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शुक्रवार, 31 जुलाई 2020

जैसलमेर फेयर माउंट होटल से जैसाण पहुंचे कांग्रेस के बाड़ाबंद 53विधायक ,तीन चार्टर से पहुंचे

 जैसलमेर फेयर माउंट होटल से जैसाण पहुंचे कांग्रेस के बाड़ाबंद 53विधायक ,तीन चार्टर से पहुंचे 

पूर्व सांसद बद्री राम जाखड़ और स्थानीय नेताओ ने की अगवानी ,एयरपोर्ट से सीधे सूर्यगढ़ पहुंचे 

जैसलमेर राजधानी के फेयर माउंट होटल में इतने दिन सियासी जंग लड़ने के बाद अगली जंग जैसलमेर विधायक जैसलमेर से लड़ेंगे ,फेयर माउंट की विधायकों की बाड़ा बंदी  पहुँच चुकी हैं ,जैसलमेर के एयरपोर्ट पर पूर्व सांसद पाली बद्री राम जाखड़  खास तौर से विधायकों की अगवानी और व्यवस्थाओं के लिए जैसलमेर पहुंच चुके थे ,एयरपोर्ट पर बद्रीराम जाखड़  द्वारा विधायकों का स्वागत किया गया ,स्थानीय नेताओ को दूर रखा गया ,सुरक्षा व्यवस्था इतनी चक चौबंद थी की बाहर का कोई व्यक्ति सौ मीटर के दायरे में नहीं पहुँच पाया ,

तीन बजे तीन चार्टर प्लेन में विधायक पहुंचे जैसलमेर एयरपोर्ट पर ,एयरपोर्ट पर पहले 10 सीटर फाल्कन चार्टर से 10 विधायक और ERJ विमान में 36 विधायक मनीषा पंवार,हरीश चौधरी, अमीन खान,दानिश अबरार,गिरिराज सिंह,महेंद्र चौधरी,रामलाल जाट,महेन्द्रजीत मलवित,राजेन्द्र सिंह गुढ़ा सहित 36 विधायक है इस प्लेन में, B200 में सात विधायक संयम लोढ़ा, रामकेश,लक्ष्मण मीणा, मीना कंवर, बाबूलाल नागर,उम्मेद सिंह,राजकुमार गौड़ इसमें से से  उतरे ,एयरपोर्ट पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गयी , विधायकों ने प्लेन से उत्तर लॉबी में थोड़ा आराम किया ,उसके बाद बसों से होटल सूर्यागढ़ के लिए रवाना हो गए ,जैसलमेर से सम रोड पर करीब नो किलोमीटर दूर सूर्यगढ़ में व्यवस्था की गयी हैं ,सूर्यागढ़ के मुख्य द्वारा से बहुत पहले पुलिस व्यवस्था ने रास्ते रोक दिए,मिडिया को भी बड़ी मशक्क्त करनी पड़ी ,आज सुबह जिला कलेक्टर आशीष मोदी और  अधीक्षक डॉ अजय सिंह ने होटल पहुंच व्यवस्थाओ का जायजा लिया ,सुरक्षा व्यवस्था चक चौबंद करते हुए पुलिस बल तैनात किया सूर्यगढ़ के बाहर ,











रविवार, 7 जून 2020

जन्मदिन पर विशेष बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक राजनीतिक शख्शियत बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ,आम आदमी का विधायक


जन्मदिन पर विशेष बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक 

  मेवाराम जैन
राजनीतिक शख्शियत  बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ,आम आदमी का विधायक

बाड़मेर थार की राजनीति में बहुत से चेहरे चुनावी मौसम की तरह होते है।जो चुनाव के साथ गायब हो जाते।कुछ चेहरे लम्बी रेस के घोड़े भी साबित होते है।।अस्सी दे दशक में बाड़मेर दिग्गज राजनीतिग्यो की स्थली था।।बड़े नज़्म अब्दुल हादी,वृद्धि चंद जैन,हेमाराम चौधरी,गंगाराम चौधरी,भगवानदास डोशी, अमीन खान,मदन कौर ,चंपालाल बांठिया सरीखे नेताओ के बीच बालेबा गांव के सरपंच के रूप में मेवाराम जैन का उदय हुआ।।सरपंच के तौर पर अच्छे कार्यो के चलते जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित किया गया ।मेवाराम ने शहर का रुख कर कांग्रेस में प्रवेश किया।उस वक़्त के दिग्गज वृद्धि चंद जैन के सानिध्य में अपनी राजनीति पारी शुरू की।।आम परिवार से होने के साथ शहरी लोगो के साथ साथ धीरे धीरे पार्टी में अपनी पकड़ बढ़ाने लगे।।पहले उन्हें 1985 में शिव ब्लॉक का महामंत्री बनाया।।लगातार दस साल 1994 तक महामंत्री पड़ पर रहे।।सेकंडरी तक शिक्षित मेवाराम जैन ने अपने कुशल व्यवहार से पार्टी के साथ साथ सामाजिक संस्थाओं में भी अपनी पकड़ बना उनसे जुड़े।अकाल के वक़्त उनका गौ सेवा का कार्य निसंदेह बेहतर था। प्राणी मित्र संस्थान से जुड़ उन्होंने अकाल राहत के तहत बड़ी तादाद में पशु शिविरों का भी संचालन किया।।इनके माध्यम से उनकी पहचान का दायरा बढ़ गया।।1994 ने कांग्रेस पार्टी ने उन्हें कोषाध्यक्ष का प्रभार दिया।।2005 तक पार्टी के कोषाध्यक्ष रहे।।उसके बाद उन्हें पार्टी ने उपाध्यक्ष पद पर बिठाया।।इसी बीच उन्होंने नगर पालिका का चुनाव लड़ा।।बड़ी जीत के साथ नगर पालिका के अध्यक्ष बने।।1999 में अध्यक्ष बनने के बाद शहरी क्षेत्र में विकास के कई कार्य किये।कार्य और व्यवहार के कारण उनकी लोकप्रियता में खासी वृद्धि हुई।।बाड़मेर के विकास के साथ सौन्दर्यकरण ,सभा भवनों सहित असम आदमी के राहत के प्रयास लोगो के बीच लोकप्रिय हुए।।1981 से 1991 तक बालेबा के सरपंच रहे मेवाराम जैन को 2008 में कांग्रेस ने बाड़मेर विधानसभा से अपना प्रत्यासी बनाया।।इस चुनाव में उन्होंने मृदुरेखा चौधरी को बड़े अंतर से हरा कर विधानसभा में प्रवेश किया। पांच साल के कार्यकाल में कई कार्य जनहित के किये।।मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नजदीक मानें जाते रहे।।दूसरी बार 2013 मे कांग्रेस ने उन पर पुनः भरोसा जताया।।भाजपा प्रत्यासी डॉ प्रियंका चौधरी को कड़े मुकाबले में हराकर फिर बिधानसभा पहुंचे।।2013 में मारवाड़ में काँग्रेज़ को मात्र तीन सीट मिली थी।जिसमे एक बाड़मेर भी था।।।इस चुनाव में निर्दलीय मृदुरेखा चौधरी उनके लिए तारणहार बनी।गत चुनावो में जाट राजनीती के दिग्गज कर्नल सोनाराम को तीस हजार से अधिक मतों से हराकर तीसरी बार विधायक बने ।


*विधायक मेवाराम जैन के कार्यकाल की उपलब्धियां*

बाड़मेर में कच्ची बस्तियों सहित आम आदमी के पट्टे बनाने का कार्य आपके कार्यकाल की उपलब्धि रही ।।जैन ने अपने नगरपालिका अध्यक्ष रहते हुए हजारों पटे बनाये जिसके कारण आम शहरवासियों के दिलो में बस गए। जैन मोहन बाल निकेतन शिक्षण संस्थान के अध्यक्ष भी रहे साथ ही लायंस क्लब बाड़मेर के पहले अध्यक्ष के रूप में कई सेवा कार्य किये।बाड़मेर में हिमालय का मीठा पानी लाने का वादा किया था और वादे के मुताबिक बाड़मेर शहर में नहर का मीठा पानी लाये तथा बाड़मेर ग्रामीण क्षेत्रो में पेयजल योजनाओं को स्वीकृत करवाया। साथ ही बाड़मेर राजकीय अस्पताल में सिटी स्कीन मशीन,सीवरेज का कार्य,और बाड़मेर शहर में पहली बार दो ओवरब्रिज का निर्माण करवाकर बाड़मेर जो दो भागों में बंटा हुआ था उसमें आमजन को राहत देकर बड़ा कार्य किया।

