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मंगलवार, 23 अक्टूबर 2018

भारतीय जनता पार्टी दो समानांतर संगठन से दुविधा में,अब मुख्य संगठन को मिली जिम्मेदारी,वसुंधरा राजे फिर आहत*

*भारतीय जनता पार्टी दो समानांतर संगठन से दुविधा में,अब मुख्य संगठन को मिली जिम्मेदारी,वसुंधरा राजे फिर आहत*

*लम्बे समय से भारतीय जनता पार्टी में चल रही वर्चस्व की लड़ाई अब लोगो की जुबान पर आ गई तो आलाकमान को भी अब दो समानांतर संगठन स्पस्ट नजर आनेवलगे तो डोर भाजपा के मुख्य संगठन के विश्वासपात्रों को सौंप दी।।जिससे वसुंधरा राजे आहत हैं।

लम्बे समय से वसुंधरा राजे और भाजपा अपने अपने समानांतर संगठन के जरिये चुनावी गतिविधियां चला रहे थे।वसुंधरा राजे अपने विश्वास पात्र अशोक परनामी,राजेन्द्र राठौड़,यूनुस खान आदि के साथ तो मदनलाल सैनी ,ओमप्रकाश माथुर, गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन मेघवाल अमित मोदी की टीम में थे। रणकपुर में रायशुमारी के नाम पर जो खेल वसुंधरा राजे ने रचा उससे अमित शाह खफा बताये जा रहे।रणकपुर में प्रदेश अध्यक्ष मदनलाल सैनी की पूरी उपेक्षा की गई। कार्यकर्ताओ और नेताओं के साथ भेदभाव की खबरे अमित शाह तक पहुंची तो उन्होंने रायशुमारी के लिए अलग अलग जॉन बना ओमप्रकाश ममथुर को कमान सौंप दी।।वसुंधरा राजे के बाड़मेर जोधपुर दौरे में व्यस्त होने के बावजूद ओमप्रकाश माथुर टीम ने जयपुर में उम्मीदवारों से रायसुमारी जारी रखी।यानी वसुंधरा राजे की अनुपस्थिति में रायसुमारी करवा ली। दो समानांतर संगठन चलने की वजह से भाजपा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता असमंज की स्थति में थे।आखिर किसके हुकुम माने। अपने क्षेत्र की दावेदारियों आखिर किस गट के नेताओ को दे।कसुंधर राजे गुट को या मदनलाल सैनी गुट को। अब विभिन क्षेत्रो के वसुंधरा राजे द्वारा दरकिनार किये भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को फील्ड में भेजा गया है जिताऊ उम्मीदवार की रायसुमारी के लिए।।ये वरिष्ठ नेता पांच साल ठाले बेठे थे एकाएक माथुर और गजेंद्र सिंह ने ऐसे नेताओं को सक्रिय कर वसुंधरा राजे पर नकेल कसने की कवायद शुरू की है।पार्टी की बुरी स्थति को भांप लिया।कई स्थानों पर पार्टी को अपेक्षानुरूप दावेदार नही मिल रहे। टिकट चयन के अंतिम दौर में अमित शाह वीटो का इस्तेमाल कर सर्वाधिकार अपने गुट के विश्वनीय नेताओ को कमान सौंपी है।ये सभी कभी न कभी वसुंधरा राजे के विरोधी रहे।।वसुंधराराजे की हिटलिस्ट में रहे।।इन तमाम बातों से भाजपा को कितना फायदा होगा यह भविष्य के गर्भ में है मगर एक बार फिर वसुंधरा राजे को अमित शाह ने देर से सही आहत जरूर किया।।केंद्र संगठन से अविनाश पांडे और प्रकाश जावड़ेकर भी काफी सक्रिय दिख रहे है।

गुरुवार, 11 अक्टूबर 2018

बाड़मेर भाजपा का अंतिम विकेट कभी भी गिर सकता है,*


बाड़मेर भाजपा का अंतिम विकेट कभी भी गिर सकता है,*

*बाड़मेर दलबदल के इस चुनावी दौर में एक से नो विकेट भाजपा के शिव विधायक मानवेन्द्र सिंह के साथ गिर चुके है अंतिम विकेट कभी भी गिर सकता है। एक यॉर्कर का इंतज़ार है।हमने यही पूर्व में लिखा था कि भाजपा की सत्ता वापसी की संभावना नही देख कई नेता दलबदल करेंगे।सत्ता के साथ चलने वाले ये नेता किसी एक पार्टी के सिद्धांतों के साथ नही बंधे।।ये सत्ता की आंधी के साथ उड़ते है।।मानवेन्द्र सिंह जैसे पार्टी के वफादार पार्टी छोड़ते है उसके पीछे बड़े कारण होते है। सत्ता का मोह इन्हें नही रह।इन्होंने पार्टी को अलविदा कर दिया। इनके साथ कई कर्मठ कार्यकर्ता पार्टी को तिलांजलि दे चुके है।।सूत्रों की माने तो एक और धमाका भाजपा में जल्द होने वाला  है ।पार्टी के नए नवेले दिग्गज पार्टी को अलविदा कहने जा रहे है ।सूत्रों ने बताया कि यह अंतिम विकेट जब चुनावी मैच पूरे रोमांच पर होगा मैच के आखरी बाल यॉर्कर होगी उसी पे यह विकेट गिरेगा। भाजपा के राजस्थान में जो हालात सामने आ रहे उससे पार्टी आलाकमान भी चिंतित है मगर वो अपने द्वारा ही कि गई भयंकर गलती के कारण कोई कदम नही उठा पा रहे वार्ना सामने हार दिखने पर सब तरह के प्रयोग जीतने के लिए किए जाते है।मगर अमित शाह और नरेंद्र मोदी की जोड़ी राजस्थान में कोई निर्णय वसुंधरा राजे के खिलाफ नही ले रहे इसके पीछे बहुत बड़ा कारण है।।सूत्रों ने बताया भाजपा में अभी राज्य के विभिन हिस्सो में त्याग पत्र के सिलसिले शुरू होंगे जो भाजपा को और अधिक परेशानी में डालेंगे।।

