जैसलमेर ,राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन जैसलमेर सड़क बिक्रेताओं के साथ छल,न ऋण मिला,न रोजगार के लिए उचित स्थान
जैसलमेर राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन योजना का लक्ष्य शहरी गरीब परिवारों कि गरीबी और जोखिम को कम करने के लिए उन्हें लाभकारी स्वरोजगार और कुशल मजदूरी रोजगार के अवसर का उपयोग करने में सक्षम करना, जिसके परिणामस्वरूप मजबूत जमीनी स्तर के निर्माण से उनकी आजीविका में स्थायी आधार पर सराहनीय सुधार हो सके। इस योजना का लक्ष्य चरणबद्ध तरीके से शहरी बेघरों हेतु आवश्यक सेवाओं से लैस आश्रय प्रदान करना भी होगा। योजना शहरी सड़क विक्रेताओं की आजीविका संबंधी समस्याओं को देखते हुए उनकी उभरते बाजार के अवसरों तक पहुँच को सुनिश्चित करने के लिए उपयुक्त जगह, संस्थागत ऋण, और सामाजिक सुरक्षा और कौशल के साथ इसे सुविधाजनक बनाने से भी संबंधित है।
एनयूलएम का प्राथमिक लक्ष्य शहरी बेघर व्यक्तियों सहित शहरी गरीब व्यक्ति हैं ।सूक्ष्म उद्यमों (माइक्रो– इंटरप्राइजेज) और समूह उद्यमों (ग्रुप इंटरप्राइजेज) की स्थापना के जरिए स्व-रोजगार को बढ़ावा दिया जाएगा। इसमें व्यक्तिगत परियोजनाओं के लिए 2 लाख रुपयों की ब्याज सब्सिडी औऱ समूह उद्यमों पर 10 लाख रुपयों की ब्याज सब्सिडी प्रदान करने का प्रावधान हैं ।
सरहदी जिले जैसलमेर की नगर परिषद के माध्यम से संचालित राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन योजना को निठल्ले कार्मिकों ने न केवल पलीता लगाया बल्कि योजना से जुड़े सड़क बिक्रेताओं के साथ छल कर उनके हक के ऋण और सुविधाए मनमर्जी से अन्य लोगो को दिला दी साथ ही उन्हें रोजगार के लिए उचित स्थान तक उपलब्ध नही करवा सके जबकि सड़क विक्रेताओं के पंजियन को तीन साल से अधिक का समय हो गया।।जानकारी के अनुसार शहरी क्षेत्र में मिशन द्वारा कोई तीन साल पहले थड़ी और सड़क विक्रेताओं का व्यापक सर्वे कर उन्हें राष्ट्रीय आजीविका मिशन से जोड़ उनका पंजीयन किया गया था।जैसलमेर शहर में 780 सड़क विक्रेता पंजीबद्ध है। इस पंजीबद्ध विक्रेताओं को वेंडिंग जोन बनाकर व्यापार के लिए उचित स्थान आवंटन करने के साथ इन्हें लघु व्यापार में सक्षम बनाने के लिए योजनांतर्गत दो लाख रुपये का ऋण उपलब्ध करना था ताकि सड़क विक्रेताओं अपना जीवन यापन अच्छे से कर सके और गरीबी रेखा से बाहर निकल सके। मगर जैसलमेर आजीविका मिशन में पिछले छह सालों से नियुक्त लापरवाह और निठल्ले संविदा प्रभारी अधिकारी के चलते सड़क बिक्रेताओं को न तो रोजगार के लिए उचित स्थान मिला,न ही ऋण मिला।।आश्चर्यजनक बात है कि सड़क विक्रेताओं के पंजीयन को तीन साल गुजरने के बाद भी इन लोगो को अभी तक टोकन जारी नहीं हुए।।इनके अधिकार क्षेत्र के ऋण मनमर्जी से बोगस लोगो को दिलवा दिए।।
शहरी क्षेत्र में 13 वेंडिंग और 7 नॉन वेंडिंग जोन चिन्हित किये कई साल बीत गए।मगर आजीविका मिशन के लापरवाह अधिकारी के चलते वेंडर्स को आजदिन तक रोजगार के लिए न तो टोकन जारी हुए न ही उचित स्थान।।वेंडिंग जोन में चिन्हित स्थानों का आवंटन वेंडर्स को नही किये जाने से वेंडर्स को रोजगार के लिए दर दर भटकना पड़ता है।।जानकारी के अनुसार मिशन द्वारा शहरी क्षेत्र के 240 लोगो को दो दो लाख के ऋण उपलब्ध कराने का दावा किया जा रहा है मगर लाभार्थियों की सूची में एक भी वेंडर नही होना आधचर्यजनक है।।
राष्ट्रीय आजीविका मिशन में चिन्हित सड़क बिक्रेताओं को वेंडिंग जोन में उचित स्थान आवंटन की प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जाएगी साथ ही इन्हें प्राथमिकता से ऋण आवेदन भरवाए जाएंगे।।मिशन में कोई अनियमितताएं है तो उनकी उच्च स्तरीय जांच करवाई जाएगी।। हरिवल्लभ कल्ला ,सभापति नगर परिषद जेसलमेर
