राजा भर्तृहरि अटल न्याय पर पांव धरे' का मंचन
रम्मत का किया मंचन, युवा कलाकारों ने भी दिखाई प्रतिभा
जैसलमेर राजा भर्तृहरि के ख्याल की रम्मत का मंचन शनिवार रात को गोपा चौक में किया गया। रम्मत का लुत्फ उठाने के लिए बड़ी संख्या में शहरवासी उमड़े। पूरी रात चले इस कार्यक्रम में रम्मत प्रेमी जमे रहे। सुबह रम्मत की समाप्ति के पश्चात सभी कलाकारों ने लक्ष्मीनाथजी के दर्शन किए तथा रम्मत समाप्ति की घोषणा की।
रम्मत में कलाकारों ने सभी पात्रों को जीवंत कर दिया। इसके साथ ही टेरियों ने भी रंग को दुगुना किया। रम्मत के स्थापित कलाकारों के साथ-साथ युवा कलाकारों ने भी अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। युवा कलाकारों ने भी स्थापित कलाकारों के साथ संगत की।
युवा कलाकारों ने मनमोहा
शनिवार रात को हुई रम्मत में स्थापित कलाकारों के साथ युवा कलाकारों ने भी अपनी प्रतिभा के जौहर दिखाए। फराश के किरदार में गिरधर पुरोहित, रानी पिंगला के किरदार में नरेन्द्र खेतपालिया ने अपनी प्रतिभा के बलबूत रम्मत का रंग जमाया।
इनके साथ ही अन्य युवा कलाकारों ने भी अपनी प्रतिभा दिखाई। रम्मत में राजा भर्तृहरि की रम्मत में राजा भर्तृहरि का किरदार नवल पुरोहित ने, रानी पिंगला नरेन्द्र खेतपालिया, भर्तृहरि के भाई विक्रम कमल आचार्य, गुरु गोरखनाथ रमेश बिस्सा, दीवान राणीदान सेवक, मि_ू हरिवल्लभ शर्मा, बिस्ती कमल खेतपालिया, फराश गिरधर, हलकारा तुषार, कोचवान शेखर डावाणी, दासी नरेन्द्र व्यास, ब्राह्मण महेश पुरोहित, मृग कमल खेतपालिया, मृगनियां पिंटू, पिन्नू तथा जयंत, गणिका का किरदार राजन, बेटी का किरदार हिना ने निभाया। इसके साथ ही टेरियों में प्रमुख रुप से उम्मेद आचार्य, नवल व्यास तथा उम्मेद भोपताणी द्वारा संगत दी गई।
देर रात तक जमे रहे दर्शक: तीन वर्षों बाद हुई रम्मत का शहरवासियों ने जम कर लुत्फ उठाया।
पूरे रात चलने वाले इस लोक नाट्य को देखने के लिए दर्शक पूरी रात जमे रहे तथा कलाकारों का मनोबल बढ़ाया। रात 9 बजे प्रारंभ हुई रम्मत सुबह 5 बजे तक चली।
रम्मत का किया मंचन, युवा कलाकारों ने भी दिखाई प्रतिभा
जैसलमेर राजा भर्तृहरि के ख्याल की रम्मत का मंचन शनिवार रात को गोपा चौक में किया गया। रम्मत का लुत्फ उठाने के लिए बड़ी संख्या में शहरवासी उमड़े। पूरी रात चले इस कार्यक्रम में रम्मत प्रेमी जमे रहे। सुबह रम्मत की समाप्ति के पश्चात सभी कलाकारों ने लक्ष्मीनाथजी के दर्शन किए तथा रम्मत समाप्ति की घोषणा की।
रम्मत में कलाकारों ने सभी पात्रों को जीवंत कर दिया। इसके साथ ही टेरियों ने भी रंग को दुगुना किया। रम्मत के स्थापित कलाकारों के साथ-साथ युवा कलाकारों ने भी अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। युवा कलाकारों ने भी स्थापित कलाकारों के साथ संगत की।
युवा कलाकारों ने मनमोहा
शनिवार रात को हुई रम्मत में स्थापित कलाकारों के साथ युवा कलाकारों ने भी अपनी प्रतिभा के जौहर दिखाए। फराश के किरदार में गिरधर पुरोहित, रानी पिंगला के किरदार में नरेन्द्र खेतपालिया ने अपनी प्रतिभा के बलबूत रम्मत का रंग जमाया।
इनके साथ ही अन्य युवा कलाकारों ने भी अपनी प्रतिभा दिखाई। रम्मत में राजा भर्तृहरि की रम्मत में राजा भर्तृहरि का किरदार नवल पुरोहित ने, रानी पिंगला नरेन्द्र खेतपालिया, भर्तृहरि के भाई विक्रम कमल आचार्य, गुरु गोरखनाथ रमेश बिस्सा, दीवान राणीदान सेवक, मि_ू हरिवल्लभ शर्मा, बिस्ती कमल खेतपालिया, फराश गिरधर, हलकारा तुषार, कोचवान शेखर डावाणी, दासी नरेन्द्र व्यास, ब्राह्मण महेश पुरोहित, मृग कमल खेतपालिया, मृगनियां पिंटू, पिन्नू तथा जयंत, गणिका का किरदार राजन, बेटी का किरदार हिना ने निभाया। इसके साथ ही टेरियों में प्रमुख रुप से उम्मेद आचार्य, नवल व्यास तथा उम्मेद भोपताणी द्वारा संगत दी गई।
देर रात तक जमे रहे दर्शक: तीन वर्षों बाद हुई रम्मत का शहरवासियों ने जम कर लुत्फ उठाया।
पूरे रात चलने वाले इस लोक नाट्य को देखने के लिए दर्शक पूरी रात जमे रहे तथा कलाकारों का मनोबल बढ़ाया। रात 9 बजे प्रारंभ हुई रम्मत सुबह 5 बजे तक चली।