सरहदी जैसलमेर जिले में बालिकाओं की सेहत रक्षा के नवाचार ने पाया विस्तार,
जल सुधा अभियान के द्वितीय चरण में छात्राओं को पानी की बोतलों का वितरण,
देवीकोट स्कूल में जिला कलक्टर ने बालिकाओं को भेंट की पानी की बोतलें,
अधिकाधिक पानी पीने की आदत डालें, सेहत सँवारें - नमित मेहता
जैसलमेर, 13 मार्च/बालिकाओं की सेहत सँवारने की दृष्टि से अधिकाधिक पानी पीने की आदत विकसित करने के उद्देश्य से जिला कलक्टर नमित मेहता की पहल पर भामाशाहों के सहयोग से स्कूली छात्राओं को पानी की बोतलों के वितरण का नवाचार जैसलमेर जिले में निरन्तर विस्तार पाता जा रहा है।
इस नवाचारी अभियान ‘जल सुधा’ का दूसरा चरण शुक्रवार को हुआ। जिला कलक्टर नमित मेहता ने देवीकोट के राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय में आयोजित समारोह में छात्राओं को पानी की बोतलों का वितरण कर द्वितीय चरण में छह विद्यालयों मेंं बोतल्स वितरण की शुरूआत की।
समारोह में तहसीलदार तुलछाराम विश्नोई, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी सत्येन्द्रकुमार व्यास, मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी दलपतसिंह सोलंकी, पीओ पद्माराम, प्रधानाध्यापक स्वरूपचन्द सुथार सहित क्षेत्र के जन प्रतिनिधि, समाजसेवी एवं ग्रामीण तथा छात्राएं उपस्थित थीं।
पानी पीने की आदत विकसित करें
इस अवसर पर जिला कलक्टर नमित मेहता ने छात्राओं से सीधा संवाद कायम करते हुए जल के महत्व और शरीर के लिए इसकी जरूरत के बारे में प्रश्नोत्तर किया और विस्तार से फायदे गिनाते हुए कहा कि वे अपने बेहतर स्वास्थ्य के लिए स्कूल में कुछ-कुछ समय के अन्तराल में पानी पीने की आदत डालें और घर पर भी इस पर विशेष ध्यान दें। इस आदत को विकसित करने के लिए ही स्कूल में हर दो-तीन घण्टे में वाटर ब्रेक निर्धारित किया गया है। उन्होंने शिक्षक-शिक्षिकाओं से भी कहा कि वे बच्चों में पर्याप्त पानी पीने की आदत विकसित करने के प्रति गंभीर रहें।
जिला कलक्टर ने स्थानीय समाजसेवियों और शिक्षाप्रेमियों से भी कहा कि वे अपने क्षेत्र की स्कूलों में बच्चों के लिए पानी की बोतलों की उपलब्धता के लिए भामाशाहों के सहयोग से व्यवस्था करें।
जल सुधा से सामने आए अच्छे परिणाम
मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी सत्येन्द्रकुमार व्यास ने इस अवसर पर बालिकाओं के स्वास्थ्य की दृष्टि से अधिकाधिक जल की आवश्यकता से जुड़े तमाम पहलुओं पर बच्चों को समझाया और कहा कि वे इस दिशा में पूरी रुचि के साथ जल सुधा अभियान के उद्देश्यों को आत्मसात करें। अब तक जिले के 12 स्कूलों की छात्राओं को इस अभियान में भामाशाहों के सहयोग से पानी की बोतलों का वितरण किया जा चुका है तथा यह क्रम आगे भी जारी रहेगा।
व्यास ने बताया कि जल सुधा अभियान के शुभारंभ पर पहले चरण में जिन छह स्कूलों में पानी की बोतलों का वितरण किया गया था उनमें बालिकाओं की सेहत में व्यापक सुधार सामने आया है। उन्होंने बताया कि द्वितीय चरण में जिन स्कूलों में पानी की बोतलों का वितरण किया गया है उनकी छात्राओं का भी आने वाले 3 माह में हैल्थ सर्वे कराया जाएगा।
समारोह का संचालन भारती शर्मा, हरिशंकर यादव एवं लालसिंह ने किया। समारोह में नन्हीं बालिका श्रवण कंवर ने पानी के महत्व पर वार्ता दी। विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने मन मोहा। इससे पूर्व विद्यालय पहुंचने पर प्रधानाध्यापक स्वरूपचन्द सुथार एवं ग्रामीणों ने जिला कलक्टर का पुष्पहारों एवं साफे से स्वागत किया गया।
