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सोमवार, 24 दिसंबर 2012

PICS: रेत के झरने है, इन्हें हाथ ना लगाना !

PICS: रेत के झरने है, इन्हें हाथ ना लगाना !


बाड़मेर  आपने पानी के झरने तो बहुत देखे होंगे। लेकिन क्या आपने रेत के झरने देखे हैं। अगर नहीं देखा तो कोई बात नहीं,   रेत के इन झरनों की कुछ खास तस्वीरें..

जैसलमेर के रेगिस्तान में जब तापमान पचास डिग्री के करीब पहुंच जाता हैं। तब इन रेत के झरनों का निर्माण होता हैं।ठीक पानी के झरनों की तरह गिरते हुए..लेकिन गर्मी के दिनों में इन झरनों को हाथ लगाना खतरनाक होता हैं।
PICS: रेत के झरने है, इन्हें हाथ ना लगाना !

साइंस के मुताबिक रेत उष्मा का एक अच्छा चालक हैं। जिसका तापमान मौसम के मुताबिक बदलता रहता हैं। जैसे धूप के समय रेत गर्म होती है और रात के समय ठंडी। इसलिए गर्मी के दिनों में जब तापमान बहुत ज्यादा होता है रेत गर्म हो जाती है।

PICS: रेत के झरने है, इन्हें हाथ ना लगाना !

बाड़मेर  जैसलमेर में रेत के बहुत ऊंचे-ऊंचे टीले आपको मिल जाएंगे। लेकिन गर्मी के दिनों में ये एक जगह टिक नहीं पाते।बहुत ऊंचे धोरों की रेत गर्म होकर नीचे की तरफ गिरने लगती हैं। गिरते समय एक सार दिखती हैं। जो पानी के झरनों की तरह नजर आता हैं।

PICS: रेत के झरने है, इन्हें हाथ ना लगाना !

जैसलमेर और बाड़मेर में गर्मी के दिनों में तेज आंधी के कारण पूरे के पूरे धोरे एक जगह से दूसरी जगह शिफ्ट कर जाते हैं।

PICS: रेत के झरने है, इन्हें हाथ ना लगाना !
हां, एक दिलचस्प वाकया ये भी है। भारत-पाक सीमा के पास जैसलमेर के सागरबल इलाके में पैंतीस किलोमीटर का एक ऐसा क्षेत्र हैं। जहां आज तक तार बंदी सफल नहीं हो पाई हैं। यहां इतनी तेज आंधी चलती है कि तार खंभों सहित हवा में उड़ जाते हैं। ऐसे में सीमा का डिमार्केशन नहीं हो पाता हैं। चाहे दोनों तरफ की सरकारें लाख कोशिश कर लें।