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गुरुवार, 16 जुलाई 2020

जैसलमेर ,सरहद के सुल्तान पहुंचे होटल फेयर माउंट ,गहलोत को दिया आशीर्वाद

जैसलमेर ,सरहद के सुल्तान पहुंचे होटल फेयर माउंट ,गहलोत को दिया आशीर्वाद 


जैसलमेर पश्चिमी सीमावर्ती जैसलमेर जिले में सरहद के सुल्तान के नाम से विख्यात सिंधी मुस्लिम धर्म गुरु गाज़ी फ़क़ीर गुरुवार को अचानक होटल फेयर माउंट पहुंचे ,और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात कर उन्हें आशीर्वाद दिया,गाज़ी फ़क़ीर ने गहलोत से कहा की मजे से पांच साल सरकार चला कोई रोकने वाला नहीं ,सरहद के सुल्तान के रूप में विख्यात धर्म गुरु गाज़ी फ़क़ीर के लाखो अनुयाईये हैं ,गाज़ी फ़क़ीर पाकिस्तान के सिंध प्रान्त के पीर जो गोठ दरगाह के पीर हैं ,पीर पगारो के नाम से मशहूर पीर सबतुलाह  पीर हैं ,गाज़ी फ़क़ीर पश्चिमी राजस्थान में इनके अनुयाई हैं इन्हे फ़क़ीर की पदवी दे राखी हैं ,सीमावर्ती क्षेत्रो में रह रहे लाखो सिंधी मुस्लिम इनके मुरीद हैं ,इनके फतवे के बिना राजनितिक और सामाजिक कार्यो में पत्ता नहीं हिलता,राज्य सरकार में केबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद के पिता हैं ,इनके आशीर्वाद और दुआओं में बड़ी ताकत मानी जाती हे ,वर्तमान में वृद्ध और भारी  कारण चलने फिरने में दिक्क्त होने के बावजूद गहलोत को आशीर्वाद  छोटे पुत्र प्रधान अमरदीन फ़क़ीर के साथ जयपुर पहुंचे ,होटल  माउंटेन में लगभग  मंत्रियों और विधायकों ने इनका आशीर्वाद लिया ,

मंगलवार, 11 फ़रवरी 2020

जैसलमेर*फकीर परिवार राज्य की राजनीति में वर्चस्व कायम करने में जुटा,अमरदीन फकीर प्रदेश अध्यक्ष चुनाव मैदान में*

जैसलमेर*फकीर परिवार राज्य की राजनीति में वर्चस्व कायम करने में जुटा,अमरदीन फकीर प्रदेश अध्यक्ष चुनाव मैदान में*