जैसलमेर राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन योजना का लक्ष्य शहरी गरीब परिवारों कि गरीबी और जोखिम को कम करने के लिए उन्हें लाभकारी स्वरोजगार और कुशल मजदूरी रोजगार के अवसर का उपयोग करने में सक्षम करना, जिसके परिणामस्वरूप मजबूत जमीनी स्तर के निर्माण से उनकी आजीविका में स्थायी आधार पर सराहनीय सुधार हो सके। इस योजना का लक्ष्य चरणबद्ध तरीके से शहरी बेघरों हेतु आवश्यक सेवाओं से लैस आश्रय प्रदान करना भी होगा। योजना शहरी सड़क विक्रेताओं की आजीविका संबंधी समस्याओं को देखते हुए उनकी उभरते बाजार के अवसरों तक पहुँच को सुनिश्चित करने के लिए उपयुक्त जगह, संस्थागत ऋण, और सामाजिक सुरक्षा और कौशल के साथ इसे सुविधाजनक बनाने से भी संबंधित है।
एनयूलएम का प्राथमिक लक्ष्य शहरी बेघर व्यक्तियों सहित शहरी गरीब व्यक्ति हैं ।सूक्ष्म उद्यमों (माइक्रो– इंटरप्राइजेज) और समूह उद्यमों (ग्रुप इंटरप्राइजेज) की स्थापना के जरिए स्व-रोजगार को बढ़ावा दिया जाएगा। इसमें व्यक्तिगत परियोजनाओं के लिए 2 लाख रुपयों की ब्याज सब्सिडी औऱ समूह उद्यमों पर 10 लाख रुपयों की ब्याज सब्सिडी प्रदान करने का प्रावधान हैं ।
सरहदी जिले जैसलमेर की नगर परिषद के माध्यम से संचालित राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन योजना को निठल्ले कार्मिकों ने न केवल पलीता लगाया बल्कि योजना से जुड़े सड़क बिक्रेताओं के साथ छल कर उनके हक के ऋण और सुविधाए मनमर्जी से अन्य लोगो को दिला दी साथ ही उन्हें रोजगार के लिए उचित स्थान तक उपलब्ध नही करवा सके जबकि सड़क विक्रेताओं के पंजियन को तीन साल से अधिक का समय हो गया।।जानकारी के अनुसार शहरी क्षेत्र में मिशन द्वारा कोई तीन साल पहले थड़ी और सड़क विक्रेताओं का व्यापक सर्वे कर उन्हें राष्ट्रीय आजीविका मिशन से जोड़ उनका पंजीयन किया गया था।जैसलमेर शहर में 780 सड़क विक्रेता पंजीबद्ध है। इस पंजीबद्ध विक्रेताओं को वेंडिंग जोन बनाकर व्यापार के लिए उचित स्थान आवंटन करने के साथ इन्हें लघु व्यापार में सक्षम बनाने के लिए योजनांतर्गत दो लाख रुपये का ऋण उपलब्ध करना था ताकि सड़क विक्रेताओं अपना जीवन यापन अच्छे से कर सके और गरीबी रेखा से बाहर निकल सके। मगर जैसलमेर आजीविका मिशन में पिछले छह सालों से नियुक्त लापरवाह और निठल्ले संविदा प्रभारी अधिकारी के चलते सड़क बिक्रेताओं को न तो रोजगार के लिए उचित स्थान मिला,न ही ऋण मिला।।आश्चर्यजनक बात है कि सड़क विक्रेताओं के पंजीयन को तीन साल गुजरने के बाद भी इन लोगो को अभी तक टोकन जारी नहीं हुए।।इनके अधिकार क्षेत्र के ऋण मनमर्जी से बोगस लोगो को दिलवा दिए।।
शहरी क्षेत्र में 13 वेंडिंग और 7 नॉन वेंडिंग जोन चिन्हित किये कई साल बीत गए।मगर आजीविका मिशन के लापरवाह अधिकारी के चलते वेंडर्स को आजदिन तक रोजगार के लिए न तो टोकन जारी हुए न ही उचित स्थान।।वेंडिंग जोन में चिन्हित स्थानों का आवंटन वेंडर्स को नही किये जाने से वेंडर्स को रोजगार के लिए दर दर भटकना पड़ता है।।जानकारी के अनुसार मिशन द्वारा शहरी क्षेत्र के 240 लोगो को दो दो लाख के ऋण उपलब्ध कराने का दावा किया जा रहा है मगर लाभार्थियों की सूची में एक भी वेंडर नही होना आधचर्यजनक है।।
राष्ट्रीय आजीविका मिशन में चिन्हित सड़क बिक्रेताओं को वेंडिंग जोन में उचित स्थान आवंटन की प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जाएगी साथ ही इन्हें प्राथमिकता से ऋण आवेदन भरवाए जाएंगे।।मिशन में कोई अनियमितताएं है तो उनकी उच्च स्तरीय जांच करवाई जाएगी।। हरिवल्लभ कल्ला ,सभापति नगर परिषद जेसलमेर