सिंध प्रांत लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
सिंध प्रांत लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

मंगलवार, 11 जून 2019

पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एचआइवी वायरस से संक्रमित 604 बच्चे पाए गए


पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एचआइवी वायरस से संक्रमित 604 बच्चे पाए गए
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एचआइवी वायरस से संक्रमित 604 बच्चे पाए गए
कराची,  । पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एचआइवी से संक्रमित हुए आधे से ज्यादा मरीजों को उचित इलाज नहीं मिल पा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अपनी जांच में यह जानकारी दी है। बीते मई में सिंध के लरकाना शहर में 751 लोग एचआइवी वायरस से संक्रमित पाए गए थे। इनमें 604 बच्चे हैं जिनकी उम्र दो से 15 साल के बीच है। स्वास्थ्य अधिकारियों को आशंका है कि असुरक्षित रक्त चढ़ाने और सुई के प्रयोग से ये बच्चे एचआइवी की चपेट में आ गए।

खतरनाक बीमारी के तेजी से फैलने का कारण पता लगाने के लिए पाकिस्तान सरकार ने डब्ल्यूएचओ की टीम को यहां बुलाया था। जांच के बाद टीम का कहना है कि अभी तक 324 मरीजों का इलाज शुरू ही नहीं हुआ है और कुछ को तो किसी भी तरह की स्वास्थ्य सहायता नहीं दी गई है।

रिपोर्ट के अनुसार इलाज के लिए जरूरी दवाओं की आपूर्ति करना अब भी पाकिस्तान सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण है। इस वक्त संक्रमित बच्चों में से 240 के इलाज के लिए ही दवाएं उपलब्ध हैं, 15 जुलाई तक ये दवाएं भी खत्म हो जाएंगी।

जानबूझकर यह संक्रमण फैलाने के लिए इलाके के मुजफ्फर घांगरो नामक डॉक्टर को गिरफ्तार किया गया था। संयुक्त जांच टीम का कहना है कि डॉक्टर ने जानबूझकर यह नहीं किया, लेकिन इस मामले में उसकी महत्वपूर्ण भूमिका है।

शुक्रवार, 10 जनवरी 2014

धोरों में मौत के सौदागरों का गठजोड़

जोधपुर।सीमा पार से मादक पदार्थो की तस्करी के लिए पंजाब के तस्कर अब राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों के तस्करों से गठजोड़ कर रहे हैं। मौत के सौदागरों के इस अंतरराज्यीय गठजोड़ की जानकारी मिलने के बाद बीएसएफ व अन्य सुरक्षा एजेन्सियों ने सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है। विशेषकर श्रीगंगानगर के हिन्दूमल कोट, जैसलमेर के सम व बाड़मेर के गडरा रोड क्षेत्र से मादक पदार्थो, विस्फोटक सामग्री व हथियारों की अंतरराष्ट्रीय तस्करी का खेल खेला जा रहा है। इनके तार पाक की गुप्तचर एजेन्सी आईएसआई से जुड़े होने की आशंका भी जताई जा रही है। सर्दी में कोहरे की आड़ में तस्करी की ज्यादा आशंका के मद्देनजर बीएसएफ अब 14 जनवरी से शुरू होने वाले "ऑपरेशन सर्द हवा" में इस पर पूरी चौकसी रखेगी।


हेरोइन की तस्करी ज्यादा: मादक पदार्थो में सबसे ज्यादा हेरोइन की तस्करी हो रही है। अफगान से पहले जहां पाकिस्तान के लाहौर होकर हेरोइन भारत भेजी जाती थी। अब इसे सिंध प्रांत के बावलपुर व बावलनगर से बाड़मेर व जैसलमेर, श्रीगंगानगर के रास्ते भेजा जा रहा है। यहां से दिल्ली समेत अन्य शहरों में नशीलें पदार्थो का जखीरा पहुंचा रहे हैं। दिल्ली से इसके अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तस्करी होने की जानकारी सुरक्षा एजेन्सियों को मिली है।


पुलिस ने भी किया खुलासा : उल्लेखनीय है कि इसी सप्ताह पंजाब में भारत-पाक सीमा पर दो पाक तस्कर मारे गए। इनसे 20 करोड़ की हेरोइन बरामद की गई। इधर, पंजाब की पटियाला पुलिस ने छह हजार करोड़ के अंतरराष्ट्रीय नशीली ड्रग तस्करी रैकेट का तार श्रीगंगानगर जिले से जुड़े होने का खुलासा कर मंगलवार को ही रायसिंह नगर क्षेत्र से एक सरगना को गिरफ्तार किया है।


