घड़साना.श्रीगंगानगर। भारत पाक सीमा स्थित "वर्षा" चौकी (बीओपी) के पास सोमवार शाम भारतीय सीमा में घुसनेेके प्रयास में बीएसएफ के जवानों ने एक पाक जासूस शाहिद करीम को गिरफ्तार कर लिया। उससे कोई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद नहीं हुए है।
शाहिद करीम जासूसी के आरोप में पहले भी पकड़ा गया था और रायसिंहनगर और जयपुर की जेल में 14 साल कारावास काट चुका है। पाक जासूस के फिर भारतीय सीमा में घुसने पर खुफिया एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं। मंगलवार को उसे घड़साना पुलिस को सौंप दिया गया।
जासूसी में सक्रिय
शाहिद करीम भारत के खिलाफ जासूसी में सक्रिय रह चुका है। बीएसएफ अधिकारियों ने उससे रातभर पूछताछ की। सूत्रों ने बताया कि शाहिद पाकिस्तानी प्रशिक्षित जासूस है। वह वर्ष 1991 में अनूपगढ क्षेत्र में जासूसी के लिए घुसपेैठ करने के दौरान पकड़ा गया था। तलाशी में उससे जो दस्तावेज बरामद हुए, उससे जासूसी में संलग्न माना गया।
इस जुर्म में अदालत ने उसे 14 साल की सजा सुनाई, जो उसने रायसिंहनगर तथा जयपुर के केन्द्रीय जेल में काटी। वर्ष 2003 में सजा पूरी होने के बाद उसे रिहा कर पाकिस्तान भेज दिया गया था। शाहिद करीम पाकिस्तानी शहर फोर्ट-अब्बास के थानाधिकारी के घर पर नौकरी करता है। वेतन नहीं देने पर वह वहां निकल गया और भूल से भारतीय सीमा में घुस गया।
शाहिद करीम जासूसी के आरोप में पहले भी पकड़ा गया था और रायसिंहनगर और जयपुर की जेल में 14 साल कारावास काट चुका है। पाक जासूस के फिर भारतीय सीमा में घुसने पर खुफिया एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं। मंगलवार को उसे घड़साना पुलिस को सौंप दिया गया।
जासूसी में सक्रिय
शाहिद करीम भारत के खिलाफ जासूसी में सक्रिय रह चुका है। बीएसएफ अधिकारियों ने उससे रातभर पूछताछ की। सूत्रों ने बताया कि शाहिद पाकिस्तानी प्रशिक्षित जासूस है। वह वर्ष 1991 में अनूपगढ क्षेत्र में जासूसी के लिए घुसपेैठ करने के दौरान पकड़ा गया था। तलाशी में उससे जो दस्तावेज बरामद हुए, उससे जासूसी में संलग्न माना गया।
इस जुर्म में अदालत ने उसे 14 साल की सजा सुनाई, जो उसने रायसिंहनगर तथा जयपुर के केन्द्रीय जेल में काटी। वर्ष 2003 में सजा पूरी होने के बाद उसे रिहा कर पाकिस्तान भेज दिया गया था। शाहिद करीम पाकिस्तानी शहर फोर्ट-अब्बास के थानाधिकारी के घर पर नौकरी करता है। वेतन नहीं देने पर वह वहां निकल गया और भूल से भारतीय सीमा में घुस गया।