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शनिवार, 3 दिसंबर 2022

राजस्थान में गैंगवार, कुख्यात गैंगस्टर राजू ठेहट का दिन-दहाड़े मर्डर:सीकर में उसके घर के बाहर ही गोलियों से भूना; आनंदपाल गैंग से थी दुश्मनी





 राजस्थान के कुख्यात गैंगस्टर राजू ठेहट का सीकर में आज सुबह गैंगवार में मर्डर हो गया। कोचिंग की ड्रेस में पहुंचे बदमाशों ने ठेहट को घंटी बुलाकर बाहर बुलाया और फायरिंग कर दी। ठेहट को तीन से ज्यादा गोली लगने की जानकारी है। राजस्थान के पुलिस महानिदेशक (DGP) उमेश मिश्रा ने बताया कि इस फायरिंग का एक बदमाश ने वीडियो भी बनाया। हत्या करके बदमाश अल्टो कार से भागे हैं।


मिश्रा ने बताया कि बदमाश पंजाब और हरियाणा बॉर्डर की तरफ जाएंगे। इन बदमाशों के पीछे राजस्थान पुलिस है पूरे प्रदेश भर में कड़ी सुरक्षा के आदेश दे दिए गए हैं। सभी एसएचओ को फील्ड में रहने के आदेश दिए गए हैं। पुलिस ने बताया कि शहर के पिपराली रोड पर ठेहट का घर है। यहां हुई फायरिंग में ठेहट के साथ उसके एक रिश्तेदार की मौत की भी जानकारी है। हालांकि, पुलिस ने दूसरे मौत की पुष्टि नहीं की है।


इस एरिया में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच में चारों बदमाश नजर आए हैं। जिसमें वे हथियारों के साथ भागते नजर आ रहे हैं। वहीं, फायरिंग की जानकारी मिलते ही सीकर एसपी कुंवर राष्ट्रदीप सहित बड़े पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए और डीजीपी के निर्देश पर पूरे राज्य में नाकाबंदी की गई है। ठेहट की गैंग शेखावाटी में काफी सक्रिय थी और आनंदपाल गैंग से भी उसकी दुश्मनी थी। आनंदपाल के एनकाउंटर के बाद भी दोनों गैंग में वर्चस्व की लड़ाई जारी थी।


पुलिस ने पकड़ा तो फिर सीकर रहने लगा

राजू ठेहट सीकर के बाद जयपुर में अपनी जड़ें मजबूत करना चाहता था। इसी मकसद से उसने जयपुर को अपना सुरक्षित ठिकाना बना लिया था।


इतना ही नहीं विवादित जमीनों और सट्टा कारोबारियों पर भी राजू ठेहट की नजरें थी। लेकिन महेश नगर थाना पुलिस ने शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार किया था। इसके बाद राजू ठेहट वापस सीकर शिफ्ट हो गया था।

गैंगस्टर्स राजू ठेहट लग्जरी लाइफ जीने का शौकीन है। वह महंगी कार और बाइक पर काफिले के साथ घूमता है। गैंगस्टर राजू ठेहट को सीकर बॉस के नाम से बुलाया जाने लगा है।


जयपुर जेल में बंद रहने के दौरान अपनी गैंग को बढ़ाने के मकसद से जयपुर में भी अपना ठिकाना बनाया। उसको जयपुर के स्वेज फार्म में जिस मकान से पकड़ा, उसकी कीमत 3 करोड़ रुपए बताई जा रही है ।


दरअसल,राजस्थान में गैंगस्टर्स आनंदपाल सिंह और राजू ठेहट में करीब दो दशक वर्चस्व की लड़ाई चली थी। आनंदपाल के एनकाउंटर के बाद राजू ठेहट का वर्चस्व हो गया।


जेल में बंद होने के दौरान भी उसके फिरौती मांगकर संरक्षण देने के कई मामले सामने आए थे। राजू ठेहट गैंग (RTG) परिवार से लोग गैंगस्टर के साथ जुड़ रहे हैं।गैंगस्टर राजू ठेहट ने अपना वर्चस्व तो बना लिया। लोगों में सक्रिय रहने के लिए वह रील बनाकर सोशल मीडिया पर भी डालता रहता है। महंगी कार और बाइक का शौकीन राजू ठेहट जयपुर स्थित अपने ठिकाने पर कई बार घूमते नजर आया है। कभी अकेले बाइक राइडिंग तो कभी नई लग्जरी कार राइड करते हुए वीडियो शूट किए। अपने गनमैन और कारों के काफिले के साथ रील बनाकर सोशल मीडिया पर डाले हैं।


