिभाएं विभिन्न क्षेत्रांे मंे बेहतरीन परिणाम दे सकती है। उन्हांेने सामान्य ज्ञान के लिए अच्छी पुस्तकांे के अध्ययन करने की बात कही। उन्हांेने कहा कि गांव के मौजीज लोग सीनियर सैकंडरी विद्यालयांे मंे पुस्तकालय की शुरूआत करें। इसमंे विषयवार विद्यार्थियांे की जरूरत के मुताबिक अच्छी पुस्तकें उपलब्ध हो। उन्हांेने प्रतिभाआंे को प्रोत्साहित करने के लिए ठोस रणनीति बनाने की जरूरत जताई। नवचयनित भारतीय प्रषासनिक सेवा के अधिकारी गंगासिंह राजपुरोहित ने कहा कि बाड़मेर को अक्सर पिछड़ा क्षेत्र माना जाता था, लेकिन अब बड़ा बदलाव आ रहा है। उन्हांेने कहा कि अगर बेटियांे को अवसर मिलता तो शायद सात ओर बेटियां आईईएस के रूप मंे यहां होती। उन्हांेने कहा कि बिना किसी तरह की भ्रांति रखते हुए स्वस्थ मानसिकता के साथ सकारात्मक रवैया रखते हुए सफलता के लिए निरंतर प्रयास करें। उन्हांेने कहा कि युवा अपनी क्षमता को पहचानें। नवचयनित भारतीय प्रषासनिक सेवा के अधिकारी मदनसिंह ने कहा कि सफलता मंे गांव की पृष्ठभूमि, साधारण परिस्थितियां कभी बाधक नहीं बनती। अगर अच्छी अध्ययन सामग्री एवं अच्छे गाइड के साथ इंटरनेट का उपयोग करते हुए सफलता हासिल की जा सकती है। उन्हांेने इग्नू की ओर से विभिन्न विषयांे पर उपलब्ध अध्ययन सामग्री का हवाला देते हुए कहा कि स्वयंपाठी विद्यार्थी भी सफलता प्राप्त कर सकते है। उन्हांेने बालिकाआंे को अवसर दिलाने की जरूरत जताते हुए कहा कि इसके लिए सबको मिलकर पहल करनी होगी। इस अवसर पर प्रो.राजेन्द्र बारहठ ने बेटा एवं बेटी को समान अवसर मुहैया कराने की जरूरत जताते हुए कहा कि तकनीक का सकारात्मक रूप से उपयोग करते हुए सफलता प्राप्त की जा सकती है। रावल त्रिभुवनसिंह राठौड़ ने कहा कि जिन्दगी मंे अगर कोई व्यक्ति एक परीक्षा मंे अनुतीर्ण हो जाता है तो उसके लिए सारे रास्ते बंद नहीं हो जाते, बल्कि अन्य रास्ते खुल जाते है। उन्हांेने कहा कि युवा अपनी योग्यता एवं इच्छाआंे के अनुरूप कार्य करते हुए आईएएस एवं आईपीएस के अलावा अन्य क्षेत्रांे मंे भी सफलता प्राप्त करने के प्रयास करें। केयर्न इंडिया के महाप्रबंधक अध्योयाप्रसाद गौड़ ने कहा कि अगर सफलता प्राप्त करनी है तो कई बार अपना घर बार कुछ समय के लिए छोड़ना पड़ता है। उन्हांेने कहा कि घर परिवार से भले ही रहे लेकिन अपनी संस्कृति को नहीं भूले। उन्हांेने युवाआंे से कहा कि इस उम्र मंे उनको तय करना है कि भावी जीवन मंे उनको क्या बनना है। उन्हांेने युवा फोटोग्राफर तरूण चैहान का जिक्र करते हुए कहा कि सफलता प्राप्त करने के लिए जरूरी है कि हम उसके पूरी तरह समर्पित भाव से जुट जाए। उद्यमी एवं समाजसेवी हरीष धनदे ने कहा कि कृषि के क्षेत्र मंे असीम संभावनाएं है। उन्हांेने बालिका षिक्षा को लेकर अपने परिवार का जिक्र करते हुए कहा कि जैसलमेर जैसे क्षेत्र मंे परंपरागत खेती के बीच ऐलोवेरा की खेती करके यह साबित कर दिया कि अगर प्रयास किया जाए तो असंभव कुछ भी नहीं है। डा.अषोक तंवर ने कहा कि बाड़मेर मंे पिछले कुछ वर्षाें मंे षिक्षा के क्षेत्र मंे भारी बदलाव आया है। उन्हांेने कहा कि सफलता के लिए बड़े सपने देखने के साथ उसको साकार करने के लिए वृहद स्तर पर प्रयास किए जाए। सेमीनार मंे बाड़मेर पुलिस उप अधीक्षक ओ.पी.उज्जवल, फिफ्टी विलेजर्स के डा.भरत सहारन ने भी युवाआंे को सफलता प्राप्त करने के विविध पहलूआंे से अवगत कराया। सेमीनार मंे युवाआंे की ओर से पूछे गए विभिन्न प्रष्नांे एवं शंकाआंे का अतिथियांे की ओर से समाधान एवं आवष्यक मार्गदर्षन किया गया। सेमीनार की शुरूआत मंे गु्रप फोर पीपल के संयोजक चंदनसिंह भाटी ने गु्रप की स्थापना एवं अब तक गतिविधियांे तथा सामाजिक सरोकार के प्रयासांे के बारे मंे जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन डा.लक्ष्मीनारायण जोषी एवं करिष्मा भाटी ने किया। इस दौरान संजय शर्मा, अमित बोहरा , रमेषसिंह इंदा ,नरेंद्र खत्री ,छगन सिंह चौहान ,मुकेश गज्जा ,मदन बारूपाल ,डॉ हरपाल सिंह राव ,रणवीर सिंह भादू ,स्वरुप सिंह सिंह भाटी ,राजेंद्र लहुआ ,ओमप्रकाश जोशी ,नरेंद्र तनसुखानी ,महेश दादनी , भजन लाल पंवार ,रमेश कड़वासरा,रघुवीर सिंह तामलोर ,विक्रम ,अशोक कुमार ,देवेंद्र परिहार ,जीतेन्द्र ,खत्री पर्वत भाटी ,संजय राहड़ ,आदिल भाई, समेत कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।संजय शर्मा ने आभार व्यक्त किया
कार्यक्रम के दौरान फकीरा खान एंड पार्टी ने स्वागत गीत एवं गणेष वंदना की प्रस्तुति दी। इस दौरान फोटोग्राफर तरूण चैहान की ओर से स्थानीय कला एवं संस्कृति से जुड़े विविध पहलूआंे पर आधारित फोटो प्रदर्षनी भी लगाई गई। जिला कलक्टर षिवप्रसाद मदन नकाते, महानिरीक्षक महेन्द्रसिंह चैधरी समेत अन्य अतिथियांे ने इसका अवलोकन कर सराहना की।