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शनिवार, 25 जुलाई 2020

बाड़मेर, कांग्रेस का प्रर्दशन, राज्‍यपाल से सत्र आहुत करने देने की मांग

बाड़मेर,  कांग्रेस का प्रर्दशन, राज्‍यपाल से सत्र आहुत करने देने की मांग



बाड़मेर। जिला कांग्रेस कमेटी बाडमेर द्वारा जिलाध्‍यद्क्ष फतेहखान के नेतृत्‍व में शनिवार को लोकतंत्र की हत्‍या के षड़यत्र के खिलाफ एक दिवसीय धरना देकर सदबुद्धि यज्ञ किया गया। इस दौरान राज्‍यपाल के नाम एक सौंपे ज्ञापन में जल्‍द से जल्‍द विधानसभा सत्र आहुत करने की अनुमति देने की मांग की गयी।



कांग्रेस के मीडिया प्रभारी मेवाराम सोनी ने बताया कि कांग्रेस प्रदेशाध्‍यक्ष गोविंद डोटासरा के निर्देशानुसार शनिवार को जिला कांग्रेस कमेटी बाड़मेर द्वारा लोकतंत्र की हत्‍या के षड़यत्र के खिलाफ एक दिवसीय धरना देकर सदबुद्धि यज्ञ किया गया। उन्‍होनें बताया कि राज्‍यपाल को भेजे ज्ञापन में बताया गया कि बीते कुछ समय से राजस्थान में लोकतांत्रिक तरीके से जनता द्वारा चुनी गई सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया जा रहा है।



ज्ञापन में बताया गया कि लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास रखते हुए और उसी रास्ते पर चलते हुए राजस्थान की कांग्रेस सरकार द्वारा इस सियासी संकट को दूर करने के लिए विधानसभा सत्र आहूत करने की अनुमति मांगी गई है ताकि विधानसभा में सरकार अपना बहुमत कर सके, लेकिन केन्‍द्र सरकार और भाजपा के दबाव में अब तक अनुमति नहीं दी गयी है।



ज्ञापन में बताया गया कि विधानसभा सत्र आहूत करने की अनुमति ना मिलने के कारण प्रदेश का सियासी संकट गहराता जा रहा है और और लोकतांत्रिक शक्तियों को उनकी कुत्सित प्रयास तेज करने का समय और बल मिल रहा है।



ज्ञापन में बताया गया कि इतिहास में संभवत ऐसा पहली बार हो रहा है जब सत्तारूढ़ दल सदन में अपना बहुमत साबित करने को तैयार है लेकिन विपक्ष द्वारा उसे ऐसा करने से रोका जा रहा है, जिसके कारण  ऐसा प्रतीत होता है कि केंद्र सरकार और अलोकतांत्रिक शक्तियों के दबाव में राज्‍यपाल विधानसभा सत्र आहुत करने अनुमति नहीं दे पा रहे हैं।



सोनी ने बताया कि धरने के दौरान सैकड़ो की संख्‍या में मौजुद कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा भारतीय जनता पार्टी और अलोकतांत्रिक शक्तियों के लिए सदबुद्धि यज्ञ का आयोजन किया गया। इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा भाजपा की लोकतंत्र विरोधी नीतियों के विरोध में पुतला फूंककर विरोध प्रर्दशन किया गया।



इस मौके पर वरिष्‍ठ नेता यज्ञदत्‍त जोशी, चैनसिंह भाटी, नगर परिषद सभापति दीपक परमार,  मुकेश जैन, हरीशचंद सोलंकी, गोवर्धनसिंह राठौड़, नरेश ढेलडिया, ठाकराराम माली, नीरज जोशी, पूर्व प्रधान पुष्पा चौधरी, ओमाराम भील, सिमराथाराम चौधरी, ओमाराम, रशीदाबानो, किशनलाल, गोविंद, राजू सिंधी, भीमराज, भगतसिंह, महावीर जैन, प्रवीण सेठिया, सुरेश सोनी, नरेंद्र मेघवाल, राजकुमार जैन, तनसिंह, दमाराम माली, मूलाराम, रहीमखान, बच्‍चूखां, कस्तूराराम चौधरी, महेंद्र चौधरी, रामाराम, तरुण सिंधी, कमलाराम माली, लक्ष्मण चौधरी, राजेंद्र चौधरी, नरेशदेव सारण और रोशनअली छीपा सहित सैकड़ो की संख्‍या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजुद रहे। 

बाड़मेर बी एस एफ़ के नो जवानो सहित 39 कोरोना पॉजिटिव मामले आये

बाड़मेर बी एस एफ़ के नो जवानो सहित 39 कोरोना पॉजिटिव मामले आये  

बाड़मेर। सरहदी बाड़मेर जिले में शनिवार को फिर  में कोरोना बम फूटा ,जिले में 39 कोरोना पॉजिटिव  सामने आये जिनमे जालीपा स्थित बी एस एफ के नो जवान भी शामिल हैं ,पी एम ओ डॉ बी एल मसूरिया ने जानकारी देते हुए बताया की राजकीय चिकित्सालय बाड़मेर की आज प्रातः कालीन रिपोर्ट में 75 पेंडिंग सैंपल की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई है। इसमें से 39 की रिपोर्ट  पोजिटिव प्राप्त हुई है। वहीं 36 सैंपल नेगेटिव पाए गए है।
इनमे से 09 जालीपा, 01 बैरियो का वास, 01 विशाला,  01 धोरीमन्ना, 07 हमीर पूरा, 01 जैन न्याती नोहरा के पास, 01 जैसलमेर रोड़, 01 जटियो का पुराना वास, 01 कवास, 01 कैलाश सरोवर होटल स्टेशन रोड़, 02 कल्याण पूरा, 01 कन्नोड पॉवर हाउस, 01 गांधी चौक थाना , 01 नागाणा, 01 लक्ष्मी पूरा, 04 महावीर नगर, 01 चार नम्बर स्कूल के पास, 01 थाना बायतु, 01 राय कॉलोनी, 01 राम नगर, 01 उत्तरलाई का व्यक्ति है।

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गुरुवार, 23 जुलाई 2020

बाड़मेर, मिठाई के पैकेटांे के जरिए आमजन तक पहुंचेगा कोरोना जागरूकता का संदेश

बाड़मेर,  मिठाई के पैकेटांे के जरिए आमजन तक पहुंचेगा कोरोना जागरूकता का संदेश  
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बाड़मेर मंे कोरोना से बचाव के लिए जन जागरूकता अभियान की अभिनव पहल।

बाड़मेर,23 जुलाई। बाड़मेर जिले मंे मिठाई के पैकेटांे के जरिए आमजन तक कोरोना जागरूकता का संदेश पहुंचेगा। जिला कलक्टर विश्राम मीणा ने गुरूवार को इसकी विधिवत शुरूआत की। उन्हांेने जागरूकता अभियान के तहत इस तरह की अभिनव पहल के लिए जोधपुर मिष्ठान भंडार का आभार जताया।
इस अवसर पर जिला कलक्टर विश्राम मीणा ने कहा कि कोरोना को हराने के लिए हमको कोरोना बचाव संबंधित एडवायजरी की पालना करनी होगी। इसके लिए आमजन को प्रेरित करना होगा। उन्हांेने बताया कि जिला प्र शा सन की ओर से कोरोना की रोकथाम के लिए व्यापक कदम उठाए गए है। उन्हांेने कोरोना से निपटने के लिए आमजन से मास्क पहनने, साबुन से बार-बार हाथ धोने एवं सो श ल डिस्टेंस की पालना करने की अपील की। उन्हांेने मिठाई के पैकेटांे के जरिए आमजन तक कोरोना संबंधित जागरूकता का संदे श   पहुंचाने के लिए जोधपुर मिष्ठान भंडार के कमल सिंघल के प्रयासांे की सराहना की। इससे पहले जिला कलक्टर विश्राम मीणा ने मिठाई के पैकेट पर लगे स्टीकर्स का अवलोकन करने के साथ जन जागरूकता अभियान की विधिवत शुरूआत की। उन्हांेने एक स्टीकर अपनी टेबल पर चस्पा करने के साथ कार्यालयांे मंे भी इसको लगाने के निर्दे श   दिए। जिला कलक्टर मीणा ने बताया कि आगामी दिनांे मंे इस तरह के स्टीकर गैस सिलंेडर पर लगाए जाएंगे। ताकि अधिकाधिक घरांे तक कोरोना जागरूकता का संदे श   पहुंच सके। इस दौरान जोधपुर मिष्ठान भंडार के कमल सिंघल ने उनके प्रतिष्ठान मंे सो श  ल डिस्टेंस के लिए स्थाई बेरिकेटिंग एवं पैरांे से संचालित होने वाले सेनेटाइजर तथा अब तक के जागरूकता प्रयासांे के बारे मंे जानकारी दी। इधर, जिला कलक्टर विश्राम मीणा ने बाड़मेर जिले में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए नागरिकों से घरों में रहने, मास्क एवं सोशल डिस्टेसिंग की पालना करने की अपील की है।

बाड़मेर। गुरुवार सुबह 14आये कोरोना पॉजिटिव

 बाड़मेर। गुरुवार सुबह 14आये कोरोना पॉजिटिव


बाड़मेर सरहदी बाड़मेर जिले में कोरोना संक्रमण तेज़ी से फ़ैल रहा हैं,गुरुवार सुबह जिले में 14 पॉजिटिव मामले सामने आये ,पी एम ओ डॉ बी एल मसूरिया ने बताया की राजकीय चिकित्सालय बाड़मेर की आज प्रातः कालीन रिपोर्ट में 69 सैंपल की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई है। इसमें से 55 की रिपोर्ट नेगेटिव प्राप्त हुई है। पोजिटिव की संख्या 14 है।

बाडमेर के इन इलाकों में आये पॉजिटिव*

01 कल्याणपुरा आशा पूर्णा टॉवर, 03 बेरीयो का वास, 01 चौहटन, 01 जोषियो का निचला वास, 01 गंगाई नगर, 01 हमीर पूरा, 01 कल्याण पूरा, 01 सोमेरसरा, 01 ऑफिसर कोलौनि, 03 सिणधरी.





