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रविवार, 17 नवंबर 2019

जैसलमेर. ग्रीस के पूर्व प्रधानमंत्री ने परिवार के साथ महादेव मंदिर की पूजा की


जैसलमेर. ग्रीस के पूर्व प्रधानमंत्री ने परिवार के साथ महादेव मंदिर की पूजा की

जैसलमेर. ग्रीस (यूनान) के पूर्व प्रधानमंत्री जॉर्ज पपान देरेउ ने जैसलमेर के सोनार दुर्ग स्थित ऐतिहासिक रत्नेश्वर महादेव मंदिर में रविवार को अभिषेक किया। जैसलमेर के निजी दौरे पर आए होने के दौरान जॉर्ज पपान देरेउ ने रविवार को सोनार दुर्ग का भ्रमण किया और यहां के स्थापत्य सौन्दर्य को देखकर खासे प्रभावित हुए। वे परिवारजनों के साथ जैसलमेर के सम मार्ग पर स्थित सितारा होटल में आयोजित कार्यक्रम में भागीदारी करने के लिए आए हुए हैं। भारतीय संस्कृति से प्रभावित जॉर्ज पपान देरेउ से प्राचीन शिव मंदिर में पं. आनंद ओझा ने भगवान महादेव का अभिषेक करवाया और चंदन-केसर से उनके ललाट पर मंत्रोच्चारण के बीच त्रिपुंड लगाया। जॉर्ज पपान देरेउ ने दुर्ग के बाशिंदों से भी काफी घुल-मिलकर बातचीत की और फोटो खिंचवाए। गौरतलब है कि विश्वप्रसिद्ध स्वर्णनगरी में आम सैलानियों के साथ कई देशी-विदेशी वीआइपी सैलानी भी भ्रमण पर आते है। स्वर्णनगरी के पर्यटनस्थल सैलानियों के आकर्षण का केंद्र है।

रविवार, 20 अक्तूबर 2019

जैसलमेर.मासूम बच्चो का अपहरण कर सिगरेटों से दागा बाल कल्याण समिति ने संभाल की

जैसलमेर.मासूम बच्चो का अपहरण कर सिगरेटों से दागा बाल कल्याण समिति ने संभाल की 


जैसलमेर. जैसलमेर जिले के बडोड़ा गांव में दो किशोर अवस्था के बच्चों को अगवा कर उनके साथ क्रूरतापूर्वक मारपीट करने का मामला सामने आया है। आरोपियों ने उनके साथ बुरी तरह से मारपीट की तथा सिगरेट से भी शरीर को दाग दिया। सदर पुलिस थाना ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जबकि दूसरा फरार चल रहा है। पुलिस ने बाल कल्याण समिति और  चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 के जिला समन्वयक अर्जुनदेव की रिपोर्ट पर कार्रवाई की।  । दोनों किशोर अपने साथ हुई क्रूरता के बाद बुरी तरह से डरे और सहमे हुए हैं। दोनों बच्चों को जवाहर चिकित्सालय में कल्याण समिति के मांगीलाल सोलंकी ने उन्हें उपचार के लिए अस्पताल भर्ती करवाया


जिला समन्वयक अर्जुनदेव ने बताया कि यह वाकया गत शनिवार का है। बडोड़ा गांव स्थित राउमावि में पढऩे वाला एक बच्चा जब छुट्टी के बाद घर के लिए निकला तो उसे तथा एक अन्य बच्चे को गांव के निवासी रामसिंह पुत्र नगसिंह तथा अजयपालसिंह पुत्र अभयसिंह जीप में बैठा कर गांव से दो किलोमीटर दूर ले जाकर उनके साथ मारपीट करने लगे। बताया जाता है कि करीब आधे घंटे तक उन्होंने चोरी का इल्जाम लगाते हुए दोनों बच्चों को बुरी तरह से मारा-पीटा और धमकाया तथा सिगरेट से भी दाग दिया। बच्चों की चीख-पुकार सुनने वाला वहां कोई नहीं था। गांव में रहने वाले उगमसिंह वहां बाइक पर पहुंचा तब उसने बच्चों को छुड़ाया और गांव लेकर आया। बताया जाता है कि एक पीडि़त बच्चे के माता-पिता मूक-बधिर है और वह भेड़-बकरी चराई का काम करता है।

 चाइल्ड हेल्पलाइन के प्रभारी व उनकी टीम ने घटना की जानकारी मिलने के बाद संबंधित सदर पुलिस थाना में रिपोर्ट दर्ज करवाई और बाद में पुलिस अधीक्षक से जाकर मिले। संबंधित कोर्ट में मामला पेश करने पर वहां से बच्चों की चिकित्सा करवाने के आदेश दिए गए। पुलिस अधीक्षक ने मामले में सख्त कार्रवाई के निर्देश थानाधिकारी को दिए गए। सदर थानाधिकारी भवानीसिंह ने बताया कि एक आरोपी रामसिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि दूसरे की तलाश सरगर्मी से की जा रही है।

