प्रकृति देती है पक्षियों का साथ
परिंडे खुले आसमान में उड़ान भरते हैं। उड़ान के बाद जब थक जाते हैं तो कहीं पेड़ की डाल और घर की छत के किसी कोने में अपना आसरा ढूंढते हैं। सही मायने में पक्षियों की साथी प्रकृति है, जो इन्हें आसरा देती है। चाहे मनुष्य इन पक्षियों का साथ दे या ना दे। गर्मी के इस मौसम में पक्षियों के भोजन के लिए पेड़ों की डालियों पर भोजन मिल जाता है। फिर भी कई मौकों पर इन पक्षियों को भोजन तो क्या पानी भी नसीब नहीं हो पाता, जिसके लिए ये भटकते रहते हैं। ऐसे में क्यों नहीं हम भी इन पक्षियों को बचाने व उनके दाना पानी की व्यवस्था में एक परिंडा लगाकर पुण्य प्राप्त करें। आइए हम भी लगाए एक परिंडा और इन बेजुबान व शांति के प्रतीक इन पक्षियों को बचाने का एक छोटा सा प्रयास करें। जिससे इनको गर्मी के मौसम में काल के ग्रास होने से बचाया जा सके।
आहोर. पुलिस थाना परिसर में बुधवार को थाना प्रभारी के नेतृत्व में पक्षियों के पानी की व्यवस्था के लिए परिंडा लगाया। इस मौके पुलिस के जवानों ने परिंडों के माध्यम से पक्षियों के लिए प्रतिदिन पानी की व्यवस्था का संकल्प लिया। थाना प्रभारी बुद्धा राम ने कहा कि भास्कर द्वारा पक्षियों को बचाने के लिए चलाया जा रहा यह अभियान सराहनीय है। प्रत्येक व्यक्ति को पक्षियों के लिए प्रत्येक परिवार को परिंडा और चुग्गे की व्यवस्था कर इस पुनीत कार्य में सहभागी बनना चाहिए। हैड कांस्टेबल चमनाराम, एसआई जबरसिंह राजपुरोहित, एएसआई नारायणसिंह, किशना राम विश्नोई, जुगलकिशोर, राजेंद्रसिंह समेत कई जने मौजूद थे।
आहोर. पुलिस थाना परिसर में बुधवार को थाना प्रभारी के नेतृत्व में पक्षियों के पानी की व्यवस्था के लिए परिंडा लगाया। इस मौके पुलिस के जवानों ने परिंडों के माध्यम से पक्षियों के लिए प्रतिदिन पानी की व्यवस्था का संकल्प लिया। थाना प्रभारी बुद्धा राम ने कहा कि भास्कर द्वारा पक्षियों को बचाने के लिए चलाया जा रहा यह अभियान सराहनीय है। प्रत्येक व्यक्ति को पक्षियों के लिए प्रत्येक परिवार को परिंडा और चुग्गे की व्यवस्था कर इस पुनीत कार्य में सहभागी बनना चाहिए। हैड कांस्टेबल चमनाराम, एसआई जबरसिंह राजपुरोहित, एएसआई नारायणसिंह, किशना राम विश्नोई, जुगलकिशोर, राजेंद्रसिंह समेत कई जने मौजूद थे।