जैसलमेर मोंटेसरी स्कूल में साइंस मिडिया रिसर्च पर ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन
खोये हुए स्वास्थ्य को पुनः प्राप्त करने की तकनीक पर व्याख्यान दिया वैज्ञानिक परिहार ने
जैसलमेर। विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार की ओर से मोंटेसरी बाल निकेतन, जैसलमेर में ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया । वैज्ञानिक दृष्टिकोण सोसाइटी और ग्रुप फ़ॉर पीपुल जैसलमेर के संयुक्त तत्वावधान में पूर्व सभापति अशोक तंवर के मुख्य आतिथ्य और बाल कल्याण समिति के पूर्व सदस्य मांगीलाल सोलंकी ,ग्रुप अध्यक्ष मुकेश गज्जा ,नाथू सिंह तंवर और वैज्ञानिक दृष्टिकोण के संस्थापक तरुण कुमार जैन के आतिथ्य में आयोजित इस कार्यक्रम में जैसलमेर जिले के स्कूलों के लगभग 100 से अधिक विद्यार्थीयों ने भाग लिया।इस अवसर पर आइनाथ सैनिक अकेडमी के प्रयाग सिंह ,जीतेन्द्र कुमार खत्री ,सुरेश कुमार कल्ला ,अनुराग ओझा ,पवन सिंह पंवार सहित कई मोजिज लोग उपस्थित रहे , सेमिनार में परमाणु ऊर्जा विभाग के वैज्ञानिक डॉ एम एल परिहार ने खोये हुए स्वास्थ्य को पुनः प्राप्त करने का विज्ञान के बारे में विस्तार से प्रतिभागियों को समझाया । उन्होंने बताया कि किस प्रकार वैज्ञानिक सोच के माध्यम से हम लोग अपने कार्यप्रणाली को और बेहतर बना सकते हैं। चिकित्सा पद्धतियों के माध्यम से समग्र स्वास्थ्य प्रबंधन विषय पर आधारभूत जानाकारी वैज्ञानिक तथ्यों के आधार पर स्वास्थ्य के विविध आयामों यथा भौतिक अथवा शारीरिक स्वास्थ्य, मानसिक अथवा बौद्धिक स्वास्थ्य, सामाजिक एवं आध्यात्मिक स्वास्थ्य के साथ साथ स्थूल व सूक्ष्म शरीर आधारित स्वास्थ्य प्रबंधन तथा उन्हें जानने व पहचानने की विविध विधाओं की जानकारी प्रदान की । उन्होंने प्राकृतिक चिकित्सा के पंच तत्व और आयुर्वेदिक चिकित्सा के त्री-दौष की जानकारी। मानव स्वास्थ्य के समग्र आयामों हतु महत्त्वपूर्ण घटकों की सारगर्भित जानकारी।मानव जीवन के संदर्भ में "जल ही जीवन है" तथा "जल बिन सून" के सिद्धांतों पर वैज्ञानिक विवेचन तथा दृश्य तथा अदृश्य शरीर पर पानी का क्या, कैसे तथा कितना प्रभाव पड़ता है। शरीर के अंग - अवयवों पर पानी की कमी अथवा अधिकता से होने वाले विविध प्रभावों का वैज्ञानिक विश्लेषण। शरीर व मस्तिष्क पर पानी के प्रभावों की संक्षिप्त जानकारी। स्वस्थ व सुखी रहने हेतु क्या, कैसे तथा कब क्या क्या किया जावे व क्यों किया जावे की तथ्यात्मक जानकारियां।अपरिहार्य कारणवश कभी किसी रोग अथवा बीमारी का सामना करना पड़े तो अन्य पद्धतियों से स्वास्थ्य चिकित्सा प्रबंधन के साथ कंपलिमेंटरी मेडिकल प्रैक्टिसेज का इस्तेमाल करते हुए अपने खोए हुए स्वास्थ्य को शीघ्र प्राप्त करने के विविध आयामों पर सारगर्भित जानकारियां प्रदान की ,।एक्यूप्रेशर, सूजोक, रिफ्लेक्सोलॉजी, आहार विहार, आचार विचार व खुशी प्रबंधन की विधियों पर तथ्यात्मक चर्चा की ।