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बुधवार, 24 जुलाई 2019

जैसलमेर भारत माला प्रोजेक्ट में भ्रस्टचार भाग 1* *सामरिक महत्व के भारत माला प्रोजेक्ट की सड़कें घटिया क्वालिटी की हो रही निर्मित,निर्धारित गुणवत्ता की अनदेखी*

जैसलमेर भारत माला प्रोजेक्ट में भ्रस्टचार  भाग 1*

*सामरिक महत्व के भारत माला प्रोजेक्ट की सड़कें घटिया क्वालिटी की हो रही निर्मित,निर्धारित गुणवत्ता की अनदेखी*

*चन्दन सिंह भाटी बाडमेर न्यूज़ ट्रैक के लिए खास खबर*



*जेसलमेर सामरिक महत्व के महत्वकांक्षी भारत माला प्रोजेक्ट के तहत बाडमेर जिले के बाखासर से लेकर श्री गंगानगर तक करीब 1300 किलोमीटर सरहदी सड़के उच्च गुणवत्ता की बनाने के लिए केंद्र सरकार ने सपना देखा।करीब 1200 करोड़  रुपये बाडमेर जेसलमेर में इन सड़कों पर खर्च होने है।।प्रोजेक्ट का द्वितीय चरण आरम्भ होने को हे मगर सब लेट स्थानीय ठेकेदार  सार्वजनिक निर्माण विभाग की तर्ज पर इन महत्वकांक्षी सड़को को बना रहे।जिन ठेकेदारों को काम मिला उनमें कई भरस्टाचार के सरताज है।।जिनके खिलाफ उच्च स्तर पर जांचे चल रही है। मुनाबाव से जेसलमेर लोंगोवाल तक कि सड़कों के निर्माण में उपयोग की जा रही घटिया क्वालिटी की निर्माण सामग्री सारे प्रोजेक्ट पर पानी फेर रही है।।इन सड़कों को नियमानुसार दस से तरह मीटर चौड़ी बनाई जानी थी ताकि आपात स्थति में सेना और वायुसेना इन सड़कों का उपयोग रनवे के रूप में भी कर सके मगर ठेकेदारों द्वारा ग्रेवल की जगह बालू रेत मिलाकर कार्य निपटाया जा रहा है।।सूत्रों के सनुसार इन सड़कों के निर्माण में गिट्टी का उयोग नही कर स्थानीय क्रेसरों से निम्न क्वालिटी के मूंगिया इस्तेमाल कर रहे जबकि इस प्रोजेक्ट की सड़कों के लिए गिट्टी की साइज निर्धारित है।लोंगोवाला में चल रहे कार्य की एक बारगी उच्च स्तरीय गुणवत्ता की जेन्च कर दी जाए तो ठेकेदारों और प्रोजेक्ट मैनेजरों की मिली भगत सामने आ जाये।।उल्लेखनीय है भारत माला प्रोजेक्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। जिस पर लाखों करोड़ रुपये खर्च करने है ताकि जनता और सेना को उच्च गुणवत्ता की सड़कें परिवहन के लिए मिल सके।अलबत्ता जेसलमेर बाडमेर जिलो में भारत माला प्रोजेक्ट की सड़कों में जम कर घपलेबाजी हो रही है।।

*लगातार लाइव रिपोर्ट*

सोमवार, 18 दिसंबर 2017

गुजरात फेक्टर का फायदा राजस्थान में लेंगे मोदी।मुख्यमंत्री का नया चेहरा आएगा सामने।100 विधायको की टिकट कटेगी।*



गुजरात फेक्टर का फायदा राजस्थान में लेंगे मोदी।मुख्यमंत्री का नया चेहरा आएगा सामने।100 विधायको की टिकट कटेगी।*



