रामगढ़. शहीद की प्रतिमा पर पुष्पचक्र अर्पित करते हुए।
रामगढ़. समारोह में हिस्सा लेते अतिथि।
रामगढ़. शहादत दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह।
शहीद रमणलाल का 11वां शहादत दिवस मनाया
व्यक्तिका सबसे बड़ा त्याग है जिंदगी
रामगढ़ भारत माता के वीर सपूत अमर शहीद रमणलाल मेघवाल के 11वें शहादत दिवस पर शनिवार को श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि कलेक्टर एनएल. मीणा थे तथा अध्यक्षता 79वीं वाहिनी बीएसएफ के समादेष्टा आरएस. राम ने की। इस अवसर पर विधायक छोटू सिंह भाटी, 153वीं वाहिनीं के समादेष्टा राजवीरसिंह, उप समादेष्टा 79वीं वाहिनीं एसके. दत्ता, उप समादेष्टा 79वीं वाहिनीं मानवेन्द्रसिंह रावत, मुख्य अभियंता जीटीपीपी रामगढ़ जोयब अली अटारिया विशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित थे। गार्ड ऑफ ऑनर के बाद शहीद रमणलाल की प्रतिमा पर पुष्प चक्र अर्पित कर व माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गई। दीप प्रज्ज्वलन के बाद अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत व प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया। मुख्य अतिथि एनएल. मीणा ने शहीद की पत्नी का शॉल ओढ़ा कर व समादेष्टा आरएस. राम ने शहीद के भाई को प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मान किया।
अजीताराम ने शहीद रमणलाल मेघवाल का जीवन परिचय देते हुए बताया कि इनका जन्म कस्बे के एक गरीब परिवार में 7 जनवरी 1981 को हुआ था। इनके पिता का नाम सगताराम तथा माता का नाम रूपां देवी है। 7 अप्रेल 2001 को 12 वीं वाहिनी सीमा सुरक्षा बल में भर्ती हुए तथा 26 अप्रेल 2004 को जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ में शहीद हो गए। मुख्य अतिथि ने कहा कि इंसान का सबसे बडा़ त्याग जिंदगी होता है और जो देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर करता है वो शहीद कहलाता है। जैसलमेर एक शांति प्रिय जिला है लेकिन अब यहां भी आतंक साया मंडराने लगा है। अगर किसी भी नागरिक को किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि नजर आए तो जिला प्रशासन, पुलिस, बीएसएफ, खुफिया विभाग को अवगत कराएं। विधायक ने कहा कि हमारी सीमाओं की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है। देश द्रोही हमारे देश में हमारे बीच में है उन्हें पहचानने की जरूरत है। आज हम जो चैन की नींद सो रहे हैं वो इन जांबाज सैनिकों की वजह से। कार्यक्रम में खुईयाला स्कूल के विद्यार्थियों ने देश भक्ति गीत पर शानदार प्रस्तुति दी। वहीं माधव प्रकाश ने देश भक्ति गीत प्रस्तुत किया। शहीद स्मृति संस्थान के अध्यक्ष किशना राम गाड़ी ने सभी आगंतुक अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित करने हुए आभार प्रकट किया कार्यक्रम का संचालन प्रभुलाल पंवार ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में नरेन्द्र कुमार मेहरड़ा, छगनलाल गाड़ी, गणेश कुमार, हड़वंताराम, बाबूराम, छगन राम आदि का सराहनीय सहयोग रहा।
अजीताराम ने शहीद रमणलाल मेघवाल का जीवन परिचय देते हुए बताया कि इनका जन्म कस्बे के एक गरीब परिवार में 7 जनवरी 1981 को हुआ था। इनके पिता का नाम सगताराम तथा माता का नाम रूपां देवी है। 7 अप्रेल 2001 को 12 वीं वाहिनी सीमा सुरक्षा बल में भर्ती हुए तथा 26 अप्रेल 2004 को जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ में शहीद हो गए। मुख्य अतिथि ने कहा कि इंसान का सबसे बडा़ त्याग जिंदगी होता है और जो देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर करता है वो शहीद कहलाता है। जैसलमेर एक शांति प्रिय जिला है लेकिन अब यहां भी आतंक साया मंडराने लगा है। अगर किसी भी नागरिक को किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि नजर आए तो जिला प्रशासन, पुलिस, बीएसएफ, खुफिया विभाग को अवगत कराएं। विधायक ने कहा कि हमारी सीमाओं की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है। देश द्रोही हमारे देश में हमारे बीच में है उन्हें पहचानने की जरूरत है। आज हम जो चैन की नींद सो रहे हैं वो इन जांबाज सैनिकों की वजह से। कार्यक्रम में खुईयाला स्कूल के विद्यार्थियों ने देश भक्ति गीत पर शानदार प्रस्तुति दी। वहीं माधव प्रकाश ने देश भक्ति गीत प्रस्तुत किया। शहीद स्मृति संस्थान के अध्यक्ष किशना राम गाड़ी ने सभी आगंतुक अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित करने हुए आभार प्रकट किया कार्यक्रम का संचालन प्रभुलाल पंवार ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में नरेन्द्र कुमार मेहरड़ा, छगनलाल गाड़ी, गणेश कुमार, हड़वंताराम, बाबूराम, छगन राम आदि का सराहनीय सहयोग रहा।