न्यूरोलॉजी आधारित मुद्रा विज्ञान की अति महत्त्वपूर्ण मुद्राओं की प्रायोगिक जानकारी देने के साथ युक्त तथ्यों की जानकारी देने के साथ साथ आधुनिक युग के विविध रोगों, रोगों के कारणों, रोगों से बचाव तथा बगैर दवाओं के रोगोपचार हेतु वैज्ञानिक तथ्यात्मक जानकारियां प्रस्तुत करने के साथ साथ घातक रोगों से प्रभावित नागरिकों का ऑन द स्पॉट एनालिसिस करते हुए उनके रोगोपचार की स्वैच्छिक सलाह मशविरा भी किया जा सकता है।पूर्व सभापति अशोक तंवर ने कहा की जैसलमेर के छात्र छात्रों के लिए यह कार्यकर्म महत्वपूर्ण हे,वैज्ञानिक दृष्टिकोण से जिस तरह से एल ी डी के माध्यम से बताया वह बहुपयोगी जानकारी हैं,ऐसे एडमिक कार्यक्रमों की जैसलमेर के छात्र छात्रों के लिए होते रहने चाहिए,ग्रुप फॉर पीपल के संयोजक चंदन सिंह भाटी ने कहा की ग्रुप स्थानीय छात्र छात्रों के विकास के लिए ऐसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम समय समय पर आयोजित करता रहेगा जिससे यहाँ के छत्र छात्रों को आगे बढ़ने का अवसर मिले। कार्यक्रम के संयोजक तरुण कुमार जैन ने बताया कि भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी मंत्रालय के मार्गदर्शन में देश भर में साइंस मिडिया रिसर्च पर सघन अभियान चलाया जा रहा है,सेमिनार में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को भारत सरकार की और से प्रमाण पत्र प्रदान किये गए ,कार्यक्रम का संचालन नटवर जोशी द्वारा किया गया,
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खोये हुए स्वास्थ्य को पुनः प्राप्त करने की तकनीक पर व्याख्यान दिया वैज्ञानिक परिहार ने
जैसलमेर। विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार की ओर से मोंटेसरी बाल निकेतन, जैसलमेर में ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया । वैज्ञानिक दृष्टिकोण सोसाइटी और ग्रुप फ़ॉर पीपुल जैसलमेर के संयुक्त तत्वावधान में पूर्व सभापति अशोक तंवर के मुख्य आतिथ्य और बाल कल्याण समिति के पूर्व सदस्य मांगीलाल सोलंकी ,ग्रुप अध्यक्ष मुकेश गज्जा ,नाथू सिंह तंवर और वैज्ञानिक दृष्टिकोण के संस्थापक तरुण कुमार जैन के आतिथ्य में आयोजित इस कार्यक्रम में जैसलमेर जिले के स्कूलों के लगभग 100 से अधिक विद्यार्थीयों ने भाग लिया।इस अवसर पर आइनाथ सैनिक अकेडमी के प्रयाग सिंह ,जीतेन्द्र कुमार खत्री ,सुरेश कुमार कल्ला ,अनुराग ओझा ,पवन सिंह पंवार सहित कई मोजिज लोग उपस्थित रहे , सेमिनार में परमाणु ऊर्जा विभाग के वैज्ञानिक डॉ एम एल परिहार ने खोये हुए स्वास्थ्य को पुनः प्राप्त करने का विज्ञान के बारे में विस्तार से प्रतिभागियों को समझाया । उन्होंने बताया कि किस प्रकार वैज्ञानिक सोच के माध्यम से हम लोग अपने कार्यप्रणाली को और बेहतर बना सकते हैं। चिकित्सा पद्धतियों के माध्यम से समग्र स्वास्थ्य प्रबंधन विषय पर आधारभूत जानाकारी वैज्ञानिक तथ्यों के आधार पर स्वास्थ्य के विविध आयामों यथा