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रविवार, 8 मई 2011

भीषण गर्मी में गांवों की खैरखबर ली जिला कलक्टर ने


भीषण गर्मी में गांवों की खैरखबर ली जिला कलक्टर ने
स्कूलों का निरीक्षण किया, पेयजल समस्याओं के समाधान के निर्देश दिए
       जैसलमेर, 6 मई/जिला कलक्टर गिरिराजसिंह कुशवाहा ने भीषण गर्मी के दौर में ग्राम्यांचलों की वास्तविक स्थितियों से रूबरू होने शनिवार को विभिन्न गांवों का दौरा किया और सरकारी संस्थाओं की जांच के साथ ही ग्रामीणों से चर्चा करते हुए समस्याओं और ग्राम्य लोक जीवन की टोह ली।
       ग्रामीण क्षेत्रों में जहां कहीं समस्याएं सामने आयी, जिला कलक्टर ने मोबाइल से संबंधित विभागों के अधिकारियों से संपर्क साधा और तत्काल कारगर कार्यवाही करने को कहा।
       जिला कलक्टर ने इन अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे ग्राम्यांचलों का भ्रमण करें और लोक समस्याओं की जानकारी अपने स्तर पर प्राप्त करते हुए इनका निराकरण कर जनता को जल्द से जल्द राहत प्रदान करें।
       जिला कलक्टर ने निरीक्षण के दौरान खासकर विभिन्न स्थानों पर पेयजल की समस्याओं की जानकारी सामने आने पर सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि गांवों में पेयजल समस्याओं का तुरन्त निराकरण कर रिपोर्ट जिला प्रशासन को भेजें।
       जिला कलक्टर ने खारिया गांव का दौरा किया जहां ग्रामीणों से चर्चा के बाद दूरदराज के इस गांव में एएनएम के नहीं होने की वजह से उन्होंने हर दस-दस दिन में डॉक्टर भेजते हुए ग्रामीणों के स्वास्थ्य की जांच के निर्देश चिकित्साधिकारियों को दिए। गांव में बारह किलोमीटर ग्रेवल सड़क के डामरीकरण के लिए उन्होंने निर्देश दिए।  जिला कलक्टर ने स्कूल का निरीक्षण किया जहां डेढ़ सौ बच्चों पर  चार शिक्षक लगे हुए हैं। इसी प्रकार पशुपालन चिकित्सक की अनुपलब्धता को देखते हुए पशुओं के स्वास्थ्य की देखरेख के प्रति गंभीरता बरतने के निर्देश दिए। गांव में पेयजल की समुचित उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने जलदाय विभाग के अधिशासी अभियंता को निर्देश दिए कि क्षतिग्रस्त जीएलआर को ठीक कराकर पाईप लाईन से जोड़कर ग्रामीणों को पेयजल मुहैया करवाएं। इसके साथ ही पाईप योजना से पशु खेली को भी जोड़ें।
       जिला कलक्टर ने छत्तानगढ़ में जलदाय से संबंधित आठ हैल्परों तथा खारिया में इनकी कमी को देखते हुए जरूरत के अनुसार समानुपाती व्यवस्था करने को कहा। जोगराजसिंह की ढाणी को भी पाईपलाईन से जोड़ने के निर्देश दिए गए। यहीं पर वाल्व ऑपरेशन की जरूरत वाले मरीज पोकरसिंह/प्रेमसिंह के ईलाज के लिए उन्होंने चिकित्सा विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि इसे किसी भी योजना में लाभान्वित करने की पहल की जाए और पूरी मानवीय संवेदनाओं के साथ हरसंभव मदद मुहैया कराई जाए।
       जिला कलक्टर ने दूजासर का दौरा किया। वहां राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में पानी की समस्या सामने आने पर जिला कलक्टर ने वहीं से मोबाइल के जरिये जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता से चर्चा की और टैंकर से पानी पहुंचाने को कहा। इसी प्रकार सलखा में राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के निरीक्षण में 187 विद्यार्थियों पर 3 शिक्षक नियुक्त मिले। इस स्कूल में भी पानी की समस्या की जानकारी सामने आने पर यहां भी टैंकर से तत्काल पानी पहुंचाने को कहा तथा अधीक्षण अभियंता को निर्देश दिए कि टयूब वैल से अवैध कनेक्शन समाप्त करें। भीलों की बस्ती में निरीक्षण के वक्त राजकीय प्राथमिक विद्यालय बंद मिला। यहां भी पेयजल समस्या को देखते हुए टैंकर से पानी पहुंचाने के निर्देश उन्होंने विभागीय अधिकारियों को दिए।
       केसवों की बस्ती में भी जिला कलक्टर के निरीक्षण के लिए पहुंचने पर राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय बंद पाया गया। यहां पानी की समस्या के निराकरण के लिए उन्होंने निर्देश दिए। यहां एएनएम उपलब्ध नहीं थी। ग्रामीणों को पूछे जाने पर वे भी इस बारे में कोई पुख्ता जवाब नहीं दे सके। सलखा में एएनएम को दो माह से वेतन नहीं मिलने की जानकारी सामने आयी। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभागीय इन विषयों पर जिला कलक्टर ने तत्काल विभाग के अधिकारियोें को निर्देश दिए।
       कनोई में जिला कलक्टर ने राजीव गांधी सेवा केन्द्र का निर्माण देखा जो कि लगभग पूर्णता की स्थिति में आ गया है। यहां पानी की समस्या के निराकरण के लिए उन्होंने विभाग के अधिकारियों को फोन पर निर्देश दिए।
       कुशवाहा के निरीक्षण के दौरान लक्ष्मणों की बस्ती और कुरकों की बस्ती में उच्च प्राथमिक विद्यालय बंद मिले। कुरकों की बस्ती स्कूल में पानी की समस्या देखी गई। इस पर निर्देश दिए गए। ग्रामीणों ने यहां एएनएम की आवश्यकता जताते हुए बताया कि साल भर से अपूर्ण पड़े एएनएम क्वाटर को पूर्ण किया जाना चाहिए। इस पर जिला कलक्टर ने विभागीय अधिकारियों से चर्चा की। मांगलियावास में सात दिन से मोटर जल जाने की वजह से बंद पड़े टयूब वैल की स्थिति को देख जिला कलक्टर ने विभागीय अधिकारियों को फटकारा और ऐसे मामलों में बेवजह देरी नहीं किए जाने को कहा। गांव में आंगनवाड़ी केन्द्र चलता हुआ पाया गया।

रविवार, 1 मई 2011

चंद मिनटों में हुआ बरसों की समस्या का समाधान मुख्य सचिव की सोनू में जन सुनवाई ने बांटा राहत का सोना हाथो-हाथ समाधान पाकर पुलकित हो उठे ग्रामीण