सम के धोरों में बिछा रहे जाल



पंजाब से सटी सीमा पर सख्ती के चलते तस्करों ने पहले श्रीगंगानगर के हिन्दूमल कोट में जगह तलाशी और इसके अलावा बाड़मेर के गडरा रोड व जैसलमेर के सम इलाके में तस्करी की गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार सीमा पर तारबंदी होने से तस्कर स्थानीय लोगों का सहयोग ले रहे हैं और तार के नीचे पाइप डालकर मादक पदार्थो के पैकेट फेंके जा रहे हैं। अब श्रीगंगानगर में सख्ती के बाद तस्करों की नजर रेतीले इलाके जैसलमेर के सम पर टिकी है। हालांकि सीमा सुरक्षा बल के जवान उनकी इन अवांछनीय गतिविधियों पर पूरी नजर रखे हुए हैं।


हम अलर्ट हैं


अवांछनीय गतिविधियों की जानकारी मिली है। सीमा पर किसी भी तरह की ऎसी गतिविधि से निपटने के लिए बीएसएफ के जवान अलर्ट हैं। अमित लोढ़ाउप महानिरीक्षक, सीसुब, जैसलमेर

गुरुवार, 28 मार्च 2013

सिकंदर को भूखे कुत्‍तों के सामने फेंकने की सजा


महिलाओं के हक में बोलने वाले पत्रकार को दी फांसी  , लटका कर लाश कुत्‍तों के सामने फेंक देने की सजा
सि‍कंदर अली भुट्टो 

कराची. मुस्‍लि‍म देशों में महि‍लाओं की हालत बद से बदतर होती जा रही है। ट्यूनीशि‍या में अमीना ने टॉपलेस होकर मुस्‍लि‍म कट्टरपंथि‍यों का वि‍रोधकि‍या तो उसे पागलखाने में डाल दि‍या गया। वहीं पाकि‍स्‍तान के सिंध प्रांत में एक महि‍ला ने अपने पति के अवैध संबंधों का वि‍रोध करते हुए परि‍वार में इज्‍जत की मांग की, तो उसकी भी गोली मारकर हत्‍या कर दी गई। इतना ही नहीं, उस महि‍ला के लि‍ए आवाज उठाने वाले पाकि‍स्‍तान के पत्रकार व जाने माने मानवाधि‍कार कार्यकर्ता सि‍कंदर अली भुट्टो को भी मौत की सजा सुना दी गई। सिंध प्रांत की एक पंचायत ने सिकंदर को भूखे कुत्‍तों के सामने फेंकने की सजा सुनाई है।
एक महि‍ला को उसके पति से बचाने की कोशि‍श करने वाले पाकि‍स्‍तानी पत्रकार व मानवाधि‍कार कार्यकर्ता सिकंदर अली भुट्टो को सिंध प्रांत की एक पंचायत ने मौत की सजा सुनाई है। पंचायत ने सजा में कहा है कि सिकंदर को भूखे कुत्‍तों के सामने उनका पेट भरने के लि‍ए फेंक दि‍या जाए। सिकंदर अली ने उस औरत का पक्ष लि‍या था, जि‍से उसके पति ने निर्ममता से पीटकर मार डाला था। 15 मार्च को सिंध प्रांत की पंचायत ने उन्‍हें यह सजा सुनाई है। ताजा मि‍ली जानकारी के मुताबि‍क सिकंदर अभी जिंदा हैं और उन्‍होंने कराची में अपने कि‍सी दोस्‍त के यहां शरण ली हुई है।

सिकंदर अली भुट्टो पाकि‍स्‍तान के दहरकी और घोतकी (सिंध प्रांत) के जाने माने पत्रकार और मानवाधि‍कार कार्यकर्ता हैं। इसके अलावा वह दहरकी प्रेस क्‍लब के उपाध्‍यक्ष हैं जो पाकि‍स्‍तान प्रेस क्‍लब से संबद्ध है। वह वन टीवी नाम के एक चैनल के संवाददाता भी हैं।

इस मामले की शुरुआत पि‍छले वर्ष के 7 दि‍संबर को हुई। दहरकी के मौला अलकुतुब कस्‍बे में शहनाज भुट्टो नाम की एक महि‍ला को उसके पति‍ राना भुट्टो और उसके भाइयों ने पीट-पीटकर मार डाला था। वह महि‍ला अपने पति के अवैध संबंधों और घर में लगातार हो रही उसकी बेइज्‍जती का वि‍रोध कर रही थी। वहीं उक्‍त महि‍ला के पति‍ का आरोप है कि उसके सिकंदर अली भुट्टो से अवैध संबंध थे जि‍सकी वजह से सिकंदर अली उसकी मदद कर रहे थे।

शहनाज की हत्‍या करने के लि‍ए मौला अलकुतुब में दस हथि‍यारबंद लोग गए थ। बताते हैं कि यह सभी पाकिस्‍तान की सत्‍ताधारी पाकि‍स्‍तान पीपुल्‍स पार्टी के सदस्‍य थे। इनका यह भी आरोप है कि सिकंदर अली शहनाज की मदद से उनकी प्रॉपर्टी भी कब्‍जाने की कोशि‍श कर रहे थे। इस हत्‍याकांड में अभी तक राना भुट्टो, राना की दूसरी मां का बेटा अब्‍दुल मजीद गि‍रफ्तार कि‍ए गए हैं।