शुक्रवार, 17 जुलाई 2020

बाड़मेर,सरहदी गांवों में पानी चोरी का डर .जहां तालों में कैद रहता हें पानी बारी बारी पेयजल स्रोतों की करते हें पहरेदारी

बाड़मेर,सरहदी गांवों में पानी चोरी का डर .जहां तालों में कैद रहता हें पानी

बारी बारी पेयजल स्रोतों की करते हें पहरेदारी

चन्दन सिंह भाटी




बाड़मेर राजस्थान के रेगिस्तानी जिले बाड़मेर में कोरोना संक्रमण की सुरक्षा के लिए लगाए लॉक डाउन के दौरान गर्मी की दस्तक के साथ लोगो को पानी की समस्याओ से दो चार होना पड़  रहा हें ,भारत पाकिस्तान सीमा पर बसे बाड़मेर जिले के सरहदी गाँवों में भीषण गर्मी की दस्तक के साथ हालात  विकट  हो चुके हें ,छह छह माह से होदियो में पानी नहीं आने से गाँव वालो के हलक सूख गए हें ,जलदाय विभाग हर साल गर्मी के मौसम से ठीक पहले आपात योजना के तहत करोडो रुपयों का बजट पुरानी पेयजल योजनाओ के दुरुस्तीकरण के लिए खर्च करते हें .मगर सरहदी चौहटन उप खंड के गफन क्षेत्र के तेरह गाँवो के हालत कुछ और ही बयान कर रहे हें ,इस क्षेत्र के तेरह गाँव गफानो के गाँव कहे जाते हें यानी रेतीले धोरो के बीच के विषम गाँव जन्हा पानी क्या इंसान भी नहीं पहुँच पाते .रमजान की गफन ,आर बी की गफन ,तमाची की गफन ,लक्खे का तला ,भीलो का तला ,भुन्गारिया ,रासबानी ,आदी में लोग पानी की एक एक बूँद के लिए तरस रहे हें .


पाकिस्तान की सरहद से सटे राजस्‍थान के रेगिस्तानी जिले बाड़मेर में तापमान बढ़ने के साथ-साथ पानी की समस्या विकराल होती जा रही है। सरहदी गांवों में ग्रामीण पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस रहे हैं। पानी की विकट समस्या के कारण गांवों में पलायन की स्थिति बन गई है। गांवों में पारंपरिक पेयजल स्रोत सूख गए हैं। लगातार छठे साल पड़े अकाल के कारण पारंपरिक कुएं, तालाब, बावडि़यों, बेरियों तथा टांकों का पानी सूख चुका है। हालात ये हैं कि जिले के लगभग 860 गांव पेयजल की किसी योजना से जुड़े नहीं हैं। इन कमीशंड, नॉन कमीशंड गांवों में प्रशासन द्वारा पानी के टेंकरों की व्यवस्था की गई है, मगर, यह महज खानापूर्ति तक ही सीमित है। गांवों में टैंकर पहुंच ही नहीं पा रहे हैं। ऐसे में गांवों में लोगों ने पानी पर पहरेदारी शुरू कर दी है।

जिले के सीमावर्ती क्षेत्र चौहटन के विषम भोगोलिक परिस्थितियों में बसे गफनों के 1३ गांवों में पेयजल सबसे बडी त्रासदी है। इन 13 गांवों- रमजान की गफन, आरबी की गफन, तमाची की गफन, भोजारिया, भीलों का तला, मेघवालों का तला, रेगिस्तानी धोरों के बीच बसे हुए हैं। इन गांवों में पहुंचने के लिए कोई रास्ता तक नहीं है। ऐसे में ग्रामीण अपनी छोटी-छोटी पानी की बेरियों पर ताले लगा कर रखते हैं। तालों के साये में पानी रखना यहां की परम्परा और जरूरत है। इन गांवों के लोग पानी की एक-एक बूंद की कीमत और उपयोगिता जानते हैं।

पानी के कारण गांवों में होने वाले झगडों के कारण ग्रामीण मजबूरी में पानी को सुरक्षित रखने के लिए ताले लगा कर रखते हैं ताकि पानी चोरी ना हो जाए। मगर, इस बार पानी की जानलेवा किल्लत ने ग्रामीणों को पानी की सुरक्षा के लिए पहरेदारी का सहारा लेने पर मजबूर कर दिया। गांव के सलाया खान निवासी तमाची की गफन ने संवाददाता को बताया कि टांकों पर ताले जड़ने के बाद भी पानी चोरी हो जाता है। पानी की समस्या इस कदर है कि ग्रामीण अपनी जान जोखिम में डाल कर पानी चोरी कर ले जाते हैं। चोरों का पता लगाने का प्रयास भी किया मगर सफलता नहीं मिली, तो ग्रामीणों ने पंचायत बुलाकर निर्णय लिया कि परंपरागत रूप से बनी पानी की बेरियो पर बारी बारी पहरेदारी की जाए ,इन गाँवों में जातिगत हिसाब से मोहला वाइज़ पानी की बेरिया बनी हें।सभी बेरियो पर लोगो ने अपने अपने ताले जड़ रखे हें ,रासबानी के जुम्मा खान के अनुसार पानी की भयंकर किल्लत हें ,सरकारियो पेयजल योजनाओ से पानी सप्लाई हुए वर्षो बीत ,गए निजी टेंकरों की कीमत प्रति टेंकर हज़ार रुपये हें जिसे देने की स्थति में हम नहीं हें ,प्रशासन को कई बार लिखित और मौखिक रूप से पानी की समस्या के बारे में बता चुके हें मगर कोई समाधान नहीं निकल रहा .पानी की होदियो में पानी कभी आया ही नहीं ,

जनप्रतिनिधि गूंगे बहरे हें ,


रमजान की गफन के अली मोहम्मद ने बताया की पानी की सुरक्षा की इससे बेहतर व्यवस्था नहीं हो सकती।प्रत्येक परिवार अपनी बेरी के साथ अन्य बेरियो की पहरेदारी करता हें ताकि पानी चोरी ना हो . उन्होंने बताया कि चालीस किलोमीटर के दायरे में पेयजल का कोई स्रोत नहीं है। पानी का एक टैंकर टांके में डलवाते हैं, तो प्रति टैंकर एक हज़ार रूपए का खर्चा आता है। ऐसे में पानी चोरी होने से आर्थिक नुकसान के साथ पानी की समस्या भी खड़ी हो जाती है। हालांकि, इस समस्या और ग्रामीणों द्वारा की जा रही सुरक्षा व्यवस्था पर कोई प्रशासनिक अधिकारी बोलने को तैयार नहीं। मगर, यह सच है कि रेगिस्तानी इलाकों में प्रशासनिक लापरवाही और उपेक्षा के चलते ग्रामीणों को पानी की सुरक्षा के लिए पहल करनी पडी । यह है भारत के लोकतंत्र का नजारा। बाड़मेर जिले के गांवों में पानी की समस्या कोई नई बात नहीं है। मगर, प्रशासनिक लापरवाही के चलते हालात इतने विकट होंगे, यह किसी ने नहीं सोचा था।

मंगलवार, 23 जून 2020

बाड़मेर , हर पंचायत में अभियान चलाकर कोरोना के प्रति लोगों को जागरूक करे - डॉ.कल्ला

 बाड़मेर , हर पंचायत में अभियान चलाकर कोरोना के प्रति लोगों को जागरूक करे - डॉ.कल्ला
विशेष जागरूकता अभियान के तहत जिला स्तरीय समारोह आयोजित



