सांजटा प्रकरण लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
सांजटा प्रकरण लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

मंगलवार, 28 अगस्त 2012

504 दिन से चल रहा सांजटा प्रकरण का धरना समाप्त

504 दिन से चल रहा सांजटा प्रकरण का धरना समाप्त

बाड़मेर घर से बेघर हुए सांजटा के ग्रामीणों का धरना सोमवार को आश्वासन के बाद समाप्त हो गया। वे बीते 504 दिन से कलेक्ट्री के सामने भूखंडों के पट्टे जारी करने की मांग को लेकर डटे थे। यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के बाड़मेर दौरे के मद्देनजर मुस्लिम समुदाय की ओर से महापड़ाव की चेतावनी देने के बाद प्रशासन में आनन फानन में धरना समाप्त करवा दिया। संवाददाता ने इस प्रकरण को ले कर सोनिया गाँधी को काले झंडे दिखने की खबर प्रकाशित की थी ,जिसके कारन राज्य सरकार और जिला प्रशासन जबरदस्त दबाव में आ गया था .

सांजटा के 33 परिवारों के आशियाने पंचायत प्रशासन ने करीब डेढ़ साल पहले उजाड़ दिए। भूखंडोंं के पट्टे होने के बावजूद इन्हें घर से बेघर कर दिया। इसके बाद बेघर हुए ग्रामीणों ने कलेक्ट्री के सामने धरना शुरू किया। पिछले 504 दिन से विभिन्न मांगों को लेकर धरना चल रहा था। सोमवार को बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन धरना स्थल पर पहुंचे। ग्रामीणों से वार्ता कर समझाइश की। शेष त्नपेज १२

इस दौरान विधायक जैन ने प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में भूखंडो के पट्टे जारी करने का आश्वासन दिया। इस पर धरनार्थी भी राजी हो गए। इस पर विधायक जैन ने उन्हें ज्यूस पिलाकर धरना समाप्त करवा दिया। मुस्लिम इंतजामिया कमेटी के पूर्व सदर असरफ अली ने बताया कि लंबे समय से संघर्ष कर रहे सांजटा के ग्रामीणों ने आश्वासन के बाद धरना समाप्त करने की घोषणा कर दी। मुस्लिम समुदाय की ओर से महापंचायत बुलाने के निर्णय के बाद प्रशासन ने पीडि़त पक्ष की सुनवाई की। इस मौके पर तहसीलदार बद्रीनारायण विश्नोई, सदर थानाधिकारी लूणसिंह भाटी समेत कई अधिकारी मौजूद थे।
--

रविवार, 26 अगस्त 2012

बाड़मेर मुस्लिम समाज सोनिया गांधी के दौरे का करेंगे बहिष्कार

सांजटा प्रकरण में मुस्लिम समाज का महापड़ाव 29 को


सांजटा में 33 मुस्लिम परिवार के घरों पर बुलडोजर चलाने के विरोध में।


मुस्लिम समाज सोनिया गांधी के दौरे का करेंगे बहिष्कार



बाड़मेर सांजटा में द्वेश भावना से 33 मुस्लिम परिवारों को बेघर व 503 दिन से जिला मुख्यालय पर चल रहा धरने के बावजूद जिला प्रषासन व जनप्रतिनिधियों द्वारा न्याय नहीं दिलाने पर जिले के मुंिस्लम समाज के मौजिज लोगों ने बैठक कर निर्णय लिया। 29 अगस्त को जिला मुख्यालय पर जिले के मुस्लिम समाज की तरफ से महापड़ाव देगंे व 30 अगस्त को काग्रेंस के राश्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गाॅधी के बाड़मेर प्रवास के दौरान कार्यक्रम का बहिश्कार किया जाएगा।
इस सभा को सबोंधित करते हुए रानीगाॅव के पूर्व सरपंच चने खाॅ ने कहा 33 मुस्लिम परिवारों के घरों पर बुलडोजर चला कर उनको बेघर करने व इस कार्यवाही के खिलाफ 503 दिन के धरने के बावजूद कोई न्याय नहीं होना इस लोकतंत्रात्मक व्यवस्था के प्रति आस्था को कमजोर कर रहा है। लोकतंत्र जनता का जनता के लिए जनता के द्वारा होता है लेकिन आज के दौर में यह राजषाही व्यवस्था के समान हो गई है जो लोकतंत्र के लिए गलत है।
मुस्लिम समाज के पूर्व सदर अषरफ अली ने कहा जिस तरह मुस्लिम परिवारों के साथ अन्याय हुआ है इसे बर्दाष्त नहीं किया जाएगा। उन्होनें आवहान् किया कि भारी तादाद में न्याय के लिए इस महापड़ाव में भाग लें।
पूर्वसरपंच दुदाबेरी रहमान खाॅ ने कहा कि 1977 में जारी हुए पट्टे होने के बावजूद इनके आषियाने पर बुलडोजर चला दिया गया। यह कतई बर्दाष्त नहीं किया जाएगा। गुलाम मोहम्मद भैया ने कहा राजनैतिक दबाव के कारण प्रषासन आज दिन तक न्याय नहीं कर पाया। बैठक में पूर्वसरपंच जबलखाॅ नोहड़ी, सरपंच उम्मेद अली राजड़, पूर्वसरपंच आरबखाॅ रामदिया, पूर्वसरपंच खमीषा खाॅ, हाजी अब्बास, हकीम खाॅ मंगलिया, युसुफखाॅ जोरानाडा, हाजी दायम खाॅ सौपरू, पंचायत समीति सदस्य सुमारखाॅ, हाजी दौस्त अली लाखेटाली, कवरसी खाॅ धोलका, इलियास खाॅ बोथिया, हाजी कण्डेखाॅ बादंरा, गुलमोहम्मद भाड़खा, इसाक फकीर धनोड़ा, बच्चुखाॅ कुम्भार , षकुर खाॅ, दोदे खाॅ गुडि़सर, रहमान खाॅ जायडु, जानुखाॅ बेषाला, हाजी गनीखाॅ तेली, मास्टर सिद्दिक, दिलबरखाॅ राजड़, जुडि़या खाॅ सोपरू, रहमान खाॅ सोपरू, हयात खाॅ बलाउ, मेहरदीन सरपंच स्वामी का गाॅव, रहीम खाॅ सरपंच झाबली, जुमे खाॅ मालपूरा सहित मुस्लिम समाज के लोग उपस्थित थे।