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मंगलवार, 9 अक्टूबर 2018

।।थार की राजनीतिक शख्शियत।।* *अमीन खान जैसे नेता हर रोज पैदा नही होते,बेबाकी और दबंगता उनकी खास पहचान है*

*।।थार की राजनीतिक शख्शियत।।*

*अमीन खान जैसे नेता हर रोज पैदा नही होते,बेबाकी और दबंगता उनकी खास पहचान है*




*धोरों की राजनीति में कई हस्तियां हुई।।जिनमे कुछ व्यक्तित्व ऐसे भी है जिनका कोई सानी नही।वक़्त के साथ हर एक बड़े व्यक्ति का दौर खत्म होता है थार की थळी की राजनीतिकबक एक ऐसा भी सितारा है जो सदाबहार है जो कल भी ऐसा था और आज भी ऐसा है। जीवन बसन्त के सात दशक देख चुके वेटरन नेता अमीन खान देतानी की बात कर रहे है। एक सरहदी छोटे से गांव देतानी में दीनमोहम्मद के घर जन्मे अमीन खान बचपन से जुनूनी है।।15 जनवरी 1939 को जन्मे अमीन खान ने अपनी शिक्षा की छोटी सी पारी गांव में ही शुरू कर खत्म कर दी। शिक्षा के प्रति रुचि न होने के कारण उन्होंने वन विभाग में छोटे ओहदे की नोकरी कर ली। पाकिस्तान के गोगासर में निकाह के बाद वो निरन्तर राजनीति में सक्रिय रहे। सरहदी इलाको के गांवो में मूल भूत सुविधाएं उपलब्ध कराने का संकल्प लेकर वो कांग्रेस के सदस्य बने।।1952 से अपना राजनीति सफर शुरू किया।।शुरू के खांटी नेता के रूप में चर्चित रहने वाले अमीन खान अपनी बेबाकी के लिए पहचाने जाते है।।बिना कोई लाग लपेट के सच्ची बात मुंह पे बोलने के हिमायती अमीन खान को आज भी झूठे और कट्टरपंथी नेताओ के खिलाफ है। अमीन खान ने शिव क्षेत्र में अपनी सक्रियता से जल्द अपनी पहचान बना ली।।अभावों के दौर में भी वो एक सच्चे राजनेता के रूप में निखरते गए।।वृद्धि चंद जैन और राजेश पायलट को अपना आदर्श मानने वाले अमीन खान अपनी राजनीति पारी में कई महत्वपूर्ण पदों पे रहे।उन्होंने आम आदमी के मर्म को समझ सरहदी गांवो में मूलभूत सुविधाएं जुटाने के बेहतर प्रयास किये। बिजली,पानी ,सड़क के साथ साथ उनका अकाल प्रबंधन में बेहतर योगदान रहा।सिंधी मुस्लिम समुदाय को ओबीसी में शामिल करवाने में उनका योगदान भुलाया नही जा सकता।  अमीन खान की विशेषता रही कि विधानसभा में क्षेत्र के मुद्दे प्रखरता से रखते थे।समन्तशाही और जागीरदारी प्रथा के खिलाफ उनका जीवट संघर्ष रहा ।फिर भी वो राजपूतो के सबसे बड़े हिमायती रहे।।शिक्षा के प्रति अमीन खान बड़े जगरुक् रहे है।।अध्यापकों के स्थानांतरण में भी वो दखल नही देते।। वो अधिकारियों के स्थानांतर या हटाने लगाने की गंदी राजनीति में लिप्त नही रहे। उनका विजन साफ था अधिकारी कोई हो उससे काम  करवाओ।

*कब कब बने विधायक*

1980 को पहली बार अमीन खान शिव में कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में उतरे और उन्होनें निर्दलीय शोभ सिंह को हराया और पहली बार विधान सभा पहुंचे।1985 के चुनाव में अमीन खान रावत उम्मेद सिंह से चुनाव हार गए।।1990 में फिर उन्होंने जनता दल के हरि सिंह को हराकर चुनाव जीता।।1993 में हरी सिंह ने भाजपा से चुनाव लड़ अमीन खान को हरा दिया।।1998 में अमीन खान खान ने भाजपा के हरि सिंह को हराकर कर अपनी पिछली हार का बदला लिया ।।2003 में भाजपा के जालम सिंह रावलोत से चुनाव हारे।2008 में उन्होंने जालम सिंह को बड़े अंतर से हराकर चुनाव जीता।तो 2013 में भाजपा के मानवेन्द्र सिंह ने उन्हें बड़े अंतर से हराया।।

