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मंगलवार, 13 अगस्त 2013

जाति और धर्म देखकर टिकट देने की तैयारी में राजस्थान कांग्रेस

जयपुर।। इसी साल जयपुर में कांग्रेस के चिंतन शिविर में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि हमारी पार्टी में जाति और धर्म के लिए कोई जगह नहीं है, मगर उनके इस दावे की पोल राजस्थान में ही खुलती नजर आ रही है। अगर किसी को आगामी राजस्थान विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस पार्टी का टिकट चाहिए, तो इलाके के जातिगत समीकरण उसके पक्ष में होने चाहिए।Congress
जाति आधारित राजनीति पर रोक लगाने के मकसद से सुप्रीम कोर्ट ने जातिगत रैलियों पर रोक लगा दी है, लेकिन कांग्रेस को जीत के लिए यही एक रास्ता नजर आ रहा है। राजस्थान विधानसभा चुनावों की तैयारी में जुटी कांग्रेस ने टिकट देने के लिए नया फॉर्म्युला अपनाया है। किसी सीट पर अपना कैंडिडेट उतारने से पहले पार्टी देखेगी कि वहां पर किस धर्म और जाति के कितने वोट हैं। इसी आधार पर तय किया जाएगा कि हर हाल में जीत हासिल करने के लिए किस शख्स को टिकट देना सही रहेगा। उस शख्स को प्राथमिकता दी जाएगी, जिसने टिकट के लिए उम्मीदवारी जताते वक्त अपने इलाके के मुख्य धार्मिक नेताओं के समर्थन की गारंटी दी हो।

राजस्थान कांग्रेस कमिटी ने सभी डिस्ट्रिक्ट कमिटियों को भी एक सर्क्युलर भेजा है, जिसमें उम्मीदवारों को लेकर 20 अगस्त तक रिपोर्ट मंगवाई गई है। जिला कमिटियों से कहा गया है कि वे विधानसभा सीटों से संभावित उम्मीदवारों के नाम, जाति और धर्म के अलावा यह जानकारी भी भेजे कि किस जाति के उम्मीदवार को टिकट देने से जीत मिल सकती है। पार्टी का टिकट हासिल करने की इच्छा रखने वाले उम्मीदवारों को यह गारंटी भी देनी होगी, कि उनके क्षेत्र के धार्मिक नेता उनका साथ देंगे।टिकट हासिल करने की इच्छा रखने वाले लोगों को 5 पेज का फॉर्म भरना होगा। इसमें उम्मीदवारों यह बताना होगा कि वे किस धर्म और जाति से ताल्लुक रखते हैं और किस आधार पर जीत हासिल कर सकते हैं। पूछा गया है कि आपकी जाति के कितने वोटर आपके साथ हैं और विपक्षी पार्टी के कैंडिडेट के क्या समीकरण हैं। टिकट पाने का इच्छुक शख्स अगर फॉर्म में गलत जानकारी भरता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई करने की बात भी कही गई है। इस फॉर्म के लगभग हर पेज पर धर्म और जाति को तरजीह दी गई है।

कांग्रेस के कई नेता मान रहे हैं कि इस तरह से जाति-धर्म को प्राथमिकता देना सही नहीं है, लेकिन वे खुलकर कुछ भी नहीं बोल रहे। उधर बीजेपी ने भी इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर हमले तेज कर दिए हैं। बीजेपी का कहना है कि खुद को जाति और धर्म निरपेक्ष बताने वाली कांग्रेस का असली चेहरा सामने आ गया है।