शनिवार, 26 नवंबर 2016

अक्षय कुमार ने शहीद के घर किया फोन, पत्नी को दी 9 लाख रुपए की मदद

जैसलमेर. अक्षय कुमार ने शहीद के घर किया फोन, पत्नी को दी 9 लाख रुपए की मदद
अक्षय कुमार ने शहीद के घर किया फोन, पत्नी को दी 9 लाख रुपए की मदद

जैसलमेर. एक्टर अक्षय कुमार ने असम के उल्फा उग्रवादियों के साथ हुए एनकाउंटर के दौरान शहीद हुए जवान नरपत सिंह के परिवार को 9 लाख रुपए की मदद दी है। शुक्रवार को उन्होंने शहीद के घर फोन किया और शहीद की पत्नी से बात करके उन्हें सांत्वना भी दी। शहीद के भाई आईदान सिंह तथा भोमसिंह ने यह जानकारी दी है। 19 नवंबर को शहीद हुए थे नरपत...

- नरपत सिंह 19 नवंबर की सुबह असम में तिनसुकिया के पेनगिरी एरिया में एडम ड्यूटी के लिए गाड़ियां लेकर बटालियन एरिया जा रहे थे।

- रास्ते में उग्रवादियों ने हमला बोल दिया तथा जवानों पर आईईडी ब्लास्ट किया। उसके बाद उग्रवादियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी।

- नरपत सिंह ने इलाके से अपने वाहन को बाहर निकाला तथा जवाबी फायरिंग की।

- इस दौरान एक गोली उनके कंधे पर लगी। उग्रवादियों ने आरपीजी फायर किया जिसके टुकड़े उनके शरीर में घुस गए।

- उग्रवादी घने कोहरे और जंगल का फायदा उठाकर वहां से भाग गए। नरपत को मौके पर ही फर्स्टएड दिया गया और प्लेन से मिलिट्री हॉस्पिटल लाया गया। लेकिन ज्यादा खून बह जाने के कारण वे रास्ते में ही शहीद हो गए।

शहीद की पत्नी से क्या हुई अक्षय की बात

- शुक्रवार को अक्षय ने शहीद के भाई आईदान सिंह को फोन किया। उन्होंने आईदान सिंह और शहीद की पत्नी से बात की।पढ़ें dainikbhaskar.com को मिले अक्षयकुमार के शहीद के परिजनों से बातचीत के कुछ अंश...

अक्षय- हैलो, मैं बाॅलीवुड एक्टर अक्षय कुमार बात कर रहा हूं।

शहीद की पत्नी- जी!

अक्षय- आपके पति व शहीद नरपत सिंह के बारें में मीडिया से जानकारी मिली, उन्होंने देश के लिए अपनी जान दी है। मैं दुख की इस घड़ी में आपके परिवार के साथ हूं।

शहीद की पत्नी - (रूआंसे स्वर में झुंझलाती आवाज में) जी, आपका बहुत बहुत धन्यवाद, इस दुखद घड़ी में आपने हमारे परिवार को सहयोग दिया।

अक्षय- नहीं जी, इसमें कोई धन्यवाद जैसी बात नहीं हैं, यह तो मेरा फर्ज है।

शहीद की पत्नी- जी

अक्षय- हम रील लाइफ के हीरो हैं लेकिन नरपत सिंहजी जैसे शहीद वाकई रीयल लाइफ हीरो होते हैं। मेरी संवेदनाएं आपके परिवार के साथ हैं। भविष्य में भी आपके परिवार से जुड़े रहने की कोशिश करूंगा।

अंतिम संस्कार के दौरान शहीद का बेटा बोला था- पापा को जलाओ मत, दर्द होगा

- सोमवार 21 नवंबर को शहीद का जैसलमेर में अंतिम संस्कार हुआ था। इस मौके पर माहौल बेहद भावुक हो गया था।

- नरपत सिंह के बेटे फूल सिंह को जब पिता को आग देने के लिए कहा गया तो वह बोला- 'पापा को मत जलाओ, उन्हें दर्द होगा।'

बेटा बोला, आज पापा घर आ रहे हैं क्या?

- शहीद नरपत सिंह के बेटे फूल सिंह को अपने पिता की शहादत का पता नहीं था।

- रविवार रात को नरपत सिंह की बॉडी जैसलमेर में उनके घर आई।

- घर पर लोगों को आता देख फूल सिंह ने चाचा से पूछा- ‘मेरे पापा आज घर आ रहे हैं?

शहीद के पिता और चाचा भी थे आर्मी में

- शहीद के बुजुर्ग पिता सवाई सिंह और चाचा तने सिंह आर्मी से रिटायर्ड हैं। वहीं एक और चाचा दलपत सिंह ने 10 गार्ड भारतीय सेना के लिए सेवाएं दी थीं।

- शहीद की मां उदय कंवर हाउसवाइफ हैं। पत्नी भंवर कंवर घर के काम करने के अलावा बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान देती हैं।

- शहीद के 4 बच्चे हैं जिनमें से 1 लड़का और 3 लड़कियां है। बेटा फूल सिंह फलसूण्ड के एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ रहा है।

- रिटायर्ड हवलदार तने सिंह ने कहा- 'देश सेवा का जज्बा हमारी रगों में दौड़ता है।'