गाजी फ़क़ीर हिस्ट्रीशीट प्रकरण के डैमेज कंट्रोल के लिए पोकरण आ रहे हें मुख्यमंत्री ?
जैसलमेर में हल ही के दिनों में मुस्लिम धर्म गुरु गाजी फ़क़ीर की हिस्ट्रीशीट पुलिस अधीक्षक पंकज चौधरी द्वारा खोले जाने तथा उसके बाद पंकज के तबादले के चलते जैसलमेर देश भर की सुर्ख़ियों में रहा था। एक पुलिस ऑफिसर द्वारा गाजी फ़क़ीर के पोकरण विधायक पुत्र साले मोहम्मद पर पाकिस्तान की जासूसी करने वाले शक्श को अपने पेट्रोल पम्प पर नौकरी देने का गंभीर आरोप लगाया साथ ही उनके सियासी ताल्लुकातो का जबरदस्त खुलासा किया था ,गाजी फ़क़ीर की हिस्ट्रीशीट खुलने के तुरंत बाद पुलिस अधीक्षक पंकज चौधरी की नॉन फिल्ड पोस्टिंग खासी चर्चा में रही। पुलिस द्वारा सनसनीखेज खुलासे के बाद जैसलमेर पोकरण की सियासत में भूकंप सा आ गया। साले मोहम्मद और उनके जिला प्र्रमुख भाई अब्दुल्लाह फ़क़ीर को उनके विरोधी कांग्रेसी गुट की कारस्तानी अछि तरह समझ में आ गयी। इस प्रकरण में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्याम बयान दिया था की गाजी फ़क़ीर की हिस्ट्रीशीट खोलने के आदेश राज्य सरकार ने स्वयं दिए थे। इसके बाद फ़क़ीर परिवार को मुस्लिमो के अलावा एनी समाजो में राजनितिक नुक्सान हुआ। उनकी छवि को ठेस भी लगी ,मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दो दिवसीय दौरे पर एक सितम्बर को पोकरण पहुँच रहे हें। पोकरण जैसी छोटी जगह पर मुख्यमंत्री दो दिन तक रहे यह राजनितिक गलियारों में चर्चा का विषय हें। राजनितिक हलको में चर्चा हें की पुलिस द्वारा गाजी फ़क़ीर की हिस्ट्रीशीट खुलने के प्रकरण के बाद हुए राजनितिक नुक्सान की भरपाई करने तथा फ़क़ीर परिवार के राजनितिक रुतबे को बरकरार रखने के उद्देश्य से दप दिन की पोकरण यात्रा पर मुख्यमंत्री आ रहे हें .इसी साल होने वाले चुनावो में मुस्लिमो की नाराजगी का दर अशोक गहलोत को सताने लग गया हें। गहलोत इस वक्त कोई राजनितिक रिस्क लेना नहीं चाहते। फ़क़ीर परिवार को नाराज करने का मतलब बाड़मेर जैसलमेर की कम से कम तीन सीटे गंवाना। देखना यह हें की गहलोत पोकरण दौरे में हिस्ट्रीशीटर गाजी फ़क़ीर से मिलने जाते हें या नहीं।