बाड़मेर की शख्शियत लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
बाड़मेर की शख्शियत लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

शनिवार, 16 मार्च 2013

आज मिलिए धोरा धरती की पहचान शंकर गोली से

बाड़मेर की शख्शियत ३ .....

आज मिलिए धोरा धरती की पहचान शंकर गोली से

दोस्तों आज आपको मिलवाता हूँ बाड़मेर के वरिष्ठ पत्रकार ,राजनीतिज्ञ ,समाज सेवी श्री शंकर लाल गोली से .बाड़मेर के पत्रकारिता के युगपुरुष हें शंकर गोली ,हालांकि अभी सक्रीय पत्रकारिता से दूर हें .मगर राजनीती में सक्रीय हें ,इन्होने अपना हप्तहिक समाचार पत्र धोरा धरती को नै ऊँचाईया दी .धोरा धरती बाड़मेर की पहचान बना .सरहदी समाचारों में शंकर लाल गोली का आज भी कोई सानी नहीं हें ,उन्होंने उस दौर में सरहद के ग्रामीण अंचलो में जिस प्रकार लोगो की समाचार पत्र के माध्यम से सेवा की वो आज भी गाँवो के बुजुर्ग याद करते हें ,बॉर्डर की खबरों के वो मास्टर हें ,दैनिक भास्कर बाड़मेर में लांच हुआ तो पहले ब्यूरो चीफ गोली ही थे .नगर पालिका में उपाध्यक्ष रह चुके गोलीजी पूर्व उप राष्ट्रपति भैरो सिंह जी के काफी नजदीक रहे .आज वे राजनीती में सक्रीय हें ,वे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और सीमा जन कल्याण समिति के कर्मठ और सक्रीय कार्यकर्ता हें .सरल स्वाभाव उनकी खाशियत हें ,जिसके कारन सरहद का हर शख्स उन्हें जानता हें .नमकीन और मिर्ची बड़ो और पकोड़े खाने के बड़े शौक़ीन हें ..हर उम्र के दोस्त हें उनके सभी के साथ सहज नज़र आते हें ,गोली ने बाड़मेर की सेवा में साथ साल से अधिक साल गुजार दिए .किसी के भी काम हो साथ चलने को हरदम तैयार .मेरे बहूत नजदीक हें,पडौसी भी .मेरे वार्ड पार्षद भी रहे हें . हालांकि उम्र में काफी गेप हें ,मगर उनका दोस्ताना अंदाज सभी की तरह मुझे भी भात हें ..आप भी अपना नजरिया रखे ....मेरा गोली जी को सलाम