बाड़मेर अब हर गांव में हाेगी पुलिस की आंख, बाड़मेर के गांवों में लगेंगे विलेज गार्ड,आज से आवेदन शुरू
बाड़मेर. ग्रामीण क्षेत्र में पुलिस की पकड़ पहले से और मजबूत होगी। इसके लिए प्रत्येक गांव में गृह रक्षक विलेज गार्ड लगाए जाएंगे। सीएलजी सदस्य प्रत्येक गांव के लोग नहीं थे, अब विलेज गार्ड प्रत्येक गांव से लिए जाएंगे, इससे पुलिस की सक्रियता और बढ़ेगा। इसके लिए कोई संख्या तय नहीं है, गांव या पंचायत में एक या इससे अधिक भी सक्रिय लोगों को शामिल किया जा सकता है।
आवेदन की प्रक्रिया आज गुरुवार से शुरू हो गयी । सेवानिवृत भारतीय सेना के जवान, बीएसएफ सहित अर्द्ध सैनिक बलाें एवं होम गार्ड में सेवा दे चुके लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी। इनके बाद ऐसे व्यक्ति जिन्होंने समाज सेवा में बेहतर काम किया है, जिन्हें अवार्ड मिला हो उन्हें भी प्राथमिकता मिलेगी। आवेदक आठवीं पास होना आवश्यक है। आवेदक की उम्र 40 से 50 वर्ष होनी चाहिए। वह जीवन में कभी किसी भी राजनीतिक दल का सक्रिय सदस्य न रहा हो। प्रत्येक गांव एवं ग्राम पंचायत में विलेज गार्ड मिलने के बाद पुलिस के लिए रात्रि गश्त, अपराध पर अंकुश एवं अवांछित गतिविधियों की रोकथाम में काफी सहयोग मिलेगा। चयन होने के बाद विलेज गार्ड को पुलिस की ओर से ट्रेनिंग दी जाएगी। किस स्तर पर कहां ट्रेनिंग होगी यह अभी तय नहीं हो पाया है, आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद पुलिस मुख्यालय की ओर से इस संदर्भ में नए आदेश होंगे।
40 से 55 साल के व्यक्ति को बनाया जाएगा गार्ड
विलेज गार्ड पर किसी प्रकार का आपराधिक प्रकरण दर्ज नहीं होना चाहिए और न ही कभी सजायाफ्ता रहा हो। अच्छे आचरण एवं गांव में प्रतिष्ठित व्यक्ति होना चाहिए। जिसकी गांव में अच्छी पकड़ हो। ऐसे 40 से 55 वर्ष के व्यक्ति को विलेज गार्ड बनाया जाएगा। आवेदक गुरुवार से 16 जुलाई तक आवेदन कर सकते हैं। सभी आवेदन प्राप्त होने के बाद पुलिस की ओर से छंटनी होने के बाद तय किया जाएगा। विलेज गार्ड का कार्यकाल दो वर्ष का होगा, एक बार विलेज गार्ड नियुक्त होने के बाद दुबारा वापस उसे नहीं बनाया जा सकेगा। फिर किसी नए को मौका मिलेगा। विलेज गार्ड नियुक्त होने के बाद भी किसी प्रकार का मामला दर्ज होने पर उसे तुरंत हटाया जाएगा। विलेज गार्ड को निशुल्क सेवाएं देनी होगी।
गांव में रहेगी पुलिस की नजर
पुलिस के पास नफरी कम है। नई योजना के तहत प्रत्येक ग्राम पंचायत एवं गांव में विलेज गार्ड लगाए जाएंगे। इससे ग्राम स्तर पर भी पुलिस की नजर रहेगी। विशेषकर सीमांत क्षेत्र के गांवों में इससे पुलिस को और मजबूती मिलेगी। हालांकि सीएलजी के सदस्य पहले से हैं, लेकिन हर गांव से सीएलजी के सदस्य नहीं है। अब विलेज गार्ड प्रत्येक गांव से होगा ऐसे में पुलिस को काफी हद तक मदद मिल सकेगी।
अब अपराध पर अंकुश लगेगा
प्रत्येक गांव में विलेज गार्ड के रूप में पुलिस के सहयोगी लगाए जाएंगे। इससे हर गांव तक पुलिस की पकड़ मजबूत होगी। कानून व्यवस्था मजबूत होने के साथ ही अपराध पर अंकुश लगेगा, हर गतिविधि पर हमारी नजर होगी। -आनंद शर्मा, पुलिस अधीक्षक बाड़मेर।