*संघर्षशील जीवन एंव कार्यकाल*
1955-प्राथिमक सदस्य कांग्रेस कमेटी।
1958-से निरन्तर सक्रिय सदस्य कांग्रेस पार्टी।
1960-1965: *पंच*ग्राम पंचायत हरसाणी शिव जिला बाडमेर।
1962-1966:
*अध्यक्ष मंडल*
 कांग्रेस गिराब जिला बाड़मेर।
1966-1976: *अध्यक्ष ब्लॉक कांग्रेस कमेटी शिव।*
1966 से निरन्तर सदस्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी राजस्थान।
1974-2012: *अध्यक्ष ग्राम सेवा सहकारी समिति बाड़मेर।*
1978-1980: *सरपंच ग्राम पंचायत राणासर जिला बाड़मेर।*
1980-1985: *सदस्य 7वीं राजस्थान विधान सभा।*
1980-1981: *सदस्य विशेषाधिकार समिति एंव याचिका समिति* राजस्थान विधान सभा।
1981-
*सदस्य जिला ग्रामीण विकास अभिकरण में सुखा समन्वय परियोजना क्रियान्वयन समिति बाड़मेर।*
1981-1984: *अध्यक्ष भुमि विकास बैंक बालोतरा जिला बाड़मेर।*
1982-1984: *सदस्य याचिका समिति राजस्थान विधान सभा।*
1982-1985: *उप जिला प्रमुख जिला परिषद बाडमेर।*
1982- *संचालक राजस्थान राज्य सहकारी उपभोक्ता संघ।*
1982-1984:
*सदस्य,*
 *राजस्थान राज्य हज समिति।*
1982-1985: *सदस्य खाद्य एंव आपुर्ति* ग्रह रक्षा दल एंव नागरिक सुरक्षा देवस्थान विभागों की संसदीय परामर्शदात्री समिति राजस्थान विधान सभा।
1990-1992: *सदस्य 9वीं राजस्थान विधान सभा।*
1990-1992: *सदस्य दूर संचार सलाहकार समिति भारत सरकार।*
1991-1992: *सदस्य यातायात,विग्यान एंव प्रोध्योगिकी विभाग की संसदीय परामर्शदात्री समिति।*
1991से निरन्तर=
*सदस्य प्रदेश कांग्रेस कार्य समिति राजस्थान।*
1994-1997: *महामंत्री जिला कांग्रेस कमेटी बाड़मेर।*
1995-2000: *उप जिला प्रमुख जिला परिषद बाड़मेर।*
1997-1998: *सदस्य दुरसंचार सलाहकार समिति भारत सरकार।*
1996-2003: *सदस्य 11वीं राजस्थान विधान सभा।*
1999-2000: *सदस्य प्राक्कलन (ख) व ग्रह समिति राजस्थान विधान सभा।*
2005-2008: *निदेशक सेन्ट्रल वूल बोर्ड भारत सरकार।*
2005 से निरन्तर = *सदस्य अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी।*
2008-2013: *सदस्य 13वीं विधान सभा*
28/02/2009 से 10/03/2011: *राज्य मंत्री वक्फ (स्वतंत्र प्रभार)ग्रामीण विकास एंव पंचायती राज विभाग राजस्थान सरकार*
अप्रेल 2011 से नवम्बर 2011= *सदस्य लोक सेवा समिति राजस्थान विधान सभा*
👉17/11/2011-2013= *राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अल्पसंख्यक मामलात एंव वक्फ विभाग राजस्थान सरकार।*
वर्तमान में आप *राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी में एग्ज्युकेटिव कमेटी में सदस्य एंव अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में सदस्य है।*

*गोभक्त अमीन खान,फुरसत में गायों की सेवा करते है*

*अमीन खान ठेठ देहाती परिवेश के है उनकी गवाड़ी में आज भी दर्जनों गाये है।अमीन खान गायों की मन से सेवा करते है।।अकाल के वक़्त भी गायों के लिए पशु शिविरों का प्रबंध लड़ झगड़ के करवाते रहे है।।

*बेबाकी दबंगता के कारण चर्चा में रहते है*

अमीन खान स्पष्ठवादी है।।वो सच्ची बात बिना किसी लाग लपेट के कर जाते है।उनके द्वारा तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल पर की गई वफादारी की टिपणी की वजह से देश भर में चर्चित और विवादित रहे।।वो जातिगत राजनीति के खिलाफ रहे पार्टी के कुछ नेताओ की कट्टर जातिवाद राजनीति के चलते वो टिपणी करते रहते है।।थार एक्सप्रेस को तस्करी और घुसपैठ का जरिया बताने वाले अमीन खान इसे बन्द करने का बयान भी दे चुके।पाकिस्तान के गोगासर में उनकी यात्रा के दौर हुई कथित पार्टी के कारण भी विवाद में रहे।।

*कांग्रेस के दिग्गज है अमीन खान के मुरीद*

कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ उनके तालुकात बेहतर है।।अहमद पटेल से उनकी नजदीकियां है तो श्रीमती सोनिया गांधी और राहुल गांधी अमीन खान को व्यक्तिगत जानते है। राहुल गांधी जब भी अमीन खान मिलते है उन्हें बाबा कह के सम्बोधित करते है।अशोक गहलोत उनसे सलाह मशबिरा करते है।कांग्रेस के कई दिग्गज अमीन खान का सम्मान करते है।।

*अलबत्ता अमीन खान जैसे नेता भविष्य में होना मुश्किल है।।ईमानदारी,निष्ठा ,दबंगता ,बेबाकी,स्पष्टवादी ,जैसे गुणों से लबरेज अमीन खान अपना अंतिम चुनाव लड़ना चाहते है।यह भविष्य के गर्भ में है पार्टी उन्हें मौका देती है या नही।।*