केलगिरि और राना कनाडा अवार्ड 2014 जोधपुर में हुआ आयोजित , चन्दन सिंह भाटी हुए सम्मानित
सभी दिल से जुट जाएं तो राजस्थानी को मान्यता मिलकर रहेगी : जस्टिस भंडारी
अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के न्यायाधीश ने राना के मंच से उठाई मान्यता की मांग,
जोधपुर राजस्थानसे आप 25 सांसद हैं और सारे एक ही दल से भी। आप एक सुर में राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए मांग तो रखाे। आपके प्रधानमंत्री भी कार्यान्वयन के लिए जाने जाते हैं। मेरा भरोसा है कि 10 करोड़ लोगों की मातृभाषा यह सम्मान हासिल कर ही लेगी। राना कनाडा और कैलगिरी के सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के न्यायाधीश जस्टिस दलबीर भंडारी ने मंच पर बैठे पाली सांसद पीपी चौधरी को इस अंदाज में राजस्थानी की मान्यता के संघर्ष में जुटने को कहा। धारा प्रवाह राजस्थानी बोलते हुए जस्टिस भंडारी ने कहा कि भाषा की मान्यता का संघर्ष राजस्थान, देश और दुनिया में बैठे हर राजस्थानी का संघर्ष है। राना अपने स्तर पर तो यह लड़ाई लड़ रहा है लेकिन सबको साथ आना होगा। भंडारी ने राजस्थानी के सशक्त हस्ताक्षर कन्हैयालाल सेठिया और सीताराम लालस के योगदान को भी याद किया। राजस्थानी माहौल से अभिभूत विशिष्ट अतिथि राजस्थान हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश सुनील अंबवानी ने कहा कि वे एक महीने पहले ही राजस्थान आए हैं और राजस्थानी को समझने की कोशिश कर रहे हैं। विशिष्ट अतिथि लोकायुक्त सज्जनसिंह कोठारी ने शास्त्रोक्त श्लोकों के माध्यम से मातृभूमि और मातृभाषा के महत्व को रेखांकित किया। पाली सांसद पीपी चौधरी ने राजस्थानी की मान्यता के लिए अपने स्तर पर पूरी कोशिश करने का भरोसा दिलाया। विशिष्ट अतिथि पूर्व नरेश गजसिंह ने कहा कि राजस्थानी की मान्यता का संघर्ष मान्यता मिलने तक चलता रहे, लेकिन राज्य सरकार इसे प्राथमिक शिक्षा में तो शामिल कर ही सकती है। यह काम जितनी जल्दी हो जाए, मान्यता की राह भी उतनी जल्दी खुलेगी। राना के मीडिया सलाहकार प्रेम भंडारी ने जय राजस्थान, जय राजस्थानी के नारे के साथ आभार व्यक्त किया। समारोह में दैनिक भास्कर जोधपुर के सीनियर रिपोर्टर मनोज कुमार पुरोहित, जयपुर के चीफ रिपोर्टर राजेंद्र गौतम नागौर के चीफ रिपोर्टर इरशाद खान को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सूरतगढ़ (श्रीगंगानगर) के मनोज कुमार स्वामी को 2014 का पद्मश्री कन्हैयालाल सेठिया स्मृति भाषा-साहित्य सेवा सम्मान के साथ वरिष्ठ पत्रकार अनिल लोढ़ा पदम मेहता को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवाॅर्ड रोहित परिहार, चंदनसिंह भाटी,को राजस्थान पत्रकारिता सेवा सम्मान प्रदान किया गया। सउदी अरब में फंसे भारतीयों की वतन वापसी का उल्लेखनीय कार्य करने वाले आईपीएस गिरिराज मीणा, डॉ. एमएम आेबराॅय, संजय त्यागी पुलिस निरीक्षक विद्याधर सिंह को स्व. पुखराज माथुर स्मृति अवाॅर्ड से नवाजा गया। समारोह में राजस्थान हाईकोर्ट के न्यायाधीश गोपालकृष्ण व्यास, डॉ. विनीत कोठारी, एमएन भंडारी, आरएस चौहान, अरुण भंसाली भी उपस्थित थे।
