शौर्य साक्षी सिवाना किलो अण्खलो यूं कहै आव कला राठौड़। मो सिर उतर महैंणो, तो सिर बान्ध मौड़। जुलाई 16, 2011 किला बाड़मेर +0 सिवाना किला बाड़मेर सिवाना