बाड़़मेर राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम
प्रत्येक बच्चे की वर्षभर होगी जाँच, बीमार बच्चों को मिलेगा इलाज।
बाड़़मेर 10 जून । चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवायें। जिले में राष्ट्रीय
बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अन्तर्गत 19 नवनियुक्त आयुष चिकित्सकों का
प्रशिक्षण दिनांक 8 जून से 12 जून तक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य
अधिकारी कार्यालय के मिटिंग हाॅल में आयोजित किया जा रहा है। जिला
कार्यक्रम प्रबन्धक श्री सचिन भार्गव ने बताया कि 5 दिवसीय आवासीय
प्रशिक्षण में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम में नवनियुक्त आयुष
चिकित्सक आवंटित खण्डों के प्रत्येक स्कूल, आंगनबाड़ी एवं मदरसों के
बच्चों की जांच करेंगे तथा बीमार बच्चों की स्क्रीनिंग कर उनका ईलाज
करवाना सुनिश्चित करेंगे। बीमार बच्चों की स्क्रीनिंग की एन्ट्री आॅनलाईन
साॅफ्टवेयर में की जायेगी। आॅनलाईन साॅफ्टवेयर का प्रशिक्षण जिले के
डीएनओ द्वारा दिया जा रहा है। प्रशिक्षण में आयुष चिकित्सकों को उक्त
कार्यक्रम में आशा सहयोगिनियों की भुमिका के बारे में विस्तार पूर्वक
बताया। प्रशिक्षण उपरान्त प्रत्येक मोबाईल हैल्थ टीम को स्क्रीनिंग की
आॅनलाईन डाटा एन्ट्री के लिए लेपटाॅप मय डाटा कार्ड के आवंटित किया
जावेगा। उक्त प्रशिक्षित चिकित्सक 18 वर्ष तक के बालकों की 30 प्रकार की
गंभीर बीमारीयों की जांच करेंगे।
प्रशिक्षण को सम्बोधित करते हुये मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी
डाॅ॰एस॰के॰एस॰बिष्ट ने आयुष चिकित्सकों को बताया कि राष्ट्रीय बाल
स्वास्थ्य कार्यक्रम बालकों के स्वास्थ्य के लिए अहम अभियान है, जिसमें
आंगनबाड़ी, स्कूल तथा मदरसों के सभी बच्चों की जांच कर बीमार बच्चों को
उच्च चिकित्सा संस्थानों में रेफर कर ईलाज करवाने निर्देशित किया।
उन्होने आयुष चिकित्सकों से अपनी जिम्मेदारी का निष्ठापूर्वक निर्वहन
करने हेतु उत्साहित किया।
उक्त प्रशिक्षण में आरबीएसके के राज्य नोडल अधिकारी डाॅ॰एस॰लाल भी
उपस्थित रहे। प्रशिक्षण में जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी,
डाॅ॰पंकज खुराना तथा जिला आशा समन्वयक श्री राकेश भाटी भी मोजूद रहे।