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शनिवार, 23 मई 2020

अलवर नाबालिग का अपहरण कर बलात्कार करने के आरोपी गिरफ्तार

 अलवर नाबालिग  का अपहरण कर  बलात्कार करने के आरोपी गिरफ्तार

                         अलवर  परिस देशमुख पुलिस अधीक्षक जिला अलवर द्वारा चलाये जा रहे विशेष अभियान एमहिलाओए बच्चों व कमजोर वर्गो के विरूद्ध अपराधों पर त्वरित अनुंसधान एंव प्रभावी नियन्त्रण के तहत कार्यवाही करते हुये श्री बिशनाराम विश्नोई अति0 पुलिस अधीक्षक ग्रामीण के सुपरवीजन मे श्री भूपेन्द्र शर्मा वृताधिकारी वृत लक्ष्मणगढ के निर्देशन मे पुलिस थाना लक्ष्मनगढ के थानाधिकारी श्री अजीत सिह उपण् निरीक्षक  के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया ।

 घटना का विवरण .     दिनांक 18.05.2020 को परिवादीया ने उपस्थित थाना होकर एक रिपोर्ट पेश की कि समय करीबन सुबह 3 बजे की बात है । मैं अपने रिहायसी घर में सो रही थी । पास में हमारा बाडा ;गेतद्ध है । उसमें मैं पेशाब करने गयीए तो अचानक ही दो युवक आए और मुझे बाडा में से जबरन पकड  लिया । मेरे घर से अपहरण कर  जंगलो के बीच में मुझे पटक दिया । जहा जबरन दोनो ने मेरे साथ बलात्कार किया । मुझे धमकाया डराया तूने किसी को इस घटना के बारे में बताया तो तुझे जान से मार कर छोडेगे आदि पर अभियोग  सख्या 135ध्2020 धारा 323.341.363.366ए.376 डी आईपीसी व = पोक्सो एक्ट व 3;2द्धए;अद्धेबध् ेज ंबज  मे दर्ज कर अनुसंधान प्रारम्भ किया गया तथा मुलजिमान की तालश की गई। 
                                       

टीम द्वारा की गई कार्यवाही .    प्रकरण की गंभीरता को ध्यान में रखकर नाबालिक बालिका के साथ अपरहण कर बलात्कार करने के आरोपीयान की तलाश हेतू टीम गठित कर सम्भावित स्थानो पर तलाश किया गया । दिनाक 22.5.2020 को मुखवीर की सुचना पर मुकदमा हाजा के मुलजिमान सचिन उर्फ रोटा पुत्र श्री विजेन्द्र जाति गुर्जर निवासी केमला थाना लक्ष्मणगढ जिला अलवर व रामअवतार पुत्र चेतराम जाति बैरवा निवासी कैमला थाना लक्ष्मणगढ जिला अलवर को दस्तयाव किया जाकर बाद पुछताछ जुर्म प्रमाणित पाया जाने पर मुलजिमान को गिरफतार किया गया ।


     

गुरुवार, 1 अगस्त 2019

बाड़मेर मंडप पहुंचने से पहले फिल्मी स्टाइल में दूल्‍हे का अपहरण, 2 आरोपी गिरफ्तार घायल बाराती।


बाड़मेर मंडप पहुंचने से पहले फिल्मी स्टाइल में दूल्‍हे का अपहरण, 2 आरोपी गिरफ्तार घायल बाराती।  
मंडप पहुंचने से पहले फिल्मी स्टाइल में दूल्‍हे का अपहरण, 2 आरोपी गिरफ्तार

राजस्‍थान में दुल्हन के बाद अब दूल्‍हे के अपहरण का मामला सामने आया है. एक युवती की सगाई तोड़कर उसकी दूसरी जगह शादी करने से खफा पहले वाले वर पक्ष के लोग दूल्हे को मंडप में पहुंचने से पहले ही फिल्मी स्टाइल में अपहरण कर ले गए. घटना के बाद तत्काल सक्रिय हुई पुलिस ने दूल्हे को छु़ड़वाकर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.

