बाड़मेर पश्चिमी सरहद पर महिला सैन्य अधिकारियो की कैमल सफारी दे रही बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का सन्देश
*BSF-IAF women camel expedition 2017*
बाड़मेर सीमा सुरक्षा बल और भारतीय वायुसेना के बीस महिला सैन्य अधिकारियो की कैमल सफारी पश्चिमी राजस्थान भारत पाक सरहदी गाँवो में आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं ,सामाजिक परम्पराओ ,रूढ़िवादिता और रीतिरिवाजों से जकड़े इन सरहदी गाँवो गाँवो में देश की बेटियां महिला महिला सशक्तिकरण और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का सन्देश दे रही हैं ,ग्रामीण इलाको में कैमल कैमल सफारी की इन सदस्यों का बड़े लाड कोड और हरख के साथ न केवल स्वागत हो रहा अपितु इनकी सन्देश परक बातो पर गौर भी कर , खासकर सरहदी क्षेत्र की महिलाओ में इन महिला सैन्य अधिकारियो के गांव में आगमन को लेकर खासा उत्साह हैं ,
16 अगस्त 2017 को कैमल अभियान दल की वीरांगनायें ने सीमा चौकी सोमरार 115वी वहिंनी में रात्रि विश्राम उपरान्त आज 17 अगस्त 2017 को सुबह 9 बजकर 30 मिनट पर श्री प्रदीप कुमार शर्मा समादेष्टा 115 वाहिनी ने अभियान दल को 72 वी वहिंनी के लिए रवाना किया, कारवां 10 बजकर 45 मिनिट पर सीमा चौकी नीमरान की ढाणी (NRKD) पहुंचा जहां पर श्री अशूतोष शर्मा समादेष्टा 72 वी वहिंनी अतिरिक्त कमांडेंट मनोज कुमार मीणा ने अभियान दल का स्वागत किया। तत्पश्चात अभियान दल ऊँटो की सवारी करते हुए और विभिन्न स्थानों पर स्त्री सशक्तिकरण का संदेश दिया। कारवां दोपहर 2 बजकर 40 मिनिट पर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय,मिठड़ाऊ पहुंचा यहां पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं स्त्री सशक्तिकरण के विषय मे उपस्थित जन समूह को अभियान दल की प्रतिभागी सहायक समदेस्था तन्नू श्री पारीक व स्क्वाड्रन लीडर अनुष्का के द्वारा जागरूक किया गया। तत्पश्चात दल 4 बजकर 45 मिनिट पर सीमा चौकी केलनोर के लिए रवाना हुआ जहां पर अभियान दल का भव्य स्वागत किया गया तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये गए। कार्यक्रम में तरुण राय कागा, एमएलए , चोहटन, प्रतुल गौतम डीआईजी , सेक्टर बाड़मेर, श्याम कपूर, कमांडेंट सेक्टर बाड़मेर, अशूतोष शर्मा, कमांडेंट 72 वी वहिंनी, मनीष चंद, ग्रुप कैप्टन, एयरफोर्स स्टेशन उत्तरलाई आदि ने समारोह में पहुंच कर ग्रामीण वासियो को जागरूक किया व राज वेस्ट पावर लिमिटिड, भादर्श, ने भी बीएसएफ -आई एएफ की स्त्री सशक्तिकरण की इस मुहिम में अपना योगदान दिया।उप महानिरीक्षक प्रतुल गौतम ने कहा की यह पहला मौका हे जब देश की महिला सैन्य अधिकारियो का बीस सदस्यीय दल कैमल सफारी के जरिये करीब बारह सौ किलोमीटर का सरहदी इलाको का सफर तय करते हुए दो माह तक महिला सशक्तिकरण और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और स्वच्छ भारत का सन्देश देते बाघा बॉर्डर पहुंचेंगी ,
अभियान का नेतृत्व कर रही सीमा सुरक्षा बल की पहली महिला सैन्य अधिकारी तनुश्री पारीक ने अपने सम्बोधन में सभी को भाव व्हील कर दिया ,उन्होंने कहा की आज भी समाज में बेटी को अकेला नहीं भेजा जाता ,पन्द्र सोलह साल की बेटी के साथ सात आठ साल के भाई को रक्षा के लिए साथ भेजा जाता हैं ,कहा दकियानूसी सोच को बदल कर बेटियों को अपने जीवन के निर्णय लेने के अधिकार देने वक्क गया ,हैं लड़किया हर क्षेत्र में लड़को से काम नहीं ,बस जरुरत उन्हें प्रोत्साहित करने की हैं ,
इसी सिलसिले में ग्रुप फ़ॉर पीपल के संयोजक चंदन सिंह भाटी अपनी टीम के साथ समारोह में पहुँच इन महिला सैन्य अधिकारियो की हौसला अफ़ज़ाई कर शुभकामनाए दी ,