पाली सांसद पीपी चौधरी राजस्थानी में अपना भाषण लिखकर लाए थे। पढ़ने के दौरान बार-बार अटक रहे थे। फिर लिखा हुआ भाषण पूरा हुआ। सहज भाषण शुरू किया तब अपने अटकने पर सफाई भी दी। उन्होंने कहा कि आमतौर पर भाषा लिखित प्रयोग में नहीं आती, इसलिए वे भी अटक रहे थे। जब मान्यता मिलेगी और शिक्षा का माध्यम बनेगी तब यह समस्या नहीं रहेगी।
अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के न्यायाधीश ने राना के मंच से उठाई मान्यता की मांग,
जोधपुर राजस्थानसे आप 25 सांसद हैं और सारे एक ही दल से भी। आप एक सुर में राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए मांग तो रखाे। आपके प्रधानमंत्री भी कार्यान्वयन के लिए जाने जाते हैं। मेरा भरोसा है कि 10 करोड़ लोगों की मातृभाषा यह सम्मान हासिल कर ही लेगी। राना कनाडा और कैलगिरी के सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के न्यायाधीश जस्टिस दलबीर भंडारी ने मंच पर बैठे पाली सांसद पीपी चौधरी को इस अंदाज में राजस्थानी की मान्यता के संघर्ष में जुटने को कहा। धारा प्रवाह राजस्थानी बोलते हुए जस्टिस भंडारी ने कहा कि भाषा की मान्यता का संघर्ष राजस्थान, देश और दुनिया में बैठे हर राजस्थानी का संघर्ष है। राना अपने स्तर पर तो यह लड़ाई लड़ रहा है लेकिन सबको साथ आना होगा। भंडारी ने राजस्थानी के सशक्त हस्ताक्षर कन्हैयालाल सेठिया और सीताराम लालस के योगदान को भी याद किया। राजस्थानी माहौल से अभिभूत विशिष्ट अतिथि राजस्थान हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश सुनील अंबवानी ने कहा कि वे एक महीने पहले ही राजस्थान आए हैं और राजस्थानी को समझने की कोशिश कर रहे हैं। विशिष्ट अतिथि लोकायुक्त सज्जनसिंह कोठारी ने शास्त्रोक्त श्लोकों के माध्यम से मातृभूमि और मातृभाषा के महत्व को रेखांकित किया। पाली सांसद पीपी चौधरी ने राजस्थानी की मान्यता के लिए अपने स्तर पर पूरी कोशिश करने का भरोसा दिलाया। विशिष्ट अतिथि पूर्व नरेश गजसिंह ने कहा कि राजस्थानी की मान्यता का संघर्ष मान्यता मिलने तक चलता रहे, लेकिन राज्य सरकार इसे प्राथमिक शिक्षा में तो शामिल कर ही सकती है। यह काम जितनी जल्दी हो जाए, मान्यता की राह भी उतनी जल्दी खुलेगी। राना के मीडिया सलाहकार प्रेम भंडारी ने जय राजस्थान, जय राजस्थानी के नारे के साथ आभार व्यक्त किया। समारोह में दैनिक भास्कर जोधपुर के सीनियर रिपोर्टर मनोज कुमार पुरोहित, जयपुर के चीफ रिपोर्टर राजेंद्र गौतम नागौर के चीफ रिपोर्टर इरशाद खान को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सूरतगढ़ (श्रीगंगानगर) के मनोज कुमार स्वामी को 2014 का पद्मश्री कन्हैयालाल सेठिया स्मृति भाषा-साहित्य सेवा सम्मान के साथ वरिष्ठ पत्रकार अनिल लोढ़ा पदम मेहता को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवाॅर्ड रोहित परिहार, चंदनसिंह भाटी,को राजस्थान पत्रकारिता सेवा सम्मान प्रदान किया गया। सउदी अरब में फंसे भारतीयों की वतन वापसी का उल्लेखनीय कार्य करने वाले आईपीएस गिरिराज मीणा, डॉ. एमएम आेबराॅय, संजय त्यागी पुलिस निरीक्षक विद्याधर सिंह को स्व. पुखराज माथुर स्मृति अवाॅर्ड से नवाजा गया। समारोह में राजस्थान हाईकोर्ट के न्यायाधीश गोपालकृष्ण व्यास, डॉ. विनीत कोठारी, एमएन भंडारी, आरएस चौहान, अरुण भंसाली भी उपस्थित थे।
पाली सांसद पीपी चौधरी राजस्थानी में अपना भाषण लिखकर लाए थे। पढ़ने के दौरान बार-बार अटक रहे थे। फिर लिखा हुआ भाषण पूरा हुआ। सहज भाषण शुरू किया तब अपने अटकने पर सफाई भी दी। उन्होंने कहा कि आमतौर पर भाषा लिखित प्रयोग में नहीं आती, इसलिए वे भी अटक रहे थे। जब मान्यता मिलेगी और शिक्षा का माध्यम बनेगी तब यह समस्या नहीं रहेगी।
कार्यक्रममें इनका भी हुआ सम्मान
इसअवसर पर पत्रकार डॉ. कृष्ण कल्पित, महेश शर्मा, राजीव गौड़, संदीप मिश्रा, वीरेंद्र परिहार, डॉ. नरेंद्र लालस, एमआई जाहिर, पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के एडिशनल एडवोकेट जनरल रणजीत कपूर भाटी, प्रो. कल्याणसिंह शेखावत, एलएन जालानी, मख्तूरमल गांग, नीतेश शर्मा, दिनेश शिवनानी, लक्ष्मीदान कविया, रोहित परिहार, राजेंद्र बारहठ, आेम पुरोहित, अनिल जांदू, चैनसिंह महेचा, हबीब खान गौरान, जफर खान सिंधी, नवलकिशोर पुरोहित, देवेंद्र बोहरा, एलएन जालानी, अंशु हर्ष, रविंद्र को भी सम्मानित किया गया।
समारोह पूरी तरह ाजस्थानी रंग में रंगा था। दीप प्रज्जवलन किया गया तो वहां पद्मश्री सीताराम लालस रचित राजस्थानी शब्दकोश की पूरी श्रंखला सम्मान सहित रखी गई थी। समारोह में जस्टिस दलबीर भंडारी, जस्टिस अंबवानी पूर्व नरेश गजसिंह ने दैनिक भास्कर जोधपुर के सीनियर रिपोर्टर मनोज कुमार पुरोहित, जयपुर भास्कर चीफ रिपोर्टर राजेंद्र गौतम और नागौर भास्कर के चीफ रिपोर्टर इंशाद खान को सम्मानित किया गया। आईपीएस गिर्राज मीणा ने अवार्ड लेने से पहले सैल्यूट किया
समारोह पूरी तरह ाजस्थानी रंग में रंगा था। दीप प्रज्जवलन किया गया तो वहां पद्मश्री सीताराम लालस रचित राजस्थानी शब्दकोश की पूरी श्रंखला सम्मान सहित रखी गई थी। समारोह में जस्टिस दलबीर भंडारी, जस्टिस अंबवानी पूर्व नरेश गजसिंह ने दैनिक भास्कर जोधपुर के सीनियर रिपोर्टर मनोज कुमार पुरोहित, जयपुर भास्कर चीफ रिपोर्टर राजेंद्र गौतम और नागौर भास्कर के चीफ रिपोर्टर इंशाद खान को सम्मानित किया गया। आईपीएस गिर्राज मीणा ने अवार्ड लेने से पहले सैल्यूट किया