बाड़मेर , 23 जून। ऊर्जा, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, भू-जल, कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व मंत्री तथा जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. बी.डी.कल्ला ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव के लिए हर ग्राम पंचायत में अभियान चलाकर अधिकाधिक लोगों को जागरूक करें। उन्होने कहा कि खुद को जागरूक एवं सतर्क रखकर ही इस महामारी से बचा जा सकेगा। वे मंगलवार को स्थानीय भगवान महावीर टाउन हॉल में कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु विशेष जागरूकता अभियान के तहत जिला स्तरीय कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।
इस अवसर पर प्रभारी मंत्री डॉ. कल्ला ने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने एवं कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव के लिए पूरे प्रदेश में 30 जून तक विशेष जागरूकता अभियान की शुरूआत की है। अभियान के दौरान कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए बरती जाने वाली सावधानियों से आमजन को जागरूक किया जा रहा है। उन्होने कहा कि अभियान के दौरान एएनएम, आशा सहयोगिनी, आंगनवाडी सहायिका, ग्राम विकास अधिकारी, पटवारी एवं स्थानीय जन प्रतिनिधियों के सहयोग से बैनर, पोस्टर, पैम्पलेट सहित विभिन्न प्रचार माध्यमों से आमजन को मास्क पहनने, नियमित रूप से हाथ धोने, सेनेटाइजर का उपयोग करने एवं सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखने के प्रति जाग्रत किया जाएगा।
प्रभारी मंत्री डॉ. कल्ला ने कहा कि प्रदेश में हार्ड इम्युनिटी वाले लोग है। यहां सौ दवा एक हवा कहावत चरितार्थ है। यहां के लोगों का खानपान संतुलित एवं व्यवस्थित है। प्राकृतिक संसाधनों एवं काढा, तुलसी आदि लेते है। उन्होने कहा कि हमें एहतियाती उपाय बरतते हुए इम्युनिटी डवलप कर कोरोना को हराना होगा। उन्होने संतुलित भोजन, नियमित व्यायाम, योग एवं प्रणायाम के जरिये रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने का सन्देश दिया। उन्होने कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव से जुडे चिकित्सा कर्मियों, स्वच्छता कर्मियों, पुलिस प्रशासन सहित सभी कार्मिकों तथा दानदाताओं एवं भामाशाहों के सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा के मद्देनजर जरूरतमंद लोगों को भोजन एवं राशन मुंहैया कराया गया। उन्होने कहा कि नरेगा के माध्यम से जरूरतमंद लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। 
शिव विधायक अमीन खान ने कहा कि कोरोना अनसुनी महामारी है। राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव तथा जरूरतमंदांें को राहत पहुंचाने के पुख्ता प्रबन्ध किए है। उन्होने कहा कि रेगिस्तान की जमीन साफ सुथरी एवं प्रदूषण रहित है फिर भी जाब्ता करना जरूरी है। उन्होने जागरूकता पर विशेष ध्यान देने, बचाव के उपाय अपनाने तथा राज्य सरकार के दिशा निर्देशों की पालना करने को कहा।
बाडमेर विधायक मेवाराम जैन ने कहा कि मुख्यमंत्री ने विशेष जागरूकता अभियान के जरिये आमजन को सतर्क रहने तथा बचाव के उपाय अपनाने का सन्देश दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री के सन्देश को गांव, ढाणी एवं जन-जन तक पहुंचाने को कहा ताकि कोरोना संक्रमण को रोका जा सकें। उन्होने कहा कि राज्य सरकार द्वारा आपदा की इस घडी में लोगों को राहत पहुंचाने के हर संभव प्रयास किए जा रहे है। लोगों को भोजन, राशन सामग्री, बाहरी राज्यों श्रमिकों एवं प्रवासियों को उनके गृह जिलों तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई है। उन्होने कोरोना की रोकथाम एवं लोगों को राहत पहुंचाने से जुडे अधिकारियों, कर्मचारियों एवं भामाशाहों को धन्यवाद देते हुए राज्य सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करने को कहा।
समारोह के दौरान जिले की प्रभारी सचिव डॉ. वीणा प्रधान ने मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार कोरोना से बचाव एवं आमजन को जागरूक करने के लिए 10 दिन तक सतर्कता गतिविधियां संचालित की जा रही है। उन्होने कोरोना से बचाव के उपायों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अभियान के दौरान गांव-ढाणी तक आमजन को बचाव के उपाय करने के लिए जागरूक किया जाएगा। उन्होने जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, दानदाताओं एवं भामाशाहों द्वारा टीम भावना से किए गये कार्य एवं सहयोग के लिए धन्यवाद देते हुए अधिकाधिक लोगों को सतर्क करने को कहा।
जिला कलक्टर विश्राम मीणा ने कहा कि कोरोना के संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव के लिए सभी ने सतर्कता एवं जागरूकता का परिचय दिया है। उन्होने जागरूकता अभियान में बढ चढ कर भाग लेने तथा गांव-ढाणी तक अधिकाधिक लोगों को जाग्रत करने को कहा। जिला कलक्टर ने दानदाताओं एवं भामाशाहों के सहयोग के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि जिले में जरूरतमंद लोगों को सहायता देने में किसी प्रकार की कमी नहीं रखी गई है। उन्होने कहा कि बाहरी राज्यों के श्रमिकों एवं प्रवासियों को अपने गन्तव्य स्थानों पर भेजने के ट्रेन एवं बसों की व्यवस्था की गई। इससे पूर्व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कमलेश चौधरी ने पॉवर पाईन्ट प्रजेन्टेशन के जरिये जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति एवं की गई व्यवस्थाओं की जानकारी कराई। अन्त में नगर परिषद सभापति दीपक माली द्वारा सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
कार्यक्रम में चौहटन विधायक पदमाराम मेघवाल, जिला पुलिस अधीक्षक आनन्द शर्मा, फतेह खान, अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार शर्मा, कैयर्न सीएसआर हेड हरमीत सेहरा सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहें। कार्यक्रम का संचालन प्रवक्ता मुकेश पचौरी द्वारा किया गया। कार्यक्रम के दौरान प्रभारी मंत्री डॉ. कल्ला सहित अतिथियों द्वारा स्वच्छता पुस्तक, स्वच्छता सन्देश सनबोर्ड, आयुर्वेदिक उपाय पोस्टर का विमोचन तथा सुरक्षा कोविड कीट का वितरण किया गया। इसी कडी में पणिहारी र्ग्रुप ग्राम विकास संस्थान भादरेस के मांगू खां एण्ड पार्टी तथा पुष्कर प्रदीप एवं जानकी गोस्वामी द्वारा कोरोना जागरूकता से जुडे गीतों की प्रस्तुति दी गई। इस दौरान आयुर्वेद विभाग की ओर से सभी को आयुर्वेदिक काढा पिलाया गया। इस दौरान प्रभारी मंत्री एवं अतिथियों द्वारा स्वास्थ्य सारथी रथ को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया।
इससे पूर्व जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला, विधायक मेवाराम जैन, नगर परिषद सभापति दीपक माली, प्रभारी सचिव डॉ. वीणा प्रधान, जिला कलक्टर विश्राम मीणा, फतेह खान सहित अतिथियों ने चिकित्सा विभाग तथा सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं बरते जाने वाले उपायों से जुडी चित्र प्रदर्शनी का विधिवत फीता काटकर उद्घाटन पश्चात् अवलोकन किया।
    इसके बाद प्रभारी मंत्री ने जिले में कोरोना सक्रमण रोकथाम के उपायों, विशेष जागरूकता अभियान, मनरेगा के तहत रोजगार, प्रवासियों की घर वापसी, बीस सूत्री कार्यक्रम, पीएम गरीब कल्याण समेत पानी, बिजली, चिकित्सा जैसी आवश्यक सेवाओं की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने वीसी के जरिए ब्लॉक लेवल अधिकारियो से सीधे संवाद किया। इससे पूर्व प्रभारी मंत्री डॉ बी.डी. कल्ला एवं प्रभारी सचिव डॉ वीणा प्रधान ने जालीपा नाड़ी पर मनरेगा तालाब खुदाई कार्य का निरीक्षण किया।
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बुधवार, 27 मई 2020

थार की गर्मी ने छुड़ाए पसीने


 थार की गर्मी ने छुड़ाए पसीने




बाड़मेर लॉक डाउन के बीच शहर में गर्मी बढऩे के साथ ही शहरवासियों की दिनचर्या भी बदलने लगी है। भीषण गर्मी का आलम यह हे की लगातार तापमान ४६ डिग्री रह रहा हैं ,साथ ही हवाएं बंद हो जाने से लोगो की परेशानी और बढ़ गयी हैं ,दोपहर के समय मुख्य मार्गों पर सन्नाटा पसरा नजर आता है। वहीं उन मार्गों से गुजरने वाले इक्के-दुक्के लोग भी गर्मी से बचाव का पूरा जाब्ता किए निकलते हैं।गर्मी के तेवर तीखे होने से शीतल पेय पदार्थों की भी बिक्री बढ़ी है।गर्मी के कारण आम दिनों की अपेक्षा गली-मौहल्लों के नुक्कड़ व मुख्य चौराहों पर भी सन्नाटा पसरा हैं ।भीषण गर्मी में लोगों को पंखे व कूलर भी राहत नहीं दे रहे हैं।दोपहर में गर्मी के साथ चलने वाली लू कोढ़ में खाज का काम कर रही है।मुख्य मार्गो पर दोपहर के समय वाहनों का आवागमन भी थम सा गया ,

घरो में भी अब छाछ ,ठंडाई की डिमांड बढ़ी 
भीषण गर्मी में घरो में अब ठंडी छाछ ,और ठंडाई लोगो को राहत दे रही हैं ,गर्मियों के चलते छाछ ,दही ,ठंडाई ,निम्बू पानी ज्यादा से ज्यादा उपयोग हो रहा हैं ,तापमान लगातार 46 डिग्री होने से सूरज आग बरसा रहा हैं ,लोग लॉक डाउन के बहाने घरो में ही रहकर काम निपटा रहे हैं


बदली लोगों की दिनचर्या 

गर्मी बढऩे के साथ ही लोगों की दिनचर्या में भी बदलाव आया है। शहरवासी सूरज तपने से पहले अपने काम-धंधे पर पहुंच जाते हैं। वहीं दोपहर के समय कूलर व पंखों के सामने बैठकर समय व्यतीत कर रहे हैं। यहां भी इन्हें पूरी तरह से गर्मी से निजात नहीं मिल पा रही है।शहर के मुख्य मार्गों पर आम दिनों की अपेक्षा इन दिनों चहल-पहल कम नजर आ रही है। रात्रि के समय अधिकांश शहरवासी खुले आसमान के नीचे ही सोकर रात गुजार रहे हैं। देर रात तक गर्म हवाओं का असर रहने के कारण शहरवासियों को रात में भी चैन नहीं मिल पा रहा है