मेडिकल के क्षेत्र में बाड़मेर जिला मुख्यालय पर मेडिकल कॉलेज की स्वीकृति, इंजीनियरिंग कॉलेज की स्वीकृति,4 पीएचसी,एक सीएचसी तथा 52 सब सेंटर स्वीकृत करवाये ।इसके साथ साथ मॉडल विद्यालय,नए प्राथमिक विद्यालय स्वीकृत भी करवाये तथा क्रमोन्नत भी करवाये।आदर्श स्टेडियम में पार्क का निर्माण,सर्किट हाउस सड़क का डबल लेन निर्माण इत्यादि कई महत्वपूर्ण कार्य करवाये।

एक महत्वपूर्ण बात कि विधायक जैन ने अपने 11 वर्षीय कार्यकाल में लगभग 1800 हैंडपम्प स्वीकृत करवाये है जो कि अपने आप मे एक रिकॉर्ड है।विरधीचन्द केंद्रीय बस स्टैंड का निर्माण करवाया ।राजकीय हॉस्पिटल में 17 करोड़ की लागत से महिला एवम शिशु गृह यूनिट का भी निर्माण करवाया ।साथ ही अपने विधायक मद से करीबन 5 करोड़ रुपये ग्रामीण क्षेत्रो में विद्युतीकरण पर खर्च किये ।

बाडमेर विधायक मेवाराम जैन हमेशा आपदा के वक़्त बाडमेर की जनता के साथ मददगार के रूप में खड़े रहे।।एक इंसान के रूप में मेवाराम जैन श्रेष्ठ है।।उनमें मानवता कूट कूट भरी है।इंसानियत के देवता है ।जरूरतमंद लोगों के लिए लाठी के सहारे जैसे हैं।।भीषण अकाल के वक़्त उनके द्वारा जिले के लोगो के लिए वरदान बने।प्राणी मित्र संस्था के माध्यम से पशु शिविरों का संचालन कर जिले भर कर पशु पालकों को राहत प्रदान की।।लाखों गायों के रक्षक बने।।बाडमेर में आई बाढ़ के दौरान भी मेवाराम जैन ने लोगो के साथ कंधे से कंधा मिला दुख में उनके आंखों के आंसू पोंछे।।कवास, मलवा,सहित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में खाद्य सामग्री से लेकर उनके लिए आवश्यक मदद की।मेवाराम जैन बाडमेर की जनता के लिए हमेशा वरदान साबित हुए।।लोगो के सुख दुख में परिवार के सदस्य की तरह शरीक होकर अपनेपन का अहसास दिलाते है।।राजनीति के क्षेत्र में चाहे वो कुछ भी हो मगर एक इंसान के रूप में मानवता उनमें कूट कूट कर भरी है। कोरोना वायरस के चलते लॉक डाउन के पहले दिन से जिला प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर न केवल सहयोग कर रहे थे हल्की भामाशाहों को भी सहयोग के लिए प्रेरित कर लोगो के मददगार बने।।बाडमेर जिला प्रशासन को मेवाराम जैन के सहयोग का बड़ा सहारा मिला कोरोना संक्रमण से मुकाबला करने तथा लॉक डाउन के दौरान जरूरतमंद लोगों के लिए भोजन और खाद्य सामग्री की व्यवस्था करने में।विधायक द्वारा बाड़मेर जिले के प्रवासियों को गृह जिले में लाने के लिए व्यक्तिगत रूप से सूचियां बनाकर प्रशासन को देकर प्रवासियों को लाने व्यवस्थाएं करवाई ,व्ही उन्होंने विधायक कोष की राशि भी कोविद १९ में दी ,जैन द्वारा करीब तीस हजार अधिक प्रवासियोप को बाड़मेर लाने में मदद की गयी ।नंदी गौ शाला में गायो के सरंक्षण में व्यक्तिगत रूचि लेकर लोगो को धनराशि और चारे के ट्रकों की व्यवस्था की गयी ,नंदी गौ शाला का निर्माण भी मेवाराम जैन के व्यक्तिगत प्रयासों से हुआ ,यही सच है कि विधायक मेवाराम जैन बाडमेर की जनता पर जब जब आपदा आई मेवाराम जैन सच्चे सेवक के रूप में उनके साथ खड़े रहकर अपना मानव धर्म निभाया।।*

जैन लगातार 12  वर्षो से पीसीसी सदस्य है।जैन विधानसभा में महत्वपूर्ण कमेटी प्राक्कलन समिति क तथा ख में भी सदस्यरहे ।लगातार तीसरी बार बाड़मेर विधानसभा से विधायक है।।राजनीति के वर्तमान के चाणक्य कहे जाते है मेवाराम जैन।।राजनीतिक गुण और कूटनीति उनकी खासियत है।।

सोमवार, 4 नवंबर 2019

जैसलमेर नगर परिषद् चुनावो में टिकटों के वितरण को लेकर कांग्रेस का विधायक के खिलाफ जोरदार प्रदर्श कार्यकर्ताओ ने विधायक के पुतले जलाये ,टायर जला की विरोध प्रदर्श

जैसलमेर नगर परिषद् चुनावो में टिकटों के वितरण को लेकर कांग्रेस का विधायक के खिलाफ जोरदार प्रदर्श 

कार्यकर्ताओ ने विधायक के पुतले जलाये ,टायर जला की विरोध प्रदर्श 



जैसलमेर नगर परिषद चुनाव में प्रत्यासियो के चयन को लेकर जैसलमेर कांग्रेस में आक्रोश फ़ैल गया ,कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने कांग्रेस कार्यालय के आगे विधायक के पुतले जलाए ,काले झंडे लहराए और टायर जलाकत विरोध प्रदर्शन किया ,नगर परिषद चुनाव से पूर्व  कांग्रेस हासिये पर आ गयी ,कांग्रेस द्वारा पूर्व सभापति अशोक तंवर ,वार्ड तेंतीस के पार्षद पर्वत सिंह भाटी ,सहित कई सक्रीय कार्यकर्ताओ के टिकट विधायक रूपाराम धंदे द्वारा काटने को लेकर शहरी क्षेत्र के कार्यकर्ताओ ने जमकर विधायक के खिलाफ प्रदर्शन किया ,कांग्रेस कार्यालय में विधायक के खिलाफ हाय हाय ,मुर्दाबाद के नारे लगे ,युवा कार्यकर्ताओ ने काले झंडो के साथ विरोध  हुए विधायक के पुतले जलाये और टायर जलाकर आक्रोश जताया ,कार्यकर्ता अशोक तंवर की टिकट की मांग कर रहे थे ,सेकड़ो कार्यकर्ताओ ने दो घंटे से अधिक जमकर प्रदर्शन किया ,इस दौरान पुलिस की माकूल व्यवस्था की गयी थी ,   

बुधवार, 25 सितंबर 2019

जयपुर एम् एल ए को पोस्टिंग के लिए रिश्वत देना पड़ा भारी थानेदार को ,हुआ ट्रेप

जयपुर एम् एल ए को पोस्टिंग के लिए रिश्वत देना पड़ा भारी थानेदार को ,हुआ ट्रेप 

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने थानाधिकारी एवं हवाला एजेन्ट को रिश्वत देने के आरोप में किया गिरफ्तार*


  जयपुर 25 सितम्बर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) मुख्यालय, जयपुर शहर द्वितीय,जयपुर देहात एवं चित्तौड़गढ़ एसीबी टीमों ने बुधवार को संयुक्त कार्यवाही करते हुए रिश्वत देने के आरोप में जिला चित्तौड़गढ़ में बेगू थानाधिकारी विरेन्द्र सिंह को हवाला के माध्यम से बेगू विधायक श्री राजेन्द्र विधुड़ी को 11 लाख 18 हजार रूपये की रिश्वत देने के आरोप में हवाला एजेन्ट हिमांशु सहित गिरफ्तार किया।

   भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो महानिदेशक डॉ. आलोक त्रिपाठी ने बताया कि परिवादी विधायक बेगू श्री राजेन्द्र विधुड़ी ने एसीबी में यह शिकायत दी कि उसे बेगू थानाधिकारी क्षेत्र में अफीम एवं डोडा पोस्त की तस्करी व अन्य गलत तरीकों से कमाए हुए 15 लाख रूपये रिश्वत के रूप में देने की कोशिश कर रहा है, ताकि मैं उसे बेगू थानाधिकारी के पद पर बनाये रखूं एवं अन्यत्र स्थानान्तरण नहीं होने दूं।

   भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो अति. पुलिस अधीक्षक जयपुर शहर प्रथम श्रीमति चंचल मिश्रा एवं अति. पुलिस अधीक्षक जयपुर देहात श्री नरोत्तम वर्मा के संयुक्त नेतृत्व में पुलिस निरीक्षक जयपुर शहर द्वितीय श्री मांगेलाल यादव द्वारा शिकायत का गहनता से अनुसंधान कर उक्त मांग का सत्यापन कर बुधवार को जयपुर एसीबी टीम द्वारा हवाला एजेन्ट हिमांशु को विधायक के आदमी को रिश्वत की राशि देते हुये जयपुर स्थित विद्याधर नगर से गिरफ्तार किया। दूसरी ओर चित्तौड़गढ़ एसीबी टीम द्वारा बेगू थानाधिकारी विरेन्द्र सिंह को हवाला के माध्यम से बेगू विधायक को 11 लाख 18 हजार रूपये की रिश्वत की राशि हवाला के माध्यम से भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया एवं अग्रिम कार्यवाही जारी है।

