रेत में खिल रही हें सिविल सेवा की नई पोध
विश्व भर में अपने काम के चलते पहचना जाने वाला संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम एक बार फिर बाड़मेर के हालातो और हर से वाकिफ हुआ . जहा भर में इस कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए राष्ट्रिय स्तर पर हुई एक महत्वपूर्ण सेमिनार में एक बार फिर चोहटन प्रधान शम्मा खान को आमंत्रित किया गया .और इस सेमिनार में इस सेमिनार में चोहटन प्रधान का राजस्थान में विशेषकर रेतीले इलाके में सिविल सेवा को लेकर युवाओ का नजरिया विषय पर उदबोधन भी रखा . शम्मा खान ऩे जहा अपनी बात में डाक्टर ललित के पवार और सागाराम जागिड को सहरा के युवाओ के आदर्श बताया तो आज के हालातो पर सरकार के कामो को सराहा .बाड़मेर एक जमाना हुआ करता था जब रेतीले इलाके के लोग अपनी जिन्दगी और अपनी काम को खेती बड़ी और घर की चार दिवारी तक ही सिमित रखा करते है . अगर कोई इस इलाके में पढ़ लिख भी गया तो शायद उस्सने कभी भी बेहद आगे जाने के बारे में कभी नही सोच लेकिन सरकार द्वारा रेतीले इलाके में तेजी से करवाए जा रहे कार्यो और आम आदमी के बच्चों को दी जा रही तालीमी मदद आज हरे परिवार के बच्चे में सिविल सेवा का सपना भर चुकी है . जिस रेतीले इलाके में बामुश्किल खेती होती है उस इलाके में बीते कुछ बरसो में उच्च्च प्र्शश्निक अधिकारियो की पोध तयार हो चुकी है . बरसों पहले बाड़मेर के सांगाराम जागिड और डाक्टर ललित के पवार ऩे जो करवा शुरू किया वह आज सरकार द्वारा द्नाये गए सुगुम माहोल के चलते रेत में सिविल सेवा की नई पोध खड़ी कर चुकी है . यह कहना है चोहत्न प्रधान शम्मा खान का . चोहत्न प्रधान ऩे यह बात मुल्क की राजधानी दिल्ली में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के उस राष्ट्रिय सेमिनार में कही जो सेमिनार देश भर में 21 वीं सदी में शासन और सिविल सेवा में नेतृत्व का विकास के लिए मिल का पत्र साबित होने वाला रहेगा . सीनियर आईएस अधिकारी कुश वर्मा ऩे बताया कि संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम द्वारा हर इलाके में आम जनता के हितो से जुड़े हें कार्यो को करवाया जाता है और ईन कामो के सफल संचालन के लिए देश के विद्वानों और उच्च अधिकारियो से राय और मशवरा लिया जाता रहा हें उस क्रम में देश की राजधानी दिल्ली में गुरुवार से दो दिन तक 21 वीं सदी में शासन और सिविल सेवा में नेतृत्व का विकास विषय पर अलग अलग बाते और विचार मुखर हुए . जिसमे बाड़मेर के चोहटन की प्रधान शम्मा खान को विशेष तोर से आमंत्रित किया गया था . इस सेमिनार में लोगो के सामने रेतीले इलाके के तालीम के हालात के साथ साथ बीते कुछ बरसो में इस क्षेत्र में तेजी से हुए बदलाव पर शम्मा खान ऩे बड़ी बेबाकी से अपनी राय राखी . उन्ह्होने कहा की शासन तंत्र की रीढ़ कही जाने वाली सिविल सर्विस ग्लैमर और प्रतिष्ठा से परिपूर्ण सेवा है, जिसमें शामिल होने का ख्वाब अधिकतर युवाओं की आंखों में रहता है। हर कोई सिविल सर्विसेज में शामिल होकर देश के विकास में अपना योगदान देने का सपना देखता हैं, लेकिन वर्तमान परिवेश में इस क्षेत्र में कई चुनोतिया आ चुकी है जिससे निपटना आज कि जरूरत है. सरकार जहा आम आदमी के होनहार बच्चों को उच्च पदों पर देखने के सपने को हकीकत का रूप दे चुकी है वही आज हर दूसरा बच्चों आने वाला सिविल सेवा का अधिकारी मानते हुए तालीम ले रहा है . इस सेमिनार में राजस्थान से चोहटन प्रधान के आलावा राजस्थान मेडिकल कोर्परेशन के निदेशक डाक्टर समित शर्मा ऩे भी भाग लिया . .