खूब बिक रही है मटकियां 

गर्मी बढऩे के साथ ही पचपदरा में बनी मटकियों की बिक्री भी बढ़ गई है।स्टेशन रोड व प्रथम रेलवे फाटक के पास आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले लोग मटकियों की खरीद करते हुए देखे जा रहे हैं।गर्मी के दिनों में मटकी का पानी पीने से लोगों को थोड़ी राहत मिल रही है।मटकी विक्रेता पप्पू ने बताया कि पिछले ६-७ दिनों से बढ़ी गर्मीके कारण मटकियों की बिक्री ने भी जोर पकड़ लिया है।उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्र की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले लोग मटकियों की खरीद में विशेष रूचि दिखा रहे हैं।उल्लेखनीय है कि पचपदरा में बनी मटकियों की गर्मियों के दिनों में क्षेत्र सहित पूरे संभाग में जबर्दस्त डिमांड रहती है।मगर लॉक डाउन के कारण पहले वाली बात नहीं हे बिक्री में, माल  हैं ,नो तपा की भीषण गर्मी में हर साल मटकिया ज्यादा बिकती हैं ,मगर इस बार बहुत कम बिक्री हुई हैं ,लॉक डाउन के कारण लोग घरों से निकल नहीं रहे ,

शनिवार, 23 मई 2020

बाड़मेर, प्रशासनिक अधिकारियांे ने संभाला मोर्चा, निर्देशों की अवहेलना सख्त कार्यवाही

बाड़मेर,  प्रशासनिक अधिकारियांे ने संभाला मोर्चा,
निर्देशों की अवहेलना सख्त कार्यवाही
- होम क्वारेंटाइन वाले प्रवासियांे का सत्यापन करने पहुंच रहे है  प्रशासनिक   अधिकारी।




बाड़मेर,23 मई। बाड़मेर जिले मंे कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए अब ग्राम स्तरीय समितियांे के साथ प्रशासनिक   अधिकारी क्वारेंटाइन पर चल रहे प्रवासियांे को देखने पहुंच रहे है। निर्देशों की अवहेलना करने वालांे को संस्थागत क्वारेंटाइन भेजने के साथ उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की कवायद शुरू हो गई है।
बाड़मेर जिला एवं पुलिस प्रशासन ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए अब सख्त रवैया अपनाना शुरू कर दिया है। इसके तहत उपखंड अधिकारी स्वयं कई स्थानांे पर पहुंचकर क्वारंेटाइन पर चल रहे लोगांे का सत्यापन कर रहे है। इसका उल्लंघन करते पाए जाने पर संबंधित व्यक्तियांे को संस्थागत क्वारेंटाइन मंे भिजवाया जा रहा है। पिछले दिनांे मंे कोरोना पोजिटिव के मामलांे मंे इजाफा होने के बाद जिला कलक्टर विश्राम मीणा ने राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप बाड़मेर जिले मंे आने वाले समस्त प्रवासियांे का 14 दिन का होम क्वारेंटाइन सुनिष्चित करने के  निर्देश दिए है। अब आने वाले प्रवासियांे को संस्थागत क्वारेंटाइन मंे भी रखा जा रहा है। कोरोना एडवायजरी एवं क्वारेंटाइन का उल्लंघन करने वालांे के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए पुलिस विभाग को उच्च स्तर से  निर्देश   दिए गए है। ऐसा करने पर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ पुलिस थाने मंे मामला दर्ज किया जाएगा। इधर, जिला कलक्टर विश्राम मीणा ने बताया कि होम क्वारेंटाइन पर चल रहे लोगांे की प्रभावी मोनेटरिंग के लिए समस्त प्रशासनिक अधिकारियांे को निर्देषित किया गया है। उपखंड अधिकारी, तहसीलदार एवं अन्य विभागीय अधिकारी की ओर से इनका सत्यापन किया जा रहा है। उन्हांेने होम क्वारेंटाइन पर चल रहे लोगांे से निर्देशों की पालना करने की अपील की है। साथ ही आमजन को निर्देशों की अवहेलना करने वाले लोगांे के बारे मंे जिला नियंत्रण कक्ष के दूरभाष 02982-222226 पर सूचित करने का अनुरोध किया है।
क्वारेंटाइन के उल्लंघन पर 1000 रूपए का जुर्मानाः राज्य सरकार ने होम क्वारेंटाइन पर चल रहे लोगांे की ओर से शर्ताें का उल्लंघन किए जाने पर 1000 रूपए का जुर्माने अथवा कानूनी कार्यवाही का प्रावधान किया है। इसी तरह सांय 7 से प्रातः 7 बजे तक आमजन का आवागमन का निषेध किया गया है। इसका उल्लंघन करने पर भादसं 188 के तहत मामला दर्ज करने के  निर्देश   दिए गए है।
प्रशासनिक   अधिकारियांे ने संभाला मोर्चाः जिला कलक्टर के  निर्देश   के बाद बाड़मेर उपखंड अधिकारी नीरज मिश्र, बायतू मंे विवेक व्यास, चौहटन मंे वीरमाराम, धोरीमन्ना मंे कुसुमलता चौहान, बालोतरा मंे रोहित कुमार, सिणधरी मंे कंचन राठौड़, ममता लहुआ समेत विभिन्न  प्रशासनिक   अधिकारी क्वारेंटाइन पर चल रहे लोगांे का सत्यापन कर रहे है। इनकी ओर से मास्क का इस्तेमाल नहीं करने एवं निर्धारित समय पर दुकान बंद नहीं करने वाले दुकानदारांे पर जुर्माना भी लगाया जा रहा है। 


छात्रावासांे में प्रवेश के लिए ऑनलाईन आवेदन शुरू
बाड़मेर, 23 मई। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग बाड़मेर के अधीन राजकीय एवं अनुदानित 22 छात्रावासांे मंे 1350 सीटांे पर प्रवेश की प्रक्रिया शुरू हो गई है। विभाग की वेबसाइट से ऑनलाईन आवेदन किया जा सकता हैं।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेषक मुखराम ने बताया कि ऑनलाईन आवेदन में प्रिंसिपल की ओर से जारी चरित्र प्रमाण-पत्र की प्रतिलिपि ऑनलाइन की जा सकती है। उन्होंने बताया कि छात्रावास मंे प्रवेष के लिए बीपीएल को प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने बताया कि 19 जून को पहली सूची, दूसरी सूची 27 जून को, तीसरी सूची 7 जुलाई को एवं रिक्त सीटे रहने पर चौथी सूची 15 जुलाई को जारी की जाएगी। उन्हांेने बताया कि बाड़मेर जिले मंे कोविड संक्रमण के दौरान माह मार्च एवं अप्रैल मंे पालनहार योजना के तहत 4 करोड़ 65 लाख 47 हजार रूपए आवंटित कर जरूरतमंद बच्चों को आर्थिक संबल प्रदान किया गया है। उनके मुताबिक राज्य सरकार की ओर से संचालित पालनहार योजना मंे 10 श्रेणियांे के बच्चांे को आर्थिक संबल प्रदान किया जाता है। बाड़मेर जिले मंे 7039 पालनहारांे के 13681 बच्चांे का पालन पोषण किया जा रहा है।

मंगलवार, 19 मई 2020

बाड़मेर, लक्षण रहित मरीजांे के लिए कोविड केयर सेंटर की शुरूआत - जिला प्रशासन की कोरोना संक्रमण रोकने की पहल, 6 मरीजांे को शिफ्ट किया।

बाड़मेर, लक्षण रहित मरीजांे के लिए कोविड केयर सेंटर की शुरूआत
- जिला  प्रशासन  की कोरोना संक्रमण रोकने की पहल, 6 मरीजांे को शिफ्ट किया।

बाड़मेर,19 मई। बाड़मेर जिले में कोरोनो मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए संक्रमण को रोकने के लिए जिला मुख्यालय पर आईटीआई के पीछे स्थित भवन मंे कोविड केयर सेंटर की शुरूआत की गई है। 

बाड़मेर जिला मुख्यालय पर बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लक्षण रहित कोरोना मरीजों के लिए आई टी आई छात्रावास में कोरोना केयर सेंटर स्थापित करने के साथ छह मरीजांे को शिफ्ट किया गया है।  इसमें प्रत्येक मरीज को अलग अलग कमरा दिया गया है,ताकि क्रॉस इंफेक्शन से बचा जाए। प्रत्येक मरीज के बाल्टी, मग, साबुन, पानी का कैंफर इतियादी उपलब्ध कराए गए है,ताकि कोई भी वस्तु आपस में शेयर नहीं करे। प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डा.बी.एल.मंसूरिया ने बताया कि राजकीय हॉस्पिटल में साधारण बीमारियों के उपचार के लिए आने वाले मरीजों मंे किसी तरह का संक्रमण नही फैले,इसके लिए यह कदम उठाया गया है। उनके मुताबिक कोविड केयर सेंटर में समस्त प्रकार के उपकरण ई सी जी मशीन, नुबिलाइजर, हाई फ्लो मस्क, पल्स ऑक्सीमीटर,ऑक्सीजन सिलिंडर, ग्लूकोमीटर के साथ समस्त तरह के उपकरण एवं मेडिसिन उपलब्ध कराई गई है। यहां राउंड द क्लॉक एक नर्सिंग स्टाफ एवं एक डॉक्टर की ड्यूटी लगाई गई है। उल्लेखनीय है कि सोमवार को जिला कलक्टर कलक्टर विश्राम मीणा एवं बाडमेर विधायक मेवाराम जैन, उपखंड अधिकारी नीरज मिश्र ने आईटीआई के पास भवन का निरीक्षण कर कोविड केयर सेंटर प्रारंभ करने के  निर्देश   दिए थे।