बुधवार, 19 जून 2019

बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने राजकीय चिकित्सालय का निरीक्षण किया।

चिकित्सक संवेदनशीलता से कार्य कर आमजन को राहत पहुंचाएंःजैन

-बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने राजकीय चिकित्सालय का निरीक्षण किया।

बाड़मेर,19 जून। बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने बुधवार को राजकीय चिकित्सालय का निरीक्षण किया। उन्हांेने चिकित्सकांे को संवेदनशीलता के साथ कार्य करते हुए आमजन को राहत पहुंचाने के निर्देश दिए।
विधायक मेवाराम जैन ने राजकीय चिकित्सालय के प्रत्येक वार्ड एवं विभाग मंे पहुंचकर व्यवस्थाआंे की जानकारी ली। इस दौरान उन्हांेने चिकित्सकांे से कहा कि अस्पताल में आने वाले प्रत्येक मरीज को आसानी से उपचार की सुविधा मिले। इसके अलावा निःशुल्क दवा योजना का लाभ आम आदमी को मिले इसके लिए संवेदनशीलता के साथ कार्य किया जाए। इस दौरान मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ. एन.डी.सोनी, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डा. संजीव मितल उपस्थित रहे। इसके उपरांत विधायक मेवाराम जैन ने मेडिकल रीलिफ सोसाइटी की बैठक में भाग लिया। उन्हांेने चिकित्सालय मंे क्षतिग्रस्त सड़कांे को सही करवाने के निर्देेेश दिए। बैैैठक केेे दौरान बताया गया कि आमजन की लगातार यह शिकायतें आ रही है कि डॉक्टर्स ओपीडी समय में निर्धारित जगह पर बैठते नही है। ऐसे मंे मरीज को मजबूरन डॉक्टर्स के घर जाना पड़ता है, इसको लेकर बैठक में ऐसी लापरवाही के खिलाफ सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया गया। इस दौरान आवश्यकता के मुताबिक नए पंखे, एसी लगाने, एम्बुलेंस की कमी की पूर्ति करने ,निशुल्क दवाई का काउंटर मुख्य भवन में स्थापित करने ,सफाई व्यवस्था को सुधारने ,अनावश्यक मरीज को रेफर नहीं करने समेत कई महत्वपूर्ण बिन्दूआंे पर विचार-विमर्श किया गया। इस दौरान विधायक जैन ने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि जिला चिकित्सालय बाड़मेर में आने वाले मरीज को बेहतर इलाज की सुविधा मिले। इसके लिए वृहद स्तर पर प्रयास किए जाएंगे।

शुक्रवार, 26 अक्टूबर 2018

*राजस्थान का एक मात्र लोकसभा क्षेत्र जंहा के चार सांसद विधायक रहे,पांचवा तैयारी में*


*राजस्थान का एक मात्र लोकसभा क्षेत्र जंहा के चार सांसद विधायक रहे,पांचवा तैयारी में*



*बाड़मेर न्यूज ट्रैक*

*जातिगत समीकरणों में उलझे बाड़मेर जेसलमेर के विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी हलचल शुरू हो गई। यह राजस्थान का एक मात्र लोकसभा क्षेत्र है जंहा के चार सांसद विधायक भी रहे।।पांचवे सांसद रहे हरीश चौधरी भी इस बार विधायक बनने की आजमाइस करेंगे बायतु से।।

बाड़मेर। राज्य और केन्द्र दोनों की राजनीति करने वाले कम ही राजनेता है लेकिन बाड़मेर जिले के चार सांसदों ने विधायकी भी की है। राजनीतिक उलटफेर के मुताबिक खुद की राजनीति को बचाने या उसकी साख जमाने के लिए वे कभी सांसद का चुनाव लड़े तो बाद में विधानसभा में भी आ गए।

जिले में रामराज्य परिषद से तनसिंह बाड़मेर से 1952 एवं 1957 में वे विधायक रहे। 1962 में उन्होंने सांसद का चुनाव जीता और 1977 में एक बार फिर तनसिंह सांसद रहे। उनके सामने ही 1952 में कांग्रेस से चुनाव हारने वाले वृद्धिचंद जैन 1967 में पहली बार बाड़मेर से विधायक बने। लगातार तीन बार 1962,72 एवं 77 में विधायक रहे वृद्धिचंद 1980 और 1984 में सांसद बन गए। 1998 में फिर वे बाड़मेर के विधायक बने। इसी तरह बतौर सांसद अपनी पानी शुरू करते हुए कर्नल सोनाराम चौधरी 1996,1998 एवं 1999 में तीन बार कांग्रेस से सांसद बने। 2008 में वे राज्य की राजनीति में आ गए और बायतु से विधायक चुने गए। यहां उनकी पटरी नहीं बैठी और 2014 के लोकसभा चुनावों में उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर ली और फिर से सांसद हो गए। इसी तरह मानवेन्द्र ङ्क्षसह भी 2004 में बाड़मेर सांसद रहे लेकिन 2013 से वे शिव के विधायक हैं।

तनसिंह
सांसद : रामराज्य परिषद-1962
विधायक: रामराज्य परिषद -1952 एवं 1957

वृद्धिचंद जैन
सांसद : कांग्रेस- 1977 एवं 1980
विधायक: कांग्रेस 1967,1972,1977,1998

कर्नल सोनाराम चौधरी
सांसद : कांग्रेस 1996,1998,1999 एवं 2014 (भाजपा )
विधायक: कांग्रेस- 2008

मानवेन्द्र सिंह
सांसद : भाजपा- 2004
विधायक: भाजपा- 2013


*अब फिर तैयारी*

पूर्व सांसद हरीश चौधरी बायतु से टिकट के दावेदारों में है। मानवेन्द्र सिंह ने कमल का फूल मेरी भूल कहकर भाजपा छोड़ दी है। अब वे विधानसभा चुनाव नही लड़ रहे है। कर्नल सोनाराम चौधरी को भी बाड़मेर या बायतु विधानसभा से चुनाव लड़ाया जा सकता है।हरीश चौधरी बायतु से चुनाव लड़ सकटे है।।

मंगलवार, 16 अक्टूबर 2018

*थार की दमदार राजनीतिक शख्सियत* *जेसलमेर की राजनीति के चाणक्य किशन सिंह भाटी,बहुआयामी प्रतिभा के धनी*


*थार की दमदार राजनीतिक शख्सियत*

*जेसलमेर की राजनीति के चाणक्य किशन सिंह भाटी,बहुआयामी प्रतिभा के धनी*

*चन्दन सिंह भाटी बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक के लिए*



*जेसलमेर के तपते धोरों से बहुमुखी प्रतिभाओं ने अपने कर्म से ख्याति अर्जित कर जिले का और खुद का नाम रोशन किया।।जैसलमेर की बात चले और किशन सिंह भाटी का जिक्र न हो यह बहुत कम होता है। राजनीति या सामाजिक कोई भी चर्चा हो किशन सिंह भाटी को उनकी बेबाकी,ईमानदारी और निष्ठा को लेकर लोग याद करते है।।

जेसलमेर के सत्याया ठिकाने के प्रयाग सिंह के घर जन्मे किशन सिंह भाटी ने अपनी प्रारंभिक शिक्ष दीक्षा जेसलमेर में करने के बाद उच्च शिक्षा के लिए जोधपुर और जयपुर रहे।।छात्र जीवन मे प्रखर वक्ता होने के कारण जकड़ उनकी ख्याति बढ़ गई।।महाविद्यालय स्तर पे वे विभिन पदों पर रहे।।छात्र संघ चुनाव भी लड़े।।स्नातकोत्तर शिक्षा के बाद उन्होंने वकालत की शिक्षा अर्जित की।।1950 से 1962 तक महाविद्यालयी गतिविधियों के मुख्य केंद्र रहे।।राजनीति का उन्हें शौक था।।1957 में लोकसभा चुनाव में महारावल रघुनाथ सिंह के चुनाव की जिम्मेदारी आपकीं थी।।आपने उस चुनाव में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया तो जोधपुर में 1962 में  खास तौर से चुनाव में राजदादी के पक्ष में प्रचार के लिए गए।।1977 में तन सिंह और 1971 में भेरू सिंह शेखवत के चुनाव की कमान जैसलमेर में आपने संभाल रखी थी।।प्रखर वक्ता और आम जन के हितैषी होने के कारण क्षेत्र में जल्द अपनी खास पहचान बना ली।।क्षत्रिय युवक संघ के साथ वो छात्र जीवन से जुड़ गए।।उसके बाद निरंतर आंदोलनों और सामाजिक गतिविधियों में खुद को सक्रिय कर लिया।।किशन सिंह भाटी बहुआयामी प्रतिभा के स्वाभिमानी व्यक्ति थे।।उन्होंने अपने जीवन मे जो ख्याति अर्जित की वह अतुल्य है।।