रविवार, 2 फ़रवरी 2020

सीकर / गूगल सर्च पर तकनीक सीखकर छपवाने लगे नकली नोट, रोजमर्रा में इस्तेमाल करते गैंग के सात युवक गिरफ्तार


फतेहपुर कोतवाली थाना पुलिस की गिरफ्त में नकली नोट छापने वाली गैंग के सात युवक
सीकर / गूगल सर्च पर तकनीक सीखकर छपवाने लगे नकली नोट, रोजमर्रा में इस्तेमाल करते गैंग के सात युवक गिरफ्तार


सीकर. शहर में नकली नोट छापकर रोजमर्रा के कामों में इस्तेमाल करने वाली गैंग के सात आरोपियों को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया। ये सभी युवक पढ़ाई में अव्वल रहे है। मौज मस्ती के रूपयों की जरुरत के चलते गैंग के एक साथी ने गूगल सर्च पर नकली नोट छापने की तकनीक सीखी। फिर अपने दोस्तों के साथ एक ट्रेवल्स शॉप में नकली नोट छपवाना शुरु कर दिया।

सीकर एसपी डॉ. गगनदीप सिंगला ने बताया कि यह गैंग नकली नोटों की बड़ी खेप को आसपास के क्षेत्र में चलाने की योजना बना रही थी। इसके पहले ही फतेहपुर कोतवाली थाना पुलिस की टीम ने इस गैंग के सात युवकों को पकड़ लिया। उनसे करीब 200-200 रुपए और कटे-फटे 25 हजार 400 रूपए के नकली नोट बरामद किए है। जब्त हुए इन सभी नोटों पर एक ही सीरियल नंबर OLF933094 छपा हुआ था। इससे यह गैंग अपने काले कारनामे को ज्यादा देर छिपा नहीं सकी और उनका भेद खुल गया। 

ये है गिरफ्तार आरोपी युवक

एसपी सिंगला के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी विजेंद्र उर्फ बिजू जाट, अभिषेक पचार, रामावतार जाट, अजय डारा, अंकित कुमार जाट, राकेश कुमार, रफीक शेख, सुरेंद्र जाट निवासी सीकर और एक शुभकरण जाट निवासी नवलगढ़, झुंझुनूं है। इसके अलावा प्रिंटर, सीपीयू व एलईडी तथा कीबोर्ड भी पुलिस ने बरामद किया है। फतेहपुर कोतवाली थानाप्रभारी उदय सिंह को मुखबिर से सूचना मिली थी कि इलाके में बुधगिरी मंडी के पास युवकों के पास नकली नोटों की गडि्डयां है।

नकली नोट की हूबहू छपाई देख असली समझ बैठी पुलिस, सीरियल नंबर से पकड़ा

ये लोग एक दुकान पर इन नोटों की छपाई करवाकर बाजार में चलाते है। तब एएसपी देवेंद्र कुमार शर्मा के निर्देशन में सीओ फतेहपुर ओमप्रकाश किलानियां व फतेहपुर कोतवाली थानाप्रभारी उदय सिंह यादव के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने बुधगिरी मंडी पहुंचकर वहां मौजूद इन सात युवकों को घेराबंदी कर पकड़ा। तलाशी के दौरान इनके कब्जे से 200-200 रुपए के नकली नोटों मिले। एकबारगी नोटों को देखकर पुलिस भी धोखा खा गई। ये नोट बिल्कुल असली लग रहे थे। लेकिन सभी नोटों पर अंकित एक ही सीरियल नंबर ने संदेह पैदा कर दिया। ये युवक नोटों के बारे में बता नहीं सके। ऐसे में पुलिस ने थाने पर लाकर गहनता से पूछताछ की तो गैंग के सदस्यों ने सच्चाई उगल दी।

ट्रेवल्स शॉप पर नकली नोट छपवाकर रोजमर्रा के कामों में करते थे इस्तेमाल
एएसपी देवेंद्र शर्मा के मुताबिक केस की पड़ताल रामगढ़ सेठान थानाप्रभारी एसआई उमाशंकर शर्मा को सौंपी गई। तब पूछताछ में गैंग में शामिल अंकित जाट ने बताया कि उसने गूगल सर्च पर नकली नोट छापना सीखा था। इसके बाद अंकित ने अपने साथियों के साथ मिलकर नकली नोट छापना शुरु कर दिया। ये लोग कल्याण सर्किल, सीकर में स्थित लक्ष्मी ट्रेवल्स शॉप पर नकली नोट छपवाते थे। इन नोटों को रोजमर्रा के कामों में पहले जमकर इस्तेमाल किया। इसके बाद नकली नोटों को सीकर के आसपास के क्षेत्र में खपाना चाहते थे। इसके पहले ही गैंग पुलिस की गिरफ्त में आ गई।