भाटा गांव के पास से किया अपहरण
जानकारी के अनुसार, घटना दो दिन पहले मंगलवार रात को बाड़मेर जिले के सिणधरी थाना इलाके में हुई. नगर निवासी नरपत सिंह की बारात मंगलवार देर रात भाटा गांव पहुंचने ही वाली थी, लेकिन इस बीच बदमाशों ने हथियारों के बल पर गाड़ी रुकवा ली. बारातियों के साथ जमकर मारपीट की और दूल्हे नरपत सिंह और उसके भाई का अपहरण कर फरार हो गए. मारपीट में दो-तीन बारातियों के चोटें आईं.

दो आरोपी गिरफ्तार

सूचना मिलने पर गुड़ामालानी पुलिस उपाधीक्षक प्यारेलाल मीणा, बालोतरा पुलिस उपाधीक्षक छुग सिंह और थानाधिकारी जेठाराम जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे. मामले की गंभीरता को देखते हुए अलग-अलग टीमों का गठन कर आरोपियों की तलाश शुरू की गई. पुलिस ने पूरे बाड़मेर जिले में नाकाबंदी की और कई ठिकानों पर छापामारी कर कुछ ही घंटों में जसोल के पास से दुल्हे और उसके भाई को अपहरणकर्ताओं से छुड़वा लिया. पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया.

यह था पूरा मामला
पुलिस ने जब पूरे मामले की पड़ताल की तो पता चला कि दुल्हन की सगाई पहले दूसरी जगह की हुई थी. उसके बाद लड़की के परिजनों ने उस सगाई को तोड़कर दूसरी जगह रिश्ता तय कर दिया. इसके कारण पहले जिस लड़के से सगाई की गई थी उसके परिजन खफा हो गए. उन्हें जब पता चला कि लड़की की शादी दूसरे लड़के से की जा रही है] तो उन्होंने दूल्हे का मंडप पहुंचने से पहले अपहरण कर लिया.

बुधवार, 18 मई 2011

इश्क हें या अपहरण


इश्क हें या अपहरण
बाड़मेर
इश्क मासूम है, इश्क में हो जाती है गलतियां। बाद में इन्हीं गलतियों को कानूनी चोला पहना कर उसे अपहरण की शक्ल दे दी जाती है। जिले में बीते तीन सालों में अपहरण के दर्ज हुए करीब सौ मामलों में से ज्यादातर प्रेम -प्रसंग में घर से भागने की बात सामने आई है। जिसे बाद में समाज के डर से परिजनों ने कानून का सहारा लेते हुए अपहरण की धाराओं में तब्दील कर पुलिस की परेड करवा दी। इश्क के चक्कर में युवक -युवती का पूरा कॅरिअर दाव पर लग जाता है। इसका ज्यादा खामियाजा युवक को भुगतना पड़ता है क्योंकि लड़की के परिजनों की ओर से दर्ज करवाए जाने वाले मामले में घर वालों के दबाव में आई युवती के बदले बयान से युवक को हवालात पंहुचा देती है। 
उम्र घटाने पर हो रहा है मंथन 
जिला पुलिस अधीक्षक संतोष चालके ने बताया कि ऐसे केस में नाबालिग के मामले में ज्यादा परेशानी होती है। पकड़े जाने के बाद युवक को ज्यादा खामियाजा भुगतना पड़ता है। उन्होंने बताया कि अब केंद्र सरकार इस मामले पर रुझान ले रही है कि लड़की की उम्र घटा कर सोलह या फिर चौदह साल कर दी जाए। अभी लड़की की उम्र अठारह व लड़के की इक्कीस साल बालिग मानी गई है। उम्र घटाने के मामले में महिला आयोग से भी मशविरा मांगा गया है।
एक नजर दर्ज मामलों पर
वर्ष कुल मामले बालिग नाबालिग

2008 24 20 04

2009 29 16 13

2010 33 17 16
समाज की पुरानी रिवायतें और आधुनिकता के बीच होने वाले ऐसे मामलों में बच्चों का भविष्य दाव पर नहीं लगे इसे लेकर कोई समझ वाली पहल करने की आवश्यकता है। ऐसे केस में पुलिस कार्रवाई और अपहरण की धाराओं में दर्ज होने वाले मामलों में पूरा कॅरिअर दाव पर लग जाता है।’ 
संतोष चालके, जिला पुलिस अधीक्षक बाड़मेर