जैसलमेर, सम में उंट दौड रही दर्षकों के आकर्षण का केन्द्र
सायबदीन का उंट रहा प्रथम, जिला कलक्टर व जिला प्रमुख व
पुलिस अधीक्षक ने प्रदान किए विजेताओं को पुरूस्कार
जैसलमेर, 19 फरवरी। मरू महोत्सव के तीसरे दिन सम में सम कैम्प एण्ड रिसोर्ट वेलफेयर सोयायटी के प्रायोजन से उंटों की दौड आयोजित की गई। जिसमें 30 उंट धावकों ने भाग लिया। जिसमें 06-06 उंटों की पाॅंच हीट रखी गई। जिसमें प्रत्येक हीट में 2-2 विजेता रहें। उंट धावक अन्तिम हीट में शामिल हुए। इस प्रकार अन्तिम दौड में 10 उंटों की दौड हुई जो 1 किलोमीटर थी। जिसमें सबसे पहले सगरों की बस्ती का सायबदीन का उंट सबसे तेज गति से दौडता हुआ पहुंचा, इस प्रकार सायबदीन का उंट प्रथम स्थान रहा। वहीं लूणों की बस्ती अदरीम खां का उंट द्वितीय स्थान पर तथा मतुओं की बस्ती के सुमेरखां का उंट तृतीय स्थान पर रहा।
इस दौरान कार्यक्रम में जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल, जिला कलक्टर नमित मेहता, पुलिस अधीक्षक डाॅ.किरण कंग ने पहले स्थान पर रहें सायबदीन को 11 हजार रूपये का चैक एवं ट्राॅफी तथा द्वितीय विजेता अदरीमखां को 7100 का चैक व ट्राॅफी तथा तृतीय विजेता सुमेरखां को 5100 चैक व ट्राॅफी एवं स्मृति चिन्ह् प्रदान किया। इस अवसर पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामेष्वर मीणा, उपायुक्त उपनिवेषन मोहनदान रतनू, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी चेतन चैहान, सम रिसोर्ट एण्ड वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष कैलाष व्यास, उपाध्यक्ष उस्मानखां, सचिव गुलाम कादिर, तहसीलदार वीरेन्द्रसिंह, उप निदेषक भानुप्रताप, उपस्थित थें। इस रोमांचक उंट दौड में हजारों की संख्या में दर्षकों ने उत्साह के साथ देखा एवं अपने कैमरे में कैद किया।
उंट दौड मंे प्रथम हीट में मेहरानखां का उंट प्रथम, उर्सखां का उंट द्वितीय रहा। वहीं द्वितीय हीट में मुकीमखां का उंट प्रथम, सुमेर का उंट द्वितीय, तृतीय हीट में अलाजवामा का उंट प्रथम, जाकबखां का उंट द्वितीय तथा चतुर्थ हीट में अदरीमखां का उंट प्रथम, जगमाल का द्वितीय का उंट रहा। इसी प्रकार पांचवी हीट में सायबदीन का उंट प्रथम, फैजा का उंट द्वितीय स्थान पर रहा। इस प्रतियोगिता के रैफरी लक्ष्मण सिंह तंवर, राकेष विष्नोई थें जिनके द्वारा विसल बजाते ही उंट दौड प्रारम्भ हुई। निर्णायक के रूप में तहसीलदार वीरेन्द्रसिंह, आरआई चुतर सिंह ने भूमिका निभाई। जिला कलक्टर ने इस अवसर पर मेला प्रभारी मोहनदान रतनू, मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामेष्वर मीणा, सोसायटी के अध्यक्ष कैलाष व्यास को भी स्मृति चिन्ह् प्रदान कर सम्मानित किया वहंी उदघोषणा कर रहे विजय बल्लाणी को भी स्मृति चिन्ह् प्रदान कर सम्मानित किया गया।
इस उंट दौड के सभी प्रतिभागियों का सोसायटी द्वारा 1 वर्ष के लिए उंट एवं सवार दोनों का बीमा किया गया।
रोमांचक रही रस्साकषी
पायल सफारी कैम्प द्वारा प्रायोजित सम में ग्रामीण एवं विदेषी पर्यटकों के बीच रस्साकषी का आयोजन किया यह प्रायोजक करीम खां द्वारा किया गया। रस्साकषी में तीन हीट रखी गई जिसमें ग्रामीण एवं विदेषी सैलानियांे ने अपने शारीरिक दमखम लगाकर एक दूसरे की ओर रस्सी को खींची लेकिन लगातार दोनों हीटों में ग्रामीणों की टीम ने जोष दिखाकर इस प्रतियोगिता में वियजश्री का वरण हासिल किया। सभी प्रतिभागियों को प्रायोजक द्वारा स्मृति चिन्ह् प्रदान किये गए।
उंट एवं घोडी का नृत्य भी रहा शानदार
सम में डेजर्ट स्प्रिंक के मंयक भाटिया द्वारा कैमल डांस का आयोजन प्रायोजित किया गया। इस कैमल नृत्य में झंूझूंनु के नेकुराम के श्रृंगारित उंट ने बहुत ही शानदार नृत्य किया एवं इस नृत्य को देखकर दर्षक अचंभित रह गए वहीं प्रषिक्षक नैकुराम ने जो मूक पषु उंट को नृत्य करवाया वह वास्तव में अनुकरणीय रहा। इस नृत्य में प्रथम एवं द्वितीय उंट को क्रमषः 21 हजार व 11 हजार का नगद पुरूस्कार प्रदान किया गया।
इसी प्रकार के.के.रिसोर्ट एण्ड कैम्प के पुष्पेन्द्र व्यास द्वारा घोडी नृत्य का आयोजन भी करवाया गया जो बहुत ही आकर्षण का केन्द्र रहा। इस घोडी के प्रषिक्षक धमेन्द्र के निर्देषन में घोडी ने वास्तव में ढोल की थाप दो पैरों पर खडें होकर, खाट पर खडें होकर अति सुन्दर नृत्य प्रस्तुत किया जिसकों देखकर सभी दर्षक अंचभित रह गए। इस कार्यक्रम की उद्घोषणा रंगकर्मी एवं पूर्व मरूश्री विजय बल्लाणी ने की। इस मौके पर सरपंच सम सलीम खां के साथ ही सभी ग्रामीणांे ने कार्यक्रम में अपनी सहभागिता दर्ज कराई।
सम के धोरों पर देषी-विदेषी सैलानियांे ने सूर्यास्त के मनोहारी बिम्बों को देखने का उठाया लुत्फ
जैसलमेर, 19 फरवरी। मरू महोत्सव के तीसरे दिन सम के लहरदार रैतीले धोरों पर मरू महोत्सव देखने आए हजारों देषी विदेषी सैलानियों ने जहां सम के धोरों पर लुत्फ उठाया वहीं सूर्यास्त के बींबों को देखने का भरपूर आनंद उठाया एवं सूर्यास्त के नजारे को देखकर अपने कैमरों में कैद किया। वहीं इन सैलानियों ने सम के धोरों पर कैमल सफारी का भी भरपूर आनंद उठाया। दर्षकों की भीड से सम के रेतीले रंग बिरंगें नजर आने लगे।
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