पढ़ाई में अव्वल रहे है पकड़े गए युवक, एक पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष भी शामिल
थानाप्रभारी उदय सिंह यादव के मुताबिक पकड़े गए सभी युवक पढ़ाई में अव्वल रहे है और काफी नंबर हासिल किए है। ये अच्छे परिवारों से ताल्लुक रखते है। इनमें गिरफ्तार आरोपी रामावतार जाट वर्ष 2017-18 में विज्ञान कॉलेज, सीकर में छात्रसंघ अध्यक्ष रहा है। वह कर्राटे में राजस्थान की तरफ से गोल्ड मेडल जीत कर लाया था। वह अभी एमएससी की पढ़ाई कर रहा है। लेकिन मौज मस्ती में रुपए खर्च करने के लालच में एक दूसरे के साथ नकली नोट छपवाकर उपयोग करने लगे।  

सोमवार, 20 जनवरी 2020

सीकर🔴भीषण सड़क हादसा* *7 लोगों की मौत*

सीकर🔴भीषण सड़क हादसा*

*7 लोगों की मौत*
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*सीकर((राज)*
*देर रात फतेहपुर-सुजानगढ एनएच 58 पर सालासर के नजदीक न्यामा गांव में फाॅच्यूनर ओट ट्रोले में भीषण भिडंत टक्कर हो जाने से 7 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई एक गंभीर घायल*

*सभी मृतक सीकर जिले के फतेहपुर व रोलसाहबसर गांव के.*

*मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मृतकों प्रति दुःख संवेदना प्रकट की गई।

रविवार, 1 सितंबर 2019

सीकर:* तीन ट्रकों में भिड़ंत हो जाने से दो लोगों जिंदा जले

*सीकर:*  तीन ट्रकों में भिड़ंत हो जाने से दो लोगों जिंदा जले 


राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 65 पर कल देर रात कारंगा -मरडाटू छोटी गांव के पास तीन ट्रकों में भिड़ंत हो जाने से दो लोगों जिंदा जल गये और 5 लोग गंभीर घायल हो गए. तीन दमकल की मदद से आग बुझाने के बाद ट्रकों को सड़क से हटाकर यातायात शुरू किया गया. जाम वह हालात पर काबू पाने के लिए दो सौ से ज्यादा जवान मौके पर मौजूद रहे.
पुलिस सूत्रों के अनुसार राष्ट्रीय राजमार्ग 65 पर फतेहपुर सालासर के बीच का रंगा मराठो छोटी गांव के पास यह हादसा उस समय हुआ जब चावल से भरे दो ट्रक ओवरटेक करने के प्रयास में सामने से सीमेंट से भरे ट्रक से भिड़ गए. इस हादसे कारण फतेहपुर- सालासर मार्ग पर करीब 4 घंटे तक पांच किमी लंबा जाम लग गया. हास्य में सीमेंट और चावल के ट्रक के केबिन में बैठे दो व्यक्तियों की जलने से मौत हो गई स्थानीय लोगों ने ट्रकों से विक्रम बलराज राजेश हरियाणा निवासी और दिन आराम किशनगढ़ को घायल अवस्था में बाहर निकाला जिन्हें सीकर के कल्याण अस्पताल में रेफर कर दिया गया       पुलिस ने बताया कि चावल के ट्रक चालकों ने घटनास्थल से दौ मीटर पहले एक ढाबे से खाना खाकर रवाना हुए थे तीनों ट्रकों में भारी सामान होने के कारण 4 क्रेनों की मदद से देर रात रास्ता साफ कराया जा सका.