शहनाज भुट्टो कई वर्षों से घरेलू हिंसा का शि‍कार हो रही थीं। इसकी शि‍कायत उन्‍होंने पाकि‍स्‍तान के प्रधानमंत्री, मुख्‍य न्‍यायाधीश, सिंध प्रांत पुलि‍स के आईजी, वहां के हाईकोर्ट सहि‍त दर्जनों जगहों पर की हुई थी। उन्‍होंने शि‍कायत में कहा था कि न सिर्फ उनका पति उन्‍हें पीटता था, बल्‍कि उसके देवर भी गाहे बगाहे उसकी पि‍टाई कि‍या करते थे। हालांकि वर्ष 2009 में वहां की पंचायत ने फैसला दि‍या था कि शहनाज का पति राना भुट्टो उसकी पि‍टाई नहीं करेगा। इसके बावजूद शहनाज की संपत्‍ति‍ पर कब्‍जा करने के लि‍ए उसने उसकी पि‍टाई चालू रखी।

पत्रकार व मानवाधि‍कार कार्यकर्ता सिकंदर अली भुट्टो ने यह मामला वहां की अदालत से लेकर सरकारी अधि‍कारि‍यों के सामने उठाया। इसके अलावा उन्‍होंने शहनाज की मुकदमा फाइल करने में भी मदद की। बाद में जब हत्‍यारों ने शहनाज की हत्‍या कर दी, तो उन्‍होंने हत्‍या को जायज ठहराने के लि‍ए शहनाज व सिकंदर में नाजायज संबंधों का आरोप लगाया। इसके बाद वहां के हाईकोर्ट ने सिकंदर को सुरक्षा दि‍ए जाने के आदेश दि‍ए। तब से सिकंदर छुपे हुए हैं और उनके परि‍वार को जान से मारने की धमकि‍यां मि‍ल रही हैं। सिकंदर का कहना है कि उनकी हत्‍या करने वाले लोग उनसे दो लाख रुपये के बदले उनकी जान बख्‍शने की डील कर रहे हैं।

पूरे मामले में लोकल पुलि‍स का रोल भी संदि‍ग्‍ध है। अदालती आदेश के बावजूद पुलि‍स ने सिकंदर को सुरक्षा नहीं मुहैया कराई है। इसके अलावा जि‍स पंचायत ने सिकंदर को भूखे कुत्‍तों के सामने फेंकने का हुक्‍म सुनाया, उसके खि‍लाफ भी कोई कार्रवाई अभी तक नहीं की गई है।

शुक्रवार, 27 मई 2011

पाकिस्तान के सिंध प्रांत के विभिन्न जिलों से आए डेढ़ सौ से अघिक दर्शनार्थि


रामदेवरा। पाकिस्तान के सिंध प्रांत के विभिन्न जिलों से आए डेढ़ सौ से अघिक दर्शनार्थियों ने गुरूवार को यहां बाबा रामदेव की समाघि के दर्शन कर पूजा-अर्चना की। गांव में दिनभर पाक दर्शनार्थियों की चहल पहल बनी रही।
सिंध से आए हिन्द
पाक के सिंध प्रांत में सांगड़, मीरपुर खास, बदीन एवं तड़वादम इलाकों से करीब डेढ़ सौ पाक दर्शनार्थी गुरूवार की सुबह बाबा की समाघि के दर्शन करने रामदेवरा पहुंचे। भारत पाक विभाजन के करीब छह दशक बाद भारत आने की खुशी के कारण उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े। सभी परिवारजनों के साथ मिश्री, पताशा का भोग चढ़ाकर दोनों देशों के बीच अमन, चैन व खुशहाली की प्रार्थना की।
 दर्शनार्थियों ने मेला परिसर क्षेत्र से चूड़ी, कंठी, माला व मिट्टी के बर्तनों आदि की जमकर खरीदारी की। सिंध का पहनावा पहने दर्शनार्थी आकर्षण का केन्द्र बने रहे।
पाक में हिन्दुओं की स्थिति बद्तर
सांगड़ जिले से आए किरतोमल, उदाराम एवं चेतनराम ने बताया कि भारत में आकर सुकून मिल रहा है। हमारे पूर्वज यहां रहा करते थे। विभाजन के बाद हम लोग पाक में बस गए। वहां पर तानाशाही के चलते हिन्दू अपने आप को सुरक्षित नहीं पाते है। सैंकड़ों हिन्दू परिवार भारत आकर अपने पूर्वजों से मिलना चाहते हंै, लेकिन पासपोर्ट व वीजा नहीं मिलने के कारण उनकी हसरत पूरी नहीं हो पा रही है। पासपोर्ट व वीजा प्रक्रिया में नरमाई बरती जानी चाहिए, ताकि गरीब तबके के लोग भी भारत आ सके।