चिकित्सा मंत्री से मिले नर्सिंग छात्र
बोनस अंक पद्धती हटाने और 2013 में उत्तीर्ण छात्रों को भर्ती में शामिल करने की मांग की
बाडमेर। जयपुर में मंगलवार को प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र राठौड़ से मिल कर 2013 में उत्त्तीर्ण हुूए नर्सिंग छात्रों ने भर्ती में शामिल करने तथा पूर्व की गहलोत सरकार द्वारा शुरु की गई बोनस अंक पद्धती को बंद कर भर्ती को नये सिरे से पुन: करवाने की मांग की हैं।
बाड़मेर से अशोक कुमार विश्नोई के नेतृत्व में मिले नर्सिंग छात्रों ने चिकित्सा मंत्री राजेन्द्र राठौड़ को सौंपे ज्ञापन में बताया कि पूर्व की गहलोत सरकार ने हजारों अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करते हुए हर स्तर की भर्तीयों में एक नई पद्धती बोनस अंक लागू की जिसे आम जन बैक डोर एन्ट्री भी कहते हैं कि जो व्यक्ति किसी नेता के खास था वह संविदा पर लग गये तथा फिर पूर्व मुख्यमंत्री ने इन्हे नियमित करने के लिये ऐसे गलत फैसले लिये बोनस अंको के जो आज तक सक्सेज नही हुए हैं। नर्सिंग छात्रों ने ज्ञापन में बताया कि जितनी इस तरीके से भर्तीया की गई हैं उसमें नये अभ्यर्थियों को मौका नही मिल पाया हैं संविदा पर लगे लोग 50 प्रतिशत वाले तो परमानेन्ट हो रहे हैं लेकिन इधर 80 से 90 प्रतिशत वाले होनहार छात्रो का भविष्य बबार्द हो रहा हैं। उन्होने चिकित्सा मंत्री से मांग की हैं कि ऐसी पद्धती से होनहार छात्रों का नम्बर कभी नही आने वाला हैं जो संविदा पर ही लगे हैं वे ही परमानेन्ट हुए हैं। इस तरीके से की गई समस्त विभागों की भर्तीयों के संबंध में प्रकरण हाईकोर्ट और सुपी्रम कोर्ट में हैं लम्बित हैं। उन्होने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राठौड़ से मांग की हैं कि पूर्व सरकार द्वारा लागू की गई इस बोनस अंक प्रक्रिया पर विशेष गौर कर प्रदेश के हजारों/लाखों बेरोजगार होनहार अभ्यर्थियों के साथ खिलवाड़ न हो इसका समाधान करवाया जाये तथा समस्त भर्तीयां नये सिरे से पुन: करवाई जावे।
साथ ही चिकित्सा मंत्री से 2013 में उत्तीर्ण हुए छात्रों को भी परीक्षा में शामिल करने की मांग ज्ञापन में की हैं। ज्ञापन में बताया कि यह कि जब यह भर्ती प्रक्रिया चल रही थी उस वक्त हम पास आउट तो हो चुके थे लेकिन राजस्थान नर्सिंग परिषद द्वारा रजिस्ट्रेशन नम्बर जारी नही किये गये थे जिसके चलते हम फार्म भरने से वंचित रह गये ज्ञापन में मांग की हें कि यह भर्ती अभी प्रक्रियाधीन हैं जिसके चलते हमे इस भर्ती में शामिल किया जा सकता हैं।
ज्ञापन सौंपते समय जुगताराम विश्नोई, महेन्द्रसिंह, मनोज शर्मा, राजकुमार प्रजापत, दिनेश कुमार, रामरत्न सहित कई नर्सिंग विद्यार्थी थे।
बाड़मेर से अशोक कुमार विश्नोई के नेतृत्व में मिले नर्सिंग छात्रों ने चिकित्सा मंत्री राजेन्द्र राठौड़ को सौंपे ज्ञापन में बताया कि पूर्व की गहलोत सरकार ने हजारों अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करते हुए हर स्तर की भर्तीयों में एक नई पद्धती बोनस अंक लागू की जिसे आम जन बैक डोर एन्ट्री भी कहते हैं कि जो व्यक्ति किसी नेता के खास था वह संविदा पर लग गये तथा फिर पूर्व मुख्यमंत्री ने इन्हे नियमित करने के लिये ऐसे गलत फैसले लिये बोनस अंको के जो आज तक सक्सेज नही हुए हैं। नर्सिंग छात्रों ने ज्ञापन में बताया कि जितनी इस तरीके से भर्तीया की गई हैं उसमें नये अभ्यर्थियों को मौका नही मिल पाया हैं संविदा पर लगे लोग 50 प्रतिशत वाले तो परमानेन्ट हो रहे हैं लेकिन इधर 80 से 90 प्रतिशत वाले होनहार छात्रो का भविष्य बबार्द हो रहा हैं। उन्होने चिकित्सा मंत्री से मांग की हैं कि ऐसी पद्धती से होनहार छात्रों का नम्बर कभी नही आने वाला हैं जो संविदा पर ही लगे हैं वे ही परमानेन्ट हुए हैं। इस तरीके से की गई समस्त विभागों की भर्तीयों के संबंध में प्रकरण हाईकोर्ट और सुपी्रम कोर्ट में हैं लम्बित हैं। उन्होने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राठौड़ से मांग की हैं कि पूर्व सरकार द्वारा लागू की गई इस बोनस अंक प्रक्रिया पर विशेष गौर कर प्रदेश के हजारों/लाखों बेरोजगार होनहार अभ्यर्थियों के साथ खिलवाड़ न हो इसका समाधान करवाया जाये तथा समस्त भर्तीयां नये सिरे से पुन: करवाई जावे।
साथ ही चिकित्सा मंत्री से 2013 में उत्तीर्ण हुए छात्रों को भी परीक्षा में शामिल करने की मांग ज्ञापन में की हैं। ज्ञापन में बताया कि यह कि जब यह भर्ती प्रक्रिया चल रही थी उस वक्त हम पास आउट तो हो चुके थे लेकिन राजस्थान नर्सिंग परिषद द्वारा रजिस्ट्रेशन नम्बर जारी नही किये गये थे जिसके चलते हम फार्म भरने से वंचित रह गये ज्ञापन में मांग की हें कि यह भर्ती अभी प्रक्रियाधीन हैं जिसके चलते हमे इस भर्ती में शामिल किया जा सकता हैं।
ज्ञापन सौंपते समय जुगताराम विश्नोई, महेन्द्रसिंह, मनोज शर्मा, राजकुमार प्रजापत, दिनेश कुमार, रामरत्न सहित कई नर्सिंग विद्यार्थी थे।