*गुजरात चुनाव जितने के बाद उत्साह से लबरेज भाजपा इसका फायदा राजस्थान के चुनावों में उठाने को लेकर तैयार है।।गुजरात चुनावो के दौरान ही भाजपा ने राजस्थान में चुनावो में नये सिरे से उतरने की रणनीति बना ली थी।जिसे लागू करने से पहले गुजरात के नतीजों का इंतज़ार कर रहे थे।सब कुछ ठीक रहा तो जनवरी में मलमास समाप्ति के साथ भाजपा में उठापटक जोरो से होगी।कई नए चेहरे दस्तक देंगे।राजस्थान के चुनावों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद हैंडल करेंगे।अपने विश्वशनीय साथी को राजस्थान के नए मुख्यमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट करेंगे।।संकेत है कि पश्चिमी राजस्थान से ये चेहरा ह्योग।।साथ ही साथ पूर्व वित्त मंत्री जसवंत सिंह परिवार के सदस्य को अहम जिम्मीदरी दी जानी तय हुई।इनका प्रतिनिधित्व केंद्र में ह्योग।मोदी एक तीर से दो निशाने साधेंगे।दो दमदार राजपूत नेताओ पे भरोसा कर उन्हें राजपूतो को भाजपा के साथ वापस जोड़ने की अहम जिमेदारी देंगे।।सूत्रानुसार मोदी राजड़तहँ में फ्री हैंड अपने विश्वश्तो को चुनावी जिमेदारी देंगे।।मुख्यमंत्री का दावेदार इस बार पश्चिमी राजस्थान से होना तय माना जा रहा है।मोदी ने पूर्व में बीकानेर सांसद अर्जुन मेघवाल और केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह को साबित करने का अवसर प्रदान किया था।।इन दोनों नेताओं को भी अहम जिम्मीदरी दी जाएगी।।सत् ही ऐंटी इंकमबेसी पे अंकुश के लिए संगठन द्वारा वर्तमान एक सौ भाजपा विधायकों को घर बिठाने की तैयारी की गई है।भाजपा करीब साठ से सत्तर फीसदी नये चेहरे उतरेगी ताकि सत्ता विरोधी लहर को कंट्रोल किया जा सके।।नये चेहरों की तलाश शुरू हो गई।।राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को केंद्र में बुलाने की तैयारी की खबर हैं।।सूत्रों की माने तो राजस्थान के चुनावों को राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अहम मान इसको ख़ुद हैंडल करेंगे।।भाजपा को इसका कितना फायदा ह्योग यह समय के गर्भ में है मगर भाजपा में राजथान को हर हाल में जितने की रणनीति पे काम हो चुका है।*

शनिवार, 26 सितंबर 2015

मोदी से मिले प्रेम भंडारी, जयपुर फुट, डिजिटल इंडिया, हेल्थकेयर राजस्थानी भाषा पर की चर्चा


मोदी से मिले प्रेम भंडारी, जयपुर फुट, डिजिटल इंडिया, हेल्थकेयर राजस्थानी भाषा पर की चर्चा


भगवान महावीर विकलांग समिति और डीआर मेहता के प्रयासों की प्रशंसा




न्यूयॉर्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी दौरे के दौरान भारतीय समुदाय के उन सामाजिक कार्यकर्ताओं से भी मिल रहे हैं जो अपनी माटी से लगातार जुड़े हुए हैं और देश के लिए कुछ करने की ख्वाहिश रखते हैं। इसी कड़ी में शुक्रवार को जयपुर फुट न्यूयॉर्क के चेयरमैन प्रेम भंडारी ने उनसे मुलाकात की और विकलांग कल्याण, डिजिटल इंडिया, हेल्थकेयर सुधार और राजस्थानी भाषा की मान्यता से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से बातचीत की। भंडारी ने मोदी को बताया कि मप्र के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की पहल पर जयपुर फुट का एक विशाल शिविर अंबेडकर जयंती पर मध्यप्रदेश के महू में लगाया जाएगा। उन्होंने जयपुर फुट की मातृ संस्था भगवान महावीर विकलांग समिति की ओर से फुट को और उन्नत बनाने के लिए प्रतिष्ठित स्टेनफोर्ड विवि, हार्वर्ड विवि और एमआईटी से हुए टाई अप्स की भी जानकारी दी। मोदी ने इसके लिए समिति के अध्यक्ष डीआर मेहता के प्रयासों की प्रशंशा की। साथ ही मेहता भंडारी को नवंबर में विस्तृत चर्चा के लिए नवंबर में मिलने का न्यौता दिया। इस मौके पर भंडारी के साथ नेक्स्ट जेनरेशन फाउंडेशन के को-फाउंडर परमीत माकोड़े और फोरम फॉर ग्लोबल लीडरशिप ऑफ इंडिया के संस्थापक कंचन बनर्जी भी मौजूद थे।
चर्चा में भंडारी ने मोदी को बताया कि वे डिजिटल इंडिया की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। राजस्थान और मध्यप्रदेश में महिलाओं विकलांगों को कम्प्यूटर साक्षर बनाने के लिए माइक्रोसॉफ्ट के साथ करार हुआ है जिसके तहत 14 घंटे का सर्टिफिकेट कोर्स कराया जाएगा। पायलट प्रोजेक्ट नागौर और पाली से शुरू किया जाएगा। इसके लिए नागौर सांसद सीआर चौधरी पाली सांसद पीपी चौधरी आगे आए हैं। भंडारी ने बताया कि मोदी से भारत के ग्रामीण क्षेत्र में टेलीमेडिसिन सेवाएं देने की योजना पर भी वे काम कर रहे हैं।
इस मौके पर अभा राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति की ओर बतौर अंतरराष्ट्रीय संयोजक भंडारी ने मोदी से राजस्थानी की मान्यता की मांग भी की। उन्होंने कहा कि 10 करोड़ लोगों की मातृभाषा का मान्यता से वंचित रहना राजस्थानियों और प्रवासी राजस्थािनयों की सबसे बड़ी पीड़ा है।