किशन सिंह उस वक्त चर्चा में आये जब भारत पाक के बीच हुए युद्ध के बाद पाक शरणार्थी भारत आये उनके शिविर लगे।इन शिविरों में आपने लोगो की खूब मदद की।।बाद में गडरा आंदोलन जन संघ के बैनर तले चला उसमे हिस्सा लिया।इससे पहले आर एस एस के 1948 में महात्मा। गांधी की हत्या के बाद लगे प्रतिबंध के खिलाफ चले अभियान,इमेरजेंसरी में मिस्सा के तहत आंदोलन में जेल यात्रा भी की ।।किशन सिंह  आंदोलनों के अभिप्राय बन गए,किसानों की समस्या हो या आम जनता की उनकी आवाज़ बने।।जन संघ के जिला अध्यक्ष,फिर प्रदेश उपाध्यक्ष रहे।।सहकारी समोतियो में विभिन पदों पे रहे दो बार लगातार उपभोक्ता भंडार के अध्यक्ष रहे।।आपने छपनिया काल मे लोगो की खूब सेवा की।।अकाल में कई गई लोगो की निस्वार्थ सेवा से लोगो के मन मे किशन सिंह के प्रति आदर भाव जगा।।लोगो मे उनका नाम सम्मान से लिया जाता।।उन्हें 1977 का विधानसभा चुनाव लड़ाया गया जिसमें बिजयी होकर विधानसभा पहुंचे।विधानसभा में जेसलमेर की आवाज़ को मुखर किया।।वो जिला परिषद के सदस्य रहे साथ ही भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष का दायित्व भी निर्वाह किया।।किशन सिंह सामाजिक कार्यो में अग्रणी रहे।।खरी बात कहने वाले किशन सिंह ने जिले के विकास के सतत प्रयास किया।।।पूर्व विधायक किशनसिंह भाटी 1977 में जैसलमेर विधायक बने थे। भाटी भारत विभाजन के उपरांत संचालित शरणार्थी सेवा शिविरों में सक्रिय भागीदारी योगदान दिया। इसके साथ ही 1948 से क्षत्रीय युवक संघ के कार्यों में सक्रिय भागीदारी निभाई, गौ हत्या विरोधी आंदोलन में भी सक्रिय भागीदारी एवं तिहाड़ जेल यात्रा भी की। भाटी 1968 में पांच वर्ष तक भारतीय जनसंघ जैसलमेर के जिलाध्यक्ष रहे, साथ ही 1972 से आपातकालीन की समाप्ति तक राजस्थान प्रदेश भारती जनसंघ के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे, 2001 से 2003 तक भाजपा जिलाध्यक्ष रहे। भाटी 1988 से 1996 तक जैसलमेर केन्द्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड में दो बार निर्विरोध निर्वाचित अध्यक्ष चुने गए। सीमावर्ती रेगिस्तानी जैसलमेर एवं बाड़मेर जिलों की अकाल संघर्ष समितियों के माध्यम से उन्होंने संचालित आंदोलनों, किसान आंदोलनों में सक्रिय भागीदारी एवं गिरफ्तारी दी।

14 अगस्त को उनका 78 साल की उम्र में निधन हो गया।।उनके निधन पर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने उनके घर सत्याया पहुंच श्रद्धांजलि अर्पित की।।

उनके निधन से एक रिक्तता आ गई।।उनके जैसा बेबाक और दबंग राजनेता जेसलमेर की वर्तमान राजनीति में नही है।।

शनिवार, 13 अक्टूबर 2018

ऐसे थे हमारे सांसद बाड़मेर के वाटरमैन सच्चे और ईमानदार जननेता विरधी चंद जैन*

ऐसे थे हमारे सांसद
*थार की राजनीतिक शख्सियत  *

*ऐसे थे हमारे सांसद बाड़मेर के वाटरमैन सच्चे और ईमानदार जननेता विरधी चंद जैन*

*दो बार सांसद और तीन बार विधायक रहकर भी सादा जीवन जीते*

*बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक*

बाड़मेर थार की राजनीति में कई नेता अमर हो गए। उनका कृतित्व आज भी बोल रहा। नेता बनना और नेता बन लोगो के दिलोदिमाग पे छा जाने बहुत कम नेताओ को नसीब होता है।।।
बाड़मेर जिले की राजनीति में विरधी चंद जैन का बड़ा नाम था।।ईमानदार और सच्चे व्यक्ति।।दो बार सांसद और तीन बार विधायक बनने के बावजूद साधारण जिंदगी जीते थे।।खागल मोहले में वही पुराना मकान जो लम्बे समय से मरम्मत मांग रहा था मगर वो भी नही हो पा रही थी।।जिला प्रमुख ,नगर पालिका अध्यक्ष भी रहे। लोगो से मेलमिलाप और सम्पर्क निरन्तर था। सबसे बड़ी विशेषता की गलत का कभी साथ नही देते।।जाति आधारित इस चुनावी क्षेत्र में विरधी चंद जैन जाट बाहुल्य बाड़मेर विधानसभा से तीन मर्तबा विधायक बने।।उस वक़्त बायतु क्षेत्र बाड़मेर विधानसभा का हिस्सा था।।दो बार सांसद पहुंचे।संसद में बाड़मेर की पेयजल समस्या को लेकर वो लगातार मुद्दे उठाते रहे। जब तक रहे बाड़मेर को पेयजल योजनाओं से जोड़ने की जोरदार पैरवी करते रहे।।बाड़मेर जिले में आज जो पेयजल योजनाए दिख रही है वो अधिकांस विरधी चंद जैन की देन है।।बाड़मेर के विकास कार्यो के लिए वो हमेशा अपनी पार्टी के बड़े नेताओ से झगड़ लेते थे।।इसी बात के बड़े नेता उनके मुरीद थे।।श्रीमती इंदिरा गांधी ,और राजीव गांधी उन्हें व्यक्तिगत जानते थे।।उनके आग्रह पर इंदिरा गांधी और राजीव गांधी बाड़मेर जैसलमेर के दौरे पे आये थे।।जैन होते हुए भी जाट मतदाता उनके भक्त थे।।

उन्होंने जागीरदारी प्रथा और सामन्तशाही का ताउम्र विरोध किया। उनके सामने उम्मीदवार भी क्षत्रिय होते थे ।उनकी राजनीति का यही सबसे बड़ा आधार था।वो सामन्तशाही को जमकर कोसते।।उनको दो बार हार का भी सामना करना पड़ा।।सिद्धांतो की लड़ाई में वो कभी पीछे नही सरकते।।कांग्रेस के सच्चेसिपाही थे।निडर और दबंग थे।।

*राजनीतिक कैरियर*

जैन 1980 से 1984 और 1984 से 1989 तक सांसद रहे।।तो 1972,1977 और 2003 में विधानसभा के सदस्य रहे।1950 से 53 तक नगर पालिक अध्यक्ष रहे।1959 से 1964 तक जिला प्रमुख रहे।अपने कार्यकाल में उन्होंने जनहित के बहुत से कार्य कारित किये।अब्दुल हादी उनके मित्र थे।।कानपुर के कॉलेज से एल एल बी की हुई थी वकालत की हुई थी।।उस वक़्त  एल एल बी करना बहुत मायने रखता था।।जैन विभिन से सामाजिक संगठनों से जुड़े रहे।।भारत सेवक समाज, होम्योपैथिक हॉस्पिटल, नेहरू युवा केन्द्र से जुड़ आम जन  की सेवा में जुटे रहते।

*ईमानदार और सच्चे इंसान*

जैन अपने जीवन मे बहुत ईमानदार रहे।उन्होंने स्वच्छ राजनीति की बिना किसी लाग  लपेट के। अपने समर्थकों के लिए वो किसी से भी अड़ जाते।।उन्होंने जातिवाद की राजनीति नही की।।जातिवाद के खिलाफ थे।।निस्वार्थ राजनीति के चलते ही वो अपना उत्तराधिकारी नही चुन पाए।।अपने परिवार में किसी को राजनीति में नही आने दिया।।कांग्रेस के सच्चे सिपाही के रूप में बो हमेशा याद किये जाते रहेंगे।।उनके नाम से बाड़मेर जिला मुख्यालय पर विरधी चंद जैन केंद्रीय बस स्टेंड बना हुआ है।।

रविवार, 30 सितंबर 2018

बाड़मेर राज्य विधानसभा चुनावी रणभेरी,राजनीतिक शख्शियत* *बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ,आम आदमी का विधायक*

