रक्षा मंत्री एके एंटोनी जैसलमेर दौरे पर, देखी भारत पाक सीमा
जैसलमेर। रक्षामंत्री एके एंटोनी ने कहा है कि कुख्यात आतंकवादी ओसामा बिन लादेन के पाकिस्तान में मारे जाने से यह साबित हो गया है कि पाकिस्तान आतंकवादियों की शरणस्थली है। अब पाकिस्तान को आतंकियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने होंगे। एंटोनी सोमवार दोपहर जैसलमेर मिलिट्री स्टेशन पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
एंटोनी एक दिवसीय जैसलमेर दौरे पर हैं, वे यहां पर भारत पाकिस्तान सीमा का अवलोकन करने और इस रेगिस्तानी इलाके में सेना की तैयारियों का जायजा लेने आए हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में सीमा पर बरसों से आतंकी ट्रेनिंग सेंटर संचालित किए जा रहे थे। इस बारे में हमने बार बार पाक सरकार को आगाह किया, लेकिन उनकी ओर से हमेशा ही नकारा जाता रहा। मगर अब लादेन के पाकिस्तान में मारे जाने से इस बात का खुलासा हो गया कि पाकिस्तान आतंकियों की मदद कर रहा है।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि अमरीका के साथ रक्षा सौदा किसी राजनीतिक दबाव के तहत नहीं किया जाएगा। रक्षा सौदे सिर्फ तकनीकी व क्वालिटी आधार पर ही किए जाएंगे। हालांकि अभी रक्षा सौदों की प्रक्रिया चल रही है और रूस, यूरोप व फ्रांस से एयरक्राफ्ट खरीदने की बात चल रही है। उन्होंने कहा कि भारत परमाणु, रसायनिक व जैविक हमले से निपटने में सक्षम है व इसकी पूरी तैयारी है।
जैसलमेर। रक्षामंत्री एके एंटोनी ने कहा है कि कुख्यात आतंकवादी ओसामा बिन लादेन के पाकिस्तान में मारे जाने से यह साबित हो गया है कि पाकिस्तान आतंकवादियों की शरणस्थली है। अब पाकिस्तान को आतंकियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने होंगे। एंटोनी सोमवार दोपहर जैसलमेर मिलिट्री स्टेशन पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
एंटोनी एक दिवसीय जैसलमेर दौरे पर हैं, वे यहां पर भारत पाकिस्तान सीमा का अवलोकन करने और इस रेगिस्तानी इलाके में सेना की तैयारियों का जायजा लेने आए हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में सीमा पर बरसों से आतंकी ट्रेनिंग सेंटर संचालित किए जा रहे थे। इस बारे में हमने बार बार पाक सरकार को आगाह किया, लेकिन उनकी ओर से हमेशा ही नकारा जाता रहा। मगर अब लादेन के पाकिस्तान में मारे जाने से इस बात का खुलासा हो गया कि पाकिस्तान आतंकियों की मदद कर रहा है।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि अमरीका के साथ रक्षा सौदा किसी राजनीतिक दबाव के तहत नहीं किया जाएगा। रक्षा सौदे सिर्फ तकनीकी व क्वालिटी आधार पर ही किए जाएंगे। हालांकि अभी रक्षा सौदों की प्रक्रिया चल रही है और रूस, यूरोप व फ्रांस से एयरक्राफ्ट खरीदने की बात चल रही है। उन्होंने कहा कि भारत परमाणु, रसायनिक व जैविक हमले से निपटने में सक्षम है व इसकी पूरी तैयारी है।