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जल सुधा अभियान के द्वितीय चरण में छात्राओं को पानी की बोतलों का वितरण,
देवीकोट स्कूल में जिला कलक्टर ने बालिकाओं को भेंट की पानी की बोतलें,
अधिकाधिक पानी पीने की आदत डालें, सेहत सँवारें - नमित मेहता
जैसलमेर, 13 मार्च/बालिकाओं की सेहत सँवारने की दृष्टि से अधिकाधिक पानी पीने की आदत विकसित करने के उद्देश्य से जिला कलक्टर नमित मेहता की पहल पर भामाशाहों के सहयोग से स्कूली छात्राओं को पानी की बोतलों के वितरण का नवाचार जैसलमेर जिले में निरन्तर विस्तार पाता जा रहा है।
इस नवाचारी अभियान ‘जल सुधा’ का दूसरा चरण शुक्रवार को हुआ। जिला कलक्टर नमित मेहता ने देवीकोट के राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय में आयोजित समारोह में छात्राओं को पानी की बोतलों का वितरण कर द्वितीय चरण में छह विद्यालयों मेंं बोतल्स वितरण की शुरूआत की।
समारोह में तहसीलदार तुलछाराम विश्नोई, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी सत्येन्द्रकुमार व्यास, मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी दलपतसिंह सोलंकी, पीओ पद्माराम, प्रधानाध्यापक स्वरूपचन्द सुथार सहित क्षेत्र के जन प्रतिनिधि, समाजसेवी एवं ग्रामीण तथा छात्राएं उपस्थित थीं।
पानी पीने की आदत विकसित करें
इस अवसर पर जिला कलक्टर नमित मेहता ने छात्राओं से सीधा संवाद कायम करते हुए जल के महत्व और शरीर के लिए इसकी जरूरत के बारे में प्रश्नोत्तर किया और विस्तार से फायदे गिनाते हुए कहा कि वे अपने बेहतर स्वास्थ्य के लिए स्कूल में कुछ-कुछ समय के अन्तराल में पानी पीने की आदत डालें और घर पर भी इस पर विशेष ध्यान दें। इस आदत को विकसित करने के लिए ही स्कूल में हर दो-तीन घण्टे में वाटर ब्रेक निर्धारित किया गया है। उन्होंने शिक्षक-शिक्षिकाओं से भी कहा कि वे बच्चों में पर्याप्त पानी पीने की आदत विकसित करने के प्रति गंभीर रहें।
जिला कलक्टर ने स्थानीय समाजसेवियों और शिक्षाप्रेमियों से भी कहा कि वे अपने क्षेत्र की स्कूलों में बच्चों के लिए पानी की बोतलों की उपलब्धता के लिए भामाशाहों के सहयोग से व्यवस्था करें।
जल सुधा से सामने आए अच्छे परिणाम
मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी सत्येन्द्रकुमार व्यास ने इस अवसर पर बालिकाओं के स्वास्थ्य की दृष्टि से अधिकाधिक जल की आवश्यकता से जुड़े तमाम पहलुओं पर बच्चों को समझाया और कहा कि वे इस दिशा में पूरी रुचि के साथ जल सुधा अभियान के उद्देश्यों को आत्मसात करें। अब तक जिले के 12 स्कूलों की छात्राओं को इस अभियान में भामाशाहों के सहयोग से पानी की बोतलों का वितरण किया जा चुका है तथा यह क्रम आगे भी जारी रहेगा।
व्यास ने बताया कि जल सुधा अभियान के शुभारंभ पर पहले चरण में जिन छह स्कूलों में पानी की बोतलों का वितरण किया गया था उनमें बालिकाओं की सेहत में व्यापक सुधार सामने आया है। उन्होंने बताया कि द्वितीय चरण में जिन स्कूलों में पानी की बोतलों का वितरण किया गया है उनकी छात्राओं का भी आने वाले 3 माह में हैल्थ सर्वे कराया जाएगा।
समारोह का संचालन भारती शर्मा, हरिशंकर यादव एवं लालसिंह ने किया। समारोह में नन्हीं बालिका श्रवण कंवर ने पानी के महत्व पर वार्ता दी। विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने मन मोहा। इससे पूर्व विद्यालय पहुंचने पर प्रधानाध्यापक स्वरूपचन्द सुथार एवं ग्रामीणों ने जिला कलक्टर का पुष्पहारों एवं साफे से स्वागत किया गया।
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