राज्य विधानसभा चुनावी रणभेरी,राजनीतिक शख्शियत

बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ,आम आदमी का विधायक

बाड़मेर थार की राजनीति में बहुत से चेहरे चुनावी मौसम की तरह होते है।जो चुनाव के साथ गायब हो जाते।कुछ चेहरे लम्बी रेस के घोड़े भी साबित होते है।।अस्सी दे दशक में बाड़मेर दिग्गज राजनीतिग्यो की स्थली था।।बड़े नज़्म अब्दुल हादी,वृद्धि चंद जैन,हेमाराम चौधरी,गंगाराम चौधरी,भगवानदास डोशी, अमीन खान,मदन कौर ,चंपालाल बांठिया सरीखे नेताओ के बीच बालेबा गांव के सरपंच के रूप में मेवाराम जैन का उदय हुआ।।सरपंच के तौर पर अच्छे कार्यो के चलते जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित किया गया ।मेवाराम ने शहर का रुख कर कांग्रेस में प्रवेश किया।उस वक़्त के दिग्गज वृद्धि चंद जैन के सानिध्य में अपनी राजनीति पारी शुरू की।।आम परिवार से होने के साथ शहरी लोगो के साथ साथ धीरे धीरे पार्टी में अपनी पकड़ बढ़ाने लगे।।पहले उन्हें 1985 में शिव ब्लॉक का महामंत्री बनाया।।लगातार दस साल 1994 तक महामंत्री पड़ पर रहे।।सेकंडरी तक शिक्षित मेवाराम जैन ने अपने कुशल व्यवहार से पार्टी के साथ साथ सामाजिक संस्थाओं में भी अपनी पकड़ बना उनसे जुड़े।अकाल के वक़्त उनका गौ सेवा का कार्य निसंदेह बेहतर था। प्राणी मित्र संस्थान से जुड़ उन्होंने अकाल राहत के तहत बड़ी तादाद में पशु शिविरों का भी संचालन किया।।इनके माध्यम से उनकी पहचान का दायरा बढ़ गया।।1994 ने कांग्रेस पार्टी ने उन्हें कोषाध्यक्ष का प्रभार दिया।।2005 तक पार्टी के कोषाध्यक्ष रहे।।उसके बाद उन्हें पार्टी ने उपाध्यक्ष पद पर बिठाया।।इसी बीच उन्होंने नगर पालिका का चुनाव लड़ा।।बड़ी जीत के साथ नगर पालिका के अध्यक्ष बने।।1999 में अध्यक्ष बनने के बाद शहरी क्षेत्र में विकास के कई कार्य किये।कार्य और व्यवहार के कारण उनकी लोकप्रियता में खासी वृद्धि हुई।।बाड़मेर के विकास के साथ सौन्दर्यकरण ,सभा भवनों सहित असम आदमी के राहत के प्रयास लोगो के बीच लोकप्रिय हुए।।1981 से 1991 तक बालेबा के सरपंच रहे मेवाराम जैन को 2008 में कांग्रेस ने बाड़मेर विधानसभा से अपना प्रत्यासी बनाया।।इस चुनाव में उन्होंने मृदुरेखा चौधरी को बड़े अंतर से हरा कर विधानसभा में प्रवेश किया। पांच साल के कार्यकाल में कई कार्य जनहित के किये।।मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नजदीक मानें जाते रहे।।दूसरी बार 2013 मे कांग्रेस ने उन पर पुनः भरोसा जताया।।भाजपा प्रत्यासी डॉ प्रियंका चौधरी को कड़े मुकाबले में हराकर फिर बिधानसभा पहुंचे।।2013 में मारवाड़ में काँग्रेज़ को मात्र तीन सीट मिली थी।जिसमे एक बाड़मेर भी था।।।इस चुनाव में निर्दलीय मृदुरेखा चौधरी उनके लिए तारणहार बनी।।

*विधायक मेवाराम जैन के कार्यकाल की उपलब्धियां*

बाड़मेर में कच्ची बस्तियों सहित आम आदमी के पट्टे बनाने का कार्य आपके कार्यकाल की उपलब्धि रही ।।जैन ने अपने नगरपालिका अध्यक्ष रहते हुए हजारों पटे बनाये जिसके कारण आम शहरवासियों के दिलो में बस गए। जैन मोहन बाल निकेतन शिक्षण संस्थान के अध्यक्ष भी रहे साथ ही लायंस क्लब बाड़मेर के पहले अध्यक्ष के रूप में कई सेवा कार्य किये।

बाड़मेर में हिमालय का मीठा पानी लाने का वादा किया था और वादे के मुताबिक बाड़मेर शहर में नहर का मीठा पानी लाये तथा बाड़मेर ग्रामीण क्षेत्रो में पेयजल योजनाओं को स्वीकृत करवाया। साथ ही बाड़मेर राजकीय अस्पताल में सिटी स्कीन मशीन,सीवरेज का कार्य,और बाड़मेर शहर में पहली बार दो ओवरब्रिज का निर्माण करवाकर बाड़मेर जो दो भागों में बंटा हुआ था उसमें आमजन को राहत देकर बड़ा कार्य किया।
मेडिकल के क्षेत्र में बाड़मेर जिला मुख्यालय पर मेडिकल कॉलेज की स्वीकृति, इंजीनियरिंग कॉलेज की स्वीकृति,4 पीएचसी,एक सीएचसी तथा 52 सब सेंटर स्वीकृत करवाये ।इसके साथ साथ मॉडल विद्यालय,नए प्राथमिक विद्यालय स्वीकृत भी करवाये तथा क्रमोन्नत भी करवाये।आदर्श स्टेडियम में पार्क का निर्माण,सर्किट हाउस सड़क का डबल लेन निर्माण इत्यादि कई महत्वपूर्ण कार्य करवाये।
एक महत्वपूर्ण बात कि विधायक जैन ने अपने 10 वर्षीय कार्यकाल में लगभग 1800 हैंडपम्प स्वीकृत करवाये है जो कि अपने आप मे एक रिकॉर्ड है।
विरधीचन्द केंद्रीय बस स्टैंड का निर्माण करवाया ।राजकीय हॉस्पिटल में 17 करोड़ की लागत से महिला एवम शिशु गृह यूनिट का भी निर्माण करवाया ।साथ ही अपने विधायक मद से करीबन 5 करोड़ रुपये ग्रामीण क्षेत्रो में विद्युतीकरण पर खर्च किये ।

जैन लगातार 10 वर्षो से पीसीसी सदस्य है।जैन विधानसभा में महत्वपूर्ण कमेटी प्राक्कलन समिति क तथा ख में भी सदस्य है।लगातार तीसरी बार बाड़मेर विधानसभा से उनकी दावेदारी है।।

राजनीति के वर्तमान के चाणक्य कहे जाते है मेवाराम जैन।।राजनीतिक गुण और कूटनीति उनकी खासियत है।।

रविवार, 23 सितंबर 2018

बाड़मेर चुनावी रणभेरी 2018 । राजनितिक शख्शियत श्रीमती मदन कौर बाईजी

बाड़मेर चुनावी रणभेरी 2018 । राजनितिक शख्शियत श्रीमती मदन कौर बाईजी 





बाईजी के नाम से मशहूर श्रीमती मदनकौर (b. 1935) (Madan Kaur) का जन्म राजस्थान के जोधपुर जिले की शेरगढ़ तहसील के ढाढणीया) गाँव में सन 1935 में गोकुल दास डऊकिया के घर हुआ.

गोकुल दास साधारण किसान पुत्र थे. सन 1956 के छपनीय अकाल में रोजी रोटी के लिए गोकुल दास सिंध चले गए. सक्खर रेलवे स्टेसन पर उन्होंने मजदूरी की. उस समय उन्होंने अंग्रेज गार्ड से अंग्रेजी पढ़ना-लिखना सीख लिया. कुशाग्र बुद्धि गोकुल दास रेलवे में गार्ड से तरक्की कर एटीएस के पद पर पहुंचे. यहीं आपको शिक्षा के महत्व का पता चला तो आपने अपनी पुत्रियों को भी शिक्षा दिलाई. श्रीमती मदन कौर ने अर्थ शास्त्र विषय में स्नातकोत्तर की उपाधि ग्रहण की. उस समय महिलाओं की शिक्षा नगण्य थी. उस समय किसी जाट लडकी के पढने की तो कल्पना भी नहीं की जा सकती थी.

आपका विवाह डीगाड़ी कला (जोधपुर) निवासी मोहनराम मण्डा के साथ हुआ. मण्डा भारतीय वन सेवा (IFS) अधिकारी थे. आपका पुत्र व पुत्रवधू विदेशों में चिकित्सक हैं. पुत्री सुधा डॉ. दलपत सिंह से ब्याही हैं.