बाड़मेर, ग्राम रोजगार सहायक के परिजनांे को सौंपे 8 लाख -प्रदेश मंे पहली मर्तबा अनूठी पहल,ग्राम रोजगार सहायक का कुछ दिन पहले हुआ था निधन।

 बाड़मेर, ग्राम रोजगार सहायक के परिजनांे को सौंपे 8 लाख

-प्रदेश मंे पहली मर्तबा अनूठी पहल,ग्राम रोजगार सहायक का कुछ दिन पहले हुआ था निधन।

बाड़मेर,19 मई। पंचायतीराज विभाग के कार्मिकांे ने प्रदेश मंे पहली मर्तबा अनूठी पहल करते हुए मनरेगा संविदा कार्मिक के परिजनांे को 8.30 लाख रूपए की सहायता राशि एकत्रित कर सौंपी। गागरिया ग्राम पंचायत मंे कार्यरत ग्राम रोजगार सहायक हड़वंताराम का कुछ दिन पहले निधन हो गया था। मनरेगा संविदा कार्मिक के असामयिक निधन पर पर किसी तरह की सहायता देने का प्रावधान नहीं है।

बाड़मेर जिले की गागरिया ग्राम पंचायत मंे मनरेगा मंे कार्यरत ग्राम रोजगार सहायक हड़वंताराम का कुछ दिन पूर्व निधन हो गया था। इस दौरान वे कोविड-19 की डयूटी दे रहे थे। चूंकि मनरेगा संविदा कार्मिक की मृृत्यु हो जाने पर राज्य सरकार की ओर से परिजनांे को अनुकंपात्मक नियुक्ति अथवा किसी प्रकार की सहायता देने का प्रावधान नहीं है। कुछ समय पूर्व किसी कार्मिक के कोविड-19 संक्रमित होकर मृत्यु हो जाने पर राज्य सरकार की ओर से 50 लाख की सहायता  राशि  का प्रावधान किया गया था। लेकिन ग्राम रोजगार सहायक हड़वंताराम किसी भी प्रकार से सहायता पाने का पात्र नहीं था। ऐसे मंे जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू की ओर से पंचायतीराज विभाग बाड़मेर व्हाटसअप गु्रप पर संविदा कार्मिक को यथासंभव सहयोग राशि का अनुरोध किया गया। इसके बाद पंचायतीराज विभाग के कार्मिकांे ने पहल करते हुए अपनी निजी आय से 8.30 लाख रूपए एकत्रित किए। मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू, परियोजना अधिकारी लेखा जसराज चौहान,रामसर पंचायत समिति के विकास अधिकारी पूनमाराम विष्नोई, ग्राम विकास अधिकारी मूलाराम ने ग्राम रोजगार सहायक के घर पहुंचकर शोक संतप्त परिवार को सांत्वना दी। उन्हांेने पंचायतीराज विभाग के कार्मिकांे की ओर से एकत्रित की गई राशि का चैक ग्राम रोजगार सहायक के परिजनांे को सौंपा। विकास अधिकारी पूनमाराम विष्नोई ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी रतनू के निर्देशन मंे इस पहल के लिए आभार जताया। उल्लेखनीय है कि ग्राम रोजगार सहायक हड़वंताराम परिवार की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर होने के साथ उसके तीन संतान है। ऐसे मंे आर्थिक सहयोग मिलने से उसके परिवार को खासी राहत मिली है।




बाड़मेर, सीईओ ने किया क्वारेंटाइन सेंटर का निरीक्षण

बाड़मेर,  सीईओ ने किया क्वारेंटाइन सेंटर का निरीक्षण


बाड़मेर,19 मई। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू ने मंगलवार को रामसर पंचायत समिति मंे कोविड-19 की रोकथाम के लिए क्वारेंटाइन सेंटर का निरीक्षण कर समुचित व्यवस्थाएं सुनिष्चित करने के  निर्देश   दिए।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू ने रामसर पंचायत समिति क्षेत्र मंे राजकीय अंबेडकर छात्रावास रामसर, राजकीय बालिका माध्यमिक विद्यालय रामसर, मालू राउमावि रामसर, राउमावि गागरिया, स्टेषन गागरिया के भवन मंे क्वारेंटाइन रखे जाने वाले व्यक्तियांे के लिए की गई व्यवस्थाआंे का जायजा लिया। उन्हांेने क्वारेंटाइन सेंटर मंे बिजली,पानी, भोजन एवं बिस्तरांे की समुचित व्यवस्था सुनिष्चित करने के  निर्देश   दिए। इस दौरान परियोजना अधिकारी लेखा जसराज चौहान, विकास अधिकारी पूनमाराम विष्नोई समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।


सोमवार, 11 मई 2020

बाड़मेर, ग्रामीणांे की स्क्रीनिंग के निर्देश,जिला कलक्टर एवं एसपी पहुंचे ढीढस

 बाड़मेर, ग्रामीणांे की स्क्रीनिंग के निर्देश,जिला कलक्टर एवं एसपी पहुंचे ढीढस

-ग्रामीणांे से संक्रमण प्रभावित क्षेत्र मंे की जा रही व्यवस्थाआंे मंे सहयोग का अनुरोध।


बाड़मेर,11 मई। कोरोना पोजिटिव मिलने के बाद जिला कलक्टर विश्राम मीणा एवं पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने सोमवार को ढीढस पहुंचकर कोरोना की रोकथाम संबंधित गतिविधियांे का जायजा लिया। उन्हांेने चिकित्सा विभाग के अधिकारियांे को ग्रामीणांे की स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर विश्राम मीणा एवं पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने ढीढस मंे सिवाना उपखंड अधिकारी प्रमोद सिरवी एवं अन्य अधिकारियांे से ग्रामीणांे की स्क्रीनिंग एवं अन्य रोकथाम गतिविधियांे के बारे मंे जानकारी ली। उन्हांेने कहा कि पूरे इलाके को सेनेटाइजर करवाने के साथ संपर्क मंे आने वाले समस्त लोगांे की प्रभावी तरीके से स्क्रीनिंग की जाए। इसके अलावा पूरे क्षेत्र मंे चिकित्सा विभाग की टीमांे के जरिए डोर टू डोर सर्वे कराया जाए। जिला कलक्टर मीणा ने बाहर से आए प्रवासियों के होम आइसोलेशन के बारे में जानकारी लेते हुए कड़ाई से इसकी पालना करवाने के निर्देश दिए। उन्हांेने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए लॉक डाउन की पालना करवाने के साथ किसी तरह की कौताही नहीं बरती जाएं। जिला कलक्टर विश्राम मीणा एवं पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने ग्रामीणांे से संक्रमण प्रभावित क्षेत्र मंे जिला एवं पुलिस प्रशासन तथा चिकित्सा विभाग की ओर से की जा रही व्यवस्थाआंे मंे सहयोग करने का अनुरोध किया। इस दौरान उपखंड अधिकारी प्रमोद सिरवी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरपतसिंह भाटी, तहसीलदार राकेश जैन, पुलिस उप अधीक्षक सुभाषचन्द्र खोजा, विकास अधिकारी रामावतार शर्मा समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। इधर, ढीढस में कोरोना का पोजिटिव मरीज सामने आने के बाद कर्फ्यू लगाने के साथ लोगांे की आवाजाही पर पूर्णतया रोक लगा दी गई है। साथ ही पर्याप्त मात्रा मंे पुलिस जाब्ता भी तैनात किया गया है।
कोरोना से निपटने के लिए सहयोग की अपीलः जिला कलक्टर विश्राम मीणा एवं पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने आमजन से कोरोना से निपटने के लिए सहयोग की अपील की है। उनके मुताबिक कोरोना की रोकथाम के लिये ऐसे व्यक्ति एवं परिवार जिन्हें क्वारेंटाइन किया गया है। इसके अलावा संक्रमण से प्रभावित क्षेत्रों में इसको रोकने के लिए जिला प्रशासन, पुलिस एवं चिकित्सा विभाग की ओर से व्यवस्थाएं की जा रही हैं, उसमें पूरा-पूरा सहयोग करें। सावधानियों और निर्देशों की पालना नहीं करने वाले व्यक्तियांे की सूचना तत्काल जिला एवं पुलिस प्रशासन को दें। जिला कलक्टर विश्राम मीणा ने बताया कि जिले में संक्रमण और अधिक नहीं फैले, इसके लिए प्रभावित क्षेत्रों में कर्फ्यू व्यवस्था लागू की गई है। इसके अलावा संक्रमित व्यक्तियों के यात्रा विवरण एवं उनके संपर्क में आने वाले अन्य व्यक्तियांे के बारे में पड़ताल करते हुए उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराया जा रहा है। उनके मुताबिक निर्देशों का उल्लंघन करने पर कानूनी कार्यवाही अमल मंे लाते हुए संबंधित व्यक्ति को संस्थागत क्वारेंटाइन मंे भेजा जाएगा। 

मंगलवार, 28 अप्रैल 2020

बाड़मेर, कोरोना से जंगःमहिला प्रशासनिक अधिकारियों ने संभाली कमान -संवेदनशील इलाकांे का जिम्मा संभाला,लगातार 18 से घंटे तक डयूटी।

बाड़मेर,  कोरोना से जंगःमहिला प्रशासनिक अधिकारियों ने संभाली कमान
-संवेदनशील इलाकांे का जिम्मा संभाला,लगातार 18 से घंटे तक डयूटी।



