बाड़मेर*मोदी की स्वच्छता कलेक्ट्रेट से 100 मीटर पर दहाड़े मार रही। सेकड़ो लोग खुले में जाते शौच।।*
*ख़ास रिपोर्ट*
बाड़मेर भारत के प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी की ड्रीम योजना भारत स्वच्छ अभियान बाड़मेर जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट से 100 मीटर दुरी पर दहाड़े मार रही हैं।जंहा सेकड़ो नर नारी आज भी खुले में शौच जाते आसानी से देखे जा सकते हैं।
यह स्थान कोई ज्यादा दूर नही ।जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के एकदम ठीक सामने स्थित रेलवे पटरियों के पार स्थित नेहरू नगर इलाके में आज भी लोग खुले में शौच जाते हैं।खुले में शौच जाने से रोकने का दावा करने वाले जिला प्रशासन के पास इसका कोई जवाब हे की नेहरू नगर स्थित कच्ची बस्ती के लोग कलेक्टर कार्यालय के महज सौ मीटर की दुरी पर खुले में शौच जाते हैं ।दो साल से चल रही इस योजना में अधिकारियो या नगर परिषद की नजर क्यों नही पड़ी।।जबकि यह स्थान जिला मुख्यालय पर शहर के बीचो बीच स्थित हैं।
आज तक किसी ने इस पर चर्चा नही की।योजना की बात दूर की कोडी हैं। इन गरीब परिवारो को खुले में शौच जाने से रोकने के कोई उपाय क्यों नही हुए।आखिर क्यों नही इनके लिए शौचालय बने।व्यक्तिगत नही सही सार्वजनिक शौचालय बना लेते।।
शहर में खुले में शौच जाने वाली की संख्या शून्य दर्शा कर नगर परिषद अपनी जिमेदारी से भले बच जाए मगर इस कड़वी सच्चाई को झुठला नही सकते।।
जब शहरी क्षेत्र में स्वच्छता अभियान पर माकूल निगाहें नही राखी जा रही तो ग्रामीण क्षेत्रो के फर्जी आंकड़ो पर सवाल उठाना कोई बेमानी नही।।
जिले में स्वच्छता अभियान की सारी पोल ये खोल देते हैं।आखिर चल कहा रहा स्वच्छता अभियान महज रीत का रायता कर कार्यशालाएँ करने या रैली निकलने से स्वच्छता नही आने वाली।।BNT@#$
*ख़ास रिपोर्ट*
बाड़मेर भारत के प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी की ड्रीम योजना भारत स्वच्छ अभियान बाड़मेर जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट से 100 मीटर दुरी पर दहाड़े मार रही हैं।जंहा सेकड़ो नर नारी आज भी खुले में शौच जाते आसानी से देखे जा सकते हैं।
यह स्थान कोई ज्यादा दूर नही ।जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के एकदम ठीक सामने स्थित रेलवे पटरियों के पार स्थित नेहरू नगर इलाके में आज भी लोग खुले में शौच जाते हैं।खुले में शौच जाने से रोकने का दावा करने वाले जिला प्रशासन के पास इसका कोई जवाब हे की नेहरू नगर स्थित कच्ची बस्ती के लोग कलेक्टर कार्यालय के महज सौ मीटर की दुरी पर खुले में शौच जाते हैं ।दो साल से चल रही इस योजना में अधिकारियो या नगर परिषद की नजर क्यों नही पड़ी।।जबकि यह स्थान जिला मुख्यालय पर शहर के बीचो बीच स्थित हैं।
आज तक किसी ने इस पर चर्चा नही की।योजना की बात दूर की कोडी हैं। इन गरीब परिवारो को खुले में शौच जाने से रोकने के कोई उपाय क्यों नही हुए।आखिर क्यों नही इनके लिए शौचालय बने।व्यक्तिगत नही सही सार्वजनिक शौचालय बना लेते।।
शहर में खुले में शौच जाने वाली की संख्या शून्य दर्शा कर नगर परिषद अपनी जिमेदारी से भले बच जाए मगर इस कड़वी सच्चाई को झुठला नही सकते।।
जब शहरी क्षेत्र में स्वच्छता अभियान पर माकूल निगाहें नही राखी जा रही तो ग्रामीण क्षेत्रो के फर्जी आंकड़ो पर सवाल उठाना कोई बेमानी नही।।
जिले में स्वच्छता अभियान की सारी पोल ये खोल देते हैं।आखिर चल कहा रहा स्वच्छता अभियान महज रीत का रायता कर कार्यशालाएँ करने या रैली निकलने से स्वच्छता नही आने वाली।।BNT@#$