सोमवार, 8 सितंबर 2014

बाड़मेर एन आर एच एम में करोड़ों की हेराफेरी ,सी बी आई जांच की मांग

बाड़मेर  एन आर एच एम में करोड़ों की हेराफेरी ,सी बी आई जांच की मांग 
सरकार ने बंद की प्लेसमेंट संस्थाए।स्वास्थ्य विभाग में गड़बड़ झाला। करोडो की हेराफेरी

निरस्त प्लेसमेंट को करोडो का काम देने की तयारी में चिकित्सा विभाग बाड़मेर

बाड़मेर बाड़मेर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में लम्बे समय से चल रहे भरष्टाचार के चलते न केवल सरकारी नियम ताक पर रखे जा रहे हे बल्कि सरकार द्वारा निरस्त की गयी प्लेसमेंट संस्था को मिली भगत से करोडो रुपयो का काम आवंटित किया गया। हैं जिसमे स्वास्थ्य विभाग ग्रामीण स्वास्थ्य समिति के अनुबंधित कार्मिको की खुली मिली भगत शामिल हे।


मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा गत दिनों जिला ग्रामीण स्वास्थ्य समिति के माध्यम से प्लेसमेंट संस्थाओ से निविदाए मांगी गयी। इसी विभाग में गत तीन सालो से अधिकारियो और कार्मिको की मिलीभगत से एक ऐसी संस्था को काम नियम ताक में रख कर दिया जा रहा था जिसका पंजीयन रोजगार सेवा निदेशालय द्वारा 2010 में निरस्त किया जा चूका। हैं चूँकि राज्य सरकार के आदेश के पश्चात नई रोजगार एजेंसियों का पंजीयन और पुरानी एजेंसियों नवीनीकरण पिछले डेढ़ साल से बंद हे। ऐसे में फिल वक्त कोई रोजगार एजेंसी वैध नहीं ,हैं। मगर इन आर एच एम बाड़मेर के अधिकारियो और कार्मिको की मिलीभगत से एक ऐसी एजेंसी को काम गत तीन साल से दिया हैं जिसका पंजीयन २०१० में समाप्त हो चूका हे। इस एजेंसी ने रोजगार निदेशालय द्वारा जारी पंजीयन प्रमाण पात्र में कूटरचना के तहत पंजीयन वर्ष अवधि बढाकर २०१८ कर फर्जी और काटछांट वाला प्रमाण पात्र पेश कर धोखाधड़ी से कार्मिको और अधिकारियो मिलीभगत से कार्य आवंटन करा लिया ,जबकि राज्य में मौजूदा समय में कोई रोजगार सेवा एजेंसी कार्यरत नहीं। इसी संस्था को विभागीय भरष्ट कार्मिको ने दो साल पूर्व लाखो रुपयो का कार्य बिना किसी निविदा के नियमो की धज्जिया उड़ा कर दिया गया। इस संस्था से इन आर एच एम के कार्मिको और अनुबंधित अधिकारी की भागीदारी हे जिसके कारन एक ही एजेंसी को सारे नियम ताक में रख कार्य आवंटित किया जा रहा हे।