बाड़मेर,28 अप्रैल। गुजरात एवं अन्य जिलांे से कोई कोरोना संदिग्ध बाड़मेर जिले की सीमा मंे प्रवेश नहीं कर जाए। इसकी मोनिटरिंग का जिम्मा महिला प्रशासनिक अधिकारियांे ने संभाल रखा है। जिला कलक्टर समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारियांे के साथ नियमित रूप से संपर्क मंे रहने के साथ लगातार 18 से 20 घंटे डयूटी दे रही है। करीब दो माह से इनका अपने परिवार से सिर्फ मोबाइल पर संपर्क हो पा रहा है।
पूरी दुनिया इन दिनांे कोरोना वायरस से जूझ रही है। इससे निपटने के लिए हर कोई अपने स्तर पर प्रयास कर रहा है। सरहदी बाड़मेर जिले मंे धोरीमन्ना एवं सिणधरी, गुड़ामालानी, बालोतरा, सिवाना, बायतू एवं चौहटन उपखंड बाहरी लोगांे के प्रवेश के लिहाज से काफी  संवेदनशील है। इनमंे से धोरीमन्ना एवं सिणधरी उपखंड मुख्यालय तथा सिणधरी तहसील का जिम्मा महिला  प्रशासनिक अधिकारियांे ने संभाल रखा है।

धोरीमन्ना उपखंड अधिकारी कुसुमलता चौहान
-चार वर्ष से बेटे से होली के बाद नहीं मिली, क्रिटिकल इलाके की जिम्मेदारी।


धोरीमन्ना उपखंड अधिकारी कुसुमलता चौहान महज चार माह के कार्यकाल के बावजूद कोरोना से जंग मंे जुटी हुई है। गुजरात,महाराष्ट्र,दक्षिण भारत से आने वाले अधिकतर लोग धोरीमन्ना के रास्ते बाड़मेर जिले मंे प्रवेश करते है। चिकित्सकीय सुविधाआंे के लिए अधिकांश लोग गुजरात के अस्पतालांे की सेवाएं लेते है। ऐसे मंे प्रोबेशन पीरियड के साथ जिले के सबसे क्रिटिकल इलाके मंे उपखंड अधिकारी के तौर पर इनकी भूमिका बेहद महत्वपूर्ण हो गई है। उपखंड अधिकारी चौहान होली के बाद से अभी तक तक अपने परिवार से मिलने नहीं जा पाई है। उनके चार वर्ष का छोटा बेटा है। चौहान बताती है कि इस समय उनके लिए कर्तव्य से बढ़कर कुछ नहीं है। अपने परिवार से वीडियो कॉल के जरिए बात हो पाती है। चूंकि धोरीमन्ना काफी  संवेदनशील है, ऐसे मंे सदैव डयूटी पर जाने एवं मोनिटरिंग के लिए तैयार रहना पड़ता है। जिला कलक्टर एवं अतिरिक्त जिला कलक्टर की ओर से समय-समय पर मार्गदर्शन के साथ निर्देशों की पालना सुनिश्चित करवाने का प्रयास किया जा रहा है। पिछले एक माह मंे कई प्रकार की चुनौतियांे के बावजूद लॉक डाउन का प्रभावी तरीके से पालन करवाया गया है। इस समय इनकी डयूटी  विशेष तौर से गांधव चेक पोस्ट पर है। इनका प्रयास है कि कोई भी संक्रमित व्यक्ति बाड़मेर जिले मंे  प्रवेश  नहीं कर पाए। इसके लिए वे लगातार मोनिटरिंग के साथ टीम वर्क के जरिए कार्मिकांे का हौसला अफजाई करती रहती है।

सिणधरी उपखंड अधिकारी कंचन राठौड़
-पांच वर्षीय बेटी पूछती है कब आओगे,लगातार 18 से 20 घंटे काम।


सिणधरी उपखंड अधिकारी कंचन राठौड़ लॉक डाउन एवं उपखंड अधिकारी के दायित्व के चलते पिछले 50 दिनांे से अपने परिवार से नहीं मिल पाई है। उनका परिवार जैसलमेर मंे रहता है। उनके 11 एवं 5 वर्षीय दो बच्चे है। इन दिनांे कोरोना की रोकथाम एवं लॉक डाउन की पालना करवाने के अलावा अन्य कार्याें को संपादित करने के लिए 18 से 20 घंटे की सेवाएं देनी पड़ रही है। कोरोना संक्रमण अथवा लॉक डाउन के संबंध मंे नियमित रूप से मोनिटरिंग के साथ शेल्टर होम एवं प्रवासी तथा बेघर लोगांे के लिए व्यवस्था तथा ग्राम स्तरीय सतर्कता टीमांे के जरिए सर्वे, स्क्रीनिंग, होम क्वारेंटाइन की पालना सरीखे कई कार्य इनके मार्गदर्शन मंे संपादित किए जा रहे है।
इसके अलावा बतौर कार्यपालक मजिस्टेªट इनकी भूमिका बढ़ जाती है। वे बताती है कि अक्सर उनकी पांच वर्षीय बेटी फोन पर पूछती है कि आप घर कब आओगी। जब भी बच्चांे से वीडियो कॉल पर बात होती है,तो उस समय आंखे नम हो जाती है। उनकी सास अक्सर बीमार रहती है। बावजूद इसके सास, ससुर, पति उनको स्वयं को सुरक्षित रखते हुए मजबूती से अपने कर्तव्य पालन के लिए प्रेरित करते है। वे बताती है कि इन दिनांे खाना भी स्वयं बनाना पड़ता है। कई बार खाने के लिए समय भी नहीं मिल पाता। कई बार लगातार फील्ड मंे रहते है तो कई बार कानून व्यवस्था,मोबाइल पर मिले निर्देशों की पालना मंे जन समस्या के निराकरण मंे। लेकिन अभी उनकी पहली प्राथमिकता यही है कि बाड़मेर कोरोना से सुरक्षित रहे। वे लोगांे से अपील करती है कि आप परिवार के साथ अपने घर पर सुरक्षित रहते हुए कोरोना से बचे।

सिणधरी तहसीलदार ममता लहुआ
-कोरोना की रोकथाम के लिए सदैव तत्पर,मोनिटरिंग की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी।


 सिणधरी तहसीलदार ममता लहुआ प्रभावी मोनिटरिंग के जरिए कोरोना की रोकथाम के लिए प्रयासरत है। आमतौर पर 16 से 18 घंटे तक सेवाएं दे रही है। यह स्थानीय स्तर पर पारिवारिक जिम्मेदारी का निवर्हन करने के साथ प्राथमिकता से राजकीय कार्य संपादित कर रही है।
जिला प्रशासन की ओर से मिले निर्देशों की पालना मंे ग्राम स्तरीय टीमांे के जरिए मोनिटरिंग, होम क्वारेंटाइन के आदेशों की पालना, व्हाटसअप एवं मोबाइल पर अधीनस्थ कार्मिकांे को समय-समय पर आवश्यक निर्देश देने के साथ फील्ड मंे रहकर कोरोना रोकथाम इंतजाम सुनिष्चित करना, इसकी दिनचर्या का अहम हिस्सा है। ये बताती है कि उनका प्रयास है कि बाड़मेर जिले मंे कोरोना संक्रमित  प्रवेश नहीं करें। इसके लिए कार्मिकांे को गंभीरता से डयूटी करने के लिए प्रोत्साहित एवं निर्देशित करती है। चेक पोस्ट के नियमित निरीक्षण के साथ फील्ड विजिट के दौरान आमजन को लॉक डाउन एडवायजरी की पालना के लिए प्रोत्साहित करती है। वे बताती है कि इन दिनांे तसल्ली से परिजनांे से बात करने एवं खाने का समय नहीं मिल पाता। लेकिन मौजूदा समय मंे जब पूरा देश कोरोना से जंग मंे जुटा है, ऐसे मंे उनकी यह उनकी भी प्राथमिकता है। उनके मुताबिक उनके पति, सास और परिवार के लोग कर्तव्य पालन के लिए प्रेरित करते रहते है। इसकी बदौलत वे इस महत्वपूर्ण उत्तरदायित्व को निभा पा रही है।

बुधवार, 22 अप्रैल 2020

बाड़मेर,अगले माह से आधार कार्ड के माध्यम से वितरित होगा गेहूं

  