चंद मिनटों में हुआ बरसों की समस्या का समाधान
मुख्य सचिव की सोनू में जन सुनवाई ने बांटा राहत का सोना
हाथो-हाथ समाधान पाकर पुलकित हो उठे ग्रामीण
      जैसलमेर, एक मई/जैसलमेर जिले के सोनू गांव के लोगों के लिये रविवार का दिन लोक मंगल के किसी उत्सव से कम नहीं था। मौका था राजस्थान के मुख्य सचिव एस. अहमद द्वारा इस गांव में जन सुनवाई का।
      इसमें मुख्य सचिव ने ग्रामीणों की चौपाल लगाकर समस्याएं सुनी और एक-एक कर सभी समस्याओं का देखते ही देखते समाधान कर दिया।
      बरसों पुरानी मांगों और समस्याओं से चंद मिनटों में मुक्ति पाकर सोनू ग्रामवासी फूले नहीं समाये और उन्होेने मुख्य सचिव के प्रति दिल से कृतज्ञता दर्शायी।
      मुख्य सचिव ने जिला कलक्टर गिरिराज सिंह कुशवाहा तथा जिले के सभी प्रमुख अधिकारियों की मौजूदगी में सोनू के ग्रामीणों की समस्याओं को सुना तथा इनके बारे में विभिन्न विभागों के राज्य स्तरीय उच्चाधिकारियों से अपने मोबाइल पर बातचीत कर सारी समस्याओं का मौके पर ही निदान कर दिया। हाथों हाथ समाधान की ऐसी पहली और प्रभावी कार्यवाही ने ग्रामीणजनों को इतना खुश कर दिया कि चौपाल में रह-रह कर करतल ध्वनि कर ग्रामीण आभार जताते रहे।
      मुख्य सचिव ने जन सुनवाई के दौरान राज-काज में ढिलाई और संवेदनहीनता दर्शाने वाले कई अधिकारियों को कड़ी फटकार भी लगाई।
      सोनू गांव पहुंचने पर सरपंच पूनमसिंह व ग्रामीण जन प्रतिनिधियों व ग्राम्य स्तरीय राज्य कर्मियों ने मुख्य सचिव का स्वागत किया। मंगल कलश लिए सजी-धजी बालिकाओं के समूह ने ढोल-बाजों के नादों के बीच एस. अहमद की अगवानी की। सरपंच ने ग्राम पंचायत क्षेत्र की ज्वलंत समस्याओं पर जानकारी दी।
      जन सुनवाई में सामने आया कि क्षेत्र में भूमिहीनों के फार्म निरस्त कर दिए गये है व विण्ड पॉवर वालों के जमीने दी जा रही है। इस पर मुख्य सचिव ने भूमिहीनों को पट्टे दिए जाने की कार्यवाही आरंभ करने के निर्देश जिला प्रशासन को दिए व कहा कि इस बारे में तकनीकी अड़चनों को दूर किया जाना चाहिए।
     अब सोनू में घर-घर पहुंचेगा पानी
      सोनू गांव को पाईप्ड जल वितरण योजना से जोड़ कर सभी घरों को नल कनेक्शन देने की मांग पर मुख्य सचिव ने वस्तुस्थिति की जानकारी ली। इसमें यह बात सामने आयी कि योजना के निर्धारित मानदण्डों के मुताबिक सन् 2001 की जनसंख्या के आधार पर ढाई हजार की आबादी वाले गांव को पाईप्ड जल योजना से जोड़ने का प्रावधान है लेकिन सोनू की आबादी 1800 ही होने से काम नहीं हो पा रहा है। इस पर मुख्य सचिव ने जैसलमेर में क्षेत्रफल व जनसंख्या अनुपात की विषम भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए मानदण्डों में शिथिलता बरत कर सोनू गांव को जल्द से जल्द पाईप योजना से जोड़ कर ग्रामीणों के घरों तक नल कनेक्शन से पानी मुहैया कराने के निर्देश दिये।
      सोनू गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में अलास्का स्थित अप्रवासी भारतीय शिक्षाप्रेमी के विज्ञान विषय खोले जाने पर शिक्षकों की तनख्वाह व अन्य सारा खर्च देने की पेशकश भरे प्रस्ताव के राज्य सरकार के स्तर पर विचाराधीन होने व अब तक निर्णय नहीं हो पाने की स्कूल प्रबंधन द्वारा जानकारी मिलने पर मुख्य सचिव एस. अहमद ने संबंधित शासन सचिव से मोबाईल पर बात कर तत्काल आवश्यक कार्यवाही कर इसका अनुमोदन करने के निर्देश दिये।
     गड़ढ़ों को भरें वरना कार्यवाही, एक अधिकारी को हटाने के निर्देश
      सोनू व आस-पास लाईम स्टोन से भरे ट्रकों की आवाजाही, खनन के लिए काफी संख्या में खोदे गए गड्ढ़ों की वजह से आने वाली समस्याओं व जनहानि-पशुहानि को रोकने के लिए गड्ढे भरवाने की ग्रामीणों की मांग पर मुख्य सचिव ने इस विषय को काफी गंभीरता से लिया। मुख्य सचिव ने आर.एस.एम.एम के उच्चाधिकारियों व इससे संबंधित राज्य स्तरीय अधिकारियों से ग्रामीणों के समक्ष ही मोेबाईल पर बात की व वस्तुस्थिति की गंभीरता से परिचय कराया व निर्देश दिये कि इन सभी गड्ढों को समयबद्ध ढंग से भरा जाए। इस मामले में संतोषजनक जवाब नहीं देने पर संबंधित कंपनी के डी.जी.एम पुरोहित को तत्काल यहां से हटाने का आदेश आर.एस.एम.एम. चैयरमेन एस. अहमद ने दिया।
      मुख्य सचिव अहमद ने इस मामले में संतोषजनक जवाब नहीं देने पर पुरोहित को जमकर फटकार लगाई तथा स्थानीय सरपंच को निर्देश दिये कि इस स्थिति में सुधार नहीं होने पर संबंधित अधिकारियों व कंपनी के खिलाफ पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराएं।
     श्रमिकों का शोषण करने वालों की जांच होगी
      ग्रामीणों नेे आर.एस.एम.एम. से जुड़ी कंपनियों जेसीसी, आरकेसी एवं एनसीसी में श्रमिकों से 12-12 घण्टे से अधिक काम लेकर शोषण करने तथा श्रमिकों की पीएफ राशि जमा नहीं करने की शिकायत मुख्य सचिव से की। इस पर मुख्य सचिव ने इन कंपनियों की जांच करने के निर्देश दिए व श्रम कानूनों के अन्तर्गत सख्त कार्यवाही करने का आदेश दिया।
     लम्बे अर्से से गायब दो डॉक्टरों की नौकरी समाप्त करें
      रामगढ़ के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में एक डॉक्टर के 2005 से तथा दूसरे डॉक्टर के 2010 से गायब रहने की शिकायत पर मुख्य सचिव ने राज्य अधिकारियों से बात की व दोनों डॉक्टरों को नौकरी से हटा दिये जाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही इस अस्पताल में डॉक्टर की नियुक्ति कर दिये जाने का आदेश भी दिया। लाईम स्टोन खनन में सभी कंपनियों द्वारा स्थानीय बेरोजगारों से भेदभाव की शिकायत पर उन्होंने जांच की बात कही।
     पशु चिकित्सक की नियुक्ति होगी
      सोनू के राजकीय पशु चिकित्सालय में पांच साल से डॉक्टर के नहीं होने की बात सामने आने पर उन्होंने शीघ्र नियुक्ति के निर्देश विभागीय निदेशक को दिये व कहा कि पशुओं की स्वास्थ्य रक्षा के लिये शीघ्र ही क्षेत्र में कारगर प्रयास सुनिश्चित करें।
     पूर्व सैनिकों के लिए भूमि आवंटन तत्काल करें
      मुख्य सचिव ने भूतपूर्व सैनिकों के लिये भूमि आवंटन में शिथिलता पर संबंधित अधिकारी को  डाँट पिलायी व उनके काम को असंतोषप्रद बताते हुए सोमवार को इस क्षेत्र से संबंधित सभी आवंटन कर दिए जाने का आदेश जयपुर स्थित राज्य अधिकारी को दिया व कहा कि ऐसे मामले में कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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मुख्य सचिव एस. अहमद ने जैसलमेर के पर्यटन स्थलों का अवलोकन किया
मौलिकता बनाए रखते हुए प्रभावी पर्यटन विकास के निर्देश
      जैसलमेर, एक मई/मुख्य सचिव एस. अहमद ने रविवार को जिला कलक्टर गिरिराज सिंह कुशवाहा तथा अन्य अधिकारियों के साथ जैसलमेर जिले के पुरातात्विक व पर्यटन महत्व के स्थलों का दौरा किया।
      मुख्य सचिव ने जैसलमेर के इन दर्शनीय स्थलों को अत्यन्त खूबसूरत बताते हुए इन धरोहरों के समुचित संरक्षण एवं बेहतर रख-रखाव के लिये निर्देश दिए।
      मुख्य सचिव ने इनकी मौलिकता को अक्षुण्ण बनाए रखने के निर्देश देते हुए कहा कि इनके आस-पास की भूमि किसी अन्य वाणिज्यिक प्रयोजन आदि के लिए किसी भी कंपनी को आवंटित नहीं की जानी चाहिए ताकि इन स्थलों की मौलिक सुंदरता और आंचलिक परिवेश सुकूनदायी बना रह सके।
      मुख्य सचिव शाही रेलगाड़ी से रविवार प्रातः जैसलमेर पहंुचे जहां जिला कलक्टर  गिरिराज सिंह कुशवाहा तथा जिला प्रशासन के अन्य अधिकारियों ने उनकी अगवानी करते हुए भावभीना स्वागत किया।
      इसके पश्चात मुख्य सचिव ने जैसलमेर जिले के प्रमुख पर्यटन स्थलों कुलधरा, खाभा, राष्ट्रीय मरु उद्यान, लौद्रवा आदि को देखा। मुख्य सचिव ने सम के लहरदार रेतीले धोरों को भी देखा।
      मुख्य सचिव के दौरे में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद एच.एस.मीना, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामावतार गोठवाल, कार्यवाहक पुलिस अधीक्षक गणपतलाल, कार्यवाहक उपखण्ड अधिकारी नाथूसिंह राठौड़ सहित कई अधिकारीगण साथ थे।
      पालीवालों के परित्यक्त गॉँवों के रूप में मशहूर कुलधरा एवं खाभा के पुरा वैभव, बस्तियों की बसावट, भवन निर्माण कला इत्यादि की झलक पाकर मुख्य सचिव खूब अभिभूत हुए।
      जिला कलक्टर गिरिराजसिंह कुशवाहा व जैसलमेर विकास समिति के सचिव चन्द्र प्रकाश व्यास ने कुलधरा व खाभा के पुरा वैभव व ऐतिहासिक तथ्यों के साथ ही इन क्षेत्रों के संरक्षण और विकास के लिये जिला प्रशासन व समिति के स्तर पर की जा रही गतिविधियों व योजनाओं पर विस्तार से जानकारी दी।
      कुलधरा में जैसलमेर विकास समिति के सचिव चन्द्र प्रकाश व्यास ने मुख्य सचिव स. अहमद का शॉल ओढ़ाकर अभिनंदन किया तथा समिति की गतिविधियों व पर्यटन विकास पर आधारित बहुरंगी फोल्डर भेंट किया।
      खाभा में मुख्य सचिव ने खाभ फोर्ट तथा खाभा गांव का विहंगम दृश्य देखा। उन्होंने खाभा फोर्ट में सभी हिस्सों का भ्रमण किया और वहां प्रदर्शित पुरातात्विक महत्व की सामग्री, पाषाण, फॉसिल्स तथा अन्य कलात्मक वस्तुओं को बड़ी रुचि के साथ देखा तथा विभिन्न पोस्टर्स के जरिये प्रदर्शित सामग्री के विवरण का अवलोकन किया।
      खाभा फोर्ट के ऐतिहासिक महत्व तथा पालीवालों के गांवों और उनके पलायन के बारे में उत्सुकता के साथ उन्होंने जानकारी प्राप्त की। मुख्य सचिव एस. अहमद ने लौद्रवा के ऐतिहासिक एवं प्राचीन महत्व के जैन मंदिर में विलक्षण शिल्प-स्थापत्य तथा मूर्तियों के कला सौंदर्य को देखा। लौद्रवा मंदिर में उन्होंने पीले पाषाणों पर उकेरी मूर्तियों के शिल्प सौष्ठव, शिलालेखों, कलापूर्ण द्वार आदि को भी देखा तथा बारीकी से जानकारी ली।
      मुख्य सचिव ने जैसलमेर के शिल्प सौन्दर्य और पुरा वैभव की अत्यन्त सराहना की व कहा कि इसके उपयुक्त रख-रखाव के प्रयासों के साथ ही पर्यटकों को इस ओर आकर्षित करने के और अधिक सघन प्रयास होने चाहिएं। इन सभी स्थानों पर क्षेत्रवासियों ने मुख्य सचिव का स्वागत किया।