मंगलवार, 18 सितंबर 2018

राजस्थान चुनाव 2018 तो अमित शाह का विश्वास खो चुकी वसुंधरा राजे,अमित शाह के दौरों से यही लगता है*

राजस्थान चुनाव 2018

तो अमित शाह का विश्वास खो चुकी वसुंधरा राजे,अमित शाह के दौरों से यही लगता है*

*बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक*

*राजस्थान की भाजपा की राजनीति में खलबली मची हुई है।।वसुंधरा राजे के प्रभाव के आगे नतमस्तक हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने अपने राजस्थान के दौरों में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से दूरी बना के रखी है जो सत्ता के गलियारों में चर्चा बनी वही।राजनीति के धुरंधर कयास लगा रहे है। संघ और खुफिया एजेंसियों के रिपोर्टों ने केंद्रीय नेतृत्व की नींद उड़ा दी है।।संघ और खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट में वसुंधरा राजे की राजस्थान गौरव यात्रा पर विपरीत टिपणियां की रिपोर्ट पेश की जिसमे बताया कि वसुंधरा राजे यात्रा के दौरान प्रदेश संगठन के नेताओ को कोई तवज्जो नही दे रही।संगठन के समानांतर संगठन बना गौरव यात्रा निकाल रही जिससे भाजपा का कार्यकर्ता कन्फ्यूज हो रहा।।साथ ही राजस्थान गौरव यात्रा के विरोध,वसुंधरा राजे की खिलाफत विभिन वर्गों और समाजो द्वारा करने का उल्लेख भी इन रिपोर्ट में किया गया है।बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक ने इसी पटल पर पूर्व में संकेत दिए थे कि राजस्थान की बागडौर खुद अमित शाह और नरेंद्र मोदी खुद संभालेंगे।।केंद्रीय नेतृत्व जान गया कि वसुंधरा राजे राजस्थान जीत नही सकती।।अमित शाह के दौरे उसी अनुरूप  बनाये गए।पूर्व में जोधपुर प्रवास के दौरान अमित शाह और वसुंधरा राजे का संयुक्त रोड शो का प्रस्ताव भेजा गया था।।मगर वसुंधरा राजे की यात्रा का जोधपुर संभाग में हुए विरोध को देखते हुए अमित शाह ने एकल कार्यक्रम को अंतिम रूप देकर वसुंधरा राजे को झटका दे दिया। एक और जंहा वसुंधरा राजे पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी,राजेन्द्र राठौड़,यूनुस खान ,सुमन शर्मा की टीम के साथ अपनी यात्रा में लगी है तो अमित शाह ने भाजपा संगठन को तवज्जो देकर प्रदेश अध्यक्ष मदनलाल सैनी,संगठन महामंत्री चंद्र शेखर,भूपेंद्र यादव,ओमप्रकाश माथुर, गजेंद्र सिंह शेखवत के साथ अपने दौरे पूरे कर भाजपा कार्यकर्ताओ को संकेत दे रहे है कि उनके लिए भाजपा और कमल निशान महत्वपूर्ण है व्यक्ति विशेष नही। चुनाव में कमल को ध्यान में रखे। अलबत्ता सूत्रों की माने तो अमित शाह जोधपुर में कार्यकर्ताओं की कम उपस्थिति को भी अमित शाह ने गम्भीरत से लिया। आने वाले दिनों में भाजपा की अंदरूनी राजनीति में उठापटक की संभावनाओं से इनकार नही किया जा सकता। यह स्पष्ठ हो गया कि राजस्थान में भाजपा को ध्रुवों में बंट कर काम कर रही है।जो शुभ संकेत नही है।।*

बुधवार, 15 जून 2016

अहमदाबाद।भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के घर को बम से उड़ाने की धमकी, पुलिस ने शुरू की जांच



अहमदाबाद।भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के घर को बम से उड़ाने की धमकी, पुलिस ने शुरू की जांचभाजपा अध्यक्ष अमित शाह के घर को बम से उड़ाने की धमकी, पुलिस ने शुरू की जांच

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के घर को बम से उड़ा देने की धमकी मिली है। हिंदी में लिखे धमकी भरे पत्र में गुजरात स्थित उनके घर को बम से उड़ा देने के साथ ही गुजरात के कैबिनेट मंत्री विजय रुपानी के घर को भी उड़ा देने की धमकी दी गई है।

राजकोट जिले के मुख्य बस स्टैंड के मैनेजर को भेजे गए धमकी भरे पत्र में बीजेपी के दोनों नेताओं के घर को उड़ा देने की बात लिखी हुई है। इसके साथ ही सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी और राजकोट बस स्टैंड को भी उड़ाने की भी चेतावनी दी गई है।

पुलिस ने शुरू की जांच

बस स्टैंड मैनेजर की ओर से पुलिस को इसकी सूचना दे दी गई है। राजकोट पुलिस ने मौके पर पहुंच कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस ने बम स्क्वॉड और डॉग स्क्वाड को भी बुलाया है। दोनों नेताओं की ओर से फिलहाल कोई बयान नहीं आया है।