बाड़मेर,अगले माह से आधार कार्ड के माध्यम से वितरित होगा गेहूं
बाड़मेर,21 अप्रैल। कोरोना की रोकथाम के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ राशन वितरण व्यवस्था को अधिक प्रभावी बनाने के लिए मई माह से राशन कार्ड नंबर के स्थान पर आधार कार्ड नंबर दर्ज कर ओटीपी के माध्यम से गेहूं का वितरण किया जाएगा।
जिला कलक्टर विश्राम मीणा ने बताया कि राज्य सरकार ने लॉकडाउन के दौरान आमजन को आसान एवं पारदर्शी तरीके से राशन सामग्री उपलब्ध कराने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत पोस मशीन से राशन वितरण बायो मैट्रिक सत्यापन के स्थान पर ओटीपी से किया जा रहा है। ओटीपी नहीं आने पर राशन कार्ड नंबर रजिस्टर में दर्ज कर राशन वितरण किया जा रहा है। जिला कलक्टर मीणा ने बताया कि अब लाभार्थी को राशन सामग्री प्राप्त करने के लिए आधार कार्ड साथ में लाना अनिवार्य होगा। उचित मूल्य दुकानदार की ओर से आधार कार्ड नम्बर पोस मशीन में दर्ज कर ओटीपी के माध्यम से लाभार्थी को खाद्यान्न वितरण किया जाएगा। इसके अलावा डोर-टू-डोर डिलीवरी की भी व्यवस्था की गई है। जिला कलक्टर विश्राम मीणा ने बताया कि उचित मूल्य दुकानदारांे को कोरोना संक्रमण की रोकथाम के संबंध में जारी एडवाइजरी का पालना सुनिष्चित करने के निर्देष दिए गए है। इसके अलावा अधिकतम खुदरा मूल्य से ज्यादा कीमत पर सामान बेचने पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
राशन सामग्री आपूर्ति के लिए प्रभावी मॉनिटरिंगः बायो मैट्रिक व्यवस्था बन्द करने के उपरांत शिकायतों की रोकथाम के लिए राज्य सरकार स्तर से प्रतिदिन जिला रसद अधिकारियों एवं राशन डीलर्स से विभिन्न बिन्दुओं पर सूचना ली जा रही है। जिला कलक्टर मीणा ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान समय पर राशन आपूर्ति सुनिश्चित करने के साथ नवीन व्यवस्था का किसी भी स्तर पर दुरूपयोग नहीं हो, इसकी नियमित मॉनिटरिंग उच्च स्तर से की जा रही है। डोर-टू-डोर राशन उपलब्ध कराने में उचित मूल्य दुकानदारांे की ओर से अपेक्षित सहयोग मिल रहा है।
समस्त नागरिकों को मास्क पहनना अनिवार्यः कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम एवं लॉकडाउन की पालना के लिए आपदा प्रबन्धन अधिनियम 2005 के अनुसार समस्त नागरिकों को मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है। जिला कलक्टर विश्राम मीणा के मुताबिक इसकी पालना नहीं करने पर 1 साल की सजा अथवा जुर्माना अथवा दोनों का प्रावधान है। इसके अलावा समस्त मकान मालिकांे को पाबन्द किया गया है कि सभी डाक्टर्स, नर्सेज, पैरामेडिकल स्टाफ एवं मेडिकल टेक्निशियन, श्रमिकों एवं मजदूरों से जबरन मकान खाली नहीं करवाया जाए।

शुक्रवार, 10 अप्रैल 2020

बाड़मेर, नगरीय क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थानांे तथा कृषि मंडियों में मास्क पहनना अनिवार्य

बाड़मेर,  नगरीय क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थानांे तथा
कृषि मंडियों में मास्क पहनना अनिवार्य
- आदेशों का उल्लंघन आईपीसी की धारा 188 के तहत दंडनीय होगा।



बाड़मेर,10 अप्रैल। कोरोना की रोकथाम के लिए नगरीय क्षेत्रों मंे
सार्वजनिक स्थानांे एवं कृषि मंडियांे मंे मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया
गया है। इसके लिए राज्य सरकार ने निकाय क्षेत्रों एवं राज्य की अधिसूचित
मंडियों में इसकी पालना  सुनिश्चित  करने के आदेश जारी किए हैं।
जिला कलक्टर विश्राम मीणा ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार
बाड़मेर जिले के नगरीय क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थानांे तथा कृषि
मंडियों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है। उनके मुताबिक व्यापक जनहित
को देखते हुए आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 22 के तहत आदेश जारी किए हैं
कि सभी व्यक्तियों को, चाहे वह किसी भी उद्देश्य, कारण अथवा प्राधिकार से
किसी भी सार्वजनिक स्थल यथा सड़क, गली, अस्पताल, बाजार में जा रहे हों,
उनको थ्री लेयर वाले स्टैंडर्ड मास्क अथवा कपड़े से बना मास्क लगाना
अनिवार्य होगा। उन्हांेने बताया कि निजी अथवा राजकीय वाहन में यात्रा कर
रहे व्यक्तियों को भी मास्क लगाना अनिवार्य होगा। इसके अलावा किसी भी
साइट, कार्यालय अथवा कार्यस्थल पर कार्यरत व्यक्तियों को भी मास्क लगाना
जरूरी होगा। आदेश के अनुसार केमिस्ट की दुकान पर उपलब्ध स्टैंडर्ड मास्क
के अलावा घर में बने कपड़े के मास्क भी उपयोग मंे लिया जा सकता है। कपड़े
से बने इन मास्क को उपयोग के बाद विसंक्रमित करना और अच्छी तरह धोना
जरूरी होगा। कार्य स्थलों पर नियोक्ता को यह सुनिश्चित करना होगा कि उसके
समस्त कर्मचारी थ्री लेयर मास्क का उपयोग करें। इन आदेशों का उल्लंघन
आईपीसी की धारा 188 के तहत दंडनीय होगा। जिला कलक्टर मीणा ने बताया कि
राज्य सरकार के निर्देशानुसार संबंधित जिला कलक्टर, अतिरिक्त जिला
मजिस्ट्रेट, उपखंड मजिस्ट्रेट, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, सब इंस्पेक्टर
एवं उससे ऊपर की रैंक के पुलिस अधिकारी, रेवेन्यू इंस्पेक्टर, सैनिटरी
इंस्पेक्टर और इससे ऊपर के स्तर के स्थानीय निकायों के अधिकारी तथा मंडी
सचिव को यह आदेश लागू करने के लिए अधिकृत किया गया है।

बाड़मेर के गरीबों में राशन बांट रहे बीएसएफ जवान, कही दिल को छू लेने वाली बात

बाड़मेर के गरीबों में राशन बांट रहे बीएसएफ जवान, कही दिल को छू लेने वाली बात
   
संपूर्ण विश्व कोरोना महामारी से लड़ रहा है और संपूर्ण भारत में लॉकडाउन कर दिया गया है।

बाड़मेर। चीन से निकले कोरोनावायरस ने पूरे विश्व को चपेट में ले लिया। भारत में भी तेजी से वायरस पैर पसार रहा है, जिसके केंद्र और राज्य की सरकार लगातार रोकने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है।


मूल्यांकन में लॉकडाउन के 19 दिन पूरे हो चुके हैं। बॉर्डर पर देश की सीमाओं की रक्षा करने वाले जवान अब इस महामारी में भी भारत-पाक सीमा से सटे गाँवों में खाद्य सामग्री दे रहे हैं, जो अपने आप का निले तारीफ है। भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध में इन गांवों में रहने वाले लोगों ने सेना के जवानों के साथ भी कंधे से कंधे मिलाकर युद्ध लड़ने में मदद की थी। अब बीएसएफ की अलग-अलग बटालियन इन दर्जनों गांवों में जरूरतमंदों को खाद्य सामग्री भी सोशल डिस्टेंस के साथ बांट रहे हैं।


सीमा सटे दर्जनों गांवों में खाद्य सामग्री वितरण की। बीएसएफ जवानों के मुताबिक, पूरे विश्व कोरोना महामारी से लड़ रहा है और पूरे भारत में लॉकडाउन कर दिया गया है। भारत की केंद्र, राज्य सरकारें, संस्थाए, संगठन, हर व्यक्ति जरूरतमंदों की मदद करते हुए खाद्य सामग्री और अन्य वस्तुओं तक पहुंच रहे हैं। सीमा सुरक्षा बल ने भी सीमा से सटे गांव जुम्मे की बस्ती, अकली सहित दर्जनो गांव में खाद्य सामग्री दी और कहा कि हमारी फर्ज भी बन जाती है कि इस विकट परिस्थितियों में हमें जरूरतमंदों की सहायता करनी चाहिए।


गौरतलब है कि सरकारों की मंशा है कि कोई भी व्यक्ति भूखा न सोए और देशभर के भामाशाहो से अपील की है कि इस वैश्विक महामारी में आगे आकर अपने धन का सदुपयोग करें। सीमा प्रहरी भी इसमें पीछे नहीं है।

गुरुवार, 9 अप्रैल 2020

बाड़मेर कितनोरिया पहूंचे संभागीय आयुक्त एवं पुलिस महानिरीक्षक - कोरोना की रोकथाम के लिए होम आइसोलेशन को प्राथमिकता दें।

 बाड़मेर  कितनोरिया पहूंचे संभागीय आयुक्त एवं पुलिस  महानिरीक्षक 
-  कोरोना की रोकथाम के लिए होम आइसोलेशन  को प्राथमिकता दें। 