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      मुख्य सचिव ने राष्ट्रीय मरू उद्यान देखा, गोड़ावण की झलक पायी
      जैसलमेर, एक मई/ मुख्य सचिव एस. अहमद ने रविवार को अपनी जैसलमेर यात्रा के दौरान राष्ट्रीय मरु उद्यान देखा। मुख्य सचिव ने विभागीय अधिकारियों से उद्यान के बारे में जानकारी प्राप्त की।
      मुख्य सचिव ने मरु उद्यान के अंदरूनी हिस्सों का सफर किया तथा प्रसिद्ध गोड़ावण पक्षी की झलक पायी। मुख्य सचिव ने मरु उद्यान क्षेत्र में स्थानीय सरपंच तथा अन्य ग्राम्य जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणजनों से चर्चा की तथा क्षेत्रीय वन सम्पदाओं के संरक्षण-संवर्धन का आह्वान किया।
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मुख्य सचिव एस. अहमद ने सीमा क्षेत्र को देखा,
किशनगढ़ फोर्ट का किया अवलोकन
      जैसलमेर, एक मई/ मुख्य सचिव एस. अहमद ने जैसलमेर यात्रा के दौरान रविवार शाम भारत-पाक सीमा क्षेत्र का दौरा किया व बॉर्डर ऑपरेशन पोस्ट को देखा।
      सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों ने मुख्य सचिव का स्वागत किया। मुख्य सचिव ने जिला कलक्टर गिरिराज सिंह कुशवाहा के साथ सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों से सीमा क्षेत्रीय गतिविधियों पर चर्चा की। मुख्य सचिव ने रविवार को प्राचीनतम किशनगढ़ फोर्ट को देखा तथा इसके ऐतिहासिक व पुरातात्विक महत्व की जानकारी प्राप्त की।
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सोमवार, 25 अप्रैल 2011