सन 1963 में आप बाड़मेर जिला कांग्रेस कमिटी की अध्यक्ष बनी. आपने सन 1977 तक लगातार 14 वर्ष तक इस पद को शोभित किया. 1967 से 1980 तक 13 वर्ष तक प्रदेश कांग्रेस कमेटी की कार्यकारिणी सदस्य रही. सन 1967 में पचपदरा से विधासभा सदस्य बनी. आप पचपदरा से लगातार 1967 -72 , 1972 -77 , 1977 -80 तीन बार विधायक रही. 1989 में जनता लहर में कांग्रेस छोड़कर चौधरी देवी लाल के बैनर तले जनता दल की टिकट पर गुढा मालानी से विधायक चुनी गयी. आप चार बार राजस्थान विधान सभा की सदस्या रही. 1990 में राज्य सरकार में वन एवं पर्यावरण मंत्री बनी. इस पद पर दो वर्ष से ज्यादा समय तक रही.

इससे पूर्व 1999 में आपको प्रदेश कांग्रेस कमेटी का उपाध्यक्श बनाया. फ़रवरी 2005 में सम्पन्न पंचायती राज चुनाओं में आपको जिला परिषद सदस्य चुना गया तथा बडमेर की प्रथम महिला प्रमुख बनने का सौभाग प्राप्त हुआ. इस बार लगातार दूसरी बार आप जिला प्रमुख बनी। आप दो बार लगातार जिला प्रमुख रही।आपने बालिका शिक्षा के क्षेत्र में नये आयाम स्थापित किये. औद्योगिक नगरी बालोतरा में समदडी रोड पर वीर तेजा विकास समिति के बैनर तले छात्र व छात्राओं के लिये आवासिय छात्रावास का निर्माण किया. इस समिति की आप अध्यक्ष हैं. इस भव्य छात्रावास में जाट मन्दिर भी बना हुआ है. आप जट मन्दिर पुष्कर,महाराजा सूरजमल शिक्षण संसथान नई दिल्ली, जाट चैरिटेबल ट्रस्ट बाड़मेर, बहादुर सिंह समाज जाग्रति ट्रस्ट संगरिया सहित अनेक जाट संस्थाओं की सक्रीय सदस्य हैं. आपको पुष्कर जाट मंदिर समिति की तरफ से जाट रत्न की उपाधि से सम्मानित किया गया.गत दिनों उ की लिखित पुस्तक अतीत के झरोखे से का भी बिमोचन हुआ।।इस उम्र में भी आप सक्रिय है।गत दिनों संकल्प रैली में आपने शिरकत की।

मंगलवार, 18 फ़रवरी 2014

पांच साल तक सोती रही कांग्रेसी सरकार : मानवेन्‍द्र

पांच साल तक सोती रही कांग्रेसी सरकार : मानवेन्‍द्र
बाड़मेर। शिव विधानसभा के सीमावर्ती गांवों की दुर्दशा पर चिंता व्‍यक्‍त करते हुए शिव विधायक मानवेन्‍द्रसिंह ने कहा कि पूर्ववती कांग्रेस सरकार पूरे पांच साल तक सोती रही और जनता कुशासन का दंश भोगती रही। पूर्ववती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल पर आश्‍चर्य व्‍यक्‍त करते हुए मानवेन्‍द्र ने कहा कि सीमावर्ती इलाका बिजली, पानी और सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं से पूरी तरह से महरूम है। कांग्रेसी नेताओं पर भाई-भतीजावाद का आरोप लगाते हुए सिंह ने कहा कि कांग्रेस सरकार के राज में नेताओं ने अपने चहेते लोगों और उन इलाकों को फायदा पहुंचा कर आम जनता के साथ घोर अन्‍याय किया है।

मानवेन्‍द्र ने कहा कि पूर्ववती भाजपा सरकार के कार्यकाल में स्‍वीकृत हुई योजनाओं को समयबद्व तरीके से पूरा होने दिया जाता तो आज सीमावर्ती गांवों में पेयजल की कोई समस्‍या नहीं होती। उन्‍होनें कहा कि जल्‍द ही अकाल प्रभावित क्षेत्रों में पशु शिविर शुरू होगें। शिव विधायक ने क्षेत्र में पेयजल समस्‍या के स्‍थायी समाधान के लिए पूर्ण कार्ययोजना बनाने के साथ ही अधिकारियों को वर्तमान स्थिति को देखते हुए अस्‍थायी तौर पर तत्‍काल प्रभावसे पेयजल व्‍यवस्‍था करने के निर्देश दिए।

मंगलवार को मानवेन्‍द्र ने बीजावल, खच्‍चर खड़ी, राणासर, शहदार का पार, खानियानी, मठाराणी और खुडाणी गांवों का दौरा किया।



खानियानी ग्राम पंचायत में अनियमितताओं की जांच के निर्देश

शिव विधायक ने खानियानी ग्राम पंचायत में नरेगा और बीपीएल सूची में बरती गयी अनियमितताओं की जांच के निर्देश देते हुए इस मामलें में तत्‍काल कार्यवाही करते हुए दोषियों के खिलाफ तत्‍काल प्रभाव से कार्यवाही करने की बात कही।

रविवार, 8 दिसंबर 2013

यह हें जिले वार नए विधायक कौन कहा जीता


यह हें जिले वार नए विधायक कौन कहा जीता 

जयपुर। राजस्थान विधानसभा के 199 सीटों पर हुए चुनाव में भाजपा ने 162 सीटें जीतीं। वहीं कांग्रेस महज 21 सीटों पर सिमट गई। राजस्थान के इतिहास में ऎसा पहली बार हुआ जब भाजपा ने इतनी ज्यादा सीटें जीतकर इतिहास रचा, वहीं कांग्रेस की इतनी बुरी स्थिति रही।

तीसरे मोर्चे ने अपनी ताकत को बढ़ाने के लिए खूब मशक्कत की। लेकिन जनता ने इन्हें नकार दिया। अन्य दलों में बसपा ने 3 जबकि किरोड़ीलाल मीणा की राजपा ने 4 सीटें जीतीं। नौ निर्दलीय भी जीत दर्ज करने में सफल रहे।

राजस्थान में किस उम्मीदवार को जनता का आशीर्वाद मिला, डालते हैं एक नजर

बीकानेर संभाग

बीकानेर

खाजूवाला-भाजपा-विश्वनाथ मेघवाल
बीकानेर पश्चिम-भाजपा-गोपाल जोशी
बीकानेर पूर्व-भाजपा-सिद्धी कुमारी
कोलायत-कांग्रेस-भंवर सिंह भाटी
लूणकरणसर-निर्दलीय-माणिक चंद
डूंगरगढ़-भाजपा-किशनाराम नाई
नोखा-कांग्रेस-रामेश्वर डूडी

श्रीगंगानगर

सादुलशहर-भाजपा-गुरजंट सिंह
गंगानगर-जमींदारा पार्टी-कामिनी जिंदल
करणपुर-भाजपा-सुरेन्द्रपाल टीटी
सूरतगढ़-राजेन्द्र भादू
रायसिंहनगर-जमीदारा पार्टी- सोना बावरी
अनूपगढ़-भाजपा-शिमला बावरी

हनुमानगढ़

हनुमानगढ़-भाजपा-डॉ. रामप्रताप
संगरिया-भाजपा-कृष्ण कड़वा
पीलीबंगा-भाजपा-द्रोपदी मेघवाल
नोहर-भाजपा-अभिषेक नोहर
भादरा-भाजपा-संदीप बेनीवाल

झुंझुनूं

झुंझुनूं-कांग्रेस-बृजेन्द्र ओला
पिलानी-भाजपा-सुंदर लाल
सूरजगढ़-भाजपा-संतोष अहलावत
मंडावा-निर्दलीय-नरेन्द्र खींचड़
नवलगढ़-निर्दलीय-राजकुमार शर्मा
उदयपुरवाटी-भाजपा-शुभकरण चौधरी
खेतड़ी-बसपा-पूरण सैनी

चूरू

सुजानगढ़-भाजपा-खेमाराम मेघवाल
सादुलपुर-बसपा-मनोज न्यांगली
तारानगर-भाजपा-जयनारायण पूनिया
सरदारशहर-कांग्रेस-भंवरलाल शर्मा
रतनगढ़-भाजपा-राजकुमार रिणवा

कोटा संभाग

कोटा

कोटा उत्तर-भाजपा-प्रहलाद गुंजल
कोटा दक्षिण-भाजपा-ओम बिड़ला
रामगंजमंडी-भाजपा-चन्द्रकंाता मेघवाल
पीपल्दा-भाजपा-विद्याशंकर नंदवाना
सांगोद-भाजपा-हीरालाल नागर
लाडपुरा-भाजपा-भवानी सिंह राजावत

बूंदी

बूंदी-भाजपा-अशोक डोगरा
हिंडोली-कांग्रेस-अशोक चांदना
केशोरायपाटन-भाजपा-बाबूलाल वर्मा

बारां

अंता-प्रभूलाल सैनी-भाजपा
किशनगंज-ललित मीणा-भाजपा
बारां-अटरू-रामपाल मेघवाल-भाजपा
छबड़ा-प्रताप सिंह सिंघवी-भाजपा

