चिन्मयानंद मामला: छात्रा के दोस्त ने किया बड़ा खुलासा, छात्रा को मुमुक्षु आश्रम में बुलाता था स्वामी
स्वामी चिन्मयानंद और छात्रा प्रकरण में शामिल संजय नाम के युवक से एसआईटी पूछताछ कर चुकी है। उसने छात्रा के साथ हुए शोषण के बारे में जानकारी दी तो यह राज भी खुलकर सामने आया कि छात्रा को स्वामी मुमुक्षु आश्रम में बुलाते थे। फिर उसके साथ जो होता था, वह छात्रा खुद इस बारे में बता चुकी है।
संजय ने अपने गांव में अमर उजाला से बातचीत में कहा कि स्वामी चिन्मयानंद का हरिद्वार में भी आश्रम है। उनका हरिद्वार और यहां मुमुक्षु आश्रम आना-जाना लगा रहता था। स्वामी ने छात्रा को पहले नौकरी देकर फिर उसकी नहाते समय का वीडियो बनाकर उसे इस धमकी के साथ आश्रम में जब-तब बुलाना शुरू कर दिया कि यदि आश्रम में नहीं पहुंची तो यह वीडियो वायरल कर दिया जाएगा। स्वामी जब कभी हरिद्वार से शाहजहांपुर मुमुक्षु आश्रम में आकर रुकते थे, तब पास के हॉस्टल में रह रही छात्रा को वह अपने पास बुला लेते थे।
छात्रा संजय की क्लास में पढ़ी थी, इसलिए वह उससे अपनी दिक्कतों को शेयर कर लेती थी। उसने कई बार स्वामी के बारे में बताया कि वह उसका किस तरह से शोषण करते हैं। हालांकि संजय ने पांच करोड़ की फिरौती मांगे जाने के मामले में अपनी सफाई में कहा कि उसका फिरौती से कुछ भी लेना देना नहीं है।
दरअसल मामला सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर इलाहाबाद हाईकोर्ट की निगरानी में एसआईटी देख रही है, इसलिए अब संजय भी इस मामले में कई सवालों से बच रहा है। संजय के मुताबिक छात्रा जब स्वामी के शोषण से परेशान हो गई, तब उसने अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए फेसबुक पर वीडियो वायरल किया।
छात्रा के पिता ने वकीलों के पैनल से लिया राय मशविरा
ज्यों-ज्यों एसआईटी की जांच आगे बढ़ रही है, उसी हिसाब से मामले की कोर्ट में सुनवाई होगी। इसलिए छात्रा के पिता ने बृहस्पतिवार को लखनऊ कोर्ट पहुंचकर वकीलों के पैनल से अपनी बेटी के केस को लेकर राय मशविरा किया। छात्रा के पिता का कहना है कि स्वामी को उसके किए की सजा अवश्य मिलेगी।
स्वामी चिन्मयानंद और छात्रा प्रकरण में शामिल संजय नाम के युवक से एसआईटी पूछताछ कर चुकी है। उसने छात्रा के साथ हुए शोषण के बारे में जानकारी दी तो यह राज भी खुलकर सामने आया कि छात्रा को स्वामी मुमुक्षु आश्रम में बुलाते थे। फिर उसके साथ जो होता था, वह छात्रा खुद इस बारे में बता चुकी है।
संजय ने अपने गांव में अमर उजाला से बातचीत में कहा कि स्वामी चिन्मयानंद का हरिद्वार में भी आश्रम है। उनका हरिद्वार और यहां मुमुक्षु आश्रम आना-जाना लगा रहता था। स्वामी ने छात्रा को पहले नौकरी देकर फिर उसकी नहाते समय का वीडियो बनाकर उसे इस धमकी के साथ आश्रम में जब-तब बुलाना शुरू कर दिया कि यदि आश्रम में नहीं पहुंची तो यह वीडियो वायरल कर दिया जाएगा। स्वामी जब कभी हरिद्वार से शाहजहांपुर मुमुक्षु आश्रम में आकर रुकते थे, तब पास के हॉस्टल में रह रही छात्रा को वह अपने पास बुला लेते थे।
छात्रा संजय की क्लास में पढ़ी थी, इसलिए वह उससे अपनी दिक्कतों को शेयर कर लेती थी। उसने कई बार स्वामी के बारे में बताया कि वह उसका किस तरह से शोषण करते हैं। हालांकि संजय ने पांच करोड़ की फिरौती मांगे जाने के मामले में अपनी सफाई में कहा कि उसका फिरौती से कुछ भी लेना देना नहीं है।
दरअसल मामला सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर इलाहाबाद हाईकोर्ट की निगरानी में एसआईटी देख रही है, इसलिए अब संजय भी इस मामले में कई सवालों से बच रहा है। संजय के मुताबिक छात्रा जब स्वामी के शोषण से परेशान हो गई, तब उसने अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए फेसबुक पर वीडियो वायरल किया।
छात्रा के पिता ने वकीलों के पैनल से लिया राय मशविरा
ज्यों-ज्यों एसआईटी की जांच आगे बढ़ रही है, उसी हिसाब से मामले की कोर्ट में सुनवाई होगी। इसलिए छात्रा के पिता ने बृहस्पतिवार को लखनऊ कोर्ट पहुंचकर वकीलों के पैनल से अपनी बेटी के केस को लेकर राय मशविरा किया। छात्रा के पिता का कहना है कि स्वामी को उसके किए की सजा अवश्य मिलेगी।