जल भागीरथी के सहयोग से मीठे पानी के लिये आर.ओ.प्लान्ट लगाने की कार्यवाही करावें : जिला कलक्टर श्री कुशवाहा


जिले में खारा/लवणयुक्त पानी को मीठे पानी में बदलने के लिये परिचर्चा
जल भागीरथी के सहयोग से मीठे पानी के लिये आर.ओ.प्लान्ट
लगाने की कार्यवाही करावें : जिला कलक्टर श्री कुशवाहा
 जैसलमेर, जिला कलक्टर श्री गिरिराज सिंह कुशवाहा की अध्यक्षता में जिला प्रशासन के तत्वावधान में जल भागीरथी फाउण्डेशन के सहयोग से सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिले में खारा/लवणयुक्त पानी के समाधान के संबंध में ’’ परिचर्चा एवं प्रस्तुतीकरण ’’ कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री बलदेव सिंह उज्जवल, जल भागीरथी फाउण्डेशन की प्रोजेक्ट मैनेजर कानूप्रिया हरीश के साथ ही प्रशासनिक ,जलदाय विभाग के अधिकारी एवं ग्राम पंचायतों के सरपंचगण भी उपस्थित थे।
जिला कलक्टर श्री कुशवाहा ने अधीक्षण अभियंता जलदाय श्री मुकेश गुप्ता को निर्देश दिए कि जिले के जिन गांवों में खारा एवं लवणयुक्त पानी है ऐसे गांवों में आर.ओ.प्लान्ट लगा कर मीठे पानी में बदलने की कार्यवाही करावें ताकि ग्रामीणजनों के सहयोग से इस प्लान्ट के माध्यम से लोगों को पीने का शुद्ध एवं मीठा पानी उपलब्ध कराया जा सकें। उन्होने कहा कि जल भागीरथी संस्था द्वारा बाड़मेर के पचपदरा में खारे एवं लवणयुक्त पानी की मीठा करने के लिये जो आर.ओ.प्लान्ट लगाया गया है उसी तर्ज पर शीघ्र ही रामदेवरा, खुहड़ी एंवं अन्य गांवों को चिन्हित कर उसे संचालित करने की कार्यवाही करावें।
जिला कलक्टर श्री कुशवाहा ने इस सम्बन्ध में अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री उज्ज्वल एवं अधीक्षण अभियंता जलदाय को कहा कि वे चिन्हित ग्रामपंचायतों के सरपंचों को पचपदरा का भ्रमण करवा कर खारे पानी से मीठे पानी के लिये संचालित किए जा रहे प्लान्ट का अवलोकन करावें ताकि वे वहां के ग्रामीणजन जिस प्रकार इस प्रोजेक्ट को चला रहे है उसे देखे एवं वहां से सीख लेकर अपने यहां ग्रामीणजनों के सहयोग से ऐसे मीठे पानी के आर.ओ.प्लान्ट लगाने की कार्यवाही कर सकें। उन्होने विशेष रूप से रामदेवरा में तत्परता के साथ चालू करने पर विशेष जोर दिया।
जिला कलक्टर ने कहा कि यदि इस प्रोजेक्ट का संचालन इस जिले में प्रारंभ हो जायें तो खारे पानी वाले गांव वासियों के लिये तो वरदान सिद्ध होगा। उन्होने अधीक्षण अभियंता जलदाय को जल भागीरथी के सहयोग से इस प्रोजेक्ट के संचालन के सम्बन्ध में विशेष प्रयास कर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होने जल भागीरथी संस्था की प्रोजेक्ट मैनेजर से आग्रह किया है कि वे भी इस प्रोजेक्ट के संचालन में पूर्ण सहयोग प्रदान करावें। उन्होंने प्रारंभिक रूप से जिले के रामदेवरा खुहड़ी, म्याजलार, सत्तो, सिहड़ार, दव, गुंजनग़, बैरसियाला, सम, दबड़ी के सरपंचों एवं स्वयंसेवी संस्था के पदाधिकारियों से आग्रह किया है कि वे इसमें रूचि दिखा कर मीठे पानी के आर.आ.े प्लान्ट लगा कर न्यूनतम दर ग्रामीणों से वसूल कर इसके संचालन की कार्यवाही करावें।
अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री उज्जवल ने जलदाय विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे तकनीकी रूप से इस प्रोजेक्ट की कार्ययोजना तैयार करावें। प्रोजेक्ट मैनेजर जल भागीरथी फाउण्डेशन जोधपुर की प्रोजेक्ट मैनजर कानूप्रिया ने कार्यशाला में प्रोजेक्टर के माध्यम से पचपदरा में खारे/लवणयुक्त पानी को आर.ओ.प्लान्ट के माध्यम से मीठे पानी के रूप में बदलने की कार्यवाही के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की एवं ग्राम जल प्रबन्धन समिति द्वारा किस प्रकार से ग्रामीणजनों से न्यूनतम दर लेकर पानी वितरण किए जाने की व्यवस्था के बारे में भी प्रकाश डाला। उन्होने तालाबों एवं नाडियों में वर्षाती जल संग्रहण एवं उसके संरक्षण के बारे में भी प्रोजेक्टर के माध्यम से जानकारी प्रदान की। 

शुक्रवार, 18 मार्च 2011

जिला कलेक्टर गौरव गोयल कीबाडमेर में अनूठा आगाज एक सौ बेटियों के जन्म का ढ्रंढ महोत्सव मनाया गया।


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बेटियों की की ढ्रंढ
बाडमेर में अनूठा आगाज