*युवाओ के बीच पहुंच रहे अमरदीन फकीर का विभिन जिलों में हो रहा स्वागत*

*जैसलमेर सरहद के सुल्तान कहे जाने वाले मुस्लिम धर्म गुरु और राजनीति के पितामह गाज़ी फकीर की राजनीति विरासत को प्रदेश स्तर तक ले जाने में पहले उनके बड़े बेटे पोकरण विधायक शाले मोहम्मद ने राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री का दर्जा हासिल कर शुरुआत की।एक साल के अल्प कार्यकाल में शाले मोहम्मद राज्य सरकार के पांच सशक्त मंत्रियों में सुमार होकर अपनी खास पहचान राज्य भर में बना दी।शाले मोहम्मद के बाद अब छोटे फकीर प्रधान अमरदीन फकीर युवाओ में खास पहचान बनाने में जुटे है।।पंचायत राज चुनावो से पहले अमरदीन फकीर प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव मैदान में उतर सबको चोंका दिया।।अमरदीन फकीर राजनीति को भली भांति जानते है क्योंकि राजनीति उन्हें विरासत में मिली है।।अमरदीन युथ अध्यक्ष के चुनाव के सहारे राज्य के सभी जिलो में अपनी खास पहचान बनाने के साथ जिलो में अपनी टीम बनाने में जुटे है।।उन्हें कितनी सफलता मिलती है यह भबिष्य के गर्भ में है मगर इतना तय है अमरदीन जिले की राजनीति से राज्य की राजनीति में दस्तक देने में कामयाब रहेंगे।।राज्य के समस्त जिलो के युवाओ में अपनी पहचान बनाने में कामयाब रहेंगे।।अमरदीन का व्यक्तित्व युवाओ के लिए आकर्षण का केंद्र है।।उनका सरल,सहज और मिलनसार होना भी उनके लिए फायदे का सौदा साबित हो रहा है।।फकीर परिवार अपनी राजनीति विरासत जिले से बाहर राज्य स्तर पर स्थापित करने में जुटा है।।अमरदीन फिलवक्त युथ कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष है।।इसी माह होने वाले युथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चुनावो में अध्यक्ष पद के लिए चुनाव अपने बूते लड़ रहे है।इसके लिए अमरदीन कड़ी मेहनत कर रहे।सभी जिलो में युवाओ से जनसंपर्क कर रहे है।।जगह जगह उन्हें अच्छा समर्थन भी मिल रहा।वर्तमान युथ अध्यक्ष अशोक चांदना से उनके अच्छे रिश्ते उनके पक्ष में है।।।चुनाव में परिणाम चाहे जो भी रहे मगर फ़क़ीर परिवार अपना दायरा राज्य स्तर तक बढ़ा लेगा यह तय है।।अमरदीन जयपुर में पिछले काफी दिनों से डेरा डाले है।अध्यक्ष पद का चुनाव गंभीरता से लड़ रहे है।।प्रत्येक जिले का दौरा कर युवाओ से मिल रहे है।।सरहद के सुल्तान की राजनीति विरासत को आगे बढ़ाने में अमरदीन कितने सफल होंगे यह आने वाले दिनों में सामने आ जायेगा।।

बुधवार, 27 नवंबर 2019

जैसलमेर गाज़ी फ़क़ीर गुट ने परचम लहराया निर्दलीय कल्ला बने सभापति*

 जैसलमेर गाज़ी फ़क़ीर गुट ने परचम लहराया निर्दलीय कल्ला बने सभापति*


*जैसलमेर नगर परिषद जेसलमेर के सभापति के लिए हुए चुनावो में सरहद के सुल्तान के रूप पहचान रखने वाले मुस्लिम धर्म गुरु गाज़ी फ़क़ीर गुट के प्रत्यासी हरि वल्लभ कल्ला ने भाजपा कांग्रेस को पटखनी देकर सभापति निर्वाचित हुए।।नगर परिषद चुनाव में विधायक रूपाराम धनदे गुट द्वारा पूर्व सभापति अशोक तंवर  सहित मौजिज लोगो की टिकट काटने से उपजे विवाद ने कांग्रेस का माहौल खराब कर दिया।।चुनावो में गाज़ी फकीर गुट के अधिकांश पार्षद जीत के आये।।इधर पर्याप्त पार्षद न होने के बावजूद विधायक ने सर्व सम्मति को दरकिनार कर कमलेश छंगाणी को उम्मीदवार बनाया जिसका कांग्रेसियों ने विरोध दर्ज करा पूर्व विधायक गोवर्धन कल्ला के भतीजे हरिवल्लभ कल्ला को निर्दलीय मैदान में उतार दिया।।सोची समझी रणनीति को फ़क़ीर परिवार ने धरातल पर उतार हरिवल्लभ कल्ला को जीत दिला दी।।कल्ला को 19 कांग्रेस प्रत्यासी कमलेश छंगाणी को 12 भाजपा के विक्रम सिंह को 13 मत मिले।एक मत खारिज हो गया।।सभापति के चुनाव में विधायक और फकीर परिवार आमने सामने थे।।जजेसलमेर कि राजनीति में वर्चस्व रखने वाले फ़क़ीर परिवार की सशक्त टीम ने सभापति पद की जंग जीत कर विधायक गुट को पटखनी दे दी।।फकीर परिवार से प्रधान अमरदीन फकीर,पूर्व सभापति अशोक तंवर ने कल्ला की कमान संभाल रखी थी।।भाजपा और कांग्रेस के प्रत्यसियो की लाख बाड़ेबंदी के बावजूद फकीर गुट सेंधमारी में कामयाब रहे।।सभापति निर्वाचित होने के बाद हरि वल्लभ कल्ला सीधे केबिनेट मंत्री सालेह मोहम्मद के घर सरहद के सुल्तान गाज़ी फकीर से आशीर्वाद लेने पहुंचे।।कल्ला के सभापति बनने का जश्न शहर वासियो ने जमकर मनाया।।शहर भर में कल्ला का भव्य अभिनन्दन किया गया।।कल्ला ने जीत के तुरंत बाद कांग्रेस जॉइन कर ली।।