भौतिक अथवा शारीरिक स्वास्थ्य, मानसिक अथवा बौद्धिक स्वास्थ्य, सामाजिक एवं आध्यात्मिक स्वास्थ्य के साथ साथ स्थूल व सूक्ष्म शरीर आधारित स्वास्थ्य प्रबंधन तथा उन्हें जानने व पहचानने की विविध विधाओं की जानकारी प्रदान की । उन्होंने प्राकृतिक चिकित्सा के पंच तत्व और आयुर्वेदिक चिकित्सा के त्री-दौष की जानकारी। मानव स्वास्थ्य के समग्र आयामों हतु महत्त्वपूर्ण घटकों की सारगर्भित जानकारी।मानव जीवन के संदर्भ में "जल ही जीवन है" तथा "जल बिन सून" के सिद्धांतों पर वैज्ञानिक विवेचन तथा दृश्य तथा अदृश्य शरीर पर पानी का क्या, कैसे तथा कितना प्रभाव पड़ता है। शरीर के अंग - अवयवों पर पानी की कमी अथवा अधिकता से होने वाले विविध प्रभावों का वैज्ञानिक विश्लेषण। शरीर व मस्तिष्क पर पानी के प्रभावों की संक्षिप्त जानकारी। स्वस्थ व सुखी रहने हेतु क्या, कैसे तथा कब क्या क्या किया जावे व क्यों किया जावे की तथ्यात्मक जानकारियां।अपरिहार्य कारणवश कभी किसी रोग अथवा बीमारी का सामना करना पड़े तो अन्य पद्धतियों से स्वास्थ्य चिकित्सा प्रबंधन के साथ कंपलिमेंटरी मेडिकल प्रैक्टिसेज का इस्तेमाल करते हुए अपने खोए हुए स्वास्थ्य को शीघ्र प्राप्त करने के विविध आयामों पर सारगर्भित जानकारियां प्रदान की ,।एक्यूप्रेशर, सूजोक, रिफ्लेक्सोलॉजी, आहार विहार, आचार विचार व खुशी प्रबंधन की विधियों पर तथ्यात्मक चर्चा की ।न्यूरोलॉजी आधारित मुद्रा विज्ञान की अति महत्त्वपूर्ण मुद्राओं की प्रायोगिक जानकारी देने के साथ युक्त तथ्यों की जानकारी देने के साथ साथ आधुनिक युग के विविध रोगों, रोगों के कारणों, रोगों से बचाव तथा बगैर दवाओं के रोगोपचार हेतु वैज्ञानिक तथ्यात्मक जानकारियां प्रस्तुत करने के साथ साथ घातक रोगों से प्रभावित नागरिकों का ऑन द स्पॉट एनालिसिस करते हुए उनके रोगोपचार की स्वैच्छिक सलाह मशविरा भी किया जा सकता है।पूर्व सभापति अशोक तंवर ने कहा की जैसलमेर के छात्र छात्रों के लिए यह कार्यकर्म महत्वपूर्ण हे,वैज्ञानिक दृष्टिकोण से जिस तरह से एल ी डी के माध्यम से बताया वह बहुपयोगी जानकारी हैं,ऐसे एडमिक कार्यक्रमों की जैसलमेर के छात्र छात्रों के लिए होते रहने चाहिए,ग्रुप फॉर पीपल के संयोजक चंदन सिंह भाटी ने कहा की ग्रुप स्थानीय छात्र छात्रों के विकास के लिए ऐसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम समय समय पर आयोजित करता रहेगा जिससे यहाँ के छत्र छात्रों को आगे बढ़ने का अवसर मिले। कार्यक्रम के संयोजक तरुण कुमार जैन ने बताया कि भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी मंत्रालय के मार्गदर्शन में देश भर में साइंस मिडिया रिसर्च पर सघन अभियान चलाया जा रहा है,सेमिनार में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को भारत सरकार की और से प्रमाण पत्र प्रदान किये गए ,कार्यक्रम का संचालन नटवर जोशी द्वारा किया गया,
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