बताया बेटो से बेहतर
बाडमेर, 18 मार्च। कम लिंगानुपात तथा बेटियों के प्रति उपेक्षित व्यवहार वाले बाडमेर जिले में शुक्रवार का दिन ऐतिहासिक रहा, जब होली पर ढ्रंढ  के बेटो के एकाधिकार वाले उत्सव पर बेटियों के जन्म की खुशी मनाई गई तथा बेटियों की ढ्रंढ  कर सूचना प्रौद्योगिकी के युग में पुत्री रत्न की महता जताई गई।
जिला मुख्यालय के स्वास्थ्य भवन में शुक्रवार प्रातः जिला कलेक्टर गौरव गोयल की मौजूदगी में करीब एक सौ बेटियों के जन्म का ढ्रंढ  महोत्सव मनाया गया। चंग की थाप तथा थाली की झन्कार के बीच बेटियों को बेटो के समान बताया गया तथा बेटे बेटी के बीच भेदभाव को मिटाने की प्रेरणा लेने का आव्हान किया गया। इस मौके पर बेटियों का ढ्रंढ  संस्कार विधिवत रूप से किया गया और उन्हें माला पहनाकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम के दौरान 2010 में जन्मी 100 बेटियों को खिलौने, कपडे व अन्य उपहार भेट किये गये। कार्यक्रम के दौरान चंगधमाल पर गीतों से माहौल रंगीन हुआ। वहीं स्वास्थ्य भवन के मुख्य द्वार पर रंगोली उकेरी गई।
महिला आईएएस से प्रेरणा
इस मौके पर जिला कलेक्टर गोयल ने विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं के बेहतर प्रदार्न के उदाहरण देते हुए कहा कि उनके आईएएस के बैच में पहली बार सबसे ज्यादा लडकियां आई थी, जो बेटियों के बेहतर होने का प्रमाण है। उन्होने बालिका शिक्षा पर बल देते हुए कहा कि यदि एक बेटी पती है तो दो परिवार पते है। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डां. गणपतसिंह राठौड ने कहा कि बेटियों के प्रति इस तरह के आयोजन नियमित रूप से करवाए जाएगे। महिला एवं बाल विकास विभाग की उप निदोक विनिता सिंह ने बेटियों के जन्म पर ढ्रंढ महोत्सव के आयोजन को अनोखा बताया। वहीं केयर्न इण्डिया की ओर से सीएसआर प्रमुख बी आर ग्वाला ने भी बेटियों को सम्मानित किया।
पिता के लिए बजी तालियां
मुख्यतः बेटियों के लिए आयोजित कन्या ढ्रंढ  महोत्सव में अधिकाश बेटियों को लेकर उनकी माताएं ही पहुंची थी। इस स्थिति को देखते हुए जिला कलेक्टर गोयल ने बेटियों के पिता के बारे मे पूछा तो वहां एक बेटी के पिता जयप्रका मौजूद थे। इस पर जिला कलेक्टर ने उनका स्वागत करते हुए ताली बजाई तो स्वास्थ्य भवन तालियों से गूंज उठा।
भविश्य मे भी होंगे आयोजन
इस कार्यक्रम का मुख्य उदृश्य जिले में गिरते लिंगानुपात को बराबर करना है। जिला कलेक्टर ने बताया कि बेटे बेटियों के बीच भेदभाव को मिटाने के लिए भविश्य मे भी इस तरह के आयोजन किए जाते रहेंगे।
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मंगलवार, 8 मार्च 2011