सोमवार, 12 सितंबर 2016

सीकर : पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष का तलवार से काटा हाथ, वे इसलिए करना चाहते थे मर्डर

सीकर : पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष का तलवार से काटा हाथ, वे इसलिए करना चाहते थे मर्डर


नीमकाथाना. रायपुर में रविवार शाम अज्ञात हमलवारों ने तलवार व धारदार हथियारों से वार कर राजकीय एसएनकेपी महाविद्यालय के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष पर जानलेवा हमला कर दिया। जानकारी के अनुसार पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष जयप्रकाश यादव रायपुर शराब ठेके में पार्टनर है। रविवार शाम को करीब 5 बजे जयप्रकाश ठेके के अदंर अपने साथियों के साथ बैठा था। उसी दौरान बाहर खड़ी जयप्रकाश की बोलेरो गाड़ी को हमलवारों ने टक्कर मार दी। ...आगे की स्लाइड्स में देखें अधिक तस्वीरें

गाड़ी के टक्कर लगते ही जैसे ही जयप्रकाश बाहर आया तभी अज्ञात हमलवारों ने उस पर तलवार से हमला बोल दिया। हमलवारों ने जयप्रकाश के हाथ, सिर, छाती व पैर पर वार किए और उसे मरा समझ कर वहा से फरार हो गये। घटना के बाद मौके पर ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई। घायल जयप्रकाश के साथियों ने ग्रामीणों की मदद से उसे राजकीय कपिल अस्पताल में लेकर आए। वहा पर चिकित्सकों ने उसे गंभीर हालत में जयपुर रैफर कर दिया। देर शाम तक रायपुर में तनाव की स्थिति रही।




हमले के पीछे रंजिश!




जयप्रकाश पर हुए हमले में मुख्य कारण व्यापारिक रंजिश हो सकती है। जयप्रकाश खनन व अन्य व्यापार कर रहा था। गत वर्ष टोडा में खनन के मामले में भी जयप्रकाश व अन्य लोगों में भी झगड़ा हुआ था। जिसमे पॉकलेन मशीन व कैंपर गाड़ी जला दी थी। बताया जा रहा है कि रायपुर ठेके पर भी दो दिन पहले झगड़ा हुआ था। पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच कर रही है।




लोगों का प्रदर्शन




घटना की जानकारी जैसे ही नीमकाथाना के लोगों को लगी तो जयप्रकाश के समर्थक खेतड़ी मोड़ पर आ गए और जाम लगा दिया। प्रदर्शनकारियों ने मोड़ पर खड़े ट्रक के शीशे तोड़ दिये।




मिला मिर्ची पाउडर




घटनास्थल पर मिर्ची पाउडर का पैकेट मिला है। बताया जा रहा है कि हमलवार जयप्रकाश को जान से मारने के लिए पूरी तैयारी के साथ आए थे। लेकिन वह उसको जान से मारने में असफल रहे। वहीं, पुलिस उपाधीक्षक, नीमकाथाना कुशाल सिंह का कहना है कि आरोपितों के अहम सुराग मिले हैं। जल्द ही उनको गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

सोमवार, 18 जुलाई 2016

सीकर : एनीकट में डूबे दो युवक, एक का शव निकाला, दूसरे की तलाश में जुटा पूरा गांव

सीकर : एनीकट में डूबे दो युवक, एक का शव निकाला, दूसरे की तलाश में जुटा पूरा गांव
थोई (सीकर). राजस्थान के सीकर जिले के थोई थाना इलाके के गांव झाड़ली के पास सोमवार दोपहर को दो युवक को एनीकट में डूब गए। एक युवक का डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद शव निकाल लिया गया, जबकि दूसरे युवक की तलाश की जा रही है। उसकी भी मौत हो जाने की आशंका जताई जा रही है। ....आगे की स्लाइड में देखें अधिक तस्वीरें व वीडियो

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= दोनों युवक मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले के रघुनाथपुर थाना इलाके के रहने वाले हैं।

= यहां पर एनीकट निर्माण कार्य में मजदूरी के लिए दोनों ही दो माह पूर्व ही आए थे।

= सोमवार दोपहर करीब 12 बजे पहले युवक दिनेश (19) एनीकट में डूब गया।

= दिनेश को डूबता देख साथी गुरुमुख (22) ने उसको बचाने का प्रयास किया तो वह भी डूब गया।

= आस-पास के मजदूरों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर बड़ी संख्या ग्रामीण एनीकट के पास पहुंचे।

= ग्रामीणों व मजदूरों ने रस्सों के सहारे दिनेश को बाहर निकाला, मगर तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। शव थोई के अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया गया है।

= दोपहर ढाई बजे तक भी गुरुमुख की तलाश जारी थी। थोई पुलिस भी मौके पर पहुंच गई है।

= ग्रामीण गुरुमुख की तलाश कर रहे हैं। साथ ही प्रशिक्षत गोताखोरों को भी यहां बुलाया गया है।

= हाल ही हुई बारिश के बाद इस एनीकट में पानी की आवक काफी हुई थी।

मंगलवार, 12 जुलाई 2016

सीकर.खुद ना बन पाए इंजीनियर तो परिवार में बना दिए 11 इंजीनियर, अपनाया सिर्फ यह तरीका