झालावाड़

मनोहरथाना-भाजपा-कंवरलाल मीणा
खानपुर-भाजपा-नरेन्द्र नागर
झालरापाटन-भाजपा-वसुंधरा राजे
डग-भाजपा-आरसी सुनेरीवाल


जोधपुर संभाग

जोधपुर

शेरगढ़-बाबूसिंह राठौड़-भाजपा
ओसियां-भैराराम चौधरी-भाजपा
लूणी-जोगाराम पटेल-भाजपा
जोधपुर शहर-कैलाश भंसाली- भाजपा
सूरसागर-सूर्यकांता व्यास-भाजपा
लोहावट-गजेन्द्र सिंह खींवसर-भाजपा
बिलाड़ा-अर्जुन गर्ग-भाजपा
फलौदी-भाजपा-पब्बाराम
लोहावट-भाजपा-गजेन्द्र सिंह
भोपालगढ़-भाजपा-कमसा मेघवाल
सरदारपुरा-कांग्रेस-अशोक गहलोत

पाली

पाली-भाजपा-ज्ञान प्रकाश पारख
जैतारण-भाजपा-सुरेन्द्र गोयल
सोजत-भाजपा-संजना आगरी
मारवाड़-जक्षन-भाजपा-केशाराम चौधरी
बाली-भाजपा-पुष्पेन्द्र सिंह
सुमेरपुर-भाजपा-मदन राठौड़


जैसलमेर

जैसलमेर-भाजपा-छोटूसिंह भाटी
पोकरण-भाजपा-शैतान सिंह भाटी

बाड़मेर

बाड़मेर-मेवाराम जैन-कांग्रेस
चौहटन-तरूणराय कागा-भाजपा
गुढ़ामालानी-लादूराम विश्Aोई-भाजपा
शिव-मानवेन्द्र सिंह-भाजपा
बायतू-भाजपा-कैलाश चौधरी्र
पचपदरा-भाजपा-अमराराम
सिवाना-भाजपा-हम्मीर सिंह

सिरोही

सिरोही-भाजपा-ओटाराम देवासी
पिण्डवाड़ा-भाजपा-समाराम
रेवदर-भाजपा-जगसीराम कोली

जालौर

जालौर-भाजपा-अमृता मेघवाल
आहोर-भाजपा-शंकर सिंह राजपुरोहित
भीनमाल-भाजपा-पूराराम मेघवाल
सांचौर-कांग्रेस-सुखराम विश्Aोई
रानीवाड़ा-भाजपा-नारायण सिंह देवल

अजमेर संभाग

किशनगढ़-भाजपा-भागीरथ चौधरी
पुष्कर-भाजपा-सुरेश रावत
अजमेर उत्तर-भाजपा-वासुेदव देवनानी
अजमेर दक्षिण-भाजपा-अनिता भदेल
नसीराबाद-भाजपा-सांवरलाल
ब्यावर-भाजपा-शंकर सिंह रावत
मसूदा-भाजपा-सुशील कंवर पलाड़ा
केकड़ी-भाजपा-शत्रुघ्न गौतम

टोंक

मालपुरा-भाजपा-कन्हैयालाल
निवाई-भाजपा-हीरालाल रैगर
टोंक-भाजपा-अजित मेहता
देवली-उनियारा-भाजपा-राजेन्द्र गुर्जर

नागौर

नागौर-भाजपा-हबीबुर्रहमान
लाडनूं-भाजपा-मनोहर सिंह
डीडवाना-भाजपा-युनूस खां
जायल-भाजपा-मंजू बाघमार
खींवसर-निर्दलीय-हनुमान बेनीवाल
मेड़ता-भाजपा-सुखराम नेतडिया
डेगाना-भाजपा-अजय सिंह
नावां-भाजपा-विजय सिंह
मकराना-भाजपा-श्रीराम भिंचर
परबतसर-भाजपा-मानसिंह किनसरिया

भीलवाड़ा

भीलवाड़ा-भाजपा-विट्ठल शंकर अवस्थी
मांडल-भाजपा-कालूलाल गुर्जर
साहड़ा-भाजपा-बालूराम जाट
शाहपुरा-भाजपा-कैलाश मेघवाल
जहाजपुर-कांग्रेस-धीरज गुर्जर
मांडलगढ़-भाजपा-कीर्ति कुमारी
आसींद-भाजपा-रामलाल गुर्जर

भरतपुर

वैर-भाजपा-बहादूर सिंह कोली
बयाना-भाजपा-बच्चू सिंह बंशीवाल
नगर-भाजपा-अनीता गुर्जर
कामां-भाजपा- कु.जगत सिंह
भरतपुर-भाजपा-विजय बंसल
डीग-कुम्हेर-कांग्रेस-विश्वेन्द्र सिंह
नदबई-भाजपा-कृष्णेन्द्र कौर दीपा

सवाई माधोपुर

सवाई माधोपुर-भाजपा-दीया कुमारी
गंगापुरसिटी-भाजपा-मानसिंह गुर्जर
खंडार-भाजपा-जितेन्द्र गोठवाल
बामनवास-भाजपा-कुं जीलाल मीणा

धौलपुर

बाड़ी-कांग्रेस- गिर्राज सिंह मलिंगा
राजाखेड़ा-कांगे्रस-प्रद्युम्न सिंह
धौलपुर-बसपा-बी एल कुशवाह
बसेड़ी-भाजपा-रानी कोली

करौली

करौली-कांग्रेस-दर्शन सिंह
सपोटरा-कांग्रेस-रमेश मीणा
हिंडौन-भाजपा-राजकुमारी
टोडाभीम-कांग्रेस-घनश्याम मेहर

जयपुर संभाग

जयपुर

कोटपूतली-कांग्रेस-राजेन्द्र यादव
विराटनगर-भाजपा-फूलचंद भिंडा
शाहपुरा-भाजपा-राव राजेन्द्र सिंह
चौमूं-भाजपा-रामलाल शर्मा
फुलेरा-भाजपा-निर्मल कुमावत
दूदू-भाजपा-प्रेम चंद बैरवा
झोटवाड़ा-भाजपा-राजपाल सिंह
आमेर-राजपा-नवीन पिलानिया
जमवारामगढ़-भाजपा-जगदीश मीणा
हवामहल-भाजपा-सुरेन्द्र पारीक
विद्याधर नगर-भाजपा-नरपत सिंह
सिविल लाइंस-भाजपा-अरूण चतुर्वेदी
किशनपोल-भाजपा-मोहन लाल गुप्ता
आदर्श नगर-भाजपा-अशोक परनामी
मालवीय नगर-भाजपा-कालीचरण सर्राफ
सांगानेर-भाजपा-घनश्याम तिवाड़ी
बगरू-भाजपा-कैलाश वर्मा
बस्सी-निर्दलीय अंजू धानका
चाकसू-भाजपा-लक्ष्मीनारायण बैरवा

अलवर

अलवर ग्रामीण-भाजपा-जयराम जाटव
तिजारा-भाजपा-मम्मन सिंह यादव
कठूमर-भाजपा-मंगलराम कोली
मुण्डावर-भाजपा-धर्मपाल चौधरी
रामगढ-भाजपा-ज्ञानदेव आहूजा
बानूसर-कांग्रेस-शकुंतला रावत
किशनगढ़बास-भाजपा-रामहेत सिंह यादव
बहरोड-भाजपा-जसवंत यादव
अलवर शहर-भाजपा-बनवारी लाल सिंघल
थानागाजी-भाजपा- हेमसिंह भडाना
राजगढ़-लक्ष्मणगढ़-राजपा -गोलमा देवी

दौसा

दौसा-भाजपा- शंकर शर्मा
बांदीकुई-भाजपा-अल्का सिंह
ुमहुवा-भाजपा-ओमप्रकाश हुडला
सिकराय-राजपा-गीता वर्मा
लालसोट-राजपा-किरोड़ी लाल

सीकर

फतेहपुर-निर्दलीय-नन्दकिशोर महरिया
लक्ष्मणगढ़-कांग्रेस-गोविंद सिंह डोटासरा
धोद-भाजपा-गोरधन
सीकर-भाजपा-रतन जलधारी
दांतारामगढ़-कांग्रेस-नारायण सिंह
खण्डेला-भाजपा-बंशीधर बाजिया
नीम का थाना-भाजपा-प्रेम सिंह बाजौर
श्रीमाधोपुर-भाजपा-झाबर सिंह खर्रा

उदयपुर संभाग

गोगुन्दा-भाजपा-प्रतापलाल भील
झाड़ोल-कांग्रेस-हीरालाल दरांगी
खैरवाड़ा-भाजपा-नानालाल अहारी
उदयपुर ग्रामीण-भाजपा-फूलचंद मीणा
उदयपुर-भाजपा-गुलाब चंद कटारिया
मावली-भाजपा-दलीचन्द डांगी
वल्लभनगर-निर्दलीय-रणधीर सिंह
सलूम्बर-भाजपा-अमृत लाल मीणा

