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रविवार, 21 जुलाई 2019

पौधों की भ्रूण हत्या को रोका जाए,फोटोजेनिक पौधा रोपण पर रोक लगे* *फोटो के चक्कर मे लाखो पौधे होते है नष्ट*

पौधों की भ्रूण हत्या को रोका जाए,फोटोजेनिक पौधा रोपण पर रोक लगे*

*फोटो के चक्कर मे लाखो पौधे होते है नष्ट*

*खास रिपोर्ट बाडमेर न्यूज ट्रेक के लिए चन्दन सिंह भाटी*

*चाहे बात बुरी लगे मगर बात खरी है।।आसमान से जैसे ही चंद बूंदे बरसात की गिरती है चारो और पौधारोपण करने की होड़ मच जाती है।।प्रतिदिन हजारों संगठन हज़ारो पौधे लगाते है।।जितनी तादाद में पौधे लगते है उतने अगर पनप जाते तो शायद यह धरती कम पड़ जाती ।मगर ऐसा होता नही है।।आजकलः फोटोजेनिक पौधारोपण का शौक हर एक को चर्याया हे।।दस पौधे लगाकर बड़ी बड़ी हेडिंग में खबर और फोटो छपवा देते है उसके बाद पौधों को कभी मुड़कर नही देखते।पौधे बिल्कुल बच्चो की तरह है ये परवरिश मांगते है।।पौधे लगाकर उनकी देखभाल नहीं कर भ्रूण हत्या करने वाले पाप के भागीदार है।।आखिर लाखो पौधों की भ्रूण हत्या के कारण वास्तविक पर्यावरण प्रेमियों को पौधे ही नही मिल पाते।।ऐसे फोटोजेनिक पौधारोपण पर पूर्णतः रोक लगनी चाहिए या कोइबैस प्रावधान करना चाहिए कि जो संस्था या व्यक्ति पौधे लगाए उनके पनपने की जिम्मेदारी ले।उनका बकायदा विभागीय निरीक्षण हो।

इस संबंध में जब हमने आईएफएस आशुतोष ओझा से बात की तो उन्होंने कहा कि जो काम जिसका है उन्हें ही करने दे।आजकलः फैशन सा हो गया कि दो चार पौधे लगाकर अखबार की सुर्खियों में आ जाते है मगर पौधों की देखभाल लगाने के बाद नही करते।।लाखो पौधों की हत्या हमारी आंखों के सामने होती है।उन्होंने कहा कि सरकारों को नियमो में संसोधन कर पौधरोपण करने की इच्छा रखने वालों को पौधे देने से पहले लिखित में सर्फिफिकेट लेना चाहिए कि पौधे लगाने के बाद कम से कम एक साल तक पौधों की देखभाल करेंगे।।समय समय पर पौधों की ग्रोथ विभाग से निरीक्षण कराते रहेंगे। ऐसा करने से ही पौधरोपण का वास्तविक फायदा मिलेगा।हमारा पर्यावरण सुधरेगा।।

विशेषग्यो से बातचीत में साफ हुआ कि पौधारोपण का कार्य वन विभाग या इस क्षेत्र की एक्सपर्ट स्वयं सेवी संस्थाओं से कराना चाहिए ताकि परिणाम मिले।जगह जगह पौधरोपण होने के बावजूद पौधे पनपते नहीं।।ऐसे पौधरोपण से क्या फायदा।।विभाग के अधिकारी भी चाहते है कि फोटोजेनिक पौधरोपण बन्द होना चाहिए या इनके लिए नई गाइड लाइन बने।।ताकि पौधो की भ्रूण हत्या को रोका जा सके।विभाग को एक पौधा तैयार करने में ही साल भर लग जाता है ऐसे में फोटोजेनिक समारोह में एक दिन में साल भर के पौधे की हत्या हो जाती है।।बात सटीक है।।अधिकारियों को मनन करनी चाहिए।।पौधे लगे तो उनकी देखभाल की जिम्मेदारी भी लगाने वालों को लेनी चाहिए।