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शुक्रवार, 16 अगस्त 2013

खून से ख़त अब चेते सरकार ,जरुरत पडी तो बहायेंगे लहू राजस्थानी भाषा के लिए

राजस्थानी संकल्प पखवाड़े के तहत


बाड़मेर फिर लिखे खून से ख़त लिख 

खून से ख़त अब चेते सरकार ,जरुरत पडी तो बहायेंगे लहू राजस्थानी भाषा के लिए 
बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर द्वारा शुक्रवार शाम को राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता के लिए संकल्प पखवाड़े के तहत गांधी चौक पर यु पी ऐ अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी को बाड़मेर की जनता ने खून से ख़त लिख कर राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता की ,इस अवसर पर राजस्थानी भाषा समिति के पदाधिकारी संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी , रिड़मल सिंह दांता ,इन्द्र प्रकाश पुरोहित ,सुल्तान सिंह देवड़ा ,कानजी भाई ,गोपाल गर्ग ,डॉ खुशवंत खत्री,महासचिव जीतेन्द्र छंगाणी ,दीप सिंह रणधा ,जिला प्रवक्ता रमेश सिंह इन्दा ,प्रवीण खत्री दिग्विजय सिंह चुली ,गोपाल सिंह बीदावत ,स्वरुप सिंह , बाबु भाई शेख ,मुबारक खान ,प्रेम कुमार ,नैनू सिंह चौहान ,गणेशदास जोशी ,ओम प्रकाश त्रिवेदी ,सवाई चावड़ा ,जीतेन्द्र फुलवरिया , ,स्वरुप सिंह भाटी , नरपत सिंह ,आलोक जैन ,प्रेम कुमार वकील सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे। 

इस अवसर पर इन्दर प्रकाश पुरोहित ने कहा की युवाओं ने राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए जो हुंकार भरी हें इससे सरकार चेत जाये ,जरुरत पडी तो राजस्थान वासी राजस्थानी भाषा के लिए लहू बहा देंगे ,उन्होंने कहा की क्यूँ राजस्थानियों को उनके अधिकार से वंचित रखा जा रहा हें। इस अवसर पर संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने कहा की राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिए राज्य सरकार द्वारा विधानसभा में संकल्प पारित किये दस वर्ष पूर्ण होने को हें मगर मान्यता की दिशा में कोई ख़ास कार्य केंद्र सरकार नहीं कर पाई ,चोदह करोड़ राजस्थानियों की भावनाओ को खून से ख़त लिख कर श्रीमती सोनिया गांधी राहुल गाँधी तथा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तक पहुंचाई जा रही हें ,रिडमल सिंह दांता ने कहा की राजस्थानी भाषा के प्रति युवाओ का समर्पण काबिले तारीफ हें। 

केंद्र सरकार को इनकी भावनाओ की क़द्र कर अब मानसून सत्र में मान्यता दे देनी चाहिए। गाँधी चौक पर बाड़मेर वासियों ने बड़ी तादाद में ख़त लिखे ,शुक्रवार को स्कूल के छात्रो ने भी राजस्थानी भाषा को मान्यता के समर्थन में ख़त लिख मान्यता की गुहार की। तादाद में युवा खून से ख़त लिखने पहुंचे ,युवाओं ने अपने शारीर से बहते खून से ख़त लिख मार्मिक अपील सोनिया गाँधी से की कि अब तो हमें संवेधानिक मान्यता दो ,हमें हमारा अधिकार दो। संकल्प पखवाड़े के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में पुलिस के जवानों भी अपनी भावनाए रोक नहीं पाए उन्होंने भी अपने खून से ख़त लिख राजस्थानी को मान्यता देने की अपील की।

सोमवार, 12 अगस्त 2013

खून नहीं चौदह करोड़ राजस्थानियों की भावना को समझे


खून से ख़त लिख संकल्प पखवाड़े का आगाज़

खून नहीं चौदह करोड़ राजस्थानियों की भावना को समझे 


बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर द्वारा सोमवार शाम को राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता के लिए संकल्प पखवाड़े का आगाज़ अहिंसा चौराहे पर यु पी ऐ अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी को खून से ख़त लिख कर किया ,इस अवसर पर राजस्थानी भाषा समिति के पदाधिकारी संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ,खुशवंत खत्री,महासचिव जीतेन्द्र छंगाणी ,जिला प्रवक्ता रमेश सिंह इन्दा ,दिग्विजय सिंह चुली ,हिन्दू सिंह तामलोर ,बाबु भाई शेख ,मुबारक खान ,महेश गौड़ ,ओम प्रकाश त्रिवेदी ,सवाई चावड़ा ,जीतेन्द्र फुलवरिया ,दीपक जेलिया ,स्वरुप सिंह भाटी ,लोकेन्द्र सिंह ,सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे। इस अवसर पर संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने कहा की राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिए राज्य सरकार द्वारा विधानसभा में संकल्प पारित किये दस वर्ष पूर्ण होने को हें मगर मान्यता की दिशा में कोई ख़ास कार्य केंद्र सरकार नहीं कर पाई ,चोदः करोड़ राजस्थानियों की भावनाओ को खून से ख़त लिख कर श्रीमती सोनिया गांधी राहुल गाँधी तथा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तक पहुंचाई जा रही हें ,जीतेन्द्र छंगानी ने कहा की राजस्थानी भाषा के प्रति युवाओ का समर्पण काबिले तारीफ हें। केंद्र सरकार को इनकी भावनाओ की क़द्र कर अब मानसून सत्र में मान्यता दे देनी चाहिए। अंहिंसा चौराहे पर बरसात के मौसम के बावजूद बड़ी तादाद में युवा खून से ख़त लिखने पहुंचे ,युवाओं ने अपने शारीर से बहते खून से ख़त लिख मार्मिक अपील सोनिया गाँधी से की कि अब तो हमें संवेधानिक मान्यता दो ,हमें हमारा अधिकार दो। संकल्प पखवाड़े के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में सीमा सुरक्षा बल के बाड़मेर में तैनात राजस्थान के अन्य जिलो के जवान भी अपनी भावनाए रोक नहीं पाए उन्होंने भी अपने खून से ख़त लिख राजस्थानी को मान्यता देने की अपील की।