बाड़मेर,09 अप्रैल। बाड़मेर जिले में पहला कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद संभागीय आयुक्त बाबूलाल कोठारी एवं पुलिस महानिरीक्षक नवज्योति गोगोई ने गुरुवार को कितनोरिया गांव का दौरा किया। उन्होंने कोरोना की रोकथाम संबंधित  गतिविधियों की जानकारी लेने के साथ ग्रामीणों की स्क्रीनिंग एवं लॉक डाउन के प्रावधानों की पालना सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए।
संभागीय आयुक्त बाबूलाल कोठारी एवं पुलिस महानिरीक्षक नवज्योति गोगोई ने कितनोरिया में प्रशासनिक अधिकारियों एवं चिकित्सा विभाग के कार्मिकों से अब तक की स्थिति एवं आगामी कार्य योजना के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कोरोना की रोकथाम के लिए बाहर से आए लोगों को होम आइसोलेशन की प्राथमिकता से पालना करवाने के निर्देश दिए। इससे पूर्व जिला कलक्टर विश्राम मीणा एवं पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने भी गुरूवार सुबह  कितनोरिया पहुंचकर कोरोना की रोकथाम संबंधित गतिविधियों का जायजा लिया। जिला कलक्टर विश्राम मीणा एवं पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने पोजिटिव मरीज के संपर्क मंे आए अन्य लोगांे की चिकित्सकीय जांच एवं होम आइसोलेशन के बारे मंे जानकारी ली। उन्हांेने पूरे गांव को सेनेटाइजर करवाने के साथ संपर्क मंे आने वाले समस्त लोगांे की प्रभावी स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर मीणा ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. कमलेश चौधरी एवं चिकित्सा विभाग के अन्य अधिकारियों को कितनोरिया के आसपास के गांवांे में भी एहतियात के तौर पर प्रभावी ढ़ग से स्क्रीनिंग करवाने के लिए कहा। जिला कलक्टर मीणा ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए लॉक डाउन की पालना करवाने के साथ किसी तरह की कौताही नहीं बरती जाएं। उन्हांेने कोरोना की रोकथाम संबंधित गतिविधियांे के बारे मंे प्रशासनिक, पुलिस एवं चिकित्सा विभाग के अधिकारियांे से जानकारी लेने के साथ गुजरात एवं अन्य जिलांे से सटी सीमा पर विशेष चौकसी बरतने के निर्देश दिए। इस दौरान चौहटन उपखंड अधिकारी वीरमाराम समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। इधर, जिला कलक्टर विश्राम मीणा ने बताया कि कितनोरिया मंे कोरोना का पोजिटिव मरीज सामने आने के बाद कर्फ्यू लगाने के साथ लोगांे की आवाजाही पर पूर्णतया रोक लगा दी गई है। भारी तादाद मंे पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है। बाड़मेर जिले मंे किसी भी बाहरी व्यक्ति के बिना किसी ठोस आधार के प्रवेष पर पूर्णतया रोक लगा दी गई है। उन्हांेने बताया कि कितनोरिया गांव मंे घर-घर स्क्रीनिंग करवाई जा रही है।

 जैसलमेर जिले से जुड़े कच्चे रास्ते बंद करवाएं
बाड़मेर, 09 अप्रैल। कोरोना की रोकथाम के जैसलमेर जिले से जुड़े हुए कच्चे रास्तों को बंद करवाया गया।
बायतु उपखंड मजिस्ट्रेट विवेक व्यास ,तहसीलदार शिवजी राम  एवं थानाधिकारी भंवरलाल की मौजूदगी में पोकरण से जुड़े कच्चे रास्ते बंद किए गए। इसके लिए खोखसर सरपंच चुनाराम जाखड़,  रतेऊ के भूराराम गोदारा एवं हीरा की ढाणी विरदाराम ने संसाधन
उपलब्ध कराए । राजबेरा के मनोहर सिंह भाटी ने बताया कि शिव में राजबेरा से केसुम्बला हरचन्द एव केसुम्बला पाना आने वाला रास्ता,उण्डू से हनुमानपूरा होकर केसुम्बला हरचन्द आने वाला कच्चा रास्ता दो स्थानों  पर बंद किया गया।

बाड़मेर, अन्य जिलांे से लौटे शिक्षकों को 14 दिन तक होम आइसोलेशन मंे रहना होगा

 बाड़मेर, अन्य जिलांे से लौटे शिक्षकों को 14 दिन
तक होम  आइसोलेशन  मंे रहना होगा
-जिला कलक्टर ने निर्देश पर मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी ने जारी किए निर्देश ।



बाड़मेर,09 अप्रैल। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए अन्य जिलांे से लौटे शिक्षकों को 14 दिनांे तक होम आइसोलेशन पर रहना होगा। जिला कलक्टर विश्राम मीणा के निर्देश पर मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी डालूराम चौधरी ने इस संबंध मंे निर्देश जारी किए है।
मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी डालूराम चौधरी ने बताया कि यह जानकारी मंे आया है कि लॉक डाउन की घोषणा के बाद कई अन्य जिलांे के अध्यापक मुख्यालय छोड़ने की अनुमति नहीं होने के बावजूद अपने गृह जिलांे मंे चले गए है। इन लोगों की ओर से अवकाश भी स्वीकृत नहीं कराया गया है। यह यह कार्मिक छुपके से वापिस बाड़मेर लौट रहे है। साथ ही अपनी यात्रा का विवरण छिपाते हुए कार्यग्रहण कर रहे है। ऐसे मंे यह कार्मिक अपना खुद का नुकसान करने के साथ कोरोना ट्रांसपोर्टर बनकर बड़ा नुकसान कर सकते है। उनके मुताबिक कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम एवं प्रभावी अंकुश के लिए अन्य जिलांे जयपुर,जोधपुर, भीलवाड़ा, झूंझनू,टांेक,बीकानेर एवं अन्य समस्त जिलांे से जो शिक्षक  लौटे है। वे शिक्षक 14 दिन तक अनिवार्य एवं आवष्यक रूप से होम आइसोलेशन मंे रहे। इसकी कठोरता से पालना सुनिष्चित की जाए। उन्हांेने निर्देश दिए है कि होम आइसोलेशन मंे रखे गए लोगांे की निगरानी के लिए गठित निगरानी सतर्कता टीमांे मंे संक्रमित जिलांे से लौटे कार्मिकांे को शामिल नहीं करने के निर्देश दिए है।  निर्देश के अनुसार कोरोना संक्रमण के लक्षण वाले कार्मिक एवं कोरोना संक्रमित के संपर्क मंे आने वाले कार्मिक संपर्क के उपरांत स्वास्थ्य परीक्षण अनिवार्य रूप से करवाएं। किसी भी व्यक्ति मंे कोरोना संक्रमण मंे लक्षण है और उसकी ओर से जान बूझकर स्वास्थ्य परीक्षण नहीं करवाया जा रहा है। इसके अलावा वह होम आइसोलेशन मंे भी नहीं है तो उसके खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्यवाही अमल मंे लाई जाएगी। 

शनिवार, 28 मार्च 2020

बाड़मेर,सब्जी मंडी मंे 5 मीटर की दूरी पर ठेले खड़े रखने के निर्देश

बाड़मेर,सब्जी मंडी मंे 5 मीटर की दूरी पर ठेले खड़े रखने के निर्देश
-आम आदमी के  प्रवेश   पर रोक,निर्देशों की अवहेलना करने पर होगी सख्त कार्रवाई।


बाड़मेर, 28 मार्च। कृषि मंडी स्थित सब्जी मंडी मंे व्यापारियांे को 5-5 मीटर की दूरी पर ठेले खड़े रखने के निर्देश दिए गए है। निर्देशों की अवहेलना करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस मंडी मंे आम आदमी के सब्जी खरीदने के लिए  प्रवेश   पर रोक लगा दी गई है।

बाड़मेर उपखंड अधिकारी नीरज मिश्र ने कोरोना वायरस की संक्रमण की रोकथाम के लिए शनिवार को प्रातः 7 बजे कृषि उपज मंडी स्थित सब्जी मंडी का निरीक्षण किया। इस दौरान करीब 1000 की तादाद मंे आमजन एवं छोटे तथा होलसेल व्यापारियांे की भीड़ लगी हुई थी। यह कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए उपखंड अधिकारी मिश्र ने इसको अत्यंत गंभीरता से लेते हुए कृषि मंडी सचिव को 5-5 मीटर की दूरी पर सब्जी विक्रेताआंे के ठेले खड़े करवाने के निर्देश दिए। उन्हांेने निर्देशित किया कि प्रातः 4 बजे छोटे एवं होलसेल व्यापारियांे के लिए सब्जी मंडी मंे सब्जी की बिक्री की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। ताकि आम आदमी सब्जी खरीदने के लिए सब्जी मंडी मंे नहीं आएं। उन्हांेने आम आदमी का  प्रवेश  निषेध करने के निर्देश दिए। इसके अलावा बाड़मेर तहसीलदार को कृषि उपज मंडी मंे उपस्थित रहने एवं पुलिस उप अधीक्षक को प्रातः 4 बजे सब्जी मंडी मंे पर्याप्त पुलिस जाब्ता उपलब्ध करवाते हुए कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए जारी किए गए निर्देशों  की कठोरता से पालना सुनिश्चित करवाने के लिए कहा गया है।

रविवार, 15 मार्च 2020

बाड़मेर,श्री मल्लीनाथ तिलवाड़ा पशु मेले का आयोजन निरस्त

बाड़मेर,श्री मल्लीनाथ तिलवाड़ा पशु मेले का आयोजन निरस्त


बाड़मेर,15 मार्च। श्री मल्लीनाथ तिलवाड़ा पशु मेले के आयोजन को निरस्त कर दिया गया है। यह मेला 19 मार्च से तिलवाड़ा मंे आयोजित होना था।

जिला कलक्टर अंशदीप ने बताया कि जिला कलक्टर एवं पशु मेला प्रभारी अधिकारी की ओर से भेजे गए पत्र के बाद पशुपालन विभाग के शासन सचिव डा. वीरेन्द्रसिंह ने श्री मल्लीनाथ पशु मेला वर्ष 2020 के आयोजन को तत्काल प्रभाव से निरस्त करने के आदेश दिए है। तिलवाड़ा मंे सालाना आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय श्री मल्लीनाथ पशुमेले मंे पशु प्रतियोगिताएं एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम मुख्य आकर्षण के केन्द्र रहते है। मेले मंे बहुतायत से लोग शामिल होते है। इधर, विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से कोरोना वायरस के संक्रमण को महामारी घोषित किया गया है। ऐसे मंे जिला प्रशासन की ओर से मेले के दौरान लोगांे मंे संक्रमण की आशंका के मददेनजर एहतियात के तौर पर मेले के आयोजन को निरस्त करने का अनुरोध किया था।