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शुक्रवार, 20 मई 2011

नाबालिग की शादी की सूचना पर ग्रामीण को धमकी! बताया-जातीय पंच उसे समाज से बहिष्कृत करने की दे रहे हैं धमकी





नाबालिग की शादी की सूचना पर ग्रामीण को धमकी!
बताया-जातीय पंच उसे समाज से बहिष्कृत करने की दे रहे हैं धमकी
बाड़मेर 
ग्राम पंचायत रावतसर में बाल विवाह की प्रशासन को सूचना देना वहां के एक ग्रामीण को भारी पड़ा। ग्रामीण का आरोप है कि इससे गुस्साए जातीय पंचों ने उसे समाज से बहिष्कृत करने की धमकी दी है। रावतसर गांव निवासी भैराराम ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा कि गत दिनों शंकरलाल के दो नाबालिग बालकों की शादी रचाने की तैयारी चल रही थी। उसने इसकी सूचना सदर पुलिस थानाधिकारी व जिला प्रशासन को दी। इस पर नायब तहसीलदार बाड़मेर ने मौके पर जाकर शंकरलाल से समझाइश करते हुए उसे बाल विवाह नहीं करने के लिए पाबंद किया। इसके बावजूद उसका परिवार रातों रात बारात लेकर खारा महेचान पहुंचा। जहां नाबालिग बालक, बालिकाओं की शादी की गई। भैराराम ने कलेक्टर को दिए ज्ञापन में बताया कि सूचना देने से नाराज समाज के जातीय पंचों की ओर से उसे समाज से बहिष्कृत करने व जान से मारने की धमकियां दी।

बाल विवाह के खिलाफ शिकायत की तो मुझे जातीय पंचों ने समाज से बहिष्कृत करने के साथ जान से मारने की धमकियां दी । कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर पंचों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। 

भैराराम, ग्रामीण रावतसर।

ञ्शकायत मिलने पर मैंने मौके पर जाकर बच्चों के माता-पिता को पाबंद किया था। बाद भी अगर शादी हुई तो उनके खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।

विश्वनाथ अवस्थी, नायब तहसीलदार बाड़मेर