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सोमवार, 30 सितंबर 2019

जैसलमेर दो वर्षीय पुत्र भूपेंद्र ने दी मुखाग्नि ,सैन्य सम्मान के साथ पंच तत्व में हुए विलीन














जैसलमेर तिरंगे में लिपटे राजेंद्र सिंह को अंतिम विदाई देने जन समूह उमड़ा  ,हर आंख नम ,

जैसलमेर दो वर्षीय पुत्र भूपेंद्र ने दी मुखाग्नि ,सैन्य सम्मान के साथ पंच तत्व में हुए विलीन 

जैसलमेर भारत के जम्मू कश्मीर में आंतकवादियो के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए राष्ट्रिय राइफल के नायक २७ वर्षीय राजेंद्र सिंह  भाटी का पार्थिव शरीर सोमवार प्रातः छह बजे वायुसेना जैसलमेर  से उनके पैतृत गांव मोहनगढ़ के लिए  सैन्य सम्मान के साथ रवाना की ,जैसलमेर शहर में शहीद के सम्मान में हज़ारो लोगों ने सड़क के दोनों किनारो खड़े होकर नायक पर पुष्पवर्षा कर श्रद्धांजलि दी ,राजेंद्रसिंह भाटी का पार्थिव शरीर मोहनगढ़ पहुंचा तो मोहनगढ़ में हज़ारो लोग अपने नायक को सम्मान देने पहुंचे ,मोहनगढ़ कस्बा दो दिन से पूर्ण राजेंद्र सिंह की शहादत पर उनके सम्मान में बंद हैं,तिरंगे में लिपटे राजेंद्र सिंह के शव को जब उनके घर के आंगन में उतारा तो हर आँख में आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे ,भारतीय सेना के जवानो ने पार्थिव शहरीर को पुरे सम्मान के साथ दर्शनार्थ रखा ,मातमी धुनों ने माहौल को मार्मिक और गमगीन  कर दिया,अपनेमाटी के लाल को अंतिम विदाई देने जैसलमेरवासियो का जन सैलाब मोहनगढ़ में उमड़ पड़ा ,मोहनगढ़ वासियों  के आंसू थम नहीं रहे. जब शहीद का  शव त‍िरंगे में ल‍िपट कर उनके घरपहुंचा  तो पत्थर द‍िलों के भी आंसू न‍िकल आए.राजेंद्र सिंह अमर रहे, जब तक सूरज चाँद रहेगा राजेंद्र सिंह तेरा नाम रहेगा जैसे गगनभेदी नारो से आज भारत पाक की सरहद गुंजायमान हो उठी ,


  शहीद नायक राजेंद्र सिंह  का पार्थिव शव सोमवार की सुबह मोहनगढ़ उनके घर पहुंचा. इस दौरान उनके घर में अंतिम दर्शन के ल‍िए जनसैलाब उमड़ पड़ा. इस दौरान उनकी बहादुर बेटे दो वर्षीय भूपेंद्र सिंह ने अपने पिता को सैल्यूट किया और एकटक देखता रहा . शहीद को केंद्रीय राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ,अल्पसंख्यक मामलात मंत्री सालेह मोहम्मद ,विधायक रूपाराम धनदे ,जिला कलेक्टर नामित  मेहता ,पुलिस अधीक्षक डॉ किरण कंग ,जिला प्रमुख अंजना मेघवाल ,सभापति कविता कैलाश खत्री ,पूर्व सभापति अशोक तंवर सहित बड़ी तादाद में जन प्रतिनिधि सेना के अधिकारियो ,शहीद के परिजन ,प्रशासनिक अधिकारी और हज़ारो की तादाद में उमड़े जन समूह में शहीद को अंतिम विदाई दी , राजेंद्र सिंह अम्र रहे ,