गरीब और मेधावी विद्यार्थियों के लिए सीमा सुरक्षा बल की अनूठी पहल


गरीब और मेधावी विद्यार्थियों के लिए सीमा सुरक्षा बल की अनूठी पहल
अगले शिक्षा सत्रा से तनोट माता ट्रस्ट छात्रावृत्ति योजना का सूत्रापात
जेसलमेर, 7 मार्च/शिक्षार्थियों के प्रोत्साहन और मदद के लिए सीमा सुरक्षा बल ने अनूठी पहल की है। इसके अन्तर्गत आगामी शिक्षा सत्रा से तनोट माता ट्रस्ट सीमा सुरक्षा बल की ओर से जैसलमेर जिले के उच्च प्राथमिक एवं उच्च माध्यमिक कक्षाओं के गरीब और मेधावी छात्राछात्राओं के लिए छात्रावृत्ति योजना की शुरूआत की जा रही है।
सीमा सुरक्षा बल जैसलमेर(उत्तर) के उप महानिरीक्षक डॉ. भगवानाराम मेघवाल ने इस महत्वाकांक्षी योजना की विस्तार से जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि छात्रावृत्ति पाने के लिए आवेदन पत्रा आगामी एक जून से 15वीं वाहिनी सीमा सुरक्षा बल रामग़/195वीं वाहिनी सीमा सुरक्षा बल पोकरण और सीमा सुरक्षा बल के जैसलमेर स्थित क्षेत्राीय मुख्यालय के कार्यालयों से नि:शुल्क प्राप्त किए जा सकेंगे। इन आवेदन पत्राों को पूर्ण रूप से भरकर 15 जुलाई तक जमा करना होगा।
उन्होंने जानकारी दी कि तीन लाख रुपये से अधिक धनराशि की इस योजना में लगभग आधी छात्रावृत्तियाँ छात्राओं के लिए होंगी । इसमें कक्षा 6 से 12वीं तक के अंकों के आधार पर प्रत्येक कक्षा में गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले परिवारों से संबंधित चार विद्यार्थियों का चयन किया जायेगा। इन्हें प्रति माह पाँच सौ से एक हजार रुपए छात्रावृत्ति दी जाएगी।
इसके अतिरिक्त प्रत्येक कक्षा के टॉपर को एकमुश्त पाँच हजार रुपए प्रोत्साहन स्वरूप दिये जायेंगे । तनोट गाँव की स्कूल से प्रत्येक कक्षा में प्रथम आने वाली छात्रा को दो हजार रुपए धनराशि का प्रोत्साहन दिया जाएगा।
इस बारे में अधिक जानकारी के लिए सीमा सुरक्षा बल क्षेत्राीय कार्यालय जैसलमेरउत्तर में 022992252704/252301 पर संपर्क किया जा सकता है।
सीमा सुरक्षा बल के उप महानिरीक्षक डॉ. मेघवाल की ओर से जिले की विभिन्न शिक्षण/प्रशिक्षण/तकनीकि संस्थाओं को इस बारे में जानकारी भिजवाते हुए सभी पात्रा बच्चों तक यह जानकारी पहुंचाने का आग्रह किया गया है ताकि मेधावी और गरीब बच्चों को इसका लाभ प्राप्त हो सके।
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जिला कलक्टर ने सीमावर्ती गांवों का दौरा कर ग्राम्य लोक जीवन की हकीकत जानी
जैसलमेर, 7 मार्च/ जिला कलक्टर श्री गिरिराजसिंह कुशवाहा ने ग्रामीण क्षेत्राों में सभी सरकारी सुविधाएं और व्यवस्थाएं चुस्त दुरुस्त रखने के निर्देश दिए हैं और कहा है कि ग्रामीण क्षेत्राों में कार्यरत राज्यकर्मियों का दायित्व है कि वे अपने क्षेत्रा से संबंधित समस्याओं के त्वरित निस्तारण के प्रति गंभीर रहते हुए ग्रामीणों को हरसंभव मदद करें। ग्रामीणों की समस्याओं के समाधान के साथ ही उनके भले की योजनाओं की जानकारी देना और उनकी समस्याओं के जल्द से जल्द निपटारे की कार्यवाही करना भी राजकीय दायित्व में आता है।
जिला कलक्टर ने जैसलमेर के सीमावर्ती क्षेत्राों के दौरे में विभिन्न राजकीय संस्थाओं को देखा तथा क्षेत्राीय विकास के लिए किए जा रहे कार्यों का अवलोकन किया।
जिला कलक्टर ने घंटियाली, तनोट एवं किशनग़ गांवों में भ्रमण किया और स्थानीय ग्रामीणों से मुखातिब होते हुए ग्रामीण समस्याओं तथा ग्राम्य जन जीवन के मौजूदा हालातों के बारे में विस्तार से जानकारी ली।
जिला कलक्टर ने घंटियाली में ग्रामीणों द्वारा मन्दिर में बीएडीपी योजना में सोलर लाईट लगावाने के आग्रह पर कार्यवाही का आश्वासन दिया।
श्री कुशवाहा ने तनोट में बीएडीपी योजना में निर्मित चिकित्सालय का अवलोकन किया और पार्किंग स्थल को पीले पत्थरों से बनाए जाने को कहा। जिला कलक्टर ने मन्दिर की चारदीवारी के निर्माण को भी देखा।
जिला कलक्टर ने किशनग़ में विद्यालय की चारदीवारी के काम को जल्द से जल्द शुरू करने के निर्देश दिए और कहा कि स्वीकृतिशुदा कार्य की अब तक नींव तक नहीं खोदे जाने पर नाराजगी जाहिर की। मौके पर सिर्फ चार गाड़ी पत्थर ही डाले हुए पाए गए। ग्रामीणों द्वारा विद्यालय में शिक्षक श्री आईदानसिंह की अनियमित उपस्थिति पर उन्होंने सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने इस दौरान ग्रामीण क्षेत्राों में पानीबिजली, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं, शिक्षा आदि पर ग्रामीणों से खुलकर चर्चा की और ग्राम्य लोक जीवन की हकीकत से रूबरू हुए।
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श्री जवाहिर चिकित्सालय की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाएं श्री कुशवाहा
राजस्थान मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी की बैठक में दिए निर्देश
जैसलमेर, 7 मार्च/जिला कलक्टर श्री गिरिराजसिंह कुशवाहा ने जैसलमेर जिला मुख्यालय स्थित श्री जवाहिर राजकीय चिकित्सालय की तमाम व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने और साफसफाई पर विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश दिए हैं और कहा है कि संसाधनों, सेवाओं और सुविधाओं की दृष्टि से अस्पताल को हर दृष्टि से आदर्श स्वरूप दिए जाने के लिए गंभीरतापूर्वक एवं योजनाबद्ध ंग से प्रयास करें।
जिला कलक्टर ने सोमवार को जैसलमेर जिला कलक्ट्री सभाकक्ष में चिकित्सालय से संबंधित मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह निर्देश दिए। बैठक में जिला प्रमुख श्री अब्दुला फकीर सहित अधिकारियों ने चिकित्सालय की सेवाओं को सुदृ़ बनाने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
जिला कलक्टर ने सार्वजनिक निर्माण विभाग को निर्देश दिए कि चिकित्सालय से संबंधित जो काम सौंपे गए हैं उन्हें व्यवस्थित तरीके से शीघ्र पूर्ण करें और चिकित्सालय के कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखें। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
ठेकेदार को दें नोटिस
जिला कलक्टर ने चिकित्सालय में सफाई व्यवस्था के पर्याप्त नहीं होने पर नाराजगी जाहिर की और इस बारे में संबंधित ठेकेदार को नोटिस जारी करने और दुबारा टैण्डर किए जाने के निर्देश प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को दिए। जिला कलक्टर ने बताया कि चिकित्सालय की व्यवस्थाओं और साफसफाई के लिए अधिकारियों द्वारा नियमित भ्रमण एवं अवलोकन की व्यवस्था की जाएगी।
लपकों पर लगाएं अंकुश
जिला कलक्टर ने गर्मी के मौसम को देखते हुए अस्पताल में पंखों और कूलरों की उपयुक्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए सभी तैयारियां कर रखने के निर्देश दिए। इसके साथ ही अस्पताल में लपकों पर पूरा अंकुश लगाने के लिए सख्त से सख्त कार्यवाही किए जाने को कहा। पैदल आने वालों के लिए अस्पताल प्रवेश की दृष्टि से लघु घुमावदार वैकल्पिक व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिए।
मेडिकल दुकानों की जांच का दौर नियमित रहे
जिला कलक्टर ने अस्पताल में सहकारी दवाघर से उपयुक्त कीमत में दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए नकली एवं अवधिपार दवाइयां रखने वाले मेडिकल स्टोर्स के खिलाफ सख्त जांच के निर्देश दिए और कहा कि इसके लिए हर माह औषधि निरीक्षक को पाबंद किया जाना चाहिए।
भामाशाहों का सहयोग लिया जाएगा
जिला कलक्टर श्री कुशवाहा ने अस्पताल की व्यवस्थाओं को सुधारने तथा संसाधनों और मरीजों के लिए सेवाओं में ब़ोतरी के लिए उच्च व्यवसायिक प्रतिष्ठानों, कंपनियों, जन प्रतिनिधियों तथा दानदाता भामाशाहों को प्रेरित कर इनका सहयोग लिए जाने पर जोर दिया और बताया कि इसके लिए जिला प्रशासन जल्द ही सभी संबंधित प्रतिनिधियों की बैठक बुलाएगा। इसमें अस्पताल की एकएक सुविधा पर चर्चा की जाएगी तथा ये सुविधाएं और वार्ड बेहतर रखरखाव और सारी जरूरतों को पूरा करने के लिए इनकी जिम्मेदारियां सौंपी जाएंगी।
जिला कलक्टर ने जिले के सभी भामाशाहों से अपील की है कि वे अस्पताल विकास और सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए खुले मन से आगे आएं और मरीजों की सेवा का पुण्य कमाने में भागीदार बनें।
अस्पताल के इर्दगिर्द स्वच्छ परिवेश रहे
जिला कलक्टर ने अस्पताल के आसपास के क्षेत्रा में स्वच्छता पर जोर दिया और नगरपालिका को निर्देश दिए कि नाले की व्यवस्था ठीक करने के साथ ही यह अच्छी तरह सुनिश्चित करे कि चिकित्सालय के समीपवर्ती इलाकों में गंदगी और कीचड़ आदि न रहे। क्षेत्रा की नियमित साफसफाई के लिए गंभीरतापूर्वक प्रयास किए जाएं।
जिलाप्रमुख ने आम मरीजों के हितों पर ध्यान देने को कहा
जिला प्रमुख श्री अब्दुला फकीर ने चिकित्सालय की सेवाओं को आम मरीजों के लिए सुगम और बेहतर बनाने के लिए सभी उपायों को अमल में लाने के निर्देश चिकित्सालय प्रबन्धन को दिए गए और कहा कि इसके लिए सभी स्तरों पर ठोस कार्यवाही की जानी चाहिए। तभी सकारात्मक परिणाम सामने आ सकते हैं।
बैठक में एमआरएस की तमाम गतिविधियों पर बिन्दुवार चर्चा की गई और यथोचित दिशानिर्देश जिला कलक्टर द्वारा दिए गए। प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. डी.डी. खिंची ने एमआरएस से संबंधित विस्तृत जानकारी प्रदान की। बैठक में जिला कोषाधिकारी श्री देवकृष्ण पंवार, नगरपालिका आयुक्त श्री मूलाराम लोहिया, आरयूआईडीपी के अधिशासी अभियंता श्री महेन्द्रसिंह पंवार, सहायक अभियंता श्री जे.आर. गर्ग आदि ने विचार व्यक्त किए।
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रविवार, 6 मार्च 2011