बाड़मेर. ग्रामीण क्षेत्र में पुलिस की पकड़ पहले से और मजबूत होगी। इसके लिए प्रत्येक गांव में गृह रक्षक विलेज गार्ड लगाए जाएंगे। सीएलजी सदस्य प्रत्येक गांव के लोग नहीं थे, अब विलेज गार्ड प्रत्येक गांव से लिए जाएंगे, इससे पुलिस की सक्रियता और बढ़ेगा। इसके लिए कोई संख्या तय नहीं है, गांव या पंचायत में एक या इससे अधिक भी सक्रिय लोगों को शामिल किया जा सकता है।
आवेदन की प्रक्रिया आज गुरुवार से शुरू हो गयी । सेवानिवृत भारतीय सेना के जवान, बीएसएफ सहित अर्द्ध सैनिक बलाें एवं होम गार्ड में सेवा दे चुके लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी। इनके बाद ऐसे व्यक्ति जिन्होंने समाज सेवा में बेहतर काम किया है, जिन्हें अवार्ड मिला हो उन्हें भी प्राथमिकता मिलेगी। आवेदक आठवीं पास होना आवश्यक है। आवेदक की उम्र 40 से 50 वर्ष होनी चाहिए। वह जीवन में कभी किसी भी राजनीतिक दल का सक्रिय सदस्य न रहा हो। प्रत्येक गांव एवं ग्राम पंचायत में विलेज गार्ड मिलने के बाद पुलिस के लिए रात्रि गश्त, अपराध पर अंकुश एवं अवांछित गतिविधियों की रोकथाम में काफी सहयोग मिलेगा। चयन होने के बाद विलेज गार्ड को पुलिस की ओर से ट्रेनिंग दी जाएगी। किस स्तर पर कहां ट्रेनिंग होगी यह अभी तय नहीं हो पाया है, आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद पुलिस मुख्यालय की ओर से इस संदर्भ में नए आदेश होंगे।
40 से 55 साल के व्यक्ति को बनाया जाएगा गार्ड
विलेज गार्ड पर किसी प्रकार का आपराधिक प्रकरण दर्ज नहीं होना चाहिए और न ही कभी सजायाफ्ता रहा हो। अच्छे आचरण एवं गांव में प्रतिष्ठित व्यक्ति होना चाहिए। जिसकी गांव में अच्छी पकड़ हो। ऐसे 40 से 55 वर्ष के व्यक्ति को विलेज गार्ड बनाया जाएगा। आवेदक गुरुवार से 16 जुलाई तक आवेदन कर सकते हैं। सभी आवेदन प्राप्त होने के बाद पुलिस की ओर से छंटनी होने के बाद तय किया जाएगा। विलेज गार्ड का कार्यकाल दो वर्ष का होगा, एक बार विलेज गार्ड नियुक्त होने के बाद दुबारा वापस उसे नहीं बनाया जा सकेगा। फिर किसी नए को मौका मिलेगा। विलेज गार्ड नियुक्त होने के बाद भी किसी प्रकार का मामला दर्ज होने पर उसे तुरंत हटाया जाएगा। विलेज गार्ड को निशुल्क सेवाएं देनी होगी।
गांव में रहेगी पुलिस की नजर
पुलिस के पास नफरी कम है। नई योजना के तहत प्रत्येक ग्राम पंचायत एवं गांव में विलेज गार्ड लगाए जाएंगे। इससे ग्राम स्तर पर भी पुलिस की नजर रहेगी। विशेषकर सीमांत क्षेत्र के गांवों में इससे पुलिस को और मजबूती मिलेगी। हालांकि सीएलजी के सदस्य पहले से हैं, लेकिन हर गांव से सीएलजी के सदस्य नहीं है। अब विलेज गार्ड प्रत्येक गांव से होगा ऐसे में पुलिस को काफी हद तक मदद मिल सकेगी।
अब अपराध पर अंकुश लगेगा
प्रत्येक गांव में विलेज गार्ड के रूप में पुलिस के सहयोगी लगाए जाएंगे। इससे हर गांव तक पुलिस की पकड़ मजबूत होगी। कानून व्यवस्था मजबूत होने के साथ ही अपराध पर अंकुश लगेगा, हर गतिविधि पर हमारी नजर होगी। -आनंद शर्मा, पुलिस अधीक्षक बाड़मेर।