चित्तौड़गढ़

कपासन-भाजपा-अर्जुनलाल जीनगर
बेगूं-भाजपा-सुरेश धाकड़
निम्बोहड़ा-भापजा-श्रीचंद $कपलानी
चित्तौड़गढ़-भाजपा-चन्द्रभान सिंह आक्या
बड़ी सादड़ी-भाजपा-गौतम

प्रतापगढ़

्रप्रतापगढ़-भाजपा-नंदलाल मीणा
धरियावाद-भाजपा-गौतम मीणा

राजसमंद

राजसमंद-भाजपा-किरण माहेश्वरी
नाथद्वारा-भाजपा-कल्याण सिंह चौहान
भीम-भाजपा-हरीसिंह रावत
कुंभलगढ़-सुरेन्द्र सिंह राठौड़

बासंवाड़ा

बांसवाड़ा-भाजपा-धनसिंह रावत
घाटोल-भाजपा-नवनीत निनामा
गढ़ी-भाजपा-जीतमल खांट
बागीदौरा-कांग्रेस-महेन्द्रजीत मालवीय
कुशलगढ़-भाजपा-भीमा

डूंगरपुर

डूंगरपुर-देवेन्द्र कटारा-भाजपा
आसपुर-भाजपा-गोपीचन्द मीणा
सागवाड़ा-भाजपा-अनिता कटारा
चौरासी-भाजपा-सुशील कटारा

सोमवार, 1 अप्रैल 2013

ख़ास रिपोर्ट सिवाना विधानसभा क्षेत्र ...पृथ्वी सिंह रामदेरिया कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार हो सकते हें


सिवाना विधानसभा क्षेत्र .......विधायक की सादगी के कायल हें क्षेत्र के लोग


राजपूतो को कोंग्रेस से जोड़ने के प्रयास हो सकते हें
पृथ्वी सिंह रामदेरिया कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार हो सकते हें

बाड़मेर सरहदी बाड़मेर जिले की जालोर जिलो से लगती सिवाना विधानसभा क्षेत्र में वर्तमान में भाजपा के कान सिंह कोटड़ी विधायक हें ,कान सिंह कांग्रेस शासन में कुछ ख़ास काम क्षेत्र के लिए नहीं करा पाए .अपनी सादगी और सहज स्वाभाव के कारण बेहद सम्मानित कान सिंह सिवान के लोगो के लिए आज भी आदरणीय हें अलबता उनका कार्यकाल कोई विकास के हिसाब से ख़ास नहीं रहा इसके बावजूद भाजपा एक बार फिर उन्हें मौका देगी हालांकि यंहा से नरपत सिंह राजवी और केशर सिंह राठोड टिकट की कतार में हें मगर भाजपा अध्यक्षा वसुन्धरा राजे कान सिंह को एक और अवसर देने के मूड में हें ,कांग्रेस ने क्षेत्र के पूर्व विधायक गोपाराम मेघवाल को अनुसूचित आयोग का अध्यक्ष बना कर उनका कद जनता के बीच बढ़ने का प्रयास किया हें ,गोपाराम को समदडी को तहसील बनाने का श्रेय जाता हें ,हालांकि विधायक भी इसका श्रेय लेने की जुगाड़ में हें ,इस बार आगामी विधानसभा चुनावों में कड़े मुकाबले की संभावना हें ,गत बार बालाराम चौधरी तीसरे स्थान पर रहे थे ,दुसरे स्थान पर महेंद्र टाइगर रहे थे ,महेंद्र टाइगर को कांग्रेस टिकट देगी इसमे संशय हें ,कांग्रेस से पिछली बार उम्मीदवारी माँगने वाले पृथ्वी सिंह रामदेरिया इस बार सशक्त दावेदारी के मूड में हें ,क्षत्रिय युवक संघ के संस्थापक और पूर्व सांसद तन सिंह जी के पुत्र पृथ्वी सिंह पर कांग्रेस तन सिंह जी की राजपूत समाज में लोकप्रियता के आधार पर डाव खेल सकती हें ,गत बार पृथ्वी सिंह के नाम पर मुहर लग चुकी थी मगर हेमा राम चौधरी के प्रबल विरोध के कारण उनकी दावेदारी को ऐनवक्त खारिज कर बालाराम को टिकट दिया गया .इस बार कांग्रेस राजपूतो को कांग्रेस के साथ जोड़ने की निति के चलते उन्हें प्राथमिकता दे सकती हें ,पृथ्वी सिंह की दावेदारी से कांग्रेस को बाड़मेर जिले के साथ साथ पाली ,जोधपुर ,सिरोही और जालोर में राजपूत मतों का फायदा होगा जन्हा तन सिंह जी घर घर पूजे जाते हें ,सिवान विधान सभा क्षेत्र गत चुनावो में आरक्षित से सामान्य हुआ था .कांग्रेस के पास इस वक्त गोपाराम मेघवाल और पृथ्वी सिंह प्रबल दावेदार हें वाही भाजपा के पास कान सिंह ,हमीर सिंह भायल ,मूल सिंह भायल जैसे सशक्त दावेदार हें ,भाजपा बाहरी उम्मीदवार पर भी डाव खेल सकती हें ,राजपूत बाहुल्य सिवान में अनुसूचित जाती के थोक वोट हे जिसे नज़र अंदाज नहीं किया जा सकता .रबारी ,कलबी और जैन मतदाता भी अपनी अच्छी खासी उपस्थिति रखते हें ,.बाड़मेर जिले की राजनीति में भाजपा में खासे बदलाव होने की संभावना हें वही अशोक गहलोत सिवान में नए समीकरणों का इजाद करने के चलते राजपूत उम्मीदवार पर दाव खेल सकते हें --

शुक्रवार, 1 मार्च 2013

बाड़मेर आखिर लापरवाह पी एम् ओ को हटाते क्यों नहीं विधायक

बाड़मेर .अस्पताल की व्यवस्थाए ख़राब।।।

 ..आखिर लापरवाह पी एम् ओ को हटाते क्यों नहीं विधायक

बाड़मेर जिला मुख्यालय पर स्थित राजकीय अस्पताल की खस्ताहाल व्यवस्थाओ को लेकर आये दिन जन प्रतिनिधि और अधिकारी बयाँ बजी करते नज़र आते हें ,मगर अस्पताल के हालत सुधारने का नाम नहीं ले रहे ,आखिर सुधारे तो कैसे अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी इसके लिए पुर्णतः दोषी हें ,वे एक आदर्श प्रशासक की भूमिका में पुर्णतः विफल रहे .प्रमुख चिकित्सा अधिकारी स्वय अस्पताल के समय घर पर मरीज देखने में व्यस्त रहते हें ,जब अधिकारी स्वयं अपने काम के प्रति जवाबदार नहीं हें तो उनके सहयोगी स्टाफ से क्या उम्मीद कर सकते हें ,प्रमुख चिकित्सा अधिकारी का स्थानांतरण ब्यावर हो रखा था क्षेत्रीय विधायक जिद करके बाड़मेर ले आये ,इस अधिकारी की कार्यशैली पर चिकित्सा विघाग के आला अधिकारी डॉ सुमित शर्मा ने नाराजगी जाती थी उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही भी शुरू की मगर यह्जा भी विधायक उनकी मदद करते नज़र आये .,दिल्ली से आई केन्द्रित टीम ने भी प्रमुख चिकित्सा अधिकारी की कार्यशैली पर नाराज़गी जताई थी मगर उनकी सेहत पर कोई असर नहीं हुआ ,विधायक द्वारा हर माह अस्पताल का निरिक्षण कर व्यवस्थाओ में सुधर के निर्देश दिए जाते हें ,जब विधायक के बार बार निरिक्षण के बाद अस्पताल की व्यवस्थाओ में सुधर नहीं हो तो इसे अधिकारी को विधायक लेकर क्यों बेठे हें ,प्रमुख चिकित्सा अधिकारी के विधायक के साथ व्यक्तिगत तालुकात होने के चलते कोई कार्यवाही नहीं हो पा रही हें ,विधायक वास्तव में अस्पताल की व्यवस्थाओ में सुधार चाहते हें तो सबसे पहले प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को हटाने का सहस दिखाए ,अन्यथा बार बार अस्पताल का दौर कर अव्यवस्थाओ का रोना रोना बंद करे ,जन हित में विधायक कड़े फैसले लेने की बजे अपने मातहत भरष्ट अधिकारियो को शाह देना बंद करे ,प्रमुख चिकित्सा अधिकारी द्वारा अस्पताल में गुटबाजी फेलाकर माहौल ख़राब किया जाता रहा हें जिससे चिकित्सको में उनके प्रति एज ए अधिकारी नाराजगी हें ,