नकली के संदेह पर रोडवेज बस से सात क्विंटल मावा जब्त




नकली के संदेह पर रोडवेज बस से सात क्विंटल मावा जब्त



बाड़मेर

शादियों की सीजन के चलते मावे की खपत बढऩे के बाद शहर में नकली मावा आने का संदेह बढ़ गया है । शनिवार शाम को मुखबिर की सूचना के आधार पर बीकानेर से बाड़मेर पहुंची रोडवेज की एक बस में सात क्विंटल मावा नकली होने के संदेह पर प्रशासनिक कार्रवाई के तहत बरामद किया गया। इसके बाद चल प्रयोगशाला में मावा जांच की प्रक्रिया शुरू की गई। अचानक हुई कार्रवाई से बस यात्रियों में एक बारगी खलबली मच गई।
 

एसडीएम सीएल देवासी ने बताया कि जिला कलेक्टर गौरव गोयल, तहसीलदार चंद्रभानसिंह, भूमि अवाप्ति अधिकारी महेन्द्रसिंह शेखावत व खाद्य निरीक्षक भूराराम चौधरी सहित प्रशासनिक अधिकारियों की एक टीम ने मुखबिर की सूचना पर कलेक्ट्रेट के निकट एक रोडवेज बस को रूकवा इसमें रखे सात क्विंटल मावे को नकली होने के संदेह पर बरामद कर जब्त किया। पूछताछ के दौरान बस कंडक्टर ने मावा बीकानेर से बाड़मेर लाने का खुलासा किया। कंडक्टर ने बताया कि बाड़मेर में दिलीपसिंह एवं डूंगरसिंह नामक व्यक्ति इस मावे को लेने बस स्टैंड आते हैं। बरामद मावे की चल प्रयोगशाला में जांच शुरू की गई। समाचार लिखे जाने तक जांच रिपोर्ट नहीं आई।

क्यूं बढ़ी मावा की खपत

शा दियों की सीजन व होली के पर्व को लेकर बाजार में मावा की जबरदस्त डिमांड है। इसके चलते व्यापारियों की ओर से मावा स्टॉक किया जा रहा है। स्थानीय स्तर पर मावा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं होने पर पड़ौसी जिलों से मावा मंगवाया जा रहा है। ऐसे में बढ़ती डिमांड को पूरा करने के लिए शहर में नकली मावा आने की आशंका के चलते प्रशासन मुस्तैदी से बाहर से आने वाले मावे पर नजर रख रहा है।

कहां-कहां से होता है सप्लाई

श हर के व्यापारी जोधपुर, जैसलमेर, बीकानेर, नागौर सहित कई जिलों से मावा मंगवा रहे हैं। यहां से मावा कस्बे व गांवों में सप्लाई किया जाता है। जहां मावा से विभिन्न प्रकार की मिठाइयां तैयार की जाती है।

शुक्रवार, 4 मार्च 2011

सामाजिक सेवा की भावना से जरूरतमन्दों को त्वरित लाभ पहुँचाने के निर्देश


जिला कलक्टर ने किया नि:शक्तजन कल्याण शिविर का अवलोकन,


सामाजिक सेवा की भावना से जरूरतमन्दों को त्वरित लाभ पहुँचाने के निर्देश
जैसलमेर, जिला कलक्टर श्री गिरिराजसिंह कुशवाहा ने जैसलमेर के श्री जवाहिर चिकित्सालय परिसर में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग तथा सर्वशिक्षा अभियान के संयुक्त तत्वावधान में संचालित नि:शक्तजन प्रमाणीकरण शिविर का अवलोकन किया और नि:शक्तजनों से चर्चा की और शिविर आयोजन में सहयोगी संस्थाओं के अधिकारियों तथा प्रतिनिधियों से शिविर व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से जानकारी ली।
तीन सौ से अधिक नि:शक्जन हुए लाभान्वित
दो दिवसीय शिविर में कुल 315 नि:शक्तजनों का पंजीयन किया गया। इनमें 80 जनों को रेल पास, 59 जनों को रोडवेज बस पास, 35 नि:शक्तजनों को ट्राई साईकिल, चार जनों को बैसाखी, पांच जनों को व्हील चेयर, पन्द्रह जनों को श्रवण यंत्र वितरित किए गए। शिविर में नि:शक्तजन आर्थिक सहायता योजना में पांच जनों के आवेदन पत्र तैयार करवाए गए। एक नि:शक्त को सुखद विवाह योजना के अन्तर्गत आवेदन पत्र तैयार करवाया गया।
नि:शक्तजनों के कल्याण के उद्देश्य से आयोजित इस शिविर में महिला एवं बाल विकास विभाग की महिला पर्यवेक्षिकाओं श्रीमती पुष्पा पुरोहित, श्रीमती सुशीला व्यास, श्रीमती फिरदोस, श्रीमती मंजू व्यास, श्रीमती सुधा व्यास, श्रीमती सविता, श्रीमती योग्यता पुरोहित, श्रीमती शोभा, श्रीमती खम्मा भाटी एवं श्रीमती धाई द्वारा सर्वे प्रपत्र भरकर नि:शक्तजनों के घरद्वार पहुंचकर सर्वे किया गया। श्योर संस्थान के श्री सत्यनारायण, सुश्री लता छंगाणी, श्रीमती गायत्री व्यास एवं श्रीमती कमला द्वारा नि:शक्तजनों के आवेदन पत्र तैयार कराने एवं विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में मौके पर ही आवेदन पत्र तैयार करने में सराहनीय योगदान दिया गया। शहर पटवारी श्री अमृतलाल द्वारा पेंशन के आवेदन पत्रों को तैयार किया गया।
राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के जैसलमेर आगार प्रबन्धक श्री रामदेव बोहरा द्वारा मौके पर ही नि:शक्तजनों के पास बनवाकर लाभान्वित किया गया।
जिला विकलांग पुनर्वास केन्द्र के डॉ. धर्मसिंह मीणा एवं दिल्ली से आये प्रशिक्षु डॉक्टरों की टीम द्वारा शिविर में नि:शक्तजनों के अंग उपकरण के नाप लिए गए एवं चिकित्सकीय सलाह प्रदान की गई। जोधपुर से आयी मेडिकल टीम के डॉक्टरों द्वारा नि:शक्तजनों के मेडिकल प्रमाण पत्र जारी किए गए।
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शुक्रवार, 21 जनवरी 2011