विश्व भर में अपने काम के चलते पहचना जाने वाला संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम एक बार फिर बाड़मेर के हालातो और हर से वाकिफ हुआ . जहा भर में इस कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए राष्ट्रिय स्तर पर हुई एक महत्वपूर्ण सेमिनार में एक बार फिर चोहटन प्रधान शम्मा खान को आमंत्रित किया गया .और इस सेमिनार में इस सेमिनार में चोहटन प्रधान का राजस्थान में विशेषकर रेतीले इलाके में सिविल सेवा को लेकर युवाओ का नजरिया विषय पर उदबोधन भी रखा . शम्मा खान ऩे जहा अपनी बात में डाक्टर ललित के पवार और सागाराम जागिड को सहरा के युवाओ के आदर्श बताया तो आज के हालातो पर सरकार के कामो को सराहा .बाड़मेर एक जमाना हुआ करता था जब रेतीले इलाके के लोग अपनी जिन्दगी और अपनी काम को खेती बड़ी और घर की चार दिवारी तक ही सिमित रखा करते है . अगर कोई इस इलाके में पढ़ लिख भी गया तो शायद उस्सने कभी भी बेहद आगे जाने के बारे में कभी नही सोच लेकिन सरकार द्वारा रेतीले इलाके में तेजी से करवाए जा रहे कार्यो और आम आदमी के बच्चों को दी जा रही तालीमी मदद आज हरे परिवार के बच्चे में सिविल सेवा का सपना भर चुकी है . जिस रेतीले इलाके में बामुश्किल खेती होती है उस इलाके में बीते कुछ बरसो में उच्च्च प्र्शश्निक अधिकारियो की पोध तयार हो चुकी है . बरसों पहले बाड़मेर के सांगाराम जागिड और डाक्टर ललित के पवार ऩे जो करवा शुरू किया वह आज सरकार द्वारा द्नाये गए सुगुम माहोल के चलते रेत में सिविल सेवा की नई पोध खड़ी कर चुकी है . यह कहना है चोहत्न प्रधान शम्मा खान का . चोहत्न प्रधान ऩे यह बात मुल्क की राजधानी दिल्ली में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के उस राष्ट्रिय सेमिनार में कही जो सेमिनार देश भर में 21 वीं सदी में शासन और सिविल सेवा में नेतृत्व का विकास के लिए मिल का पत्र साबित होने वाला रहेगा . सीनियर आईएस अधिकारी कुश वर्मा ऩे बताया कि संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम द्वारा हर इलाके में आम जनता के हितो से जुड़े हें कार्यो को करवाया जाता है और ईन कामो के सफल संचालन के लिए देश के विद्वानों और उच्च अधिकारियो से राय और मशवरा लिया जाता रहा हें उस क्रम में देश की राजधानी दिल्ली में गुरुवार से दो दिन तक 21 वीं सदी में शासन और सिविल सेवा में नेतृत्व का विकास विषय पर अलग अलग बाते और विचार मुखर हुए . जिसमे बाड़मेर के चोहटन की प्रधान शम्मा खान को विशेष तोर से आमंत्रित किया गया था . इस सेमिनार में लोगो के सामने रेतीले इलाके के तालीम के हालात के साथ साथ बीते कुछ बरसो में इस क्षेत्र में तेजी से हुए बदलाव पर शम्मा खान ऩे बड़ी बेबाकी से अपनी राय राखी . उन्ह्होने कहा की शासन तंत्र की रीढ़ कही जाने वाली सिविल सर्विस ग्लैमर और प्रतिष्ठा से परिपूर्ण सेवा है, जिसमें शामिल होने का ख्वाब अधिकतर युवाओं की आंखों में रहता है। हर कोई सिविल सर्विसेज में शामिल होकर देश के विकास में अपना योगदान देने का सपना देखता हैं, लेकिन वर्तमान परिवेश में इस क्षेत्र में कई चुनोतिया आ चुकी है जिससे निपटना आज कि जरूरत है. सरकार जहा आम आदमी के होनहार बच्चों को उच्च पदों पर देखने के सपने को हकीकत का रूप दे चुकी है वही आज हर दूसरा बच्चों आने वाला सिविल सेवा का अधिकारी मानते हुए तालीम ले रहा है . इस सेमिनार में राजस्थान से चोहटन प्रधान के आलावा राजस्थान मेडिकल कोर्परेशन के निदेशक डाक्टर समित शर्मा ऩे भी भाग लिया . .