गत तीन साल के इन आर एच एम कार्यो का भौतिक सत्यापन के साथ उच्च स्तरीय जाँच कराई जाए तो सारी पोल खुल के सामने आ जाएगी ,इस आशय का एक पात्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिख पुरे कार्यकाल के सी बी आई जाँच की मांग संगठनो द्वारा की गयी हैं। 


रोजगार सेवा निदेशालय के अधिकारियो ने स्पष्ट किया हे की राज्य सरकार की प्लेसमेंट की नै पॉलिसी आने के बाद रोजगार एजेंसियों के पंजीकरण का कार्य नए सिरे से किया जायेगा ,तब तक राज्य की समस्त रोजगार सेवा एजेंसिया निरस्त कर दी गयी हे जिसकी जानकारी विभाग की वेबसाइट पर दर्ज हे।

शुक्रवार, 5 सितंबर 2014

बाड़मेर प्रशासन की लापरवाही तीस हज़ार मदरसो के बच्चे मोदी के भाषण से वंचित

बाड़मेर प्रशासन की लापरवाही तीस हज़ार मदरसो के बच्चे मोदी के भाषण से वंचित 

तामलियर मदरसे में मोदी भक्त ने मोबाइल से दिखाया भाषण 


बाड़मेर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शिक्षक दिवस पर स्कूली छात्रों को दिए भाषण से बाड़मेर जैसलमेर के मदरसों में पढ़ने वाले करीब तीस बच्चों को जिला प्रशासन की लापरवाही हे वंचित रहना पड़ा ,शिक्षा विभाग के अधिकारियो ने पल्ला झड़ते हुए कहा की हमें विद्यालयों के छात्रों को ही भाषण सुनाने और दिखने के आदेश थे मदरसो के नहीं। 

शिक्षक दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश भर के विद्यालयी बच्चो के सम्बोधन से मदरसो में पढने वाले तीस हज़ार बच्चो को वंचित रखा गया। इसमे शिक्षाविभाग  और जिला प्रशासन की लापरवाही सामने आई। नरेंद्र मोदी के भाषण को सुनाने और दिखने के लिए जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग ने सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों में हर तरह का इंतज़ाम किया ,इन सरहदी जिलो में करीब सात सौ मदरसे शिक्षा विभाग से पंजीकृत हैं ,जिन्हे सरकारी योजना में पोषाहार और उर्दू शिक्षको का लाभ दिया जा रहा हैं ,मगर इन मदरसा  शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन द्वारा मदरसों  को नरेंद्र मोदी का भाषण दिखने और सुनाने की व्यवस्था के  कहा गया ,जब प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के भक्त सफी खान तामलिया को यह पता चला तो उन्होंने तामलियर मदरसे में बच्चो को अपने एंड्रॉयड मोबाइल से नरेंद्र मोदी का भाषण दिखाया ,जबकि शेष किसी भी मदरसे में प्रधानमंत्री का भाषण नहीं दिखाया ,मदरसा संचालको का आरोप हे की उन्हें इस कार्यक्रम की शिक्षा विभाग और जिला प्रशन द्वारा सूचना या आदेश नहीं दिया ,नहीं कार्यक्रम की कोई जानकारी मिली ,

इधर शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया की हमें सिर्फ विद्यालयों में प्रधानमंत्री के भाषण को दिखने और सुनाने की व्यव्श्था करने को कहा गया था ,इसमे मदरसो को शामिल नहीं किया गया था। इधर जिला प्रशासन के इस रवैये से मुस्लिम समाज में गहरा रोष व्याप्त हैं। 

तामलियर के सफी खान सम्मा ने बताया की शिक्षा विभाग द्वारा किसी भी मदरसे को इस कार्यक्रम की सूचना नहीं दी गयी ,आज सुबह वॉटसअप पर इस कार्यक्रम की मुझे किसी मित्र द्वारा जानकारी दी गयी तब मदरसे में जाकर मैंने मोबाइल से बच्चो को नरेंद्र मोदी का भाषण दिखाया और सुनाया ,जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग का यह रैवया गलत परंपरा का द्योतक हैं। शनिवार को मदरसा संचालक और मुस्लिम समाज के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम का ज्ञापन जिला कलेक्टर को देंगे ,