अवैध भाराब की रोकथाम को जन भागीदारी पर जोर


अवैध भाराब की रोकथाम को
जन भागीदारी पर जोर
बाडमेर, जनवरी। जिले में अवैध भाराब का प्रचलन रोकने को जन भागीदारी की अति आवयकता है। जहरीली भाराब के दुश्प्रभावों के प्रचार प्रसार से इन पर अंकुा लगाया जा सकता है। यह विचार गुरूवार सायं कलेक्ट्रेट सभागार में जिला कलेक्टर गौरव गोयल की अध्यक्षता में आयोजित संगोश्ठी में उभर कर आए।
इस मौके पर जिला कलेक्टर गोयल ने बताया कि जोधपुर में जहरीली भाराब दुखान्तिका से सबक लेकर इस पर अंकुा लगाने को प्रभावी कार्यवाही की जाएगी। उन्होने बताया कि अवैध भाराब की रोकथाम के लिए प्रासन, पुलिस तथा आबकारी की संयुक्त समन्वय समिति बनाई गई है जो कि धडपकड अभियान चलाएगी। उन्होने बताया कि भाराब की वैद्य दुकानों मे भी स्टॉक का सत्यापन किया जाएगा तथा यह सुनिचत किया जाएगा कि इन दुकानों में कोई चोर दरवाजा नहीं हो।
जिला प्रमुख श्रीमती मदन कौर ने जोधपुर दुखान्तिका से सावधान रहते हुए इस बात को सुनिचत करने को कहा कि जोधपुर में बडी मात्रा में बनी जहरीली भाराब चोरी चुपके बाडमेर जिले में नहीं आ पाए। उन्होने जन भागीदारी की भी महती आवयकता जताई।
विधायक मेवाराम जैन ने कहा कि राज्य सरकार की पूरी मां है कि भाराब की दुकाने नियत समय के पचात नहीं खुले तथा अवैध भाराब का प्रचलन किसी भी परिस्थिति में नहीं हो। उन्होने जन प्रतिनिधियों से भी सकि्रय सहयोग का आहवान किया।
जिला पुलिस अधीक्षक सन्तोश चालके ने बताया कि आबकारी विभाग व पुलिस की संयुक्त कार्यवाही में जन सहयोग भी अपेक्षित है। उन्होने विवास दिलाया कि सूचना को पूर्ण गोपनीय रखते हुए प्रभावी कार्यवाही की जाएगी। वहीं मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.एल. कन्दोई ने ग्रामीण क्षेत्रों में विोश जागरूकता अभियान चलाने की आवयकता जताई। एडवोकेट धनराज जोाी ने क्षेत्र प्रचार कार्यक्रमों के जरिये जन जागरण अभियान चलाने पर जोर दिया। संगोश्ठी में विभिन्न वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए।
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अवैद्य भाराब की धडपकड
को शिकायत बाक्स लगेगा
बाडमेर, 20 जनवरी। जिले में अवैद्य भाराब की रोकथाम तथा धडपकड अभियान के लिए जिला कलेक्टर कार्यालय में िकायत बाक्स लगाया जाएगा।
जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने बताया कि कलेक्ट्रेट कार्यालय में नरेगा बाक्स के पास मे ही यह बका लगाया जाएगा जिसमें कोई भी व्यक्ति अवैद्य भाराब से संबंधित किसी भी प्रकार की सूचना डाल सकता है जिसे पूरी तरह से गोपनीय रखा जाएगा।
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गुरुवार, 13 जनवरी 2011

शिविरों के माध्यम से छात्रों को सशक्त करनें की अनूठी पहल

जिला कलेक्टर गिरिराज सिंह कुशवाह
शिविरों के माध्यम से छात्रों को सशक्त करनें की अनूठी पहल


जैसलमेर सीमावर्ती जैसलमेर जिले के जिला कलेक्टर गिरिराज सिंह कुशवाह नें विशय अध्यापक विहीन विद्यालयों के छात्रों के लियें आवासीय भौक्षणिक शिविरों का आयोजन करा छात्रों को साक्त करनें की अनूठी पहल कर छात्रों कों बेहतरीन अवसर प्रदान किया।कुशवाह नें जन सहयोग से जैसलमेर जिला मुख्यालय और पोकरण उपखण्ड मुख्यालय पर दस दिवसीय आवासीय शिविरों का आयोजन करा ना केवल विशय अध्यापकों की सेवाऐं उपलब्ध कराई अपितु छात्रों को नैतिकता और योगा शिक्षा का भी पाइ पा जीवन में आगे बने का अवसर प्रदान किया।जिला कलेक्टर गिरिराज सिंह नें बताया कि जैसलमेर के विभिन्न गांवों में भ्रमण के दौरान विधालयों में विशय अध्यापकों की कमी प्रमुखता से सामने आई।दूरस्थ गांवों में दसवीं कक्षा के छात्रों कें सामनें गणित और विन जैसे विशयाके पद विधायों में रिक्त होनें कें कारण पाठयक्रम पूरा करनें की प्रमुख समस्या थीं।छात्रों की अस समस्या के समाधान के लिऐं जिले के शिक्षाविदों कों बुला कार्ययोजना बनानें का कहा ।जिस पर जैसलमेर तथा पोकरण में दों भौक्षणिक उन्नयन्न आवासीय शिविरों कें आयोजन को अंतिम रूप दिया। पाकिस्तसन सीमा सें लगे सरहदी गांवों सहित 24 विद्यालयों को चिन्हित किया जिसमें विशय अध्यापकों के पद रिक्त थे।इन विद्यालयों सें दसवी कक्षा कें 387 छात्र छात्राओं का चयन कर जैसलमेर शिविर में 113 तथा पोकरण शिविर में 175 छात्रों का चयन कर बुलाया गया।एनर्जी कम्पनी एनरकोन कें आर्थिक सहयोग सें इन शिविरों का संचालन किया गया।िविरों में दूरस्थ गांवों सें पहली बार छात्राऐं भी शिविरों पहूॅच शिक्षा ग्रहण कीं।जैसलमेर शिविर प्रभारी सुरो चन्द्र पालीवाल नें बताया कि आवासीय िविरों का मूल विषय गणित तथा विन विशयों का कोर्स छात्रों कों पूरा कराया जाऐ ताकि प्एने की ललक वाले छात्रों कों इसका लाभ परीक्षाओं में मिल सके।िविर संयोजक प्रका व्यास नें बताया कि छात्रों को स्ओनरी ,भोजन,आवास सुविधा निुल्क उपलब्ध कराइ्र गइ्रंर्।शिविरों में प्रात पॉच बजें योग िक्षा के साथ दिन चर्या आरम्भ होती ,जो रात दस बजें तक अनवरत चलती।इस दौरान छात्रो को नाता,भोजन,चाय ,दूध,,बस्किट की सूविधा उपलब्ध कराई गई थी।दस दिवसीय शिविर में छात्रों में जबरदस्त बदलाव आया।छात्रों का कोर्स पूरा करनें कें साथ शिविरों में रह का नीति तथा योग शिक्षा की भी ज्ञान अर्जित किया।शिविर में आई छात्रा इतिया मेगवाल नें बताया कि वह गरीब परिवार सें हैं।पढने की ललक के कारण अपनें गांव से पॉच किलोमीटर दूर विद्यालय में पने जाती,मगर स्कूल में विशय अध्यापकों के पद रिक्त होनें कें कारण प्ढाई नही होती ंकोर्स भी नहीं हुआ।शिविर में आकर मेरा कोर्स भी पूरा हुआ और कई नई इबारतें सीखी।शिविर सें सभी छात्रों को फायदा मिला। बहरहाल जिला कलेक्टर के अनुसार इन शिविरों परीक्षाऐंली गई।जिन परीक्षाथीरयों कें साठ फीसदी सें अधिक अंक आऐंगें उनके लिऐं परीक्षाओं सें पहले एक और शिविर लगा कर इन्हें लाभान्वित किया जाऐंगा।राजसथान भर में यह अनूठी पहल हैं।