रविवार, 1 सितंबर 2019

जैसलमेर केबिनेट मंत्री साले मोहम्मद का बढ़ता प्रभाव,विरोधियों की नींद उड़ी*

जैसलमेर केबिनेट मंत्री साले मोहम्मद का बढ़ता प्रभाव,विरोधियों की नींद उड़ी*

*बाडमेर न्यूज़ ट्रैक के लिए खास खबर चन्दन सिंह भाटी*

*जैसलमेर पश्चिमी राजस्थान के सरहदी जिले जैसलमेर में 66 साल की राजनीति में पहली बार केबिनेट मंत्री का दर्जा हासिल कर   अपना खास मुकाम बनाने वाले सरहद के सुल्तान मुस्लिम धर्म गुरु गाज़ी फ़क़ीर के बड़े बेटे साले मोहम्मद ने गाज़ी फकीर की सल्तनत को काफी हद तक न केवल संभाल दिया बल्कि अपनी छवि को भी दमदार बनाया।।देखा जाए तो मंत्री मंडल में शामिल होने के बाद से ही साले मोहम्मद ने अपनी छवि को सर्व समुदाय आधारित बनाने में कोई कसर नही छोड़ी। चाहे शिव मंदिर में महाभिषेक हो या देवी मंदिर में पूजा अर्चना या बाबा रामदेव मन्दिर की पूजा।।साले मोहम्मद आज साम्प्रदायिक सद्भाव के प्रतीक बन गए।।राजस्थान के तमाम जिलो में उनके कार्यक्रमो की बढ़ती मांग उनके बढ़ते कद की और इशारा करती है।।साले मोहम्मद मंत्री बनने के बाद अपने क्षेत्र के लोगो के बीच न केवल सर्वाधिक समय दिया बल्कि जन समस्याओं के निराकरण में भी उन्होंने सकारात्मक कदम उठाए।जन नेता बनने के उनके प्रयास सफल होते दिख रहे है।।अपने लोगो के बीच सर्वाधिक समय निकालना उनकी छवि और कद को राजनीति रूप से काफी मजबूत कर गए।।पिछला चुनाव भाजपा ने उनके खिलाफ धर्म की आड़ में लड़ा मगर सफल नही हुए।साले मोहम्मद ने विरोधियों से साम्प्रदायिक मुद्दा पूरी तरह से छीन लिया।सबसे सकारात्मक पहलू साले मोहम्मद के लिए की उनके व्यवहार और कार्य शैली से युवा प्रभावित है।।अच्छी खासी संख्या में हर जाति धर्म ,समाज के लोग उनके साथ व्यक्तिगत जुड़ रहे। आम आदमी से उनका जुड़ाव उनके लिए राहत की बात है। जजेसलमेर के विकास के लिए उन्होंने जो धरातल पर कार्य किया है उसके परिणाम आने वाले दिनों में दिखेंगे।।अलबत्ता एक मंत्री के रूप में उन्होंने अल्पसंख्यक समुदाय के लिए भी खास योजनाए बनाई है।शिक्षा और रोजगार के साथ उनकी खेलो के विकास को लेकर बनाई योजनाओं के सकारात्मक परिणाम देखने को मिलने की उम्मीद है।।अब तक जो छवि कट्टरता की विरिधियो द्वारा बनाई गई थी उस चक्रव्यू को साले मोहम्मद तोड़ चुके है।सबसे बड़ी बात की उनकी कार्य शैली और व्यवहार प्रसाशनिक अद्धिकारियो को भी भा रहा है। साले मोहम्मद राजस्थान के अल्पसंख्यक समुदाय का प्रतिनिधित्व सरकार में कर रहे है।।निसंदेह उनकी कार्य शैली बेहद सहज और सरल है। उनके पास काम के लिए गया कोई व्यक्ति निराश नही होता ।बिना किसी भेदभाव और पार्टी पॉलिटिक्स के हर व्यक्ति को राहत प्रदान करने का प्रयास करते है।।