सीकर.खुद ना बन पाए इंजीनियर तो परिवार में बना दिए 11 इंजीनियर, अपनाया सिर्फ यह तरीका


इनसे मिलिए ये हैं 70 साल के धूड़मल सैनी। पैसे से सरकारी सेवानिवृत शिक्षक हैं। लेकिन, अब इस उम्र में ये इंजीनियरों के मास्टर बने हुए हैं। हालांकि खुद की इच्छा एक कामयाब इंजीनियर बनने की थी। मुफलिसी ने एेसा रोड़ा डाला कि सपना टूटकर बिखर गया।

खुद ना बन पाए इंजीनियर तो परिवार में बना दिए 11 इंजीनियर, अपनाया सिर्फ यह तरीका





हिम्मत जुटाई और संकल्प लिया कि कमी को पूरा करने के लिए इंजीनियरों की फौज खड़ी कर दूंगा। बस फिर क्या था जुट गए प्रतिज्ञा पूरी करने में और परिणाम सामने है कि पूरे परिवार में अब तक 11 इंजीनियर बना चुके हैं। जिसमें भाई, बेटे, भतीजे, भतीजियां, पौते व पौतियां तक शामिल हैं। जो कि, अलग-अलग जगहों पर अपनी सरकारी सेवाएं दे रहे हैं।




बतौर धूड़मल का मानना है कि सपने खुली आंखों से भी देखे जा सकते हैं। जज्बा हो तो उन्हें दूसरों के भरोसे भी पूरा किया जा सकता है। वर्ष 1964 में अच्छे नंबरों से 10वीं कक्षा पास की। इसके बाद जी-जान से जुट गए इंजीनियर बनने की तैयारी में। लेकिन, जब परीक्षा में बैठने का समय आया तो फीस भरने तक के पैसे नहीं जुटा पाए।




आखिरकार चंद रुपयों के अभाव में इंजीनियर बनने की ख्वाइश धाराशाही हो गई। लेकिन, तमन्ना मन में घर कर गई। उसके बाद सरकारी शिक्षक बनने में नंबर आ गया। छोटे भाई बड़ा हुआ तो उसे इंजीनियर बनने के लिए तैयार किया। जी-जान से मेहनत कराई और खुशी का पल भी पा लिया।







दिन-रात इसी उदेश्य में जुट रहे परिवार के बाकी सदस्यों को भी प्रेरित करते रहे। इसके बाद इंजीनियर बनने का सिलसिला थमा ही नहीं। हालात यह हैं कि वर्तमान में खुद के परिवार में 11 लोग एेसे हैं जो कि, इनकी बदौलत इंजीनियर बन गए। इंजीनियर बनाने का जज्बा देखकर गांव चिराना व परिवार के बाकी लोग भी धूड़मल को इंजीनियरों का मास्टर कहने लगे हैं।

रविवार, 22 मई 2011

तस्करों को दस साल की कैद


तस्करों को दस साल की कैद 
भीलवाड़ा/सीकर। एनडीपीएस मामलों के न्यायाधीश अजय कुमार गुप्ता ने अफीम तस्करी के लिए शनिवार को सुनाए आदेश में सीकर जिले के तीन जनों को दोषी ठहराते हुए दस-दस साल की कैद तथा जुर्माने की सजा सुनाई। छह साल पुराने मामले में अदालत ने खरेन्टा-सवाई लक्ष्मणपुरा निवासी भींवाराम जाट, नारसरा निवासी कमलसिंह राजपूत तथा हरदयालपुरा निवासी नेमीचन्द बलाई को दोषी ठहराया। इन आरोपियों को नारकोटिक्स विभाग ने चौदह किलो अफीम के साथ गिरफ्तार किया था।
यह था मामला
29 जुलाई 2005 को नारकोटिक्स की टीम ने अजमेर राजमार्ग पर नानकपुरा के निकट नाकाबंदी के दौरान भीलवाड़ा की ओर से आ रही जीप की सीट के नीचे मक्का से भरे कट्टों के बीच छिपाकर रखी चौदह किलो अफीम बरामद की। इसपर चालक नेमीचन्द तथा सवार कमलसिंह एवं भींवाराम को हिरासत में ले लिया था। अदालत ने भींवाराम व कमल को दस-दस साल की कैद के साथ डेढ़-डेढ़ लाख रूपए जुर्माना तथा दोषी नेमीचंद को दस साल की कैद तथा एक लाख